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केरल के वायनाड में कांग्रेस नेता और उनके बेटे की संदिग्ध मौत, पुलिस ने शुरू की जांच।

केरल के वायनाड में पुलिस ने कांग्रेस नेता और बेटे की मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है. 78 साल के एन एम विजयन और उनके 38 साल के बेटे जिजेश की जहर खाने से हत्या के मामले की जांच कर रही. एन एम विजयन कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) के कोषाध्यक्ष और पूर्व सुल्तान बाथरी पंचायत अध्यक्ष थे. इस मामले में जांच को लेकर पुलिस की तरफ से सूचना दी गई. कथिततौर पर उन्हें जहर खिला दिया गया. मृतकों की पहचान वायनाड जिला के कोझिकोड सरकारी अस्पताल में हुई. गंभीर हालत में उनका वहां यहां इलाज किया जा रहा था.

पुलिस ने कहा कि आगे की कार्रवाई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद की जाएगी. घरवालों के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार शाम पांच बजे सुल्तान बाथेरी स्थित उनके घर पर करने की योजना बनाई गई है. पुलिस ने बताया कि पड़ोसियों ने विजयन और जिजेश को कथित तौर पर जहर खाने के बाद उनके घर पर गंभीर हालत में पाया था. उन्हें शुरू में एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. बाद में कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया.

घर में नहीं मिला सुसाइड नोट

प्राथमिक जांच में जिजेश और पिता की मौत को सुसाइड माना जा रहा था. अधिकारियों का कहना था कि उनके घर की तलाशी ली गई लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. विजयन वायनाड में एक प्रमुख कांग्रेस नेता थे. सुल्तान बाथरी सहकारी बैंक के पूर्व कर्मचारी जिजेश स्वास्थ्य समस्याओं के कारण लंबे समय से बीमार थे. अपनी पत्नी सुमा की मृत्यु के बाद, विजयन अपने बेटे जिजेश की देखभाल खुद ही किया करते थे. घरवालों के मुताबिक, उनके परिवार में बड़ा बेटा विजेश है.

संदिग्ध हालत में मिले शव के बाद घरवालों का आरोप है कि उन्होंने सुसाइड नहीं किया है, बल्कि किसी ने उनकी हत्या कर दी है. पहले पुलिस की तरफ से सुसाइड का केस होने की आशंका जताई जा रही थी. जबकि अब इस मामले में पुलिस ने खुद से जांच किए जाने की सूचना दी है.

नकली आधार कार्ड और फर्जी डॉक्यूमेंट्स… 2 साल से रह रहे थे बांग्लादेशी, ATS और महाराष्ट्र पुलिस ने किया अरेस्ट

महाराष्ट्र में एटीएस की टीम ऐसे लोगों की तलाश कर रही है जो अवैध रूप से वहां रह रहे हैं. इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने स्थानीय पुलिस की मदद से अवैध रूप से भारत में आने वाले 16 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. इन बांग्लादेशी नागरिकों पर आरोप है कि वो वैध दस्तावेजों के बिना यहां रह रहे थे. इनमें छह महिलाएं भी शामिल हैं.

अधिकारियों ने बताया कि एटीएस की तरफ से शुरू किए गए एक विशेष अभियान के दौरान इन बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी की गई है. एटीएस के अधिकारी नवी मुंबई, ठाणे और सोलापुर में पुलिस की मदद से पिछले 24 घंटों में कार्रवाई की है.

फर्जी डॉक्यूमेंट की मदद से रह रहे थे

बांग्लादेशी नागरिकों पर विदेशी अधिनियम और अन्य संबंधित कानून के तहत तीन केस दर्ज किए गए हैं. उन्होंने कहा, ‘ये बांग्लादेशी नागरिक जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करके आधार कार्ड जैसे भारतीय डॉक्यूमेंट बनवा लिए थे, जिसकी मदद से वो यहां आसानी से रह रहे थे. ये सभी डॉक्यूमेंट फर्जी थे.

