इन्सानियत ही इस संसार की सबसे बड़ी दौलत है जिला : मंत्री राजेश तिवारी
विश्वनाथ प्रताप सिंह
प्रयागराज। इन्सानियत ही इस संसार की सबसे बड़ी दौलत है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने सुजावन देव परिसर के स्थानीय सज्जन करन सिंह एवं अजय कुमार से सुजावन देव मन्दिर के आश्रय स्थल देवरिया घूरपुर प्रयागराज में कही।संज्ञानित कराते चले कि जिला मंत्री सारीपुर ग्राम पंचायत में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने हेतु पधारे थे।उसी दरमियान सुजावन देव प्रभू महादेव के दर्शन की अभिलाषा लिए हुए जिला मंत्री सुजावन देव परिसर में पहुँचे हुए थे तभी स्थानीय दोनों सज्जनों से जिला मंत्री की मुलाकात हुई।
जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि इन्सानियत ही इस संसार की सबसे बड़ी दौलत है।इन्सान को कभी भी अपने इन्सानियत को नहीं भूलना चाहिए क्योंकि इन्सान की असली पहचान उसके इन्सानियत से ही है।जिला मंत्री ने आगे यह भी अवगत कराया कि दोनों ही स्थानीय सज्जन बहुत ही प्रेमी स्वभाव एवं मानव सेवा के प्रतिमूर्ति हैं।जिला मंत्री ने आगे कहा कि दोनों सज्जनों में से एक ने अपने बाइक की चाभी देकर सुजावन देव प्रभू महादेव तक पहुँचने में मदद की एवं दोनों ही स्थानीय सज्जन बहुत ही मृदुलभाषी एवं इन्सानियत के परिचारक हैं।
जिला मंत्री ने आगे कहा कि वास्तव में इस संसार में ना ही कोई अपना है और ना ही पराया।जो भी व्यक्ति जहाँ भी मिले जिस रुप में मिले उसके साथ अपने इन्सानियत का परिचय देते हुए यथा सम्भव उसकी मदद करनी चाहिए।इन्सान इस जगत में खाली हाथ आया है और जाएगा भी खाली हाथ।केवल उसके द्वारा इस धरती पर किए गए कर्म ही उसको इस धरती पर गुण व दोष के रुप में प्रचलित करेंगे और साथ ही साथ उसके यही कर्म अगले जन्म की योनि को प्रतिस्थापित करेंगे।जिला मंत्री ने आगे कहा कि एक इन्सान का मूल आभूषण दया,प्रेम व परोपकार है,सहानुभूति सहित नम्रता मानव का आत्मिक श्रृंगार है।
इस अवसर पर उपस्थित आचार्य प्रकाशानन्द महराज ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा इन्सान के प्रति उपदेशित वचन सर्वथा सत्य हैं और इन्सान जिला मंत्री के बताए हुए मार्ग से ही अपने मानव जीवन को साकार कर सकता है। इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी एवं संघ खण्ड कार्यवाह मेजा विंध्यवासिनी यादव ने कहा कि जिला मंत्री का जन्म हमारे मेजा में होना ईश्वर का एक वरदान है जिनके मुखारबिंदु से नित मानव कल्याणकारी वचन ही अग्रसारित होते रहते हैं।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय, शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।
Oct 28 2024, 19:19