सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के शिव मंदिर वन खंडेश्वर में जाकर पूजा करने का मामला पकड़ा तूल, राजनीति शुरू
लखनऊ । यूपी में नौ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है। इसी में एक सीट साीसामऊ भी है। सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी का प्रचार के दौरान दिवाली के मौके पर यहां के प्रसिद्ध शिव मंदिर वन खंडेश्वर में जाकर वहां जलाभिषेक करना और पूजा करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। देवबंद सहित कई मुस्लिम धर्मगुरुओं की ओर से नसीम सोलंकी के मंदिर जाने पर नाराजगी जाहिर की गई है। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने फतवा जारी करते हुए नसीम सोलंकी को अल्लाह से तौबा करने की नसीहत दी है। उधर शनिवार को मंदिर समिति की ओर से परिसर का गंगाजल और दूध से शुद्धिकरण किया गया।उधर नसीम ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है कि वह मंदिर में पूजा करने नहीं गई थीं बल्कि प्रचार के दौरान रास्ते में मंदिर आने से उनके पार्टी के कुछ हिंदू समर्थकों ने उनसे यहां पर दीप जलाकर लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं देने गई थीं।
मुस्लिम धर्मगुरु ने जारी किया फतवा
मुस्लिम धर्मगुरु द्वारा इस मसले पर फतवा जताने की बात पर उन्होंने कहा कि जिन्होंने फतवा जारी किया है वे हमारे बड़े हैं, उनकी बात पर कुछ नहीं कहेंगी।मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रिजवी राष्ट्रीय अध्यक्ष बरेलवी ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने मुस्लिम महिला के मंदिर में दर्शन करने के मामले को लेकर एक व्यक्ति ने मसला पूछा और शरीयत की रोशनी में इसकी व्याख्या मांगी। इसपर मेरा कहना है कि अगर कोई मुस्लिम जानबूझकर मूर्ति पूजन करता है जो कि इस्लाम में वर्जित है, तो वह पहले तो तौबा करे और फिर दोबारा कलमा पढ़े।
भाजपा ने मुस्लिम क्षेत्रों में किया बूथ सम्मेलन तो सपा ने खेली पूजा पॉलिटिक्स
कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के वन खंडेश्वर मंदिर जाकर भोले बाबा की पूजा अर्चना करने से उनके पति के पापों का प्रायश्चित नहीं होगा। कहा कि वह उस गरीब बेवा मुस्लिम महिला के पैरों पर गिर कर माफी मांगे।भाजपा ने सीसामऊ चुनाव में पहली बार मुस्लिम क्षेत्रों में बूथ सम्मेलन आयोजित कर विपक्षियों को यह संदेश देने की कोशिश किया कि इस बार उप चनुाव में मुस्लिम मतदाता भी उनके साथ हैं। भाजपा के इस प्रयोग को झटका देने के लिए समाजवादी पार्टी ने पूजा पॉलिटिक्स चलने की कोशिश किया। जिसमें बकौल नसीम सोलंकी उनके समर्थकों ने उनसे कहा कि वे दिवाली के मौके पर मंदिर में पूजा करके लोगों को दिवाली की बधाई दें। लेकिन सपा की पूजा पॉलिटिक्स को लेकर मुस्लिम बिरादरी ने पार्टी की प्रत्याशी को निशाने पर ले लिया।
इरफान के पापों का प्रायश्चित करने भोले के चरणों में जाने से भोले बाबा उन्हें माफ नहीं करेंगे : डिप्टी सीएम
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी अपने पति पूर्व विधायक इरफान के पापों का प्रायश्चित करने भोले के चरणों में गईं, लेकिन इससे भोले बाबा उन्हें माफ नहीं कर देंगे। अपने पति के पापों का प्राश्चित करने है तो जिस गरीब महिला की झोपड़ी जलाई थी, उससे माफी मांगे।अंध विद्यालय जवाहर नगर में सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस में परिवारवाद ही चलता है। सपा ने एक भी यादव परिवार को राजनीति में आगे नहीं बढ़ने दिया। लोकसभा चुनाव में चाचा-भतीजे, भाई-भौजाई को ही टिकटें दी गईं। अखिलेश बूढ़े होंगे तो उनके बेटे को अध्यक्षी मिल जाएगी। इसी तरह अगर राहुल गांधी की शादी हो गई तो उनके बच्चे और नहीं नहीं हुई तो प्रियंका के बच्चे कांग्रेस का नेतृत्व करेंगे।
भाजपा के पक्ष में है माहौल
भाजपा में कार्यकर्ता ही महत्वपूर्ण दायित्व पाता है। अबकी बार भाजपा सीसामऊ और करहल के साथ उप चुनाव की सभी नौ सीटें जीत रही है। कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने कहा कि सुरेश खन्ना की अगुवाई में रामपुर जीते हैं। अब सीसामाऊ भी जीतने जा रहे हैं। सीसामाऊ में माहौल अब भाजपा के पक्ष में हैं।मंत्री सुरेश खन्ना बोले बाकी सब लोग माहौल बनाते हैं लेकिन भाजपा के बूथ अध्यक्ष वोट कराते हैं। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। नसीम का नाम लिए बिना कहा कि लोग आंसू बहाकर चुनाव जीतना चाह रहे हैं। रो तो नजीर फातिमा रही है, जिसको इरफान ने जमकर प्रताड़ित किया।
मंदिर जाने के मामले में सपा प्रत्याशी ने दी सफाई, यह कहा
नसीम सोलंकी ने कहा कि वह वहां से गुजर रही थीं तो कार्यकर्ताओं ने कहा कि आप यहां दीप जलाकर दीवाली की शुभकामनाएं दे दीजिए। नसीम ने आगे कहा कि उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना नहीं की है। वह कार्यकर्ताओं के कहने पर मंदिर गईं थीं और दीप जलाया। फतवे पर नसीम ने आगे कहा कि जिन्होंने फतवा दिया है हमारे वह बड़े हैं। उनपर कुछ टिप्पणी नहीं करेंगे। नसीम ने कहा कि वह अब आगे से ख्याल रखेंगीं।
धर्म के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए
शिव मंदिर वन खंडेश्वर में सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी दर्शन पूजन के लिए गई तो उस दौरान मंदिर के पुजारी द्वारा उनका स्वागत किया गया। इतना ही नहीं तिलक लगाकर आशीर्वाद भी दिया। अब जब नसीम सोलंकी के मंदिर जाने पर मुस्लिम धर्म गुरुओं ने विरोध करना शुरू किया तो इस पर धर्म की राजनीति शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि नसमी सोलंकी के मंदिर से आने के बाद मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने पर मंदिर के पुजारी ने गंगाजल और दूध से मंदिर व उसके परिसर का शुद्धिकरण किया। भगवान के नाम पर इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
Nov 04 2024, 16:56