एक अधिकारी ने बताया कि एटीएस और पुलिस के एक संयुक्त दस्ते ने जालना जिले से तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए आरोपी भोकरदन तालुका में क्रशर मशीनों पर काम कर रहे थे. एटीएस और स्थानीय पुलिस के संयुक्त अभियान में इन्हें अनवा और कुंभारी गांवों से गिरफ्तार किया गया.

2 सालों से अवैध रूप से रह रहे थे

पुलिस और एटीएस की जांच में सामने आया है कि ये सभी बांग्लादेशी नागरिक पिछले 2 सालों से यहां अवैध रूप से रह रहे थे. एटीएस की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि तीनों ने भारत में अवैध रूप से काम करने के लिए अपने पहचान पत्र को फर्जी तरीके से बनवाया था.

इसी फर्जी डॉक्यूमेंट्स की वजह से किसी को उनपर शक नहीं हुआ और उन्होंने 2 सालों का लंबा समय आसानी से यहां बिता दिया. इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता और विदेशी अधिनियम की गंभीर धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

नवजात बच्चों को क्यों पहनाया जाता है चंद्रमा का लॉकेट,जानें इसके पीछे की महत्व और लाभ

घर में नवजात बच्चों को बुरी नजर और बीमारियों से बचाने के लिए हर तरह के उपाय किए जाते हैं. कई बार बच्चों को नजर लग जाती है, जिससे वो रोने और चिड़चिड़ाने लगते हैं. यही नहीं बच्चे दूध पीना और खाना भी छोड़ देते हैं. इससे उनकी सेहत भी बिगड़ जाती है. पुरानी परंपराओं के अनुसार, बुरी नजर और बीमारियों से बचाने के लिए लोग अपने बच्चों के गले में चांदी का अर्ध चांद पहनाते हैं. लेकिन ये क्यों पहनाया जाता है, और इस अर्ध चांद के लॉकेट का महत्व और लाभ क्या है इस बारे में जानते हैं.

चंद्रमा का लॉकेट पहनाने का महत्व

नवजात बच्चों के गले में चांदी के आधे चांद का लॉकेट पहनाने की प्रथा आज की नहीं बल्कि बहुत पुरानी है. ज्योतिष शास्त्र कहता है कि अपने बच्चों को 10 साल तक चांदी के आधे चांद का लॉकेट गले में पहनाना चाहिए. चांदी के आधे चांद का लॉकेट पहनाने से बच्चों की सेहत सही रहती है. ज्योतिष शास्त्र कहता है चांदी चांद की धातु है. चंद्रमा को आत्मा और मन का कारक माना जाता है. इस वजह से चांदी पहनाने से बच्चों का मन शांत रहता है.

बच्चों पर पॉजिटिव प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र कहता है कि बच्चों के गले में चांदी के आधे चांद का लॉकेट पहनाने से उनके मानसिक और शारीरिक सेहत पर असर पड़ता है. चांदी का लॉकेट का बच्चों पर पॉजिटिव प्रभाव रखता है. बच्चों का पहनाया जाने वाला लॉकेट या कोई भी चीज चांदी की ही होनी चाहिए. वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि बच्चे अपने शरीर से जो एनर्जी छोड़ते हैं, चांदी की धातु उस एनर्जी को वापस बच्चों के शरीर में भेजने में सहायक होती है. इससे बच्चा खुश रहता है. साथ ही वो मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहता है. माना जाता है चांदी के आधे चांद का लॉकेट बच्चों के शरीर में एनर्जी बनाए रखता है.

चंद्रमा का लॉकेट पहनाने का लाभ

ज्योतिष शास्त्र कहता है कि बच्चों के गले में चांदी के आधे चांद का लॉकेट उनकी सेहत पर पॉजिटिव असर डालता है. आधे चांद का लॉकेट बच्चों की एनर्जी को कंट्रोल में रखता है. इसके अलावा बच्चों को चांदी के आधे चांद का लॉकेट पहनाने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी बढ़ोतरी होती है.

