/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz इजराइली बमबारी से दहशत में लेबनान, करीब 20 लाख लोगों ने सीरिया में किया पलायन India
इजराइली बमबारी से दहशत में लेबनान, करीब 20 लाख लोगों ने सीरिया में किया पलायन

इजरायल ने लेबनानी आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला तेज करते हुए अब लेबनान के उत्तरी हिस्सों में भी कार्रवाई शुरू कर दी है। पहली बार उत्तरी शहर त्रिपोली पर इजरायली हमला हुआ, जिसका खुलासा एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने किया। इससे पहले इजरायल ने दक्षिणी बेरूत में भी हमले किए थे। हिज़बुल्लाह ने दावा किया कि इजरायली सैनिक दक्षिणी लेबनान के ओडाइसेह शहर में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। इजरायली हमलों से लेबनान में भय का माहौल है और बड़ी संख्या में लोग सीरिया की ओर पलायन कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक करीब 20 लाख लेबनानी शरणार्थी सीरिया पहुंच चुके हैं। इजरायल ने बेरूत-दमिश्क मार्ग पर भी बमबारी की, जिससे इस रास्ते से निकलना भी मुश्किल हो गया है। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने बताया कि उन्होंने एक मस्जिद के अंदर स्थित हिज़बुल्लाह के कमांड सेंटर पर हमला किया। इस बीच, लेबनान से इजरायल की ओर पांच रॉकेट दागे गए, जिन्हें इजरायली एरियल डिफेंस ने कुछ हद तक हवा में ही नष्ट कर दिया, जबकि बाकी खुले इलाकों में गिरे। इसके बाद उत्तरी इजरायल में सायरन बजाए गए, और आपातकालीन सेवाएं तुरंत सक्रिय हो गईं। इजरायल ने शुक्रवार की आधी रात हिज़बुल्लाह के सेंट्रल इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर को भी निशाना बनाया, हालांकि इस हमले में कोई प्रमुख कमांडर मारा गया या नहीं, इस पर IDF ने कोई जानकारी नहीं दी। इजरायल का दावा है कि उसने पिछले 24 घंटों में 100 से अधिक हिज़बुल्लाह लड़ाकों को मार गिराया है। वहीं, लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने 10 से अधिक हवाई हमलों की सूचना दी है, जिनमें हिज़बुल्लाह लड़ाकों और नागरिकों समेत लगभग 1400 लोग मारे गए हैं। इजरायली हमलों और बढ़ती हिंसा के बीच क्षेत्र में दहशत और पलायन का माहौल है, जबकि हिज़बुल्लाह के नेता हाशिम सफीद्दीन के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है, जिन्हें इजरायल ने निशाना बनाने का दावा किया था।
हिंदू समाज को एकजुट होना होगा…मोहन भागवत ने हिंदुओं से की खास अपील, जानिए और क्या बोले RSS प्रमुख

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदू समाज से एकजुट होकर आपस में मतभेद और विवाद मिटाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को भाषा, जाति और प्रांत के मतभेद और विवाद मिटाकर अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा. समाज ऐसा हो, जिसमें एकता, सद्भावना और बंधन का भाव हो.” उन्होंने कहा कि समाज में आचरण का अनुशासन, राज्य के प्रति कर्तव्य और लक्ष्य-उन्मुख होने का गुण जरूरी है. उन्होंने कहा, “समाज सिर्फ मेरे और मेरे परिवार से नहीं बनता, बल्कि हमें समाज के प्रति सर्वांगीण चिंता के जरिए अपने जीवन में ईश्वर को प्राप्त करना है.” आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा कि संघ का काम यांत्रिक नहीं, बल्कि विचार आधारित है. उन्होंने कहा, “संघ के कार्य की तुलना में दुनिया में कोई कार्य नहीं है. संघ की तुलना किसी से नहीं की जा सकती. संघ से संस्कार समूह नेता में, समूह नेता से स्वयंसेवक में और स्वयंसेवक से परिवार में जाते हैं. परिवार से समाज का निर्माण होता है. संघ में व्यक्ति के विकास की यही पद्धति अपनाई जाती है.” मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा देश की ताकत के कारण है. “भारत एक हिंदू राष्ट्र है. हम प्राचीन काल से यहां रह रहे हैं, हालांकि हिंदू नाम बाद में आया. यहां रहने वाले भारत के सभी संप्रदायों के लिए हिंदू शब्द का इस्तेमाल किया जाता था. हिंदू सभी को अपना मानते हैं और सभी को स्वीकार करते हैं. हिंदू कहता है कि हम सही हैं और आप भी अपनी जगह सही हैं – एक दूसरे से लगातार संवाद करते हुए सद्भावना से रहें. भागवत ने कहा कि स्वयंसेवकों को हर जगह संपर्क करना चाहिए.” उन्होंने कहा, “समाज में व्याप्त कमियों को दूर करने और समाज को मजबूती देने का प्रयास करना चाहिए. समाज में सामाजिक समरसता, सामाजिक न्याय, सामाजिक स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन का आह्वान होना चाहिए.
डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में आए एलन मस्क, पेंसिलवेनिया की रैली में साझे मंच से बड़ा ऐलान

डेस्क : अमेरिका के मशहूर उद्योगपति एलन मस्क अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अब खुलकर डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने पेंसिलवेनिया में ट्रंप के साथ एक रैली भी साझा की। यह वही स्थान था, जहां जुलाई में ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था। इस मंच पर ट्रंप और एलन मस्क गर्मजोशी से मिले। एलन मस्क ने अमेरिका के लोगों से ट्रंप को वोट करने के लिए अपील की। एलन मस्क ने डोनाल्ड ट्रम्प के लिए अपना कट्टर समर्थन प्रदर्शित किया। उन्होंने रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप के साथ मंच साझा करने के दौरान घोषणा की कि उनके लिए (ट्रंप) वोट करने से ज्यादा "कुछ भी अधिक महत्वपूर्ण नहीं है"।

ट्रंप को उत्साहपूर्व समर्थन दे रहे दिग्गज अमेरिकी अरबपति मस्क ने पेंसिल्वेनिया के बटलर में डोनाल्ड ट्रम्प के मंच पर उनके पीछे ही खड़े रहे और रैली की। वह काले रंग की 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' टी-शर्ट पहने हुए थे। शनिवार को मस्क के मंच पर आते ही ट्रंप समर्थकों की उत्साही भीड़ और भी ज्यादा उत्साहित हो गई। मस्क ने रैली को संबोधित करने से पहले ट्रंप से गर्मजोशी से हाथ मिलाया और उन्हें बताया कि ट्रम्प के लिए वोट करने से "कुछ भी अधिक महत्वपूर्ण नहीं है"।

मस्क ने कहा कि मुझे लगता है कि यह चुनाव हमारे जीवनकाल का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है। यह कोई सामान्य चुनाव नहीं है। संविधान को संरक्षित करने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प को जीतना होगा। अमेरिका में लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए उन्हें जीतना ही होगा। यह अवश्य ही जीतने वाली स्थिति है, उन्हें अवश्य ही जीतना चाहिए।" वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर कटाक्ष करते हुए मस्क ने टिप्पणी की कि वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो "सीढ़ियां नहीं चढ़ सकते"। मस्क ने बाइडेन और ट्रंप की तुलना करते कहा कि ट्रम्प पर जुलाई में जब इस मंच पर हमला हुआ था, तो वह तुरंत फुर्ती से अपनी जगह पर शूटिंग से बचने के लिए झुक गए थे। यह उनकी फुर्ती दिखाती है। हमारे पास एक राष्ट्रपति है जो सीढ़ियां नहीं चढ़ पाता और दूसरा ऐसा है जो गोली लगने के बाद मुट्ठी बांध रहा था।

एलन मस्क ने डोनाल्ड की तारीफ करते कहा कि इसलिए लड़ो, लड़ो और लड़ो, वोट करो, वोट करो, वोट करो। मस्क और ट्रंप की इस रैली में समर्थकों की भारी भीड़ देखी गई। यह उपस्थिति पहली बार है जब मस्क ने ट्रम्प के अभियान रैलियों में से किसी एक में भाग लिया। इसे राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आने के साथ ट्रंप और मस्क में बढ़ते करीबी संबंधों के रूप में देखा गया। टेस्ला, स्पेस एक्स और एक्स जैसी दुनिया की नामचीन कंपनियों के मालिक मस्क ने ट्रंप की हत्या के प्रयास वाले दिन ही अपना समर्थन जाहिर कर दिया था। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर 78 वर्षीय रिपब्लिकन उम्मीदवार की उठी हुई मुट्ठी का एक वीडियो भी पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था "मैं पूरी तरह से राष्ट्रपति ट्रम्प का समर्थन करता हूं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं।''

सहारनपुर में बवाल: शेखपुरा में नरसिंहानंद की टिप्पणी से नाराज मुस्लिम समाज ने पुलिस पर किया पथराव, फोर्स तैनात

डेस्क: जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और डासना शिव शक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद के मुस्लिम समाज के खिलाफ विवादित बयान की आग सहारनपुर तक पहुंच गई है।

शहर से सटे गांव शेखपुरा में महंत की टिप्पणी से आक्रोशित मुस्लिम समाज के लोग भारी संख्या में गांव एकत्र हुए। उन्होंने महामंडलेश्वर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया। सहारनपुर में शेखपुरा रेलवे फाटक के पास मुस्लिम समाज ने धरने के बाद बवाल काटा।

इसी बीच देहात कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मामला शांत कराने की कोशिश की। इसके बाद 70 से 80 लोग शेखपुरा चौकी की तरफ जाने लगे। पुलिस ने रोकने की कोशिश की और लाठियां भी फटकारी।

इससे गुस्साई भीड़ ने पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया। जिसमें एक पुलिसकर्मी सहित कई घायल हुए। पता लगते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई।

घटना देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव शेखपुरा कदीम में रविवार की दोपहर हुई। महामंडलेश्वर के बयान के खिलाफ आक्रोशित मुस्लिम समाज के लोग शेखपुरा कदीम में एकत्र हुए। उन्होंने महामंडलेश्वर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

पता लगते ही देहात कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। गांव में 70 से 80 लोग एकत्र हुए थे। पुलिस ने मामला शांत कराने की कोशिश की। इसके पश्चात बड़ी संख्या में लोग शेखपुरा पुलिस चौकी तरफ जाने लगे।

पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकते हुए लाठियां फटकार दी। इसके पश्चात गुस्साए लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हुए। घटना से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया।

बताया जा रहा है कि पुलिस ने कईयों को हिरासत में लिया है। एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। पथराव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मौलाना ने झाड़-फूक से किया इनकार तो सरफिरे शख्स ने मस्जिद में घुसकर मारी गोली, आरोपी मौके से फरार

डेस्क: मेरठ से एक मौलाना पर दिन-दहाड़े गोली चलाने का एक मामला सामने आया है। जहां एक मंदबुद्धि शख्स ने मौलाना पर उस वक्त गोली चला दी, जब वह मस्जिद के अंदर बच्चों की ऑनलाइन क्लास ले रहा था। गोली चलते ही मस्जिद में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में घायल मौलाना को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।

घटना मेरठ थाना लिसाड़ी गेट स्थित मिलन पैलेस के पास एक मस्जिद की बताई जा रही है। जहां मस्जिद में पढ़ाने वाले मौलाना नईम को सरताज नाम के युवक ने गोली मारकर घायल कर दिया। तमंचे से गोली मारने की वारदात रविवार सुबह उस समय हुई, जब मौलाना मस्जिद से ही बच्चों की ऑनलाइन क्लास ले रहा था। तभी सरताज वहां पहुंचता है और बातचीत के दौरान उसे गोली मारकर फरार हो जाता है। गोली मारने के बाद आरोपी तमंचे को घटनास्थल पर ही फेंक देता है। गोली की आवाज सुनते ही आसपास के लोग मस्जिद पहुंचे और घायल मौलाना नईम को निजी अस्पताल में भर्ती करावाया। जहां उसका उपचार चल रहा है और हालत नाजुक बनी हुई है।

