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बेंगलुरु से नफरत हो गई,पुणे की युवती ने बताया अपने अनुभव


बेंगलुरु: बेंगलुरु में हर रोज़ हज़ारों लोग आते हैं. नौकरी की तलाश में, दूसरे शहरों से ट्रांसफर लेकर, स्कूल, कॉलेज, बिज़नेस, इंडस्ट्री, ऐसे कई कारणों से लोग यहां आते हैं. बेंगलुरु तेज़ी से बढ़ रहा है.

लेकिन पुणे की एक युवती के साथ यहां कुछ बुरी घटनाएं घटी हैं. वाइटफ़ील्ड के रामेश्वरम कैफे में कतार में खड़े होने के दौरान हुई छेड़छाड़ की घटना से युवती का सब्र जवाब दे गया. उसने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि उसे अब बेंगलुरु से नफ़रत हो गई है।

रेडिट पर पुणे की युवती ने छेड़छाड़ की घटनाओं का खुलासा किया. उसने बताया कि वाइटफ़ील्ड के रामेश्वरम कैफे की कतार में खड़ी होने के दौरान पीछे से एक व्यक्ति ने उसके साथ छेड़छाड़ की. जब उसने शोर मचाया और उस व्यक्ति का विरोध किया, तो वह बिना किसी शर्म के वहां से भाग गया।

युवती ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु में उसके साथ इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है. पुणे से बेंगलुरु आने के बाद से उसके साथ कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.

युवती ने बताया कि बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट रोड पर पैदल चलते समय बाइक पर सवार दो लोगों ने उस पर अश्लील टिप्पणी की. इससे पहले भी ऑफिस में कुछ लोगों के व्यवहार, मैसेज आदि से उसे परेशानी हुई है. युवती का कहना है कि बेंगलुरु महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है. उसे अब बेंगलुरु में डर लगता है. 

उसे लगातार यह डर सताता रहता है कि कब उस पर हमला हो जाएगा. इस तरह की घटनाएं हर जगह हो रही हैं. अब उसे दूसरी जगह नौकरी ढूंढनी पड़ेगी. अगर बेंगलुरु में ही रहना हुआ तो इंदिरानगर या किसी सुरक्षित जगह पर रहना होगा. पुणे या मुंबई बेहतर विकल्प होंगे.

इन घटनाओं के बाद मुझे बेंगलुरु से नफ़रत हो गई है. मैं आज़ाद रहना चाहती हूं. पुणे में पली-बढ़ी मैं, बेंगलुरु में डर के साये में जी रही हूं. ऑफिस, घर, शॉपिंग, मैं हर जगह अकेले घूमना चाहती हूं. अपनी आज़ादी का आनंद लेना चाहती हूं. लेकिन यहां मैं ऐसा नहीं कर पा रही हूं. ऑफिस जाना हो या सड़क पर चलना, हर जगह मुझे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

हाल ही में एक महिला के साथ बेंगलुरु एयरपोर्ट से कैब में हुई घटना भी सामने आई थी. एक नकली ओला कैब ड्राइवर ने महिला को अपनी कैब में बैठाया और उससे पैसे ऐंठने की कोशिश की. लेकिन पुलिस की मदद से महिला बच गई।

2009 में 12 नवंबर को ही भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के ‘अतुल्य भारत’ अभियान को वर्ल्ड ट्रेवल अवार्ड-2009 दिया गया था


नयी दिल्ली :- देश और दुनिया में 12 नवंबर का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है।

12 नवंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1940 में आज ही के दिन प्रसिद्ध अभिनेता अमजद ख़ान का जन्म हुआ था.

2009 में 12 नवंबर को ही भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के ‘अतुल्य भारत’ अभियान को वर्ल्ड ट्रेवल अवार्ड-2009 दिया गया था।

2005 में आज ही के दिन ढाका में 13वां दक्षेस शिखर सम्मेलन शुरू हुआ था।

2002 में 12 नवंबर को ही संयुक्त राष्ट्र ने स्विटजरलैंड के संघीय ढांचे के आधार पर साइप्रस के लिए एक नई शांति योजना तैयार की थी।

1995 में आज ही के दिन नाइजीरिया राष्ट्रमंडल की सदस्यता से निलंबित हुआ था।

1967 में 12 नवंबर के दिन ही इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।

1956 में आज ही के दिन मोरक्को, सूडान और ट्यूनिशिया संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुए थे।