Note:- इस खबर में दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र के नियमों पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करता है.

इंदौर के व्यापारियों का बड़ा फैसला: यूपीआई पेमेंट लेने से इनकार, साइबर फ्रॉड के कारण व्यापारी परेशान

मध्य प्रदेश के इंदौर में व्यापारियों ने UPI पेमेंट लेने से इनकार कर दिया है. कोई भी दुकानदार ग्राहक से यूपीआई के जरिए पेमेंट नहीं लेंगे. इसकी जानकारी वह अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर पोस्टर लगाकर दे रहे हैं. दुकानदारों के इस निर्णय से ग्राहक परेशान हो रहे हैं. इस मामले को लेकर जिला कलेक्टर व्यापारियों से बात करेंगे. वहीं, यूपीआई पेमेंट ने लेने पर व्यापारियों का कहना है कि साइबर फ्रॉड के कारण वह परेशान हो रहे हैं, पुलिस भी उनके अकाउंट होल्ड कर देती है.

पूरी दुनिया डिजिटलाइजेशन पर निर्भर हो चुकी है. अब हर चीज मोबाइल से ऑपरेट की जाती है. इसके कई फायदे भी हैं तो कई नुकसान भी. व्यापारियों का कहना है कि सबसे बड़ा नुकसान साइबर फ्रॉड है. उनका कहना है कि जब कोई बदमाश एक अकाउंट से पैसा लेकर दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करता है और उसी अकाउंटस से वह किसी व्यापारी के यहां से खरीदारी करता है. जांच में वह अकाउंट पाया जाता है तो व्यापारी का भी अकाउंट सीज कर लिया जाता है. इस समस्या से परेशान इंदौर के व्यापारियों ने यूपीआई पेमेंट को अब ना कह दिया है.

कैश और क्रेडिट कार्ड से लेंगे पेमेंट

इंदौर के व्यापारी ग्राहक से कैश और क्रेडिट कार्ड के जरिए पेमेंट लेंगे. उन्होंने यूपीआई के जरिए पेमेंट लेने से इनकार कर दिया है. इसका फैसला राजवाड़ा के व्यापारी एसोसिएशन ने लिया है. व्यापारियों का कहना है कि अगर कोई ग्राहक उनकी दुकान पर आता है और वह यूपीआई पेमेंट करता है, जब पुलिस जांच में वह ग्राहक गुनाहगार निकलता है तो पुलिस व्यापारियों का अकाउंट भी सीज कर देती है. उसको खुलवाने में कई महीनों लग जाते हैं. तब तक व्यापारी का पैसा उसी अकाउंट में रखा रह जाता है. इस बीच न वो उसका इस्तेमाल कर सकता है और न पेमेंट निकाल सकता है, जिससे की कई व्यापारी परेशान हो जाते हैं.

कलेक्टर करेंगे व्यापारियों से बात

इस मामले में इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने शुक्रवार को बताया कि जैसे ही साइबर फ्रॉड की शिकायत आती है, पुलिस प्रशासन उस पर तुरंत कार्रवाई करता है. अगर एक दो ट्रांजेक्शन के कारण ऐसा हुआ है और यूपीआई पेमेंट को गलत कहना गलत हे. वहीं व्यापारियों द्वारा लगाए गए पोस्टरों पर कहा कि हम एक टीम भेजकर उनसे बातचीत करेंगे, क्योंकि डिजिटल इकोनॉमी भी बहुत आवश्यक है. उसमें अगर किसी चीज की कमी है तो उसको दूर किया जाना चाहिए.

