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*भदोही में पितृ विसर्जन पर गंगा घाटों पर उमड़ी लोगों की भीड़, किया पिंडदान*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। अपने दिवंगत पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व कृतज्ञता प्रकट करने का महान पर्व पितृ विसर्जन बुधवार को पूरे जनपद में आस्था, परंपरा व शास्त्रीय रीति-नीति के अनुसार मनाया गया। भारतीय संस्कृति के इस अनोखे पर्व पर सनातन धर्मावलम्बियों ने निकटस्थ पवित्र नदियों में स्नान कर नदी तट पर अपने पुरखों को तर्पण-अर्पण किया। पिण्डदान कर उनकी आत्मा की शांत्यर्थ प्रार्थना की तथा विभिन्न प्रकार के सुस्वादु व्यंजन उन्हें समर्पित कर अपने-अपने लोक वापस जाने हेतु विदाई दी। जो लोग नदियों तक नहीं जा सके वे घर पर ही इस अनुष्ठान को पूर्ण किये। इसके पूर्व लोगों ने एक पखवारे से बढ़े अपने केश व दाढ़ी मुड़वाये। वर्ष के 12 महीनों में आश्विन मास का कृष्ण पक्ष सनातन धर्मावलंबी पितृ पक्ष के रूप में मनाते हैं। पूरे पखवारे लोग प्रतिदिन स्नान करके अपने पूर्वजों को उनकी पुण्यतिथियों के अनुसार जल, गुड़ व काला तिल अर्पित करते हैं। पूरे पक्ष को सूतक के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इन 15 दिनों में केश व दाढ़ी आदि नहीं मुड़ाये जाते। मान्यता है कि हमारे पूर्वज काक रूप में आकर अपने वंशजों द्वारा समर्पित जल को ग्रहण कर तृप्त होते हैं। पक्ष के अंतिम दिन अमावस्या को स्वर्ग व पितृलोक से आये इन पितरों की विदाई की जाती है। इसके लिए विभिन्न प्रकार के सुस्वादु व्यंजन बनाये जाते हैं और उन्हें समर्पित किये जाते हैं। इस पर्व पर घर-घर में आस्था का माहौल रहा।
पितृपक्ष के अंतिम दिन पितरों को पिण्डदान के लिए हजारों हिन्दुजनों की आस्था उमड़ पड़ी। वेदपाठी ब्राह्माणों द्वारा शास्त्रोक्त विधियों के अनुसार केश मुंडन कराकर सनातन धर्मावलंबियों ने तिल युक्त पिण्डदान कराया तथा अपनी अभीष्ट सिद्धि के लिए पितृ देवताओं से अनुनय विनय किया। बुधवार को जनपद के विभिन्न गंगाघाटों पर अपने पूर्वजों को तर्पण देने व उनका श्राद्ध लोगों ने आस्थापूर्वक किया।
*गांधी जयंती पर जिले में आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम, मनाया गया गांधी व लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। 2 अक्टूबर को जिले में गांधी जयंती व लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिले के सरकारी विभागों में दोनों महापुरुषों का जन्मदिन मनाया गया। वहीं क्रॉस कंट्री रेस, साफ सफाई समेत अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज्ञानपुर के गांधी पार्क में महात्मा गांधी का जन्मदिन मनाया उनके विचारों पर प्रकाश डाला। आज महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिवस जिले में धूमधाम के साथ मनाया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने जिला पंचायत कार्यालय में ध्वजारोहण एवं दोनों महापुरुषों के चित्र पर माल्यार्पण का श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे महान पुरुषों के पदचिन्हो पर चलकर ही देश व समाज का विकास किया जा सकता है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष राजेंद्र दुबे के नेतृत्व में गांधी पार्क में महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन मनाया। जिले के सरकारी विभागों में भी महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन मनाया गया। दोनों महापुरुषों के जन्मदिन पर जगह-जगह साफ सफाई किया गया एवं स्वच्छता का संकल्प लिया गया। गांधी जयंती पर जिले के विभिन्न स्थानों पर क्रॉस कंट्री रेस व भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। दोनों महापुरुषों का जन्मदिन जिले में त्यौहार की तरह मनाया गया। जिले के विभिन्न विभागों नगरों बंजारों व गांव में दोनों महापुरुषों के जन्मदिन का धूम दिखाई पड़ा।
*कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनाया गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जन्मदिन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव


भदोही। गांधी जयंती के अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान बुधवार को नगर के गांधी पार्क में कांग्रेस जनों ने गांधी शास्त्री तथा स्वतन्त्रता सेनानी एवं पूर्व सांसद मसूरिया दीन पासी जी की जयंती पर उन्हें याद कर उनके विचारों पर चलने का संकल्प लिया। इसके पूर्व प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गोष्ठी में गांधी भारत रत्न पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री एवं स्वतन्त्रता सेनानी व पूर्व सांसद मसूरिया दीन पासी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।इस मौके पर गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे जिला उपाध्यक्ष संगठन राजेश्वर दूबे ने गांधी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक है। वरिष्ठ नेता विनोद श्यामधर मिश्र तथा हसनैन अंसारी ने कहा कि आज देश में कतिपय शक्तियां समाज में नफरत फैलाकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं जिनसे सतर्क रहने की आवश्यकता है। पीसीसी सदस्य सुरेश चंद्र मिश्र ने कहा कि गांधी जी द्वारा दिखाए गए सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही देश एवं समाज का उत्थान किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी मसूरिया दीन पासी जी ने हमेशा दलितों एवं कमजोर वर्ग के लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया दलित वर्ग के अधिकारों के प्रति उनके संघर्ष को हमेशा याद किया जाएगा।

इस मौके पर मुख्य रूप से सत्येंद्र प्रकाश तिवारी, सुरेश चंद्र उपाध्यय, माबूद खान,मसूद आलम,जज लाल राय, हरिश्चंद्र दूबे,शिव पूजन मिश्र,महेश मिश्र,मृत्यंजय सिंह टोनी, सचिन मिश्र,जान मुहम्मद,श्रीमती पुष्प गौड़ आदि सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
*डोली पर सवार होकर आएंगी मां भगवती* *महानवमी और दशहरा एक दिन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।आश्विन शुक्ल पक्ष तीन अक्टूबर यानी कल से शारदीय नवरात्रि का आरंभ हो रहा है। इस बार नवरात्रि बृहस्पतिवार से शुरू हो रहा। जो बेहद फलदायक और कष्ट निवारक है। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक नवरात्रि बेहदफल दायक है। इस बार मां भगवती का आगमन डोली पर होगा और विदाई यानी प्रस्थान शनिवार को घोड़े पर होगा कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः काल से लेकर रात्रि एक बजे प्रतिपदा तिथि तक है। श्रद्धालु सुविधा के अनुसार कलश स्थापना कर सकते हैं। नवरात्रि को लेकर बाजार भी पूरी तरह से सज गए हैं। बाजार में रंग बिरंगी चुनरी लोगों को आकर्षित करने लगी हैं। मंदिर प्रधान पुजारी आशीष मिश्रा ने बताया कि सनातन धर्म में नवरात्रि को बेहद खास माना जाता है। नवरात्रि पर्व तीन अक्टूबर यानी कल से शुरू हो रहा है। इस दौरान श्रद्धालु मां के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक पंडालों बनाकर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है। मां हर बार - बार अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर पृथ्वी लोक पर निवास करती हैं। इस बार मां की डोली में सवार होकर आ रही है। मां भक्तों पर कृपा बरसाएगी।