संभल में हुई हिंसा का सच विपक्ष पता न कर सके इसलिए बढ़ाई समय सीमा: तौकीर अहमद
संभल में हुई हिंसा को लेकर कॉग्रेस का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में आज सम्भल आना था। मगर पुलिस द्वारा सभी को नोटिस देकर नज़रबंद कर दिया गया है।
संभल में हुई हिंसा को लेकर काँग्रेस का 20 सदस्य प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में अपनी टीम नसीमुद्दीन सिद्दीकी दिल्ली, संजय कपूर रामपुर, रिजवान कुरैशी मुरादाबाद, दिनेश कुमार सिंह लखनऊ, सचिन चौधरी अमरोहा, इकराम कुरैशी मुरादाबाद, फूल कुंवर मुरादाबाद, मुतिउर रहमान खां बब्लू रामपुर, विजय शर्मा संभल तौकीर अहमद संभल रेहान पाशा मुरादाबाद, सुखराज सिंह अमरोहा, असलम खुर्शीद मुरादाबाद, अनुभव मेहरोत्रा मुरादाबाद, ओमकार कटारिया अमरोहा, धर्मेंद्र देव गुप्ता रामपुर, आराधाना मिश्रा मोना लखनऊ के साथ संभल आना था।
लेकिन, पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को संभल जाने से रोक दिया है। कांग्रेसियों को उनके आवास के द्वार पर ही पुलिस द्वारा रोक दिया गया। इस दौरान शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद ने कहा कि संभल में जो लोग मारे गए हैं उनके परिजनों से मिलने जाना चाहते थे। लेकिन, इस सरकार ने कांग्रेसियों को संभल जाने से रोक दिया है। कांग्रेसियों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। प्रशासन चाहता है कि संभल में हुई हिंसा का सच विपक्ष पता न कर सके इसलिए समय सीमा बढ़ाई गई है।








संभल । संभल हिंसा के बाद अब पुलिस व प्रशासन ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम हिंसा के तीन दिन बाद बुधवार को पुलिस की ओर से जारी किए गए पोस्टरों में अधिकतर उपद्रवी 20 से 30 साल की उम्र के हैं। प्रशासन द्वारा जारी तस्वीरों में उपद्रवियों के हाथ में ईंट-पत्थर और हथियार दिख रहे हैं। कई उपद्रवियों के चेहरे पर नकाब भी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जो वीडियो और फुटेज मिले हैं उनमें नाबालिग और महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने महिलाओं और नाबालिगों के पोस्टर जारी नहीं किए हैं।

Dec 03 2024, 15:51
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