मणिपुर में आतंकी हमला: गोलीबारी और बमबारी से दहल गया गांव, सीएम बोले- ये शांति और सद्भाव पर हमला है

मणिपुर के इंफाल ईस्ट के गांवों में कुछ हथियार बंद लोग आए और अचानक गोली बारी करने लगे. इस घटना पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि इम्फाल ईस्ट के सनसाबी और थमनापोकपी में कुकी उग्रवादियों की ओर से की गई अंधाधुंध गोलीबारी की कड़ी निंदा करता हूं. इस घटना में कई नागरिक और सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं. राज्य के निर्दोष लोगों पर इस तरह गोलीबारी की घटना बेहद कायरतापूर्ण है. बिना किसी कारण के किया गया ये हमला शांति और सद्भाव पर हमला है.

उन्होंने कहा कि गोलीबारी से प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त सुरक्षाकर्मी भेजे गए हैं. घायलों को जरूरी सहायता मिल रही है और सरकार ऐसी चुनौतियों का सामना करने के लिए शांति और एकता का आह्वान करती है. ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस के बीच उचित समन्वय और समझ होनी चाहिए.

गांवों में हुई अंधाधुंध गोलीबारी

ईंफाल ईस्ट जिले एक अधिकारी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि सनसाबी और थमनापोकपी गांवों में कुछ हथियार बंद लोग आए और ताबड़तोड़ गोलीबारी करने लगे. उन्होंने लोगों को घरों पर बमबारी भी की. मौके पर सुरक्षा बलों पहुंचे और उन्होंने जवाबी कार्रवाई की.

इस स्थिति में वहां मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. घटना स्थल पर अफरा तफरी मच गई. फिलहाल, इस घटना में किसी के जान जाने की सूचना नहीं है, लेकिन कुछ लोग और सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं. सुरक्षाबलों ने मौके पर महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित निकाला. गोलीबारी और बमबाजी की आवाजें सुनकर बच्चे काफी डर गए और जोर-जोर से रोने लगे. उन्हें किसी तरह से वहां से बाहर निकाला गया.

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज: राजकीय सम्मान के साथ निगमबोध घाट पर होगा अंतिम विदाई, ट्रैफिक पुलिस ने जारी की एडवाइजरी

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को आज (शनिवार) राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. सरकार ने फैसला किया है कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार सुबह 11:45 बजे नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया जाएगा. वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार से पहले दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है. इसमें नई दिल्ली के प्रमुख मार्गों पर प्रतिबंधों और डायवर्जन के बारे में जानकारी दी गई है. साथ ही लोगों से इन सड़कों से बचने और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करने की अपील की गई है

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के राजकीय अंतिम संस्कार के मौके पर कई विदेशी गणमान्य व्यक्ति और अन्य वीआईपी/वीवीआईपी और आम जनता निगमबोध घाट आएगी. इसलिए लोगों को इन सड़कों से बचने और भीड़भाड़ कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करना चाहिए. एडवाइजरी के मुताबिक डायवर्जन पॉइंट्स में राजा राम कोहली मार्ग, राजघाट रेड लाइट, सिग्नेचर ब्रिज और युधिष्ठिर सेतु शामिल हैं.

सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक इन मार्गों पर रहेगा प्रतिबंध

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, रिंग रोड (महात्मा गांधी मार्ग), निषाद राज मार्ग, बुलेवार्ड रोड, एसपीएम मार्ग, लोथियन रोड और नेताजी सुभाष मार्ग पर सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक यातायात प्रतिबंध और डायवर्जन लगाया जा सकता है. लोगों को इन सड़कों और उन इलाकों से बचने की सलाह देते हुए एक एडवाइजरी जारी की गई है, जहां से अंतिम संस्कार जुलूस गुजरेगा.

वहीं, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी, लाल किला, चांदनी चौक और तीस हजारी कोर्ट जाने वाले यात्रियों को मार्ग पर संभावित देरी के कारण पर्याप्त समय लेकर निकलने की सलाह दी गई है. सड़क पर भीड़भाड़ कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की भी सिफारिश की गई है. वाहनों को केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही पार्क करने और सड़क किनारे पार्किंग से बचने की अपील की गई है. क्योंकि इससे यातायात बाधित होता है.

