आंगनबाड़ी सेविका सहायिका की हड़ताल जारी, धरना में जमकर की नारेबाजी मांगें पूरी नही होने पर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी सेविका सहायिका : संजय
आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 8 सूत्री मांगों को लेकर 5 अक्टूबर से जारी राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन भी झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका यूनियन (सीटू) के बैनर तले सतगावां, जयनगर, मरकच्चो, डोमचांच और कोडरमा प्रखंड कार्यालय के बाहर सेविका सहायिकाओं ने धरना प्रदर्शन जारी रखा और जमकर नारेबाजी किया. आईसीडीएस का निजीकरण बंद करो, देशभर में सेविका सहायिका को 26 हजार वेतन देना होगा, झारखंड में सेवाशर्त नियमावली में संशोधन करो, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी लागू करो, रिटायर्मेंट के बाद पेंशन देना होगा, पोषाहार राशि बाजार रेट पर देना होगा, हर साल मानदेय बढ़ाने की प्रक्रिया सरल करो, झारखंड सरकार होश में आओ आदि नारे लगाए जा रहे थे. आंदोलन का नेतृत्व आंगनबाड़ी यूनियन की जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद, जिला सचिव वर्षा रानी, संयुक्त सचिव संतोषी कुमारी, कविता यादव, उर्मिला देवी, मंजू मेहता, यशोदा देवी, कुमारी अनामिका, बेबी कुमारी, सरस्वती देवी, विमला देवी, नीलम यादव, सरिता रानी, पूजन देवी, ममता सिहं, सुरेन्द्र पांडेय, सोनी कुमारी, मीना देवी, लीला कुमारी आदि ने किया. धरना पर बैठी सेविका सहायिका को सम्बोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि सेविका सहायिका को अपने आंगनबाड़ी में बच्चों की देखभाल, नर्सरी शिक्षा, ताजा नाश्ता खाना देने के अलावा दर्जनों काम सरकार इनसे कराती है, सर्वजन पेंशन, सावित्रीबाई फुले योजना, मईयां सम्मान योजना, अनाथ बच्चों का सर्वे सहित कई काम अलग से कराया जाता है. जिसका कोई अलग से मेहनताना नहीं दिया जाता है. दूसरी तरफ निर्वाचन विभाग के द्वारा इनसे बीएलओ का काम सालों भर कराया जाता है, जिसके कारण सेविका बीमार होती है, डिप्रेशन में चली जाती है. सेविका सहायिका के मानदेय में हर साल 500 और 250 रूपये बढ़ाना है. जो लागू नहीं किया जा रहा है. मोदी सरकार पिछले 8 सालों में मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की है. दूसरी तरफ आईसीडीएस का निजीकरण कर अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रही है. कुल मिलाकर केन्द्र व राज्य सरकारें सेविका सहायिका का शोषण कर रही है. अगर झारखंड सरकार ने इनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं किया तो सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होगी. धरना को आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी, सीटू के जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला सचिव शशि कुमार पांडेय, संयुक्त सचिव दिनेश रविदास ने सम्बोधित किया. कार्यक्रम में सुमैया जमीर, संध्या वर्णवाल, सरवरी खातुन, संतोषी कुमारी, देवंती, संगीता, संजू, मीना एक्का, सरिता सिन्हा, मीना कुमारी, रेखा, रूबी, नुशरत जहां, गजाला प्रवीण, पूनम, किरण, नीलम, मीना, आशा, सुनीता वर्णवाल, गजाला प्रवीण, हीना, रेहाना फातमा, रूपा, खूशबू, कविता, चिंता देवी, कंचन बाला, तर्रनुम, कोमन, दीपा, राखी, नाजरा, वसुंधरा, रिंकी, संगीता, स्वेता पांडेय, अनुभा, नीलिमा सहित दर्जनों सेविका सहायिका मौजूद थी.
Oct 10 2024, 15:05