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मौलाना ने झाड़-फूक से किया इनकार तो सरफिरे शख्स ने मस्जिद में घुसकर मारी गोली, आरोपी मौके से फरार

डेस्क: मेरठ से एक मौलाना पर दिन-दहाड़े गोली चलाने का एक मामला सामने आया है। जहां एक मंदबुद्धि शख्स ने मौलाना पर उस वक्त गोली चला दी, जब वह मस्जिद के अंदर बच्चों की ऑनलाइन क्लास ले रहा था। गोली चलते ही मस्जिद में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में घायल मौलाना को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।

घटना मेरठ थाना लिसाड़ी गेट स्थित मिलन पैलेस के पास एक मस्जिद की बताई जा रही है। जहां मस्जिद में पढ़ाने वाले मौलाना नईम को सरताज नाम के युवक ने गोली मारकर घायल कर दिया। तमंचे से गोली मारने की वारदात रविवार सुबह उस समय हुई, जब मौलाना मस्जिद से ही बच्चों की ऑनलाइन क्लास ले रहा था। तभी सरताज वहां पहुंचता है और बातचीत के दौरान उसे गोली मारकर फरार हो जाता है। गोली मारने के बाद आरोपी तमंचे को घटनास्थल पर ही फेंक देता है। गोली की आवाज सुनते ही आसपास के लोग मस्जिद पहुंचे और घायल मौलाना नईम को निजी अस्पताल में भर्ती करावाया। जहां उसका उपचार चल रहा है और हालत नाजुक बनी हुई है।

मस्जिद के आसपास के लोगों का कहना है कि है आरोपी सरताज मंदबुद्धि है। दिन में तारे गिनना और अजीबोगरीब बातें करते रहता है। पुलिस एसपी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि सरताज मंदबुद्धि है और वह बीती रात में मौलाना नईम के पास आया था। उसने मौलाना से कहा कि उसे भूलने की बीमारी है, कुछ याद नहीं रहता है, झांड-फूंक कर दें। जिसके बाद मौलाना ने उसे डॉक्टर से इलाज करवाने की सलाह दी। उस वक्त तो सरताज वहां से चला गया और रात में जाकर सो गया।

अगली सुबह उठकर वह फिर से मस्जिद के पास पहुंचा और इधर-उधर घूमता रहा। अचानक वह मस्जिद में घुसा और मौलाना से बातचीत करने लगा। बात हो ही रही थी कि इसी दौरान सरताज ने बंदूक निकालकर मौलाना को गोली मार दी। जो उसके सिर और कान के पास फंस गई। खून से लथपथ मौलाना को उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका उपचार चल रहा है। फिलहाल हमलावर सरताज पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस का कहना है कि उसकी जल्दी ही गिरफ्तारी हो जाएगी।

महाराष्ट्र के चेंबूर में बड़ा हादसा: भीषण आग लगने से जिंदा जले एक ही परिवार के 7 लोग, मच गया कोहराम

महाराष्ट्र के चेंबूर में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। आग लगने से एक ही परिवार के दो बच्चों समेत 7 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। यह हादसा सुबह साढ़े 5 बजे का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, हादसा ग्राउंड फ्लोर पर स्थित एक दुकान में बिजली की वायरिंग से हुआ। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और मामले की जांच की जा रही है।

मुंबई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 6 अक्टूबर दिन रविवार की सुबह करीब सवा 5 बजे अग्निकांड हुआ। ग्राउंड फ्लोर पर बनी दुकान में शॉर्ट सर्किट होने से इलेक्ट्रिक सामान में आग लग गई, जिससे धमाके होने से ऊपर वाले फ्लोर पर भी बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई। आग लगने से 2 मंजिला इमारत धू-धू कर जलने लगी। आग की विकराल लपटें देखकर पड़ोसी अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर पाए। फायर कर्मी भी बाहर से आग बुझाने में जुटे रहे। अंदर जाने का एक ही रास्ता होने के कारण वे भी मकान में एंट्री नहीं कर पाए। इस वजह से अंदर फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में परेशानी आई और उनकी मौत हो गई।

हादसे में जान गंवाने में पति-पत्नी, 2 बच्चे और उनके रिश्तेदार शामिल है। मृतकों की पहचान 30 साल के प्रेम गुप्ता, 30 साल की मंजू पत्नी प्रेम गुप्ता, 39 साल की अनीता गुप्ता, 10 वर्षीय नरेंद्र गुप्ता और 7 साल की पेरिस गुप्ता के रूप में हुई। पांचों को फायर कर्मियों ने निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वे आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए थे।

10वीं पास के लिए सुनहरा मौका, रेलवे में 14,298 पदों पर निकली भर्ती, नोटिफिकेशन जारी, 90 हजार से ज्यादा है सैलरी!

रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने टेक्नीशियन पदों पर भर्ती के लिए फिर से आवेदन प्रक्रिया शुरू करने का नोटिफिकेशन जारी किया है। इच्छुक उम्मीदवार RRB की आधिकारिक वेबसाइट rrbcdg.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। जो उम्मीदवार पहले आवेदन कर चुके हैं, उन्हें दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। पहले यह प्रक्रिया 9 मार्च से 8 अप्रैल 2024 तक चली थी, जिसमें 9,144 पदों पर आवेदन मांगे गए थे। इसके बाद, रेलवे भर्ती बोर्ड ने पदों की संख्या में 5154 की बढ़ोतरी की। अब कुल 14,298 पदों पर भर्तियां की जाएंगी। आवेदन की आखिरी तारीख 16 अक्टूबर 2024 है।

योग्यता

टेक्नीशियन ग्रेड 1: इसके लिए उम्मीदवार के पास बीई (BE) या बीटेक (B.Tech) की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा, फिजिक्स, कंप्यूटर साइंस, या इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में स्नातक (Graduation) डिग्री वाले उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं।

टेक्नीशियन ग्रेड 3: इस पद के लिए उम्मीदवार का कम से कम 10वीं पास होना अनिवार्य है और इसके साथ ही ITI (Industrial Training Institute) का सर्टिफिकेट भी आवश्यक है।

आवेदन करने के लिए लिए कितनी होनी चाहिए उम्र

उम्मीदवार की आयु 1 जुलाई 2024 तक 18 से 36 वर्ष के बीच होनी चाहिए। हालांकि, आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को आयु सीमा में सरकारी नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।

फीस

सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपए है, जिसमें से CBT (Computer Based Test) परीक्षा के बाद 400 रुपए वापस कर दिए जाएंगे। वहीं, आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए फीस 250 रुपए है, जो कि पूरी तरह से CBT परीक्षा के बाद रिफंड कर दी जाएगी।

उम्मीदवारों का चयन तीन चरणों में

सीबीटी परीक्षा (CBT Exam)

दस्तावेज सत्यापन (Document Verification)

मेडिकल परीक्षा (Medical Examination)

सभी चरणों में सफल उम्मीदवारों को अंतिम चयन सूची में स्थान दिया जाएगा।

सैलरी

चयनित उम्मीदवारों को 19,900 रुपए से लेकर 92,300 रुपए प्रतिमाह तक का वेतन मिलेगा, जो पद के अनुसार निर्धारित किया जाएगा। यह वेतनमान सातवें वेतन आयोग के तहत आता है।

आवेदन कैसे करें

आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है। उम्मीदवार को भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट indianrailways.gov.in पर जाकर “Recruitment” सेक्शन में प्रवेश करना होगा। इसके बाद, अपने संबंधित जोन के लिंक पर क्लिक करें। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरा करने के बाद एप्लिकेशन फॉर्म को भरें और फीस का भुगतान करें। फीस जमा होते ही आपकी आवेदन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

फ्री सर्विस देने के बाद भी हर मिनट 2 करोड़ रुपये कमाता है गूगल! जानिए कैसे होती है कमाई

फ्री में सर्विस देने के बावजूद भी गूगल हर मिनट में 2 करोड़ रुपये कमा लेता है. जब भी हमें किसी चीज के बारे में सर्च करना हो तो हम सीधा गूगल करते हैं. गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है, जिसके यूजर्स की संख्या करोड़ों में है. वैसे तो गूगल अपनी सर्विसेज फ्री में देता है लेकिन इसके बावजूद गूगल अरबों में कमाई करता है.