कुछ भी संदिग्ध दिखें तो पुलिस को करें सूचित

इसके अलावा जनता से आग्रह किया गया है कि अगर उन्हें कोई असामान्य या अज्ञात वस्तु या व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में दिखाई दे तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज दोपहर नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया जाएगा. डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को रात 9.51 बजे नई दिल्ली एम्स अस्पताल में निधन हो गया. अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर सुबह 11:45 बजे किया जाएगा.

नए साल से पहले जियो यूजर्स को मुकेश अंबानी ने दिया झटका, इतना होगा नुकसान

नए साल से पहले मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने अपने यूजर्स को तगड़ा झटका दिया है. जियो वाउचर के जरिए रिचार्ज करने वाले यूजर्स के लिए बुरी खबर है. क्योंकि कंपनी ने अपने सबसे सस्ते जियो वाउचर प्लान 19 रुपये और 29 रुपये की वैलिडिटी कम कर दी है. जो वैलिडिटी पहले एक्टिव प्लान की वैलिडिटी तक रहती थी. कंपनी ने उसे घटाकर 1 दिन और 2 दिन कर दिया है.

जियो के नए फैसले के बाद अब यूजर्स को 19 रुपये के जियो वाउचर प्लान पर सिर्फ 1 दिन की वैलिडिटी मिलेगी और 29 रुपये के वाले वाउचर की वैलिडिटी 2 दिन की होगी. पहले इन दोनों प्लान की वैलिडिटी एक्टिव प्लान की वैलिडिटी तक रहती थी. उदाहरण के तौर पर जैसे आपने जियो का दो महीने वाला रिचार्ज प्लान खरीदा है और उसके साथ में जियो वाउचर से डेटा प्लान भी सब्सक्राइब किया है, तो आपके वाउचर की वैलिडिटी एक्टिव प्लान की वैलिडिटी तक रहती थी. लेकिन अब कंपनी ने उसमें बदलाव कर के वैलिडिटी को 1 दिन और 2 दिन तक कर दिया है.

डेटा वाउचर की कीमत में बदलाव

जियो के यूजर्स इन डेटा वाउचर के जरिए तब रिचार्ज करते हैं, जब उनके रेगुलर डेटा की लिमिट खत्म हो जाती है और वह अपनी सुविधा के अनुसार डेटा यूज करते हैं. कंपनी ने इसी साल 3 जुलाई से जियो ने अपने सभी प्लान्स महंगे कर दिए थे, जिसमें जियो ने 15 रुपये वाले डेटा वाउचर की कीमत 19 रुपये कर दी थी, वहीं 25 रुपये वाले प्लान की कीमत 29 रुपये कर दी थी.

जियो का 601 रुपये वाला अनलिमिटेड प्लान

जियो ने हाल ही में अपना एक नया अनलिमिटेड डेटा प्लान लॉन्च किया. इस प्लान के तहत यूजर्स को 601 रुपये में साल भर के लिए 5जी नेटवर्क के साथ अनलिमिटेड डेटा का सुविधा मिलेगी. हालांकि, इसके लिए एक शर्त है. वह यह है कि इस प्लान का लाभ उठाने के लिए पहले यूजर को जियो के किसी और 1.5 जीबी डेटा प्रतिदिन वाले प्लान के सब्सक्राइब करना होना होगा. इस प्लान के तहत आपको 601 रुपये में 12 अपग्रेड वाउचर मिलेंगे, जिसमें जिन्हें आप महीने में एक-एक कर रिडीम कर सकते हैं. इनको रिडीम करने के बाद आप अनलिमिटेड 5G की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. इसमें हर एक वाउचर की लिमिट 30 दिनों की है.

मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर सियासी घमासान, सरकार के फैसले से कांग्रेस नाखुश

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर कराने के सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर डॉ मनमोहन सिंह के लिए स्मारक बनाने की मांग की थी. खरगे के फोन के जवाब में सरकार की तरफ से स्थल देने पर विचार करने के लिए दो-चार दिन का समय मांगा गया.

इसकी जानकारी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में रखी गयी तो प्रियंका गांधी ने कहा कि ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए मनमोहन सिंह को वीर भूमि या शक्ति स्थल का ही कोई हिस्सा दे दिया जाए, वहीं उनका समाधि स्थल भी बन सकता है.

कांग्रेस ने ये सरकार को बता भी दिया, इसके बाद भी सरकार की तरफ से निगमबोध घाट में अंतिम संस्कार किये जाने की जानकारी दी गई.

सरकार ने मनमोहन सिंह का अनादर कियाः प्रियंका

वहीं, समाधि के लिए स्थल दिए जाने पर कोई आश्वासन तक नहीं दिया गया. प्रियंका गांधी को जब इसकी जानकारी दी गयी तो उन्होंने इसे सरकार द्वारा मनमोहन सिंह का अनादर किया जाना बताया.

प्रियंका गांधी ने कहा कि निगम बोध घाट पर क्या पूर्व पीएम का अंतिम संस्कार हुआ है क्या? राजघाट के आसपास अंतिम संस्कार हो.

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे नेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर करने का आग्रह किया, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके.

मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम को लिखा पत्र

उन्होंने यह पत्र प्रधानमंत्री मोदी से सिंह के लिए स्मारक बनाने के बारे में बात करने के बाद लिखा, जो दो कार्यकाल के प्रधानमंत्री थे और देश के लोगों द्वारा उनका सम्मान किया जाता था.

उन्होंने लिखा, “आज सुबह हमारी टेलीफोन पर हुई बातचीत के संदर्भ में, जिसमें मैंने डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार, जो कल यानी 28 दिसंबर 2024 को होगा, उनके अंतिम विश्राम स्थल पर करने का अनुरोध किया, जो भारत के महान सपूत की स्मृति के लिए एक पवित्र स्थल होगा.

खरगे ने अपने दो पन्नों के पत्र में कहा, “यह राजनेताओं और पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारकों को उनके अंतिम संस्कार के स्थान पर रखने की परंपरा के अनुरूप है.”

कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह देश और इस राष्ट्र के लोगों की मानसिकता में अत्यधिक सम्मानित स्थान रखते हैं, और उनका योगदान और उपलब्धियां अभूतपूर्व हैं.

भोपाल में शुरू हुई डिजिटल ओपीडी सेवा, घर बैठे ले सकते हैं डॉक्टर से अपॉइंटमेंट

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अब मरीजों को जिला और सिविल अस्पतालों में इलाज और जांच के लिए लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा. प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने इस समस्या का समाधान डिजिटल ओपीडी सेवा के रूप में निकाला है. इस नई सेवा के तहत मरीज घर बैठे ही नजदीकी अस्पताल में डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले सकते हैं और जांच के लिए एडवांस बुकिंग भी कर सकते हैं.

स्वास्थ्य विभाग ने यह सेवा शुरू करने के लिए राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर काम किया है. फिलहाल, यह सेवा राजधानी के जेपी अस्पताल, बैरागढ़, कोलार और गोविंदपुरा सिविल अस्पतालों में ही शुरू की गई है. मरीज हेल्पलाइन नंबर 1800-233-2085 पर कॉल करके कभी भी अपॉइंटमेंट ले सकते हैं.

इसके अलावा, अस्पतालों में क्यूआर कोड भी लगाए गए हैं, जिसे मोबाइल कैमरे से स्कैन करके मरीज बड़ी आसानी से अपॉइंटमेंट बुक करके इस सेवा का लाभ ले सकते हैं.

