लखनऊ में हरी मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की तेज आवाज से लोगों को बड़ी आपत्ति
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बावजूद लखनऊ शहर के डालीगंज क्षेत्र स्थित दो हरी मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज कम होने का नाम नहीं ले रही है। दोनों हरी मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज से स्थानीय लोगों को खासा आपत्ति है। जिसकी शिकायत लोगों ने पुलिसकर्मियों से भी कई बार किया है।
वृहद आबादी वाले डालीगंज क्षेत्र में आचार्य नरेन्द्रदेव मार्ग पर हरी मस्जिद स्थित है। इसमें सुबह सवेरे प्रार्थना होती है तो लाउडस्पीकर से उसकी आवाज गोकर्णनाथ मिश्रा मार्ग और लखनऊ विश्वविद्यालय मार्ग तक जाती है। लखनऊ विश्वविद्यालय में कार्यरत डा,.आशीष अवस्थी ने बताया कि मस्जिद से सुबह पांच बजे करीब तेज स्वर में आने वाली आवाज से बुजुर्गो और बच्चों को बेहद दिक्कत होती है।
उन्होंने आपत्ति दर्ज कराते हुए बताया कि शासन और प्रशासन के लाख दावों के बाद भी मस्जिदों के लाउडस्पीकर की आवाज कम नहीं हुई। सुबह के वक्त पढ़ने बैठने वाले बच्चों की पढ़ाई का ध्यान बंटता है। वहीं बुजुर्गो की नींद भी खराब होती है। मस्जिद की आवाज बने नियम का पालन क्यों नहीं हो रहा है। हसनगंज थाने की पुलिस को अपने स्तर पर नियम का पालन कराना चाहिए।
डालीगंज के लकड़ी मंडी मार्ग पर दूसरी हरी मस्जिद स्थित है। जिसे जामा मस्जिद भी कहते है। यहां से भी सुबह के वक्त बहुत तेज आवाज के स्वर से स्थानीय लोग परेशान हो उठते है। मस्जिद के निकट ही रहने वाले आशीष ने कहा कि सभी धर्म की अपनी पूजा पद्धति है। लाउडस्पीकर लगाकर हिन्दू धर्म में भी तमाम आयोजन होते है। फिर भी मस्जिदों से आने वाली आवाज मानक के अनुरूप नहीं है, उनके घर के निकट हरी मस्जिद से सुबह के वक्त आने वाली आवाज से उलझन होने लगती है।
उन्होंने कहा कि मस्जिद के लाउडस्पीकरों पर बीच में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई करायी थी तो बड़ी राहत रहती थी। अब फिर से मस्जिद की आवाज बुलंद है और कान के परदे फाड़ने जैसी आवाज सुबह सवेरे आती है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए, उनके घर की महिलाओं को भी लाउडस्पीकर की आवाज से आपत्ति है।
डालीगंज की तरह ही मक्कागंज, मदेयगंज क्षेत्रों की मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज से भी लोगों को खासा आपत्ति है। खदरा के निकट रहने वाले अधिवक्ता दुर्गेश मिश्रा ने कहा कि जब एक बार नियम बनाया गया है तो उसका पालन हर किसी को करना चाहिए। कोई भी बनने वाला नियम सभी के लिए एक बराबर होता है। इसके लिए वह मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करेंगे।
उन्होंने कहा कि नियम के अनुसार लाउडस्पीकर बजना चाहिए। मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से शोर होता है। ये आवाज सुबह सवेरे और तेज सुनायी देती है। जिससे लोगों को बेहद कष्ट होता है। इस तरह की आवाज से चिड़चिड़ापन और सिरदर्द भी होता है।
बता दें कि एक दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बैठक के दौरान लाउडस्पीकर के आवाज पर पुन: समीक्षा की। इसमें मुख्यमंत्री की ओर से अधिकारियों को कहा गया कि किसी भी हाल में लोगों को तकलीफ देने वाली लाउडस्पीकर की आवाज को बंद कराये। लाउडस्पीकर को नियम के अनुसार ही बजाने की अनुमति दिया जाये।
Dec 09 2024, 09:42