ज्योतिषाचार्य के अनुसार,महानवमी और दशहरा एक ही दिन 12 अक्टूबर को मनाएं जाएंगे। असल में 12 अक्टूबर को सूर्योदयकाल से सुबह 10.58 तक तो नवमी तिथि उपस्थित रहेंगी और 12 की सुबह 10.58 से 13 की सुबह 9 बजकर 8 मिनट तक दशमी रहेंगी। संध्याकाल में रावण दहन के समय दशमी तिथि केवल 12 अक्टूबर को ही रहेंगी। इसलिए दशहरा पूजन और रावण दहन 12 अक्टूबर को ही किया जाएगी। 12 अक्टूबर को प्रातः काल से लेकर सुबह 10.58 तक के बीच नवमी कन्या पूजन किया जाएगी और 10.58 के बाद दशहरा पूजन होगा।
*सवा करोड़ की हाईटेक नर्सरी में तैयार होंगे बीज* *बेजवां में बन रही नर्सरी 95 फीसदी से अधिक काम हुआ पूर्ण*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌तकनीकी खेती करने वाले किसानों के लिए खबर अच्छी है। उन्हें सब्जी के उत्तम क्वालिटी के बीज के लिए अब दूसरे जिलों का रूख नहीं करना पड़ेगा। औराई के बेजवां कृषि विज्ञान केंद्र में एक करोड़ 28 लाख की लागत से हाईटेक नर्सरी बनकर तैयार हो गई है। उद्यान विभाग के हाईटेक नर्सरी में अत्याधुनिक सब्जी के बीज उगाई जाएगी। दीपावली के बाद उसमें बीज उगाने की कवायद शुरू हो जाएगी। यह बीज किसानों को मुहैया कराई जाएगी।जिले का यह पहला हाईटेक नर्सरी है, जो एक हेक्टेयर में बनकर तैयार है। नर्सरी में हर साल करीब 10 लाख पौधे तैयार होंगे। समय से किसानों को उत्तम क्वालिटी के सब्जी का बीज मिलेगा। इससे फसल की पैदावार भी बेहतर होगी। अधिकांश किसान परंपरागत खेती को छोड़ कर तकनीकी खेती की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। लघु एवं सीमांत किसानों की संख्या करीब पौने दो लाख है। जिले में कालीन उद्योग के बाद खेती ही आजीविका का मुख्य स्रोत है। यहां पांच हजार के करीब किसान वैज्ञानिक पद्धित से खेती करते हैं। अमूमन सब्जी की खेती के लिए किसान खुद नर्सरी तैयार करतें है। नर्सरी की सही जानकारी न होने के कारण बीज के गुणवत्ता में कमी आती है। इससे पैदावार पर भी असर पड़ता है। अब उन्हें हाईटेक नर्सरी में शोधित बीज मिलेगा। उद्यान विभाग की पहल पर बेजवां में हाईटेक नर्सरी बनाई तैयार हो गई। नर्सरी के 95 फीसदी कार्य पूरा हो चका है। किसानों को न्यूनतम मूल्य पर बीज उपलब्ध हो सकेगा। उन्हें बाहर से बीज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।



नर्सरी में बैंगन, टमाटर, मिर्च, कद्दू, शिमला मिर्च, गोभी (फूल, पत्ता), लौकी, करेला, नेनुआ, भिंडी, बजर बटूट आदि सब्जियों की नर्सरी वैज्ञानिक विधि से तैयार की जाएगी। अमूमन किसान सब्जी के बीज की बुआई करते हैं। लेकिन बीज सही न होने के कारण वह ठीक से अंकुरित नहीं होता है। नई नर्सरी में पौध ट्रे में उगाए जाएंगे। नेट हाउस, सिंचाई सुविधा, हाईटेक ग्रीन हाउस आदि की व्यवस्था होगी। फुहारा विधि से सिंचाई की जाएगी।


नर्सरी का कार्य करीब 95 फीसदी पूर्ण हो चुका है। यहां युवाओं को भी रोजगार मिलेगा। इसके उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। वैज्ञानिक विधि से नर्सरी तैयार होगी। ममता सिंह यादव, जिला उद्यान अधिकारी भदोही
