विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण का प्रचार थमा, मतदान की तैयारी पूरी
मतदान समय की समाप्ति के बाद भी कतार में खड़े लोग कर सकेंगे मतदान
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण की 43 सीटों पर प्रचार अवधि समाप्त हो गयी है, भोंपू हुआ बंद। मतदान की तैयारी पूरी हो चुकी है। सोमवार को 225 में से 194 मतदान केंद्रों पर हेलीड्रापिंग के माध्यम से मतदान कर्मियों को पहुंचा दिया गया है।
बाकी बचे बूथों पर मंगलवार को हेलीड्रापिंग से मतदान कर्मियों को बूथों पर पहुंचा दिया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि ने बताया कि दूसरे चरण में कोई हेलीड्रापिंग नहीं होगी।
प्रथम चरण में 13 नवंबर को सुबह सात से पांच बजे तक मतदान होगा। 950 बूथों पर मतदान समाप्ति की अवधि शाम चार बजे होगी, लेकिन मतदान समय की समाप्ति के बाद भी कतार में खड़े लोग मतदान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मतदान वाले क्षेत्र में चुनाव प्रचार आदि के लिए बाहर से गए राजनीतिक नेता, कार्यकर्ता को वह जगह तत्काल छोड़ देना है। वे ही वहां रह सकेंगे, जो उस क्षेत्र के मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की स्पष्ट गाइडलाइन है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति मतदान वाले क्षेत्र में नहीं रहेगा।
इसमें बीमारी की हालत में छूट के लिए मेडिकल बोर्ड के परीक्षण के परिणाम के आधार पर निर्णय होगा।
के रवि ने कहा कि मतदान की निजता अनिवार्य है। इस स्थिति में मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल ले जाना, फोटो लेना, वीडियो बनाना अवैध है। ऐसा करते पकड़े जाने पर सजा का भी प्रावधान है। लोकसभा चुनाव के दौरान ऐसे मामले पकड़ में आने के बाद कार्रवाई भी की गयी थी। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के चुनाव में कुल 1.37 करोड़ मतदाता मतदान में हिस्सा लेंगे। उनमें पुरुष मतदाता 68.73 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या 68.36 लाख है। थर्ड जेंडर के मतदाताओं की संख्या 303 है। 85 वर्ष से अधिक के मतदाताओं की संख्या 63,601 है। जबकि, दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 1.91 लाख है। वहीं 18-19 साल के मतदाताओं की संख्या 6.51 लाख है।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में कुल 43 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। उसमें से 17 सीट सामान्य, 20 अनुसूजित जनजाति और 6 सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इन 43 सीटों से 683 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। उनमें 609 पुरुष, 73 महिला और एक प्रत्याशी थर्ड जेंडर के हैं। प्रथम चरण के चुनाव के लिए कुल 15,344 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। उसमें से 12,716 बूथ ग्रामीण और 2,628 बूथ शहरी क्षेत्र में स्थित हैं। इनमें से 50 बूथ यूनिक कैटेगरी में हैं। 1,152 मतदान केंद्रों पर मतदान की पूरी प्रक्रिया का जिम्मा महिलाओं के हाथों में रहेगा। जबकि, 23 बूथों की जिम्मेदारी युवा और 24 बूथों का जिम्मा दिव्यांग लोग संभालेंगे।
Nov 12 2024, 12:59