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करंट की चपेट में आकर झुलसा लाइनमैन,विभागीय लापरवाही आई सामने

डेस्क:–बुधवार दोपहर बिजली विभाग का एक संविदा कर्मचारी (लाइनमैन) करंट की चपेट में आकर झुलस गया। पूरे मामले में विभागीय लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि काम के दौरान अचानक सप्लाई शुरू कर दी गई। करंट लगने के बाद संविदा कर्मचारी पोल पर उल्टा लटक गया। फिलहाल अस्पताल में भर्ती कर्मचारी की हालत गंभीर बताई जा रही है। पूरा मामला रामपुर रोड स्थित स्वालेनगर का है।

बुधवार दोपहर सीबीगंज बिजली घर पर तैनात संविदा कर्मचारी लाइनमैन विनोद राठौर 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन की मरम्मत करने गया था। उसने बिजली घर से शटडाउन लिया था, विनोद पोल पर चढ़कर अपना काम शुरू कर दिया। वह काम कर रहा था तभी अचानक सप्लाई शुरू कर दी गई। उसे जोरदार करंट लगा और वह बुरी तरह झुलस गया। बिना सुरक्षा उपकरण के चढ़ा पोल पर बड़ी विभागीय लापरवाही सामने आई कि लाइनमैन को बिना सुरक्षा उपकरण के पोल पर चढ़ा दिया गया।





वृंदावन में बड़ा हादसा, खड़ी बस में आग लगने से एक की मौत, कई घायल

डेस्क:–उत्तर प्रदेश में मथुरा के वृंदावन में मंगलवार को पर्यटक सुविधा केंद्र में खड़ी एक बस में अचानक आग लग गई। इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई यात्री बुरी तरह से झुलस गए। हादसा उस समय हुआ, जब बस तेलंगाना के श्रद्धालुओं को महाकुंभ में स्नान कराकर वापस लौट रही थी। आग लगने के कारणों की अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हादसा सिगरेट जलाने से हुआ। बस में खाना बनाने के लिए गैस सिलेंडर रखे गए थे, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया। हादसे के समय बस में 50 यात्री सवार थे।

यह बस दोपहर बाद करीब 2:30 बजे वृंदावन के पर्यटक सुविधा केंद्र पहुंची थी और कुछ श्रद्धालु दर्शन करने के लिए बस से उतर गए थे। लगभग साढ़े पांच बजे खड़ी बस में अचानक आग लग गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। बस में मौजूद यात्रियों ने शीशा तोड़कर अपनी जान बचाई, लेकिन एक व्यक्ति की जलने से मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी।

घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत जिले के बड़े-बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आग लगने के कारण की जांच करने के लिए पुलिस और दमकल विभाग को निर्देशित किया है। पुलिस और दमकल विभाग की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले की जांच करने में जुटे हैं।
गाजियाबाद के विजयनगर में हटेगी अवैध बस्तियां, पुलिस ने शुरू किया अतिक्रमण विरोधी अभियान

डेस्क –गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में सेना की जमीन पर अवैध बस्तियों को हटाने के लिए पुलिस ने अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरु कर दिया। डीसीपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जब तक इलाके से सभी अवैध बस्तियां नहीं हटा दी जाती, तब तक अतिक्रमण विरोधी अभियान जारी रहेगा। बता दें कि विजयनगर इलाके में कई लोगों ने सेना की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, पिछले साल दिसंबर में लखनऊ में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान नगर निगम की एक टीम पर हमला किया गया था। लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त अमित वर्मा ने कहा कि नगर निगम की टीम अभियान चला रही थी, तभी कुछ लोगों ने उनकी टीम पर हमला कर दिया। नगर निगम ने शिकायत दर्ज कराई है और उसके आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।

नगर निगम की टीम अभियान चला रही थी, इसी दौरान कुछ लोगों ने उनकी टीम पर हमला कर दिया। नगर निगम की ओर से एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करेगी और जो भी लोग इसमें दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस घटना की जांच कर रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सुबह के समय खाली पेट सेवन करें सिरके में भिगोए प्याज , जानें इसके अद्भुत फायदे