*भदोही में 1.86 लाख किसान पाएंगे सम्मान निधि की 18 वीं किस्त* *तीन अक्टूबर को सरकार जारी करेगी दो-दो हजार रकम*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में 1.86 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 18 वीं किस्त मिलेगी। अक्टूबर के पहले सप्ताह में नवरात्रि की शुरुआत में किसानों के खाते में दो- दो हजार रुपए की राशि भेजी जाएगी। ई- केवाईसी और भू- अंकन कराने से इस बार आठ हजार न‌ए किसानों को पहली किस्त का लाभ मिलेगा। एक अक्टूबर तक कृषि विभाग किसानों की सूची लाॅक कर देगा। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र सरकार ने दिसम्बर -2018 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी‌। योजना में हर चौथे महीने में किसानों को दो-दो हजार की किस्त उनके खाते में भेजी जा रही है। शुरुआती दौर में आनन - फानन में किसानों को योजना का लाभ दिया गया। 2020-21 में कुल 2.26 लाख किसानों ने योजना का लाभ लेने के लिए पंजीकरण कराया, लेकिन 2021-22 में आयकर पोर्टल के माध्यम से ढाई हजार आयकरदाता पकड़े गए। साल 2022 में शासन के निर्देश पर लाभार्थियों का भूलेख सत्यापन कराया गया तो करीब 27 हजार अपात्र मिले। 1,99,000 को लाभार्थी मानकर 15 वीं किस्त तक किसानों के खाते में दो - दो हजार रुपए भेजे गए, लेकिन फरवरी 2024 में शासन ने ई- केवाईसी किसानों की 16 वीं किस्त को रोक दिया। इसके बाद विभाग ने अभियान चलाया तो भू- अंकन के समय किसानों ने के - केवाईसी कराई। जून में एक लाख 78 हजार किसानों के खाते में 17 वीं किस्त की राशि भेजी गई। के - केवाईसी और भूकंप कराने वाले आठ हजार न‌ए लाभार्थियों को इस बार शामिल किया गया है। नवरात्रि की शुरुआत में योजना की 18 वीं किस्त जारी की जाएगी।
*संचारी रोग अभियान को डीएम ने दिखाई हरी झंडी:भदोही में गांव और नगरों को संक्रमण से बचाने की ली शपथ*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। संचारी रोग अभियान का जिलाधिकारी विशाल सिंह ने ज्ञानपुर नगर से हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। कंपोजिट विद्यालय ज्ञानपुर के बच्चों द्वारा रैली निकाल कर नगर भ्रमण कर लोगों को जागरूक किया। रैली शुभारंभ के बाद नगर क्षेत्र व गांव को बचाने के लिए अधिकारियों ने शपथ लिया।जिलाधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि संचारी रोग अभियान का शुभारंभ कर दिया गया है। अभियान के तहत जहां लोगों में जागरूकता लाने का कार्य किया जाएगा। वही अभियान के तहत साफ सफाई नगर व गांव में फॉगिंग छिड़काव का कार्य किया जाएगा । जिससे अपने समुदाय गांव नगर क्षेत्र को बचाया जा सके । उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम समाप्त हो गया है संक्रमण रोगों से बचाव के लिए साफ सफाई व जागरूकता आवश्यक है । डीएम ने कहा कि 11 अक्टूबर से दस्तक अभियान का भी शुभारंभ किया जाएगा । जिसमें हमारी आशा बहू आंगनबाड़ी कार्यकर्ती लोगों के बीच में जाकर जागरूक करने का काम करेंगी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष चक, मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी सहित जिले के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
*कल घाटों पर उमड़ेगा आस्था का सैलाब*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही । कालीन नगरी में पितृ विसर्जन कल यानी दो अक्टूबर को मनाया जाएगा। गंगा और नदियों के घाटों के साथ ही सरोवरों और तालाबों के किराने पहुंच कर लोग अपने पुरुखों को नमन कर पिंडदान करेंगे। उधर पिंडदान में अब समय नहीं बचा है। लाख दावों के बाद भी गंगा के घाटों पर अभी तक सफाई नहीं कराई गई है। इसे लेकर लोगों में रोष है। मान्यताओं के अनुसार जो मानव अपने पितरों को श्रद्धा भाव से पितृ पक्ष पखवारे में काले तिल संग जल देकर याद करता है, उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है। परिजनों के पाप व कष्ट मिट जाते हैं। अंतिम दिन विधि विधान से पूजा पाठ कर लोग पितरों को पिंडदान करते हैं। दