*पूरे तीन घंटे तक रणक्षेत्र बना राजधानी पटना का यह इलाका, प्रशांत किशोर और दो पूर्व आईपीएस समेत 700 अज्ञात पर एफआईआर
डेस्क : 70वीं संयुक्त परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थी पटना में डटे हुए हैं। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बावजूद छात्रों का मनोबल नहीं टूटा और अभ्यर्थी लगातार अपना विरोध जता रहे हैं। बीपीएससी अभ्यर्थियों के इस आंदोलन में प्रदेश के विपक्षी दलों का पूरा समर्थन मिल रहा है। वहीं बीते रविवार को इन अभ्यर्थियों के प्रदर्शन को लेकर राजधानी पटना का जेपी गोलंबर पूरे तीन घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा।
गांधी मैदान इलाके में बीपीएससी अभ्यर्थी 9 घंटे तक डटे रहे। दिन के करीब 11 बजे के आसपास अभ्यर्थियों का जमावड़ा गांधी मैदान में शुरू हो गया। इसके बाद रात आठ बजे तक आसपास के इलाके में गहमागहमी बनी रही। इस दौरान तीन घंटे तक जेपी गोलंबर रणक्षेत्र में तब्दील रहा।
मार्च को लेकर अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच कई बार धक्का-मुक्की हुई। कभी छात्र आग बढ़ रहे थे तो कभी पुलिस उन्हें पीछे धकेल रही थी। गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के पास 11 बजे से अभ्यर्थियों का जुटान शुरू होने लगा था। देखते-देखते यह संख्या हजारों में तब्दील हो गई। सभी पीटी को रद्द करने को लेकर नारेबाजी करते रहे। उनके हाथों में तख्तियां और पोस्टर लिए हुए थे। दोपहर 1.30 बजे प्रशांत किशोर भी वहां पहुंचे। उनके आने के बाद गांधी मैदान का दस नंबर गेट खोला गया। ताकि वहां लगे मेले में आने-जाने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं हो। इसके बाद छात्र संसद की शुरुआत हुई। छात्रों का कहना था कि पेपर लीक हुआ है और इसे रद्द किया जाए। इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि यह आंदोलन छात्रों का है और आप जो निर्णय लेंगे हम उसके साथ रहेंगे। जब छात्रों ने मार्च करने का निर्णय लिया तो प्रशांत किशोर भी उनके साथ हो गए। उन्होंने मार्च का नेतृत्व भी किया। वहीं जिला और पुलिस प्रशासन सुबह से ही चौकस रहा।
जिला प्रशासन के अधिकारी वहां किसी प्रकार का धरना-प्रदर्शन करने से छात्रों को रोकते रहे। उनका कहना था कि धरना- प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई है। आपलोग इस स्थान को खाली कर दें। सुबह दस बजे से ही गांधी मूर्ति के पास सदर एसडीएम, गांधी मैदान के डीएसपी, सिटी मजिस्ट्रेट सहित अन्य अधिकारी और पुलिस के अधिकारी जमे हुए थे। गांधी मैदान के बाहर भी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती थी।
वहीं इस मामले को लेकर जिला प्रशासन के मुताबिक, गांधी मैदान में बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ छात्र संसद आयोजित करने के आरोप में प्रशांत किशोर, पूर्व डीजी आर के मिश्रा और पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा समेत 21 नामजद और 700 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।
Dec 30 2024, 11:03