आधार लिंक जानकारी से अपॉइंटमेंट की प्रक्रिया

इस सेवा के तहत, मरीज को पहले अपनी आधार लिंक की जानकारी देकर आभा आईडी बनवानी होगी. इसके बाद, ओपीडी काउंटर से टोकन नंबर लेकर पर्चा प्राप्त किया जा सकता है. मरीज खून की जांच, यूरिन टेस्ट, सोनोग्राफी, एक्स-रे और सीटी स्कैन जैसी जांचों के लिए भी अपॉइंटमेंट ले सकते हैं.

डिजिटल ओपीडी सेवा का विस्तार

सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि यह डिजिटल ओपीडी सेवा जल्द ही जिले के सभी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में शुरू की जाएगी. इसके जरिए, अस्पतालों में मरीजों को लंबी कतारों में खड़ा होने की समस्या से राहत मिलेगी. साथ ही, मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और इलाज की प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी.

स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता और सुधार की दिशा में एक कदम

यह नई पहल स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे न केवल मरीजों को समय की बचत होगी, बल्कि अस्पतालों में भी भीड़-भाड़ कम होगी, जिससे चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा. डिजिटल ओपीडी सेवा के माध्यम से मरीजों को अब अपॉइंटमेंट के लिए अस्पताल आने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वे घर बैठे ही सभी जरूरी मेडिकल सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे.

बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के री-एग्जाम पर बड़ा अपडेट, आयोग ने किया ये बड़ा ऐलान, जानें

बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के री-एग्जाम को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. पिछले 10 दिनों से राजधानी पटना के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर बीपीएससी कैंडिडेट धरने पर बैठे हुए हैं और बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा के री-एग्जाम की मांग पर अड़े हुए हैं, लेकिन इस बीच बिहार लोक सेवा आयोग ने ये साफ कर दिया है कि री-एग्जाम नहीं होगा. बताया जा रहा है कि शुक्रवार को बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक ने मीडिया से बातचीत में ये जानकारी दी.

एग्जाम कंट्रोलर ने ये साफ कर दिया कि किसी भी हाल में बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी जानकारी दी कि मेंस परीक्षा का आयोजन अगले साल अप्रैल में किया जाएगा.उन्होंने कैंडिडेट्स को ये सलाह भी दी है कि वो किसी के भी बहकावे में न आएं या फिर किसी अफवाह के चक्कर में न पड़ें औ र मेंस परीक्षा की तैयारी में जुट जाएं.

परीक्षा में धांधली का लगा है आरोप

कुछ छात्रों ने बीपीएससी 70वी सिविल सेवा परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है और पूरी परीक्षा को रद्द करने को लेकर पिछले कई दिनों से वो धरने पर बैठे हुए हैं. इन छात्रों को पटना के मशहूर खान सर और गुरु रहमान का भी समर्थन मिला है. इसके साथ ही छात्रों को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और जन सुराज के प्रशांत किशोर का भी समर्थन मिल रहा है.

खान सर ने क्या कहा?

प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के पास पहुंचे खान सर ने कहा कि वह छात्रों के साथ हैं और हमेशा साथ खड़े रहेंगे. इस दौरान उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग पर आरोप लगाया कि परीक्षा में धांधली से जुड़े सबूत और सीसीटीवी फुटेज छिपाए जा रहे हैं, जो मामले को संदिग्ध बनाते हैं. उन्होंने इस मामले की जांच की मांग भी उठाई है. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि जरूरत पड़ने पर वह सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति के पास भी जाएंगे.

प्रशांत किशोर ने क्या कहा?

बीते दिनों पुलिस ने बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज भी किया था, जिसके बाद से मामले ने और तूल पकड़ लिया. बीते गुरुवार को प्रशांत किशोर ने इस मामले में न सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अल्टीमेटम दिया है बल्कि पुलिस को भी ये चेतावनी दी है कि आने वाले समय में अगर बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया तो विरोध प्रदर्शन होगा.