झारखंड के पहले चरण से ही तय हो जाएगी सत्ता की दशा और दिशा, समझें 43 सीटों का लेखा-जोखा
रांची : झारखंड के पहले चरण में जिन 43 सीटों पर चुनाव होने हैं. इनमें सबसे ज्यादा 14 सीटें कोल्हान क्षेत्र की हैं. पहले चरण में विभिन्न दलों और निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. जेएमएम ने 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं.
पीएम मोदी, बाबूलाल मरांडी, सुदेश महतो, हेमंत सोरेन, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव
झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनावी शोर सोमवार शाम थम गया. पहले फेज में 15 जिलों की 43 सीटों के लिए बुधवार को मतदान है. इस चरण की 43 विधानसभा सीटों पर 683 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 1.37 करोड़ वोटर्स तय करेंगे.
इस तरह राज्य की आधी से ज्यादा सीटों पर वोटिंग खत्म हो जाएगी और उसके साथ ही सत्ता की दशा-दिशा भी साफ हो जाएगी. यही वजह है कि इंडिया गठबंधन और एनडीए ने पूरा दमखम लगाया है.
झारखंड के पहले चरण में 43 सीटों में से सबसे ज्यादा 14 सीटें कोल्हान क्षेत्र की हैं. इसके अलावा 13 सीटें दक्षिणी छोटानागपुर, 9 सीटें पलामू और 7 सीटें उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्र की हैं. सूबे की जिन 43 सीटों पर पहले चरण में चुनाव हैं, उसमें से 20 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं और छह सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं. इसके अलावा बाकी 17 सामान्य सीटें हैं.
पहले चरण में किसके-कितने कैंडिडेट?
पहले चरण में विभिन्न दलों और निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच होना है. बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए में आजसू, जेडीयू और एलजेपी (आर) शामिल हैं. वहीं, इंडिया गठबंधन में जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी और लेफ्ट पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ रही है.
पहले चरण में जेएमएम ने 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रखे हैं, तो कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. आरजेडी ने 5 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं, जिनमें से दो महागठबंधन प्रत्याशी के खिलाफ भी हैं. इन दो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी के बीच फ्रेंडली फाइट हो रही है. वहीं, एनडीए के तहत 43 में से 36 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. इसके बाद सुदेश महतो की आजसू के चार, नीतीश कुमार की जदयू के दो और चिराग पासवान की लोजपा (आर) का एक सीट पर उम्मीदवार मैदान में है.
पहले चरण में किसका-क्या दांव पर लगा?
झारखंड के पहले चरण में जिन 43 सीटों पर चुनाव होने हैं, उसे 2019 के चुनावी लिहाज से देखें तो जेएमएम सबसे ज्यादा सीटें जीतने में सफल रही थी और उसके बाद बीजेपी को सीटें मिली हैं. हेमंत सोरेन की अगुवाई में जेएमएम 17 सीटें और कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थीं. एनसीपी और आरजेडी एक-एक सीट जीती थी. वहीं, बीजेपी ने 13 विधानसभा सीटें जीती थीं और एक सीट जेवीएम ने जीती थी. इसके अलावा दो सीटों पर निर्दलीय विधायक चुने गए थे.
महागठबंधन ने 27 सीटों पर जीत दर्ज कर बीजेपी को सत्ता से बेदखल कर दिया था, लेकिन इस बार सियासी हालत बदल गए हैं. बीजेपी ने आजसू से लेकर जेडीयू और चिराग पासवान की एलजेपी से गठबंधन कर रखा है.
इस तरह पहले चरण में असल अग्निपरीक्षा हेमंत सोरेन और कांग्रेस के गठबंधन की होनी है. बीजेपी इस चरण की 43 सीटों में से ज्यादातर सीटें जीतकर सत्ता में वापसी करना चाहती है, जिसके लिए आदिवासी वोटों पर खास फोकस कर रखा है.
पहले चरण के खास चेहरे कौन से हैं?
झारखंड चुनाव के पहले चरण में चर्चित सीटों में सरायकेला, रांची, जमशेदपुर पश्चिम, जगन्नाथपुर और जमशेदपुर पूर्व शामिल हैं. खास चेहरों की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सरायकेला सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन इस बार जेएमएम के बजाय बीजेपी के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं. जमशेदपुर पूर्व में कांग्रेस के अजय कुमार का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की बहू और भाजपा उम्मीदवार पूर्णिमा दास से है.
जगन्नाथपुर सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी और बीजेपी उम्मीदवार गीता कोड़ा का कांग्रेस नेता सोना राम सिंकू का मुकाबला है. रांची सीट पर 1996 से विधायक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह (सीपी सिंह) के सामने जेएमएम की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने ताल ठोक रखी है. जमशेदपुर पश्चिम में कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का सामना जदयू नेता सरयू रॉय से है. सरयू रॉय ने 2019 के चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास को जमशेदपुर पूर्वी सीट से शिकस्त दी थी. इस बार वह अपनी सीट बदलकर चुनाव में उतरे हैं.
पहले चरण की वोटिंग की तैयारी
पहले चरण के लिए बुधवार को सुबह सात बजे से 43 विधानसभा सीटों के 15 हजार 344 बूथों पर चुनाव मैदान में खड़े कुल 683 प्रत्याशी की किस्मत का फैसला कुल 1 करोड़ 37 लाख 10 हजार 717 वोटर करेंगे. पहले चरण में कुल वोटरों में 68 लाख 73 हजार 455 पुरुष, 68 लाख 36 हजार 959 महिला और 303 थर्ड जेंडर शामिल हैं.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने चुनाव तैयारी पूरी कर लेने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्र पर सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं. मॉडल बूथ के अलावा सभी मतदान केंद्र से वेब कास्टिंग की सुविधा होगी, जिसके जरिए आयोग और जिला मुख्यालय कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी. ऐसे में बीजेपी और जेएमएम के बीच सीधा मुकाबला है, तो कांग्रेस की भी अग्निपरीक्षा है. ऐसे में सत्ता का दारोमदार पहले चरण की सीटों से तय होनी है.
Nov 12 2024, 18:52