डेस्क:–प्याज, जिसे भारत में प्‍याज के नाम से जाना जाता है, हर रसोई में एक आम सामग्री है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। अगर इसे सिरके में भिगोकर सेवन किया जाए, तो इसके लाभ और बढ़ जाते हैं। आइए जानते हैं इस जादुई मिश्रण के फायदे और इसे बनाने का सही तरीका।

यदि आप पेट की समस्याओं जैसे गैस, अपच या सूजन से परेशान हैं, तो सिरके में भीगा प्याज एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। प्याज में प्रीबायोटिक्स होते हैं जो आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, और सिरके का एसिटिक एसिड पाचन प्रक्रिया को तेज करता है।

मधुमेह के रोगियों के लिए यह मिश्रण वरदान साबित हो सकता है। सिरका इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देता है और प्याज के पोषक तत्व ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करते हैं।

सर्दी-जुकाम के मौसम में इम्यूनिटी को बढ़ाना बेहद जरूरी है। प्याज और सिरका दोनों में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।

सिरके में भीगा प्याज हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। प्याज में फ्लेवोनॉइड्स होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं। सिरका, खासकर सेब का सिरका, दिल की धमनियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

जो लोग वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए यह ड्रिंक आदर्श है। सिरके का एसिटिक एसिड भूख को नियंत्रित करता है और प्याज में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा महसूस कराता है। इसे खाली पेट पीने से दिनभर कैलोरी की खपत कम हो सकती है।

*कैसे बनाएं सिरके में भीगा प्याज?*

* ताजे प्याज लें और उन्हें पतले स्लाइस में काटें।

* एक कांच की जार में प्याज रखें और उन पर सेब का सिरका डालें। सिरका प्याज के टुकड़ों को पूरी तरह डुबा दे।

* जार को अच्छी तरह बंद करें और इसे फ्रिज में 24 घंटे के लिए रख दें।

* अगली सुबह इस मिश्रण को छान लें और खाली पेट इसका सेवन करें। आप चाहें तो इसमें शहद या नींबू का रस भी मिला सकते हैं।

*नियमित सेवन के लाभ*

* पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।
* ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
* इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
* दिल को स्वस्थ रखता है।
* वजन घटाने में मदद करता है।

नोट: हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
बादाम और काजू से भी पॉवरफुल होता है ये ड्राई फ्रूट, आईए जानते हैं इनके फायदे

डेस्क:–मखाना, जिसे फॉक्स सीड्स भी कहा जाता है, एक अद्भुत पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार के फायदे भी प्रदान करता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। आइए जानें मखाने  के अनमोल फायदों के बारे में।

मखाने में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद है। फाइबर आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है। साथ ही, यह आंतों में बल्क बनाकर मल को नरम और सुगम बनाता है। घुलनशील फाइबर पाचन को धीमा कर ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।

मखाना एंटीऑक्सीडेंट जैसे फ्लेवोनॉइड्स और पॉलीफेनोल्स का अच्छा स्रोत है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। ये फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय कर सेल्स को नुकसान से बचाते हैं। फ्लेवोनॉइड्स के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन को कम करते हैं और संक्रमणों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं।

जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए मखाना एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें मौजूद फाइबर लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे बार-बार खाने की आदत पर नियंत्रण होता है। इसके अलावा, मखाने में प्रोटीन की भी भरपूर मात्रा होती है, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है।

मखाना त्वचा के लिए भी बेहद (Benefits of Makhana) फायदेमंद है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 जैसे आवश्यक फैटी एसिड्स होते हैं, जो त्वचा की नमी को बनाए रखते हैं और ड्राईनेस को कम करते हैं। मखाने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाकर समय से पहले बुढ़ापे के लक्षणों को रोकते हैं और त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाते हैं।

मखाने में पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर शुगर को धीरे-धीरे खून में मिलने देता है, जिससे ब्लड शुगर स्तर स्थिर रहता है। यह मधुमेह के जोखिम को कम करने और टाइप 2 डायबिटीज से बचाव में सहायक हो सकता है।

*कैसे करें मखाने को अपने आहार में शामिल?*

मखाने को अपने खाने में शामिल करना बेहद आसान है। इसे सलाद में मिलाया जा सकता है, स्मूदी में ब्लेंड किया जा सकता है, या दही में मिक्स किया जा सकता है। इसका हल्का, नट जैसा स्वाद इसे किसी भी व्यंजन के साथ जोड़ने में आसान बनाता है।

अपने दैनिक आहार में मखाने को शामिल करें और सेहतमंद जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।

नोट: हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
कुबेरेश्वर धाम में भव्य महोत्सव की तैयारी जोर-शोर से, इस बार मिनी कुंभ की तर्ज पर आयोजन होने जा रहा है
डेस्क:–मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम में होने वाले रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण कथा की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। खास बात ये है कि, इस बार धाम में महोत्सव के बीच श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष वितरित नहीं होंगे। कार्यक्रम का आयोजन मिनी कुंभ की तर्ज पर होने जा रहा है।

कुबेरेश्वर धाम में 25 जनवरी से रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण कथा महोत्सव की शुरूआत होने जा रही है। धाम में कथा के दौरान रुद्राक्ष वितरण भी होता रहा है, पिछले वर्षों में रुद्राक्ष वितरण के दौरान भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई थी, जिसमें कई श्रद्धालु हताहत हुए थे। अब इसी हादसे को मद्देनजर रखते हुए इस साल महोत्सव के दौरान रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम नहीं किया जाएगा। धाम की ओर से बताया गया है कि, 25 जनवरी से 25 मार्च तक धाम पर रुद्राक्ष वितरण पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।

इस संबंध में कुबेरेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि, अभी उत्तर-प्रदेश में कुंभ चल रहा है, जहां से लौटते समय बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का कुबेरेश्वर धाम में आने का सिलसिला शुरु होगा। इस साल पिछले साल के अनुमान से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

कथा के दौरान पेयजल, बिजली, साफ-सफाई, अस्थाई शौचालय, पार्किंग, हेल्थ कैम्प, आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड, कंट्रोल रूम, सहायता केंद्र, मार्ग मरम्मत समेत अन्य व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। रेलवे स्टेशन के साथ-साथ शहर के प्रमुख स्थानों से कुबेरेश्वर धाम तक आने-जाने का ऑटो किराया और सवारियों की संख्या निर्धारित की जाएगी।
आइए जानते हैं सकट पूजा में कैसे करें गणेश भगवान की पूजा और मंत्र जाप?

डेस्क:–माघ मास की सकट चतुर्थी के दिन गणेश भगवान की पूजा की जाती है। इस बार सकट चतुर्थी 17 जनवरी 2025 दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यता है कि इस शुभ अवसर पर महिलाएं अपनी संतान के उज्जवल भविष्य और लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं।

*इन मंत्रों का करें जाप*

ॐ गण गणपतये नमः इस मंत्र का जाप करने से गणेश भगवान प्रसन्न होते हैं और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करते हैं।

*ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।*
*निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥*

सकट चतुर्थी के दिन इस मंत्र का जाप करने से संतान के जीवन में आने वाली बाधा खत्म होती हैं। साथ ही सफलता के मार्ग खुलते हैं।

*ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥*

यह मंत्र बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने और उन्हें बुद्धि-विवेक प्रदान करने के लिए बहुत उत्तम माना गया है।

*ॐ एकदन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि।
तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्॥*

यह मंत्र बच्चों की शिक्षा, बुद्धिमत्ता और मानसिक विकास के लिए अत्यंत प्रभावी है।

*पूजा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान*

सकट पूजा के दिन व्रत के दौरान केवल फलाहार ग्रहण करें।

भगवान गणेश को मोदक, गुड़, और तिल से बनी वस्तुओं का भोग लगाएं।

पूजा के समय बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए विशेष प्रार्थना करें।