गूगल सबसे पॉपुलर सर्च इंजन है, किसी भी छोटी-बड़ी चीज के बारे में जानने के लिए सबसे पहले गूगल पर जाया जाता है. गूगल पर आप कुछ भी सर्च करते हैं तो फ्री में सर्च कर लेते हैं. आपको पेड सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं पड़ती है. आप मजे से इस पर कुछ भी सर्च कर सकते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यूजर के लिए गूगल की सर्विस फ्री हैं लेकिन फिर भी उसकी कमाई अरबों में कैसे है. हर एक मिनट में गूगल 2 करोड़ रुपये कैसे कमा लेता है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल हर एक मिनट में 2 करोड़ रुपये कमा लेता है. गूगल कमाता है ये तो ठीक है लेकिन यहां पर सवाल ये आता है कि आखिर फ्री सर्विस देने के बावजूद गूगल इतना पैसा कैसे छाप लेता है. आखिर गूगल की कमाई का जरिया क्या है? दरअसल गूगल की इनकम का सबसे बड़ा सोर्स Advertisement है.

Advertisement से कमाई

एडवर्टाइजमेंट से कमाई कैसे होती है ये जानने के लिए इस बात को समझें. आपने गूगल पर कुछ भी सर्च करते टाइम एक चीज जरूर नोटीस की होगी कि कोई भी सर्च रिजल्ट आने से पहले उस पर ऐड्स आ जाती हैं. कभी-कभी ऐड्स में वीडियो होती हैं. इन वीडियो को आपको पूरा देखना पड़ता है, कभी- कभी ऐड्स होती हैं. ये ऐड्स देने वाली कंपनी ऐड्स को इतने बड़े लेवल प्रमोट करने के लिए गूगल को पैसें देती हैं.

यूट्यूब से कमाई

यूट्यूब पर किसी भी वीडियो को देखतो टाइम आपको लगभग तीन ऐड्स देखने पड़ते हैं. इन ऐड्स को आप स्किप भी नहीं कर सकते हैं, इससे गूगल की काफी कमाई होती है. वैसे यूट्यूब की कुछ सर्विसेज पेड हैं, अगर आपको उनका फायदा उठाना है तो आपको उसके लिए प्लेटफॉर्म को पैसे देने पड़ते हैं.

गूगल प्ले स्टोर

गूगल क्लाउड और प्रीमियम कंटेट जैसी सर्विसेज का बेनिफिट लेने के लिए आपको गूगल को पैसे देने पड़ते हैं. Android को गूगल ने बनाया है हालांकि एड्रॉयंड के लिए कोई पैसा नहीं देना होता है. गूगल प्ले स्टोर भी गूगल के लिए कमाई का जरिया है. गूगल प्ले स्टोर इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को कोई पैसा नहीं देना पड़ता, लेकिन जिन ऐप डेवलपर्स के ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर ने प्लेटफॉर्म पर जगह दी है वो गूगल को पैसे देते हैं.

लेबनान की राजधानी बेरूत पर इजरायल ने की एक और बड़ी एयरस्ट्राइक, हिजबुल्लाह के 440 लड़ाके ढेर

डेस्क: इजरायली सेना ने लेबनान के दक्षिणी बेरूत पर एक और भीषण हवाई हमला किया है। हमले की तस्वीरें और वीडियो देखकर आपकी आत्मा भी कांप उठेगी। रॉयटर्स के प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में शनिवार देर रात से रविवार तक बड़े पैमाने पर लगातार हमले हुए। इससे शहर भर में धमाके सुनाई देते रहे और कई किलोमीटर दूर से लगभग 30 मिनट तक आसमान में लाल और सफेद रंग की चमक दिखाई दी। आसमान में आग की लपटें और काला धुआं भी देखा गया। इजरायली सेना ने अपने अभियान के दौरान अब तक 440 हिजबुल्लाह लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है।