1953 में 12 नवंबर के दिन ही इजराइल के प्रधानमंत्री डेविड बेन गुरियन ने अपने पद से इस्तीफा दिया था।

1936 में 12 नवंबर के दिन ही केरल के मंदिर सभी हिंदुओं के लिए खुले थे।

1925 में आज ही के दिन अमेरिका और इटली ने शांति समझौते पर साइन किए थे।

1923 में 12 नवंबर के दिन राजकुमारी मॉड ऑफ फाइफ ने वेलिंगटन बैरकों, लंदन में कप्तान चार्ल्स अलेक्जेंडर कार्नेगी से विवाह कर लिया था।

1918 में आज ही के दिन ऑस्ट्रिया एक गणतंत्र बना था।

12 नवंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1940 में आज ही के दिन प्रसिद्ध अभिनेता अमजद ख़ान का जन्म हुआ था।

1896 में 12 नवंबर को ही भारतीय पक्षी विज्ञानी और प्रकृतिवादी सालिम अली का जन्म हुआ था।

प्रेमिका को अमेरिका भेजने पर भड़का प्रेमी, पिता पर चलाई गोली

हैदराबाद:- हैदराबाद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। किसी ने सही कहा है प्यार इंसान से क्या कुछ नहीं करवाता है। यहां प्यार इस कदर बढ़ गया कि हैदराबाद के एक शख्स ने प्रेमिका के पिता पर ही गोली चला दी। शख्स की प्रेमिका को जब बाप ने US भेज दिया तो इस कदर भड़क गया कि उसने प्रेमिका के पिता पर फायरिंग कर दी।

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान बलविंदर सिंह के रूप में हुई है, जो उस व्यक्ति की बेटी का सहपाठी था। उसने एयरगन से एक राउंड गोली चलाई, जिससे उसकी दाहिनी आंख में चोट लग गई। बलविंदर की पिछले कुछ सालों से बिजनेसमैन आनंद की 23 साल की बेटी से दोस्ती थी। जब यह बात आनंद को पता चली तो उसने अपनी बेटी को बलविंदर से न मिलने को कहा।

दोस्ती करने से पिता ने किया था मना

आनंद ने बलविंदर को दोस्ती जारी न रखने की चेतावनी भी दी थी। हालांकि, जब उन्होंने मिलना और फोन पर बात करना बंद नहीं किया, तो आनंद ने अपनी बेटी को अमेरिका भेज दिया। इसके बाद बलविंदर आनंद के घर गया और उससे बहस करने लगा। गुस्से में आकर बलविंदर ने अपने पास मौजूद एयरगन से एक राउंड गोली चला दी।

आंख में लगी गोली

गोली आंख में लगने से आनंद गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अस्पताल पहुंचाया।वहीं आरोपी बलविंदर मौके से भाग गया था, जिसे बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।वहीं इससे पहले यूपी के बांदा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। इस घटना में एक बेटे ने पै पिता को बेरहमी से पीटा। बताया जा रहा बेटे ने कुछ पैसे के विवाद को लेकर ऐसा किया इस हमले में पिता गंभीर रूप से घायल हो गया। साथ ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

पहले भी हुई ऐसी घटना

यह घटना बांदा जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के क्योटरा मुक्तिधाम इलाके की है। मृतक का नाम मरदानी (55) था। जो परदेश में काम करने के बाद हाल ही में घर लौटे थे।

11 नवंबर का इतिहास : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने लांच किया था अंतरिक्ष यान ‘जेमिनी-12’


नयी दिल्ली : 11 नवंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1966 में आज ही के दिन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष यान ‘जेमिनी-12’ लांच किया था। 

1956 में 11 नवंबर को ही भाषा के आधार पर मध्य प्रदेश राज्य का गठन किया गया था। 

1989 में आज ही के दिन बर्लिन की दीवार गिराने की शुरुआत की गई थी।

1978 में 11 नवंबर को ही मॉमून अब्दुल गयूम मालदीव के राष्ट्रपति बने थे।

1975 में आज ही के दिन अंगोला को पुर्तग़ाल से आजादी मिली थी।

1973 में 11 नवंबर को ही पहली अंतरराष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी नई दिल्ली में शुरू हुई थी।

1973 में आज ही के दिन मैसूर का नाम बदलकर कर्नाटक किया गया था।

1966 में 11 नवंबर को ही पंजाब से अलग करके हरियाणा राज्य का गठन किया गया था।

1966 में आज ही के दिन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष यान ‘जेमिनी-12’ लांच किया था।

1958 में 11 नवंबर को ही तत्कालीन सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया था।

1956 में आज ही के दिन राजधानी दिल्ली केंद्र शासित राज्य बना था।

1956 में 11 नवंबर को ही भाषा के आधार पर मध्य प्रदेश राज्य का गठन किया गया था।

1918 में आज ही के दिन पोलैंड ने खुद को स्वतंत्र देश घोषित किया था।

1905 में 11 नवंबर को ही द प्रिंस ऑफ़ वेल्स ने द प्रिंस ऑफ़ वेल्स संग्रहालय की नींव रखी थी।

1836 में आज ही के दिन चिली ने बोलीविया और पेरु के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी।

1811 में 11 नवंबर को ही कार्टाहेना कोलंबिया ने स्पेन से खुद को स्वतंत्र घोषित किया था।

1745 में आज ही के दिन चार्ल्स एडवर्ड स्टुअर्ट उर्फ बोनी प्रिंस चार्ली की सेना इंग्लैंड में घुसी थी।

11 नवंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1943 में आज ही के दिन भारतीय परमाणु वैज्ञानिक अनिल काकोदकर का जन्म हुआ था।

1936 में 11 नवंबर के दिन ही हिंदी फिल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री माला सिन्हा का जन्म हुआ था।

1936 में आज ही के दिन हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार कैलाश वाजपेयी का जन्म हुआ था।

1926 में 11 नवंबर के दिन ही भारतीय हास्य अभिनेता जॉनी वॉकर का जन्म हुआ था।

1924 में आज ही के दिन भारतीय रिज़र्व बैंक के 14वें गवर्नर आई. जी. पटेल का जन्म हुआ था।

1888 में 11 नवंबर के दिन ही प्रसिद्ध भारतीय क्रांतिकारी और राजनीतिज्ञ जे. बी. कृपलानी का जन्म हुआ था।

11 नवंबर को हुए निधन

1982 में आज ही के दिन प्रतिष्ठित कवि एवं गीतकार उमाकांत मालवीय का निधन हुआ था।

1994 में 11 नवंबर के दिन ही कन्नड़ भाषा के कवि व लेखक कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा का निधन हुआ था।

2008 में आज ही के दिन आधुनिक काल के प्रसिद्ध हिंदी लेखक कन्हैयालाल सेठिया का निधन हुआ था।

स्मोकिंग की लत छुड़ाने में मददगार,किचन में रखा ये छोटा सा मसाला

धूम्रपान की लत से छुटकारा पाना कठिन हो सकता है, लेकिन किचन में रखा एक छोटा सा मसाला आपकी मदद कर सकता है - मुलेठी (लिकोरिस)। यह न केवल स्वाद में अच्छा होता है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी हैं जो धूम्रपान की तलब को कम कर सकते हैं।

कैसे करता है मुलेठी मदद?

प्राकृतिक स्वाद: मुलेठी का प्राकृतिक मिठास और हल्का स्वाद धूम्रपान की तलब को संतुष्ट करता है।

अवसाद को कम करना: मुलेठी में पाया जाने वाला ग्लाइसीर्रिज़िन यौगिक मानसिक तनाव और अवसाद को कम करने में सहायक है, जो निकोटिन छोड़ते समय मदद कर सकता है।

गले और सांस की समस्याओं में राहत: मुलेठी फेफड़ों और श्वसन तंत्र के लिए फायदेमंद है, जो धूम्रपान के कारण हुए नुकसान की भरपाई में सहायक हो सकता है।

प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर: जब भी आप थका महसूस करें, मुलेठी चबाने से आप तरोताजा महसूस करेंगे और तंबाकू की तलब से ध्यान हटा पाएंगे।

कैसे करें इस्तेमाल?

जब भी धूम्रपान की तलब महसूस हो, एक टुकड़ा मुलेठी का चबाएं। यह तलब को कम करेगा और धीरे-धीरे आपकी धूम्रपान की आदत को नियंत्रित करने में मदद करेगा।

मुलेठी को अपनी दिनचर्या में शामिल करना आपके लिए एक स्वस्थ और लाभकारी कदम हो सकता है।

टैटू बनवाने के शौकीन महिलाएं हो जाए सावधान टैटू बनवाने के बाद 68 महिलाओं को हुआ एड्स


टैटू बनवाने से पहले जानें ये जरूरी बातें:संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतें

आजकल के युवा स्टाइलिश दिखने के लिए शरीर पर तरह-तरह के टैटू बनवाते हैं, लेकिन यह टैटू आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. टैटू बनवाने वाले लोग सावधान हो जाएं, क्योंकि टैटू बनवाने से ऐसी लाइलाज बीमारियां हो सकती हैं जिनका ना तो कोई इलाज है और ना ही कोई और समाधान. आखिर में सिर्फ और सिर्फ मौत मिलती है.