मस्जिद के आसपास के लोगों का कहना है कि है आरोपी सरताज मंदबुद्धि है। दिन में तारे गिनना और अजीबोगरीब बातें करते रहता है। पुलिस एसपी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि सरताज मंदबुद्धि है और वह बीती रात में मौलाना नईम के पास आया था। उसने मौलाना से कहा कि उसे भूलने की बीमारी है, कुछ याद नहीं रहता है, झांड-फूंक कर दें। जिसके बाद मौलाना ने उसे डॉक्टर से इलाज करवाने की सलाह दी। उस वक्त तो सरताज वहां से चला गया और रात में जाकर सो गया।

अगली सुबह उठकर वह फिर से मस्जिद के पास पहुंचा और इधर-उधर घूमता रहा। अचानक वह मस्जिद में घुसा और मौलाना से बातचीत करने लगा। बात हो ही रही थी कि इसी दौरान सरताज ने बंदूक निकालकर मौलाना को गोली मार दी। जो उसके सिर और कान के पास फंस गई। खून से लथपथ मौलाना को उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका उपचार चल रहा है। फिलहाल हमलावर सरताज पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस का कहना है कि उसकी जल्दी ही गिरफ्तारी हो जाएगी।

महाराष्ट्र के चेंबूर में बड़ा हादसा: भीषण आग लगने से जिंदा जले एक ही परिवार के 7 लोग, मच गया कोहराम

महाराष्ट्र के चेंबूर में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। आग लगने से एक ही परिवार के दो बच्चों समेत 7 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। यह हादसा सुबह साढ़े 5 बजे का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, हादसा ग्राउंड फ्लोर पर स्थित एक दुकान में बिजली की वायरिंग से हुआ। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और मामले की जांच की जा रही है।

मुंबई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 6 अक्टूबर दिन रविवार की सुबह करीब सवा 5 बजे अग्निकांड हुआ। ग्राउंड फ्लोर पर बनी दुकान में शॉर्ट सर्किट होने से इलेक्ट्रिक सामान में आग लग गई, जिससे धमाके होने से ऊपर वाले फ्लोर पर भी बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई। आग लगने से 2 मंजिला इमारत धू-धू कर जलने लगी। आग की विकराल लपटें देखकर पड़ोसी अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर पाए। फायर कर्मी भी बाहर से आग बुझाने में जुटे रहे। अंदर जाने का एक ही रास्ता होने के कारण वे भी मकान में एंट्री नहीं कर पाए। इस वजह से अंदर फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में परेशानी आई और उनकी मौत हो गई।

हादसे में जान गंवाने में पति-पत्नी, 2 बच्चे और उनके रिश्तेदार शामिल है। मृतकों की पहचान 30 साल के प्रेम गुप्ता, 30 साल की मंजू पत्नी प्रेम गुप्ता, 39 साल की अनीता गुप्ता, 10 वर्षीय नरेंद्र गुप्ता और 7 साल की पेरिस गुप्ता के रूप में हुई। पांचों को फायर कर्मियों ने निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वे आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए थे।

10वीं पास के लिए सुनहरा मौका, रेलवे में 14,298 पदों पर निकली भर्ती, नोटिफिकेशन जारी, 90 हजार से ज्यादा है सैलरी!

रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने टेक्नीशियन पदों पर भर्ती के लिए फिर से आवेदन प्रक्रिया शुरू करने का नोटिफिकेशन जारी किया है। इच्छुक उम्मीदवार RRB की आधिकारिक वेबसाइट rrbcdg.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। जो उम्मीदवार पहले आवेदन कर चुके हैं, उन्हें दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। पहले यह प्रक्रिया 9 मार्च से 8 अप्रैल 2024 तक चली थी, जिसमें 9,144 पदों पर आवेदन मांगे गए थे। इसके बाद, रेलवे भर्ती बोर्ड ने पदों की संख्या में 5154 की बढ़ोतरी की। अब कुल 14,298 पदों पर भर्तियां की जाएंगी। आवेदन की आखिरी तारीख 16 अक्टूबर 2024 है।