हमला इतना अधिक घातक था कि पूरा बेरूत दहल गया। इस हमले में सैकड़ों इमारतें ताश के पत्तों की तरह एक साथ बिखर गईं। हालांकि हमले के दौरान होने वाली मौतों के बारे में अभी कोई सूचना सामने नहीं आ सकी है। मगर ईरान समर्थित सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के गढ़ माने जाने वाले बेरुत उपनगरों पर इज़रायल की इस बमबारी से भारी नुकसान की आशंका जाहिर की गई है। अभी कुछ दिन पहले ही इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह को मार डाला था। इसके बाद हाशिफ सफीद्दीन नया हिजबुल्लाह चीफ बना था। संभवतः नसरल्लाह के इस उत्तराधिकारी की मौत हो गई है। क्योंकि कई दिनों पहले आईडीएफ ने सफीद्दीन के मारे जाने की आशंका जाहिर की थी, तब से वह किसी के संपर्क में नहीं है।

लेबनान के एक सुरक्षा सूत्र ने शनिवार को कहा कि शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक इजरायली हवाई हमले के बाद हाशिम सफीदीन संपर्क से बाहर हो गए थे। इजरायल ने यह हमला बीते शुक्रवार को किया था, जिसमें कथित तौर पर उसे निशाना बनाया गया था। इज़रायली सेना ने 27 सितंबर को बेरूत में समूह के केंद्रीय कमान मुख्यालय पर हमले में नसरल्लाह को मार गिराया था। इसके बाद हिजबुल्लाह ने पुष्टि कर दी थी कि वह मारा गया है। मगर सफीद्दीन को लेकर अभी तक हिजबुल्लाह की ओर से कोई घोषणा नहीं की गई है। लेबनानी सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि मध्य बेरूत के दक्षिण में एक आवासीय क्षेत्र और हिजबुल्लाह के गढ़ दहियाह पर शुक्रवार से इजरायली हमलों ने बचावकर्मियों को गुरुवार रात के हमले की जगह का पता लगाने से रोक दिया है।

इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने शनिवार को कहा कि इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में अपने जमीनी अभियान में 440 हिजबुल्लाह लड़ाकों को मार गिराया है और 2,000 हिजबुल्लाह ठिकानों को नष्ट कर दिया है। हिजबुल्लाह ने मरने वालों की संख्या जारी नहीं की है। इज़रायल का कहना है कि उसने उत्तरी इज़राइल में अपने घरों में हजारों नागरिकों की सुरक्षित वापसी को सक्षम करने के लिए हिजबुल्लाह पर अपना हमला तेज कर दिया है। इज़रायली अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि दक्षिणी लेबनान में अब तक नौ इज़रायली सैनिक भी मारे गए हैं।

मध्य पूर्व संघर्ष: गाजा मस्जिद में हुए इजरायली हमले में 18 लोगों की मौत, 2 घायल

फिलिस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह मध्य गाजा में कथित इजरायली हवाई हमले में 18 लोगों की मौत हो गई। अस्पताल ने एक बयान में कहा कि यह हमला एक मस्जिद पर हुआ, जो डेर अल-बलाह शहर में अल-अक्सा शहीद अस्पताल के पास विस्थापित लोगों को आश्रय दे रही थी। अस्पताल के रिकॉर्ड से पता चला है कि सभी मृतक पुरुष थे। दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इजरायली सेना ने मस्जिद पर हमले के बारे में तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की।

हमास-नियंत्रित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 से गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़कर लगभग 42,000 हो गई है। मंत्रालय नागरिक और आतंकवादी मौतों के बीच अंतर नहीं करता है, लेकिन मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे थे। इस बीच, हमास ने शनिवार को कहा कि उत्तरी लेबनान में एक शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले में हमास के अधिकारी सईद अताल्लाह अली और उनके परिवार की मौत हो गई। हमास ने बाद में कहा कि लेबनान की पूर्वी बेका घाटी में इजरायली हमले में एक और सैन्य विंग सदस्य मारा गया। 

इजरायल ने पिछले सप्ताह हिजबुल्लाह के खिलाफ लेबनान में अपना जमीनी अभियान शुरू किया। दक्षिणी लेबनान में संघर्ष में उसके 9 सैनिक मारे गए। दक्षिणी लेबनान में आतंकवादी समूह के ठिकानों के खिलाफ इजरायल के हमलों में लगभग 2000 हिजबुल्लाह लड़ाके और नागरिक मारे गए। 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के सीमा पार हमले के बाद से इजरायल और हिजबुल्लाह ने लेबनान सीमा पर लगभग रोजाना गोलीबारी की है, जिसमें 1,200 इजरायली मारे गए और 250 अन्य बंधक बन गए। जवाब में इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास आतंकवादी समूह के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। 