जिला महिला अस्पताल में प्रसव पूर्व जांच और काउंसिलिंग के दौरान चार साल में 68 महिलाएं एचआईवी संक्रमित मिली हैं। इनमें से 20 ने बताया कि उन्हें ऐसा लगता है कि संक्रमण की वजह टैटू बनवाना रही। इन सभी ने सड़क किनारे टैटू बनाने वाले लोगों से टैटू बनवाया था। इसके बाद ही तबीयत बिगड़नी शुरू हुई और एचआईवी के लक्षण नजर आए।

हर साल 15 से 20 महिलाएं एचआईवी संक्रमित

अस्पताल की एचआईवी काउंसलर ने बताया कि हर साल 15 से 20 महिलाएं एचआईवी संक्रमित मिल रही हैं। जांच के बाद काउंसिलिंग की जाती है। इसी काउंसिलिंग में पता चला कि चार साल में संक्रमित मिलीं 68 में से 20 में संक्रमण की वजह सड़क किनारे टैटू बनवाना रही। सभी महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया।

ऐसे होता है टैटू बनवाने से संक्रमण

हालांकि, टैटू बनवाने से संक्रमण नहीं होता है। इसी वजह टैटू बनाने में एक ही सुई का लगातार प्रयोग करना है। अगर किसी सुई से किसी एचआईवी संक्रमित का टैटू बनाया गया हो और उसी से किसी और का भी टैटू बनाया जाए तो संक्रमण का खतरा रहता है। इन सभी मामलों में ऐसा ही प्रतीत हो रहा है। अगर एक टैटू बनाने के बाद उस सुई को इस्तेमाल न किया जाए तो संक्रमण के खतरे से बचा जा सकता है।

टैटू बनाने में 0.3 प्रतिशत संक्रमण का खतरा

अस्पताल की पैथोलॉजिस्ट डॉ. शैफाली अग्रवाल ने बताया कि टैटू बनाने वाले को प्रत्येक टैटू के लिए अलग सुई ( निडिल) का इस्तेमाल करना चाहिए। टैटू बनाने में 0.3 प्रतिशत संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। यदि सुई किसी संक्रमित के खून के संपर्क में आई है तो इससे दूसरे व्यक्ति में ट्रासफ्यूजन का खतरा बना रहता है।

सावधानी और सतर्कता की है जरूरत

महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. अलका शर्मा का कहना है कि ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) और हेपेटाइटिस बीमारी ट्रांसफ्यूजन से फैलती हैं। एचआईवी दूषित रक्त के संपर्क में आने और संक्रमित इंजेक्शन साझा करने से भी फैलता है। संक्रमण से बचने के लिए सावधानी और सतर्कता जरूरी है।

टैटू बनवाते समय बरतें सावधानी

एमएमजी अस्पताल के सर्जन डॉ. महेंद्र सिंह का कहना है कि सबसे जरूरी चीज होती है कि जिस सुई से टैटू बनवा रहे हैं, वह स्टरलाइज्ड है या नहीं। क्योंकि अगर एक ही सुई से कई लोगों को टैटू बनाया गया है तो उससे किसी भी तरह का संक्रमण होने का खतरा रहता है।

- टैटू बनवाने के लिए इस्तेमाल होने वाली स्याही की एक्सपायरी तिथि जरूर जांच लें।

- टैटू बनवाने से पहले खाली पेट न जाएं और न ही अल्कोहल पीएं।

- टेंपररी टैटू बनवाने से बचें, क्योंकि इनमें इस्तेमाल होने वाली इंक सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं।

- टैटू बनवाने के बाद, इसे साफ कपड़े या टिशू से ढककर घर लें

- टैटू बनवाने के बाद, इसे धूप से बचाएं

- टैटू बनवाने के बाद, इसे धोने के लिए आर्टिस्ट के बताए गए लिक्विड या एंटी-बैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें

- टैटू बनवाने के बाद, इसे हल्के हाथों से सुखाएं और मॉइस्चराइजर लगाएं

- टैटू बनवाने के बाद, इसे नोचने या खरोंचने से बचें।

फेसबुक पोस्ट बनी कपल के लिए मुसीबत: बेंगलुरु में गांजा उगाने के आरोप में गिरफ्तार


बेंगलुरु : बेंगलुरु के एक कपल को अपने गार्डन की फोटो फेसबुक पर पोस्ट करना भारी पड़ गया. इस दंपति को अपनी बालकनी में फूलों के गमलों में गांजा (घास) उगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

इनकी पहचान के. सागर गुरुंग (37) और उर्मिला कुमारी (38) को रूप में हुई है, जो मूल रूप से सिक्किम के रहने वाले हैं और एमएसआर नगर में फास्ट-फूड जॉइंट चलाते हैं.

बेंगलुरु में रहने वाले इस कपल ने बालकनी में अपने सजावटी पौधों के बीच गांजा लगाया था. उर्मिला ने फेसबुक पर गांजा सहित पौधों की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए. उनके एक फॉलोअर ने पौधों में इस गांजे को नोटिस कर लिया और पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद जांच शुरू हुई.

कपल ने की सबूत मिटाने की कोशिश

जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उर्मिला को एक रिश्तेदार ने आगाह किया और उसने जल्दी से गमलों से पौधे उखाड़कर कूड़ेदान में फेंक दिए. हालांकि, पुलिस को गमलों में गांजे के पौधों के निशान मिले, जिनमें कुछ पत्ते अभी भी गमलों में थे.

क्यों उगाते थे गमले में गांजा

दंपत्ति ने स्वीकार किया कि वे प्रॉफिट कमाने के लिए गांजा उगाते थे. पुलिस ने 54 ग्राम गांजा बरामद किया और उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए, ताकि पता लगाया जा सके कि वे आगे किसी तरह के नशीले पदार्थ के वितरण में शामिल तो नहीं थे. शुरू में उर्मिला ने तस्वीरें पोस्ट करने से इनकार किया, लेकिन बाद में पुलिस ने 18 अक्टूबर को पोस्ट की पुष्टि की.

 

गिरफ्तारी के बाद दंपत्ति को थाने से जमानत पर रिहा कर दिया गया. उनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.

हाल ही में हुई एक अन्य घटना में, बेंगलुरु की केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) नारकोटिक्स कंट्रोल यूनिट ने शहर के विदेशी डाकघर में 21.17 करोड़ रुपये की भारी मात्रा में नशीली दवाओं की खेप पकड़ी. कस्टम अधिकारियों के साथ मिलकर उन्होंने 606 पार्सल बरामद किए, जिनमें हाइड्रो गांजा, एलएसडी, एमडीएमए क्रिस्टल, एक्स्टसी टैबलेट, हेरोइन और अन्य नशीली दवाएं शामिल थीं, जिन्हें अमेरिका, ब्रिटेन, बेल्जियम, थाईलैंड और नीदरलैंड जैसे देशों से तस्करी करके लाया गया था.

आज का इतिहास: 2001 में दिन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को किया था संबोधित

नयी दिल्ली : 9 नवंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 2001 में आज ही के दिन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। 

सन 2000 में 9 नवंबर के दिन उत्तराखंड का गठन हुआ था और यह उत्तर प्रदेश से अलग राज्य बना था।

2005 में आज ही के दिन फ्रांस में आपातकाल घोषित हुआ था।

2001 में 9 नवंबर के दिन ही भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था।

2000 में आज ही के दिन उत्तराखंड का उत्तर प्रदेश से अलग राज्य के रूप में गठन हुआ था।

1995 में 9 नवबंर के दिन ही इजराइल के प्रधानमंत्री यितझाक राबिन की एक शांति रैली के दौरान हत्या हो गई थी।

1989 में आज ही के दिन ब्रिटेन में मृत्यु-दंड की सज़ा पर पूरी तरह से रोक लगाई गई थी।

1984 में 9 नवंबर को ही ओ. बी. अग्रवाल अमेच्योर स्नूकर में विश्व चैंपियन बने थे।

1962 में आज ही के दिन अमेरिका ने नेवाडा में परमाणु परीक्षण किया था।

1954 में 9 नवंबर के दिन ही दार्जिलिंग में हिमालयन पर्वतारोहण की संस्थान की स्थापना की गई थी।