योग्यता

टेक्नीशियन ग्रेड 1: इसके लिए उम्मीदवार के पास बीई (BE) या बीटेक (B.Tech) की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा, फिजिक्स, कंप्यूटर साइंस, या इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में स्नातक (Graduation) डिग्री वाले उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं।

टेक्नीशियन ग्रेड 3: इस पद के लिए उम्मीदवार का कम से कम 10वीं पास होना अनिवार्य है और इसके साथ ही ITI (Industrial Training Institute) का सर्टिफिकेट भी आवश्यक है।

आवेदन करने के लिए लिए कितनी होनी चाहिए उम्र

उम्मीदवार की आयु 1 जुलाई 2024 तक 18 से 36 वर्ष के बीच होनी चाहिए। हालांकि, आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को आयु सीमा में सरकारी नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।

फीस

सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपए है, जिसमें से CBT (Computer Based Test) परीक्षा के बाद 400 रुपए वापस कर दिए जाएंगे। वहीं, आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए फीस 250 रुपए है, जो कि पूरी तरह से CBT परीक्षा के बाद रिफंड कर दी जाएगी।

उम्मीदवारों का चयन तीन चरणों में

सीबीटी परीक्षा (CBT Exam)

दस्तावेज सत्यापन (Document Verification)

मेडिकल परीक्षा (Medical Examination)

सभी चरणों में सफल उम्मीदवारों को अंतिम चयन सूची में स्थान दिया जाएगा।

सैलरी

चयनित उम्मीदवारों को 19,900 रुपए से लेकर 92,300 रुपए प्रतिमाह तक का वेतन मिलेगा, जो पद के अनुसार निर्धारित किया जाएगा। यह वेतनमान सातवें वेतन आयोग के तहत आता है।

आवेदन कैसे करें

आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है। उम्मीदवार को भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट indianrailways.gov.in पर जाकर “Recruitment” सेक्शन में प्रवेश करना होगा। इसके बाद, अपने संबंधित जोन के लिंक पर क्लिक करें। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा करने के बाद एप्लिकेशन फॉर्म को भरें और फीस का भुगतान करें। फीस जमा होते ही आपकी आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

फ्री सर्विस देने के बाद भी हर मिनट 2 करोड़ रुपये कमाता है गूगल! जानिए कैसे होती है कमाई

फ्री में सर्विस देने के बावजूद भी गूगल हर मिनट में 2 करोड़ रुपये कमा लेता है. जब भी हमें किसी चीज के बारे में सर्च करना हो तो हम सीधा गूगल करते हैं. गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है, जिसके यूजर्स की संख्या करोड़ों में है. वैसे तो गूगल अपनी सर्विसेज फ्री में देता है लेकिन इसके बावजूद गूगल अरबों में कमाई करता है.

गूगल सबसे पॉपुलर सर्च इंजन है, किसी भी छोटी-बड़ी चीज के बारे में जानने के लिए सबसे पहले गूगल पर जाया जाता है. गूगल पर आप कुछ भी सर्च करते हैं तो फ्री में सर्च कर लेते हैं. आपको पेड सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं पड़ती है. आप मजे से इस पर कुछ भी सर्च कर सकते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यूजर के लिए गूगल की सर्विस फ्री हैं लेकिन फिर भी उसकी कमाई अरबों में कैसे है. हर एक मिनट में गूगल 2 करोड़ रुपये कैसे कमा लेता है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल हर एक मिनट में 2 करोड़ रुपये कमा लेता है. गूगल कमाता है ये तो ठीक है लेकिन यहां पर सवाल ये आता है कि आखिर फ्री सर्विस देने के बावजूद गूगल इतना पैसा कैसे छाप लेता है. आखिर गूगल की कमाई का जरिया क्या है? दरअसल गूगल की इनकम का सबसे बड़ा सोर्स Advertisement है.

Advertisement से कमाई

एडवर्टाइजमेंट से कमाई कैसे होती है ये जानने के लिए इस बात को समझें. आपने गूगल पर कुछ भी सर्च करते टाइम एक चीज जरूर नोटीस की होगी कि कोई भी सर्च रिजल्ट आने से पहले उस पर ऐड्स आ जाती हैं. कभी-कभी ऐड्स में वीडियो होती हैं. इन वीडियो को आपको पूरा देखना पड़ता है, कभी- कभी ऐड्स होती हैं. ये ऐड्स देने वाली कंपनी ऐड्स को इतने बड़े लेवल प्रमोट करने के लिए गूगल को पैसें देती हैं.

यूट्यूब से कमाई

यूट्यूब पर किसी भी वीडियो को देखतो टाइम आपको लगभग तीन ऐड्स देखने पड़ते हैं. इन ऐड्स को आप स्किप भी नहीं कर सकते हैं, इससे गूगल की काफी कमाई होती है. वैसे यूट्यूब की कुछ सर्विसेज पेड हैं, अगर आपको उनका फायदा उठाना है तो आपको उसके लिए प्लेटफॉर्म को पैसे देने पड़ते हैं.

गूगल प्ले स्टोर

गूगल क्लाउड और प्रीमियम कंटेट जैसी सर्विसेज का बेनिफिट लेने के लिए आपको गूगल को पैसे देने पड़ते हैं. Android को गूगल ने बनाया है हालांकि एड्रॉयंड के लिए कोई पैसा नहीं देना होता है. गूगल प्ले स्टोर भी गूगल के लिए कमाई का जरिया है. गूगल प्ले स्टोर इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को कोई पैसा नहीं देना पड़ता, लेकिन जिन ऐप डेवलपर्स के ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर ने प्लेटफॉर्म पर जगह दी है वो गूगल को पैसे देते हैं.

लेबनान की राजधानी बेरूत पर इजरायल ने की एक और बड़ी एयरस्ट्राइक, हिजबुल्लाह के 440 लड़ाके ढेर

डेस्क: इजरायली सेना ने लेबनान के दक्षिणी बेरूत पर एक और भीषण हवाई हमला किया है। हमले की तस्वीरें और वीडियो देखकर आपकी आत्मा भी कांप उठेगी। रॉयटर्स के प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में शनिवार देर रात से रविवार तक बड़े पैमाने पर लगातार हमले हुए। इससे शहर भर में धमाके सुनाई देते रहे और कई किलोमीटर दूर से लगभग 30 मिनट तक आसमान में लाल और सफेद रंग की चमक दिखाई दी। आसमान में आग की लपटें और काला धुआं भी देखा गया। इजरायली सेना ने अपने अभियान के दौरान अब तक 440 हिजबुल्लाह लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है।

हमला इतना अधिक घातक था कि पूरा बेरूत दहल गया। इस हमले में सैकड़ों इमारतें ताश के पत्तों की तरह एक साथ बिखर गईं। हालांकि हमले के दौरान होने वाली मौतों के बारे में अभी कोई सूचना सामने नहीं आ सकी है। मगर ईरान समर्थित सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के गढ़ माने जाने वाले बेरुत उपनगरों पर इज़रायल की इस बमबारी से भारी नुकसान की आशंका जाहिर की गई है। अभी कुछ दिन पहले ही इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह को मार डाला था। इसके बाद हाशिफ सफीद्दीन नया हिजबुल्लाह चीफ बना था। संभवतः नसरल्लाह के इस उत्तराधिकारी की मौत हो गई है। क्योंकि कई दिनों पहले आईडीएफ ने सफीद्दीन के मारे जाने की आशंका जाहिर की थी, तब से वह किसी के संपर्क में नहीं है।