मंत्र जाप के समय मन को शांत रखें और भगवान गणेश की कृपा का अनुभव करें।

संतान की सुख-समृद्धि के लिए की जाती है गणेश पूजा धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सकट चतुर्थी के दिन गणेश भगवान की पूजा संतान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए की जाती है। गणेश जी के मंत्रों का जाप संतान के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सफलता को आकर्षित करता है। इस सकट चौथ पर आप भी इन मंत्रों का जाप करें और अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रार्थना करें।

क्योंकि इस पूजा को संतान की उन्नति, सफलता, और उनके सुखद भविष्य के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन व्रत, पूजा, और गणेश जी के मंत्रों का जाप करना अत्यंत शुभ होता है।


नोट: हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

संभल में बनेगी भगवान राम की 65 फीट ऊंची प्रतिमा, सीएम योगी करेंगे अनावरण

डेस्क:–उत्तर प्रदेश के संभल जिले का चंदौसी एक बार फिर चर्चा में है। अब यहां भगवान राम की 65 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है। करीब डेढ़ साल से निर्माणाधीन भगवान श्री राम की प्रतिमा लगभग बनकर तैयार है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामबाग धाम ट्रस्ट को पत्र भेज शुभकामनाएं दी हैं। रामबाग ट्रस्ट के पदाधिकारी अमित कुमार जनपद संभल के चंदौसी में मिनी वृंदावन रामबाग में करीब 65 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का निर्माण हो रहा है। यह 31 मई 23 से निरंतर बन रही है।

मुख्यमंत्री योगी इस प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह कार्य बहुत तेज गति से चल रहा है। फिलहाल धाम का सौंदर्याकरण चल रहा है। जैसे ही यहां का कार्य पूरा हो जाएगा, मुख्यमंत्री यहां आएंगे। उन्हीं के द्वारा मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।भगवान श्री राम की विशाल प्रतिमा के निर्माण की जानकारी होने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रामबाग धाम ट्रस्ट को एक पत्र भेजा है।

पत्र में दोनों ने भगवान श्री राम की प्रतिमा के निर्माण के लिए शुभकामना संदेश भेजा है। ट्रस्ट के लोगों ने बताया कि भगवान श्री राम की यह प्रतिमा भव्य एवं अलौकिक है, क्योंकि इसमें जहां भगवान श्री राम एक हाथ में धनुष लेकर खड़े हैं, तो वही दूसरा हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में है। यही नहीं, विशाल प्रतिमा के समीप ही अशोक वाटिका का भी निर्माण किया जा रहा है।
महाकुंभ मेले में 4 लाख करोड़ के व्यापार का अनुमान

डेस्क:–प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर महाकुंभ मेले से भारत की अर्थव्यवस्था को बड़ा बूस्ट मिल सकता है इंडस्ट्री के अनुमानों के मुताबिक, इस महाकुंभ में 4 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक का व्यापार हो सकता है। इससे देश की नॉमिनल और रियल जीडीपी एक प्रतिशत से भी अधिक बढ़ सकती है। उत्तर प्रदेश सरकार को उम्मीद है कि इस आयोजन में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों को मिलाकर करीब 40 करोड़ पर्यटक आएंगे सरकार के अनुमान के मुताबिक, अगर 40 करोड़ पर्यटकों में से हर एक औसतन 5,000 रुपये खर्च करता है, तो महाकुंभ से 2 लाख करोड़ रुपये का व्यापार हो सकता है।

इंडस्ट्री का अनुमान है कि इस मेगा इवेंट में प्रति व्यक्ति औसत खर्च 10,000 रुपये तक हो सकता है और इस दौरान कुल 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार हो सकता है। भारत के साथ-साथ विदेशी कंपनियां भी 45-दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए महाकुंभ में जगह बनाने की होड़ में हैं। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स कैक अनुसार, फास्ट सूचित कंप्यूटर मुइस (एफएमसीजी) से लेकर फार्मा सेक्टर तक और मोबिलिटी प्रगति बाइकर्स से लेकर डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म तक, कंपनियां महाकुंभ में मार्केटिंग पर 3, 000 करोड रुपये से अधिक खर्च कर करती हैं।

सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने महाकुंभ मेला 2025 में विभिन्न संरचनाओं के निर्माण के लिए लगभग 45000 टन स्टील की आपूर्ति की हैं। महारत कंपनी द्वारा जारी बयान के अनुसार कंपनी द्वारा आपूर्ति किए गए स्टील चेकार्ड प्लेट, हॉट स्ट्रिप मिल प्लेट, वाइल्ड स्टील प्लेट, एंगल और जोइस्टेट शामिल हैं। सनातन धर्म के अनुयायियों के सबसे बडे समागम से पक्षले प्रयागराज में बडे पैमाने पर बदलाव किए गए हैं। भव्य आध्यात्मिक गरमागरम में शामिल होने वाले लाखोंश्रद्धालुओं के लिए निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करने के लिए 200 से अधिक सड़कों का निर्माण और अपग्रेड किया गया है।
राष्ट्रपति मुर्मू और उपराष्ट्रपति धनखड़ ने देशवासियों को लोहड़ी, मकर संक्रांति, माघ बिहू और पोंगल की दी शुभकामनाएं

डेस्क:–राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, माघ बिहू त्योहारों की देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल और माघ बिहु के शुभ अवसर पर मैं देश और विदेश में रहने वाले सभी भारतीय लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। ये पर्व हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा विविधता में एकता के प्रतीक हैं। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में मनाए जाने वाले ये त्योहार प्रकृति के प्रति सम्मान को व्यक्त करते हैं। कृषि से जुड़े ये पर्व हमारे अन्नदाता किसानों के अथक परिश्रम के लिए उनका आभार व्यक्त करने के भी अवसर हैं। मेरी कामना है कि ये पावन पर्व प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में खुशहाली और समृद्धि का संचार करें।"

वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक्स पोस्ट पर लिखा, "लोहड़ी, मकर संक्रांति, माघ बिहु और पोंगल के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। ये पर्व हमारे देश के विविध क्षेत्रों में अनोखे ढंग से मनाए जाते हैं। फसल के मौसम का सम्मान करने की हमारी सदियों पुरानी परंपरा का प्रतिनिधित्व करते हैं। लोहड़ी और माघ बिहू की पवित्र लपटें सभी प्रतिकूलताओं को दूर कर दें, मकर संक्रांति की उड़ती पतंगें हमारे दिलों को उल्लास से भर दें, और पोंगल की पारंपरिक मिठास उत्सव और खुशी के क्षण लाए।"

फसल के मौसम का एक जीवंत उत्सव लोहड़ी का हर साल बेसब्री से इंतजार किया जाता है। यह पारंपरिक पंजाबी त्योहार मकर संक्रांति से एक दिन पहले आता है। लोहड़ी सिखों और हिंदुओं दोनों के बीच समान रूप से मनाया जाने वाला त्योहार है। इस साल लोहड़ी 13 जनवरी को मनाई जा रही है। इसे लोहड़ी या लाल लोई के नाम से भी जाना जाता है।

मकर संक्रांति, जिसे उत्तरायण के नाम से भी जाना जाता है, सूर्य के धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करने का प्रतीक है। हर साल 14 जनवरी (या लीप वर्ष में 15 जनवरी) को मनाया जाने वाला यह त्योहार सूर्य के उत्तर की ओर बढ़ने को दर्शाता है।

इस त्योहार को रंग-बिरंगी सजावट, पतंगबाजी और सामुदायिक समारोहों के साथ मनाया जाता है। कुछ क्षेत्रों में ग्रामीण बच्चे घर-घर जाकर गीत गाते हैं और मिठाइयां इकट्ठा करते हैं। यह त्योहार ऋतुओं में बदलाव का भी प्रतीक है, जो सर्दियों के जाने और वसंत के आगमन का संकेत देता है, जो दिलों को आशा और खुशी से भर देता है।