1953 में आज ही के दिन कंबोडिया को फ्रांस से आजादी मिली थी।

1947 में 9 नवंबर के दिन ही भारत सरकार ने सैन्य कार्यवाई द्धारा जूनागढ़ मुक्त कराया था।

1937 में आज ही के दिन जापानी सेना ने चीन के शंघाई शहर पर कब्जा किया था।

1889 में 9 नवंबर के दिन ही स्वतंत्रता सेनानी जमनालाल बजाज का जन्म हुआ था।

1822 में आज ही के दिन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का मैरी टोड के साथ विवाह हुआ था।

1822 में 9 नवंबर के दिन ही दिल्ली जल आपूर्ति योजना की औपचारिक शुरुआत हुई थी।

9 नवंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1936 में आज ही के दिन प्रसिद्ध हिन्दी कवि सुदामा पांडेय का जन्म हुआ था।

1922 में 9 नवंबर को ही अमेरिकी अभिनेत्री डोरोथी डैंड्रिज का जन्म हुआ था।

1922 में आज ही के दिन फ्रांसीसी विदूषक रेमंड डेवोस का जन्म हुआ था।

1904 में 9 नवंबर को ही भारत के सुप्रसिद्ध वनस्पति विज्ञानी पंचानन माहेश्वरी का जन्म हुआ था।

9 नवंबर को हुए निधन

1941 में आज ही के दिन संस्कृत भाषा के प्रकाण्ड पंडित गंगानाथ झा का निधन हुआ था।

1962 में 9 नवंबर के दिन ही भारत का सबसे बड़ा समाज सुधारक और उद्धारक धोंडो केशव कर्वे का निधन हुआ था।

1970 में आज ही के दिन प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित शम्भू महाराज का निधन हुआ था।

1980 में 9 नवंबर के दिन ही स्वाधीनता सेनानी पूरन चन्द जोशी का निधन हुआ था।

2005 में आज ही के दिन भारत के राष्ट्रपति केआर नारायणन का निधन हुआ था।

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट का बड़ा फैसला: कांग्रेस नेता का शव कब्र से निकालकर होगा री-पोस्टमार्टम


 मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के कवर्धा लोहारीडीह हत्याकांड को लेकर बड़ा आदेश दिया है। जांच में लापरवाही बरतने पर शासन की गलती स्वीकार की, जिसके बाद मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत व न्यायमूर्ति विवेक जैन की युगलपीठ ने मृतक कांग्रेस नेता कचरू साहू के शव को कब्र खोदकर निकालने और डाक्टरों की टीम से री-पोस्टमार्टम कराने का आदेश दिया है।

बीजेपी नेता के बेटे पर हत्या की साजिश का आरोप

उल्लेखनीय है कि 15 सितंबर को लोहारीडीह (मप्र सीमा) में कचरू की लाश पेड़ पर लटकती मिली थी। आरोप था कि बीजेपी नेता के बेटे ने हत्या की साजिश रची थी। मृतक कचरू उर्फ शिव प्रसाद साहू की बेटी व मां की ओर से हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। 

पूर्व में एकलपीठ से याचिका निरस्त होने के बाद युगलपीठ में अपील पेश की गई। अपीलार्थियों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा, शशांक शेखर व हर्षित बारी ने पैरवी की।

शार्ट पोस्टमॉर्टम के बाद शव दफनाया

शुक्रवार को मामले पर सुनवाई के दौरान राज्य शासन की ओर से रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें शुरुआती जांच में गलती होना स्वीकार किया। छत्तीसगढ़ शासन ने अपने जवाब में यह भी कहा कि घटना के बाद जिस तरह परिस्थितियां बन रही थी, उसे देखते हुए शार्ट पोस्टमॉर्टम कराया गया था। शार्ट पीएम रिपोर्ट के आधार पर मृतक कचरू साहू के शव को उसकी नौ साल की बेटी को सौंप दिया था। जिसके बाद शव स्वजनों की उपस्थिति में लाश को दफना दिया।

दोनों सरकार के विरोधाभासी बयान

वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने बताया कि जब छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी, तब वहां के महाधिवक्ता ने जवाब में बताया था कि शव को स्वजनों को सौंपा गया है। जबकि, शुक्रवार को सुनवाई के दौरान मध्य प्रदेश शासन की ओर से कहा गया कि शव उसकी बेटी को सौंपा गया था।

अगर आपका बच्चा करने लगा हैं ज्यादा बदतमीजी तो उसे सुधारने के लिए अपनाए ये टिप्स

अगर आपका बच्चा ज्यादा बदतमीजी करने लगा है और उसकी आदतें बिगड़ रही हैं, तो चिंता न करें। बच्चों का स्वभाव और व्यवहार धीरे-धीरे सुधारने के लिए धैर्य और समझदारी की जरूरत होती है। यहां कुछ असरदार टिप्स दिए गए हैं, जो आपको बच्चे का व्यवहार सुधारने में मदद कर सकते हैं:

1. प्रभावी संवाद करें

बच्चों के साथ सकारात्मक और स्पष्ट संवाद करें। उनकी बात को सुनें और समझें। उनसे पूछें कि वे क्यों गुस्सा या चिड़चिड़े हैं। जब बच्चा सुना और समझा महसूस करता है, तो उसके व्यवहार में बदलाव आना शुरू हो सकता है।

2. सीमाएं निर्धारित करें

बच्चों को यह स्पष्ट रूप से बताएं कि किन चीजों की अनुमति है और किनकी नहीं। उन्हें नियमों और सीमाओं के बारे में समझाएं और जब वे इन सीमाओं का उल्लंघन करें, तो सख्ती से लेकिन प्यार से उन्हें सही रास्ता दिखाएं।

3. आदर्श बनें

बच्चे माता-पिता को देखकर सीखते हैं। अगर आप शांति, धैर्य और समझदारी से अपनी समस्याओं का सामना करते हैं, तो बच्चा भी यही सीखेगा। आपके अच्छे व्यवहार और आदतों का उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

4. पुरस्कृत और प्रोत्साहित करें

बच्चे के अच्छे व्यवहार को पुरस्कृत करें। उसकी छोटी-छोटी उपलब्धियों की तारीफ करें। इससे बच्चे को प्रोत्साहन मिलेगा और वह सकारात्मक व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित होगा।

5. बुरे व्यवहार पर प्रतिक्रिया न दें

कभी-कभी बच्चे ध्यान आकर्षित करने के लिए बदतमीजी करते हैं। ऐसे में, उनके बुरे व्यवहार पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के बजाय, उसे अनदेखा करना फायदेमंद हो सकता है। इससे उन्हें एहसास होगा कि गलत तरीके से ध्यान पाने का प्रयास सफल नहीं हो रहा है।

6. भावनाओं को समझने में मदद करें

बच्चों को उनकी भावनाओं को पहचानना और व्यक्त करना सिखाएं। उन्हें समझाएं कि गुस्सा, उदासी, या हताशा जैसी भावनाएं सामान्य हैं लेकिन इन्हें सही तरीके से व्यक्त करना जरूरी है।

7. समय-सीमा और अनुशासन

बच्चों को अनुशासन सिखाने के लिए समय-सीमा तय करें। अगर बच्चा गलती करता है तो उसे समझाएं कि यह ठीक नहीं है, और अगले बार से उसे सुधरने का मौका दें।

8. खुद को शांत रखें

जब बच्चा बदतमीजी करता है, तो आपको धैर्य रखना होगा। बच्चे पर चिल्लाना या गुस्सा करना स्थिति को और बिगाड़ सकता है। खुद को शांत रखते हुए स्थिति का समाधान ढूंढें।

9. प्यार और अपनापन दिखाएं

बच्चों को हमेशा यह महसूस कराएं कि आप उनसे प्यार करते हैं, चाहे वे कैसी भी गलती करें। उनकी गलती सुधारने का प्रयास करें, लेकिन यह भी दिखाएं कि आप हमेशा उनके साथ हैं।

10. पेशेवर मदद लें

अगर बच्चे का व्यवहार ज्यादा बिगड़ चुका है और सामान्य तरीकों से सुधार नहीं हो रहा है, तो किसी काउंसलर या विशेषज्ञ से सलाह लेना भी फायदेमंद हो सकता है। वे आपकी स्थिति को समझते हुए सही मार्गदर्शन दे सकते हैं।

बच्चों का बुरा व्यवहार अक्सर बदलाव के दौर का हिस्सा होता है। धैर्य और सही मार्गदर्शन से धीरे-धीरे उनका स्वभाव बदल सकता है। इन टिप्स को अपनाने से आप उन्हें सही दिशा में ला सकते हैं और उनका सकारात्मक विकास सुनिश्चित कर सकते हैं।