इस बीच, 7 अक्टूबर के हमले की सालगिरह से पहले, इजरायल ने अपने बलों को अलर्ट पर रखा। सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने शनिवार को कहा, "हम इस दिन की प्रत्याशा में बढ़ी हुई सेना के साथ तैयार हैं "जब" घरेलू मोर्चे पर हमले हो सकते हैं"। 7 अक्टूबर को हुए हमले में 1200 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज़्यादातर नागरिक थे, जिससे मध्य पूर्व क्षेत्र व्यापक संघर्ष के कगार पर पहुंच गया। इस महीने की शुरुआत में, ईरान ने हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद इज़राइल पर हमला किया था। इज़राइल ने हमले का बदला लेने की कसम खाई है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस की होगी बड़ी जीत तो क्या शैलजा बनेंगी सीएम? जानें भूपेन्द्र हुड्डा ने क्या कहा

डेस्क: हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए मतदान शनिवार को संपन्न हो गए। मतदान संपन्न होने के साथ ही एग्जिट पोल के आंकड़े जारी किए गए जिसमें हरियाणा में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की गई है। कांग्रेस की जीत की संभावना के साथ ही लोगों का ध्यान अब इस बात पर केंद्रित हो गया है कि कांग्रेस के नेताओं में से हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं, इसलिए जीत का आंकड़ा 46 है। अधिकांश एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि कांग्रेस 44 से 61 सीटों के बीच जीत हासिल करेगी। हालांकि ये सिर्फ अनुमान है क्योंकि एग्ज़िट पोल के नतीजे अक्सर ग़लत भी निकलते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला के भी मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा जताने के बारे में पूछे जाने पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि अगर हरियाणा के अगले मुख्यमंत्री का फैसला करने की बात आती है, तो यह फैसला पार्टी "आलाकमान" करेगा। हुड्डा ने एनडीटीवी से कहा, "हम कई और सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। भाजपा के राज में हरियाणा में कानून व्यवस्था बदतर हो गई है, भ्रष्टाचार बढ़ गया है और खेलों को भी नहीं बख्शा गया है।" कुछ कांग्रेस नेताओं के कैबिनेट गठन की योजना पर काम करने के बारे में चर्चा के एक सवाल पर, हुड्डा ने कहा, "आलाकमान फैसला करेगा। ये सब अभी काल्पनिक प्रश्न हैं।" वहीं वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने भी अपनी मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षाएं जाहिर की हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या कुमारी शैलजा ही हरियाणा की अगली मुख्यमंत्री बनेंगी, इसपर हुड्डा ने कहा, "यह लोकतंत्र है। हर किसी को आकांक्षा करनी चाहिए। आप भी आकांक्षा कर सकते हैं। लेकिन विधायक फैसला करेंगे, आलाकमान फैसला करेगा।" बता दें कि 27 सितंबर को एक चुनावी रैली के दौरान, भूपिंदर सिंह हुड्डा ने हरियाणा में कांग्रेस के लिए "भारी जनादेश" की भविष्यवाणी की थी। उन्होंने पार्टी में अंदरूनी कलह की बातों को सिरे से खारिज कर दिया था और कहा था कि मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदार होने से पार्टी को और ताकत मिलेगी।.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस की होगी बड़ी जीत तो क्या शैलजा बनेंगी सीएम? जानें भूपेन्द्र हुड्डा ने क्या कहा

