नेपाल से आने वाली बाढ़ से निपटने के लिए बिहार में बनेगा नया बैराज, केंद्र की हरी झंडी
डेस्क: इस वर्ष नेपाल में हुई भारी बारिश के बाद बिहार में बाढ़ की भयावह हुई स्थिति को देखते हुए भीमनगर की तर्ज पर बिहार सीमा में एक और बैराज का निर्माण होगा। नेपाल के पहाड़ों से बिहार में प्रवेश करने वाली नदियों के उफान पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरु की है।
बिहार सरकार के इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने भी सहमति दे दी और अब इसके आकार व कार्ययोजना पर कार्य आरंभ कराया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को बिहार सरकार के जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने दी।
जिला कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति, मुख्यमंत्री सेतु योजना समिति व शहरी विकास योजना समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री के रुप में भाग लेने पहुंचे विजय चौधरी ने कहा कि इस बार 72 घंटें में नेपाल में हुई रिकार्ड बारिश ने बाढ़ नियंत्रण की यहां की तैयारी को निश्चित रुप से ध्वस्त कर दिया।
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी आपदा थी, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। देश में आपदा प्रबंधन में नंबर वन बिहार की सरकार ने पीड़ितों की मदद के लिए पूरी ताकत झोंक दी। पीड़ितों को आरंभिक सहायता भी मुख्यमंत्री द्वारा तत्परता से दिया गया।
उन्होंने कहा कि नेपाल से आने वाली दर्जनों नदियों ने यहां के बांध को भी लांघ दिया। बैराज के उपर से पानी बहने लगा। यह आने वाले समय के लिए पुख्ता तैयारी करने का संकेत है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि बाढ़ से स्थायी निदान के लिए बिहार सरकार 2004 से ही प्रयासरत है। नेपाल सरकार के साथ-साथ केंद्र व राज्य सरकार की संयुक्त बैठक भी कई बार हुई है। नेपाल क्षेत्र में एक बड़े डैम व फिर बैराज से पानी पर नियंत्रण की बात तकनीकी विशेषज्ञों ने भी माना।
उन्होंने बताया कि नेपाल ने इसकी आरंभिक सहमति भी दी, लेकिन वहां के नागरिकाें के उग्र आंदोलन के कारण नेपाल सरकार पीछे हट रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने अब बिहार सीमा में ही भीमनगर से आगे एक बैराज निर्माण का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि बैराज निर्माण से पानी का स्टोरेज दो जगहों पर हो सकेगा और तबाही की संभावना कम रहेगी। इस मौके पर पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, पूर्व विधायक सबा जफर, जदयू जिलाध्यक्ष प्रकाश पटेल, मंत्री के ओएसडी ब्रजेश कुमार विकल आदि मौजूद थे।
Oct 27 2024, 10:31