लेबनान के एक सुरक्षा सूत्र ने शनिवार को कहा कि शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक इजरायली हवाई हमले के बाद हाशिम सफीदीन संपर्क से बाहर हो गए थे। इजरायल ने यह हमला बीते शुक्रवार को किया था, जिसमें कथित तौर पर उसे निशाना बनाया गया था। इज़रायली सेना ने 27 सितंबर को बेरूत में समूह के केंद्रीय कमान मुख्यालय पर हमले में नसरल्लाह को मार गिराया था। इसके बाद हिजबुल्लाह ने पुष्टि कर दी थी कि वह मारा गया है। मगर सफीद्दीन को लेकर अभी तक हिजबुल्लाह की ओर से कोई घोषणा नहीं की गई है। लेबनानी सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि मध्य बेरूत के दक्षिण में एक आवासीय क्षेत्र और हिजबुल्लाह के गढ़ दहियाह पर शुक्रवार से इजरायली हमलों ने बचावकर्मियों को गुरुवार रात के हमले की जगह का पता लगाने से रोक दिया है।

इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने शनिवार को कहा कि इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में अपने जमीनी अभियान में 440 हिजबुल्लाह लड़ाकों को मार गिराया है और 2,000 हिजबुल्लाह ठिकानों को नष्ट कर दिया है। हिजबुल्लाह ने मरने वालों की संख्या जारी नहीं की है। इज़रायल का कहना है कि उसने उत्तरी इज़राइल में अपने घरों में हजारों नागरिकों की सुरक्षित वापसी को सक्षम करने के लिए हिजबुल्लाह पर अपना हमला तेज कर दिया है। इज़रायली अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि दक्षिणी लेबनान में अब तक नौ इज़रायली सैनिक भी मारे गए हैं।

मध्य पूर्व संघर्ष: गाजा मस्जिद में हुए इजरायली हमले में 18 लोगों की मौत, 2 घायल

फिलिस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह मध्य गाजा में कथित इजरायली हवाई हमले में 18 लोगों की मौत हो गई। अस्पताल ने एक बयान में कहा कि यह हमला एक मस्जिद पर हुआ, जो डेर अल-बलाह शहर में अल-अक्सा शहीद अस्पताल के पास विस्थापित लोगों को आश्रय दे रही थी। अस्पताल के रिकॉर्ड से पता चला है कि सभी मृतक पुरुष थे। दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इजरायली सेना ने मस्जिद पर हमले के बारे में तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की।

हमास-नियंत्रित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 से गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़कर लगभग 42,000 हो गई है। मंत्रालय नागरिक और आतंकवादी मौतों के बीच अंतर नहीं करता है, लेकिन मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे थे। इस बीच, हमास ने शनिवार को कहा कि उत्तरी लेबनान में एक शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले में हमास के अधिकारी सईद अताल्लाह अली और उनके परिवार की मौत हो गई। हमास ने बाद में कहा कि लेबनान की पूर्वी बेका घाटी में इजरायली हमले में एक और सैन्य विंग सदस्य मारा गया। 

इजरायल ने पिछले सप्ताह हिजबुल्लाह के खिलाफ लेबनान में अपना जमीनी अभियान शुरू किया। दक्षिणी लेबनान में संघर्ष में उसके 9 सैनिक मारे गए। दक्षिणी लेबनान में आतंकवादी समूह के ठिकानों के खिलाफ इजरायल के हमलों में लगभग 2000 हिजबुल्लाह लड़ाके और नागरिक मारे गए। 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के सीमा पार हमले के बाद से इजरायल और हिजबुल्लाह ने लेबनान सीमा पर लगभग रोजाना गोलीबारी की है, जिसमें 1,200 इजरायली मारे गए और 250 अन्य बंधक बन गए। जवाब में इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास आतंकवादी समूह के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। 

इस बीच, 7 अक्टूबर के हमले की सालगिरह से पहले, इजरायल ने अपने बलों को अलर्ट पर रखा। सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने शनिवार को कहा, "हम इस दिन की प्रत्याशा में बढ़ी हुई सेना के साथ तैयार हैं "जब" घरेलू मोर्चे पर हमले हो सकते हैं"। 7 अक्टूबर को हुए हमले में 1200 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज़्यादातर नागरिक थे, जिससे मध्य पूर्व क्षेत्र व्यापक संघर्ष के कगार पर पहुंच गया। इस महीने की शुरुआत में, ईरान ने हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद इज़राइल पर हमला किया था। इज़राइल ने हमले का बदला लेने की कसम खाई है।