डेस्क: हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए मतदान शनिवार को संपन्न हो गए। मतदान संपन्न होने के साथ ही एग्जिट पोल के आंकड़े जारी किए गए जिसमें हरियाणा में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की गई है। कांग्रेस की जीत की संभावना के साथ ही लोगों का ध्यान अब इस बात पर केंद्रित हो गया है कि कांग्रेस के नेताओं में से हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं, इसलिए जीत का आंकड़ा 46 है। अधिकांश एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि कांग्रेस 44 से 61 सीटों के बीच जीत हासिल करेगी। हालांकि ये सिर्फ अनुमान है क्योंकि एग्ज़िट पोल के नतीजे अक्सर ग़लत भी निकलते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला के भी मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा जताने के बारे में पूछे जाने पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि अगर हरियाणा के अगले मुख्यमंत्री का फैसला करने की बात आती है, तो यह फैसला पार्टी "आलाकमान" करेगा। हुड्डा ने एनडीटीवी से कहा, "हम कई और सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। भाजपा के राज में हरियाणा में कानून व्यवस्था बदतर हो गई है, भ्रष्टाचार बढ़ गया है और खेलों को भी नहीं बख्शा गया है।" कुछ कांग्रेस नेताओं के कैबिनेट गठन की योजना पर काम करने के बारे में चर्चा के एक सवाल पर, हुड्डा ने कहा, "आलाकमान फैसला करेगा। ये सब अभी काल्पनिक प्रश्न हैं।" वहीं वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने भी अपनी मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षाएं जाहिर की हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या कुमारी शैलजा ही हरियाणा की अगली मुख्यमंत्री बनेंगी, इसपर हुड्डा ने कहा, "यह लोकतंत्र है। हर किसी को आकांक्षा करनी चाहिए। आप भी आकांक्षा कर सकते हैं। लेकिन विधायक फैसला करेंगे, आलाकमान फैसला करेगा।" बता दें कि 27 सितंबर को एक चुनावी रैली के दौरान, भूपिंदर सिंह हुड्डा ने हरियाणा में कांग्रेस के लिए "भारी जनादेश" की भविष्यवाणी की थी। उन्होंने पार्टी में अंदरूनी कलह की बातों को सिरे से खारिज कर दिया था और कहा था कि मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदार होने से पार्टी को और ताकत मिलेगी।.
नासा ने जारी की चेतावनी, पृथ्वी से टकराने वाला है बड़ा सौर तूफान, जानें इसका क्या असर होगा?

डेस्क: अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि जल्द ही धरती पर एक बड़ा सौर तूफान आने वाला है और इससे इलेक्ट्रॉनिक संचार व्यवस्था प्रभावित हो सकता है। नासा की इस चेतावनी और सौर तूफान का भारत पर क्या असर होगा? भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान की निदेशक डॉ. अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम ने एनडीटीवी को बताया कि सौर तूफान दरअसल सूर्य द्वारा सौर मंडल में प्रक्षेपित कणों, ऊर्जा, चुंबकीय क्षेत्र और सामग्री का अचानक विस्फोट है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी की ओर आने वाला सौर तूफान दूरसंचार और उपग्रहों को नुकसान पहुंचा सकता है। भारतीय वैज्ञानिक इसकी निगरानी कर रहे हैं और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के विशेषज्ञों ने इस बारे में कहा कि उन्होंने भारतीय उपग्रह ऑपरेटरों को सभी सावधानियां बरतने के लिए सूचित कर दिया है। अगले कुछ दिन पृथ्वी के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि तूफान पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। डॉ. सुब्रमण्यन ने कहा, "कुछ दिन पहले जो (सौर) ज्वाला भड़की थी, वह ताकत के मामले में मई में हुई ज्वाला के समान है।" वैज्ञानिक ने बताया कि "सौर तूफान की आशंका को देखते हुए हम मैग्नेटोस्फीयर की भी निगरानी करेंगे। लेकिन हम इंतजार करना चाहेंगे क्योंकि इसे पृथ्वी से टकराने में कुछ दिन लगते हैं। हम आज रात या कल रात की उम्मीद करते हैं ताकि यह पता चल सके कि क्या कुछ हो रहा है। डॉ. सुब्रमण्यम ने कहा, "भविष्यवाणियां यह हैं कि ऐसा हो सकता है या नहीं भी हो सकता है, हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा।" बता दें कि मई में आए तेज़ सौर तूफान के कारण पूरे उत्तरी गोलार्ध में अरोरा दिखाई दिया था। सौर तूफान जब पृथ्वी की ओर आता है, तो वह पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में एक बड़ी गड़बड़ी पैदा कर सकता है, जिसे भू-चुंबकीय तूफान कहा जाता है, जो रेडियो ब्लैकआउट, बिजली कटौती और सुंदर अरोरा जैसे प्रभाव पैदा कर सकता है। हालांकि, वे पृथ्वी पर किसी को सीधे नुकसान नहीं पहुंचाते हैं, क्योंकि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र और वातावरण हमें इन सबसे बुरे तूफानों से बचाते हैं।
बेरूत पर इजरायल की बमबारी के बाद सफीद्दीन से संपर्क नहीं, क्या हिजबुल्लाह का नया चीफ भी मारा गया?


डेस्क: इजरायली सेना के हमले के बाद से हिजबुल्लाह नेता सैयद हसन नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी हाशेम सफीद्दीन से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक लेबनान के डिफेंस सूत्र ने यह जानकारी दी है। हिजबुल्लाह के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत इजरायल ने गुरुवार देर रात बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर एक बड़ा हमला किया। इजरायली अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने इस हमले में भूमिगत बंकर में छिपे हाशेम सफीद्दीन को निशाना बनाया।

लेबनान के डिफेंस सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार से बेरूत के दक्षिणी उपनगर,-जिसे दहियाह के नाम से जाना जाता है - पर हो रहे इजरायली हमलों के चलते बचाव कर्मियों को हमले की जगह पर जाने से रोक दिया है। हिजबुल्लाह ने हमले के बाद से हाशेम सफीद्दीन को लेकर अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है। उधर, इजरायल के लेफ्टिनेंट कर्नल नादव शोशानी ने शुक्रवार को कहा कि सेना अभी भी गुरुवार रात के हवाई हमलों का आकलन कर रही है। इजरायली सेना ने कहा था कि उन्होंने कहा था कि हवाई हमले में हिजबुल्लाह के खुफिया मुख्यालय को निशाना बनाया गया था।

नसरल्लाह की मौत के बाद उसके उत्तराधिकारी का मारा जाना हिजबुल्लाह और उसके संरक्षक ईरान के लिए एक और झटका होगा। पिछले कुछ हफ्तों में इस क्षेत्र में इजरायली हमलों में तेजी आई है, जिससे हिजबुल्लाह की लीडरशिप लगभग खत्म हो गई है।

लेबनान के एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि इजरायल ने शनिवार को लेबनान में अपनी सैन्य कार्रवाई को विस्तार देते हुए उत्तरी शहर त्रिपोली में अपना पहला हमला किया। इजरायल ने लेबनान में एक बड़ा अभियान अभियान शुरू किया है और हिजबुल्लाह के साथ लगभग एक साल तक गोलीबारी के बाद हाल के हफ्तों में सीमा पार सैनिकों को भेजा है। पहले लड़ाई ज्यादातर इजरायल-लेबनान सीमा क्षेत्र तक ही सीमित थी, जो फिलिस्तीनी समूह हमास के खिलाफ गाजा में इजरायल के एक साल पुराने युद्ध के समानांतर चल रही थी।

इजरायल का कहना है कि उसका लक्ष्य उत्तरी इजरायल में हजारों नागरिकों को उनके घरों में सुरक्षित वापस भेजना है, जहां पिछले साल 8 अक्टूबर से हिजबुल्लाह द्वारा बमबारी की जा रही है। इजरायली हमलों ने हिजबुल्लाह के सीनियर आर्मी लीडरशिप को खत्म कर दिया है। इजरायल ने 27 सितंबर को हवाई हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया था।

लेबनान के अधिकारियों का कहना है कि इजरायली हमले में बचावकर्मियों सहित सैकड़ों आम लेबनानी भी मारे गए हैं और करीब 12 लाख लोगों को अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है। लेबनान के सुरक्षा अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि शनिवार को त्रिपोली में एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर पर हुए हमले में हमास के एक सदस्य, उसकी पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई। फिलिस्तीनी समूह से जुड़े मीडिया ने यह भी कहा कि हमले में उसके आर्म्डज विंग के एक नेता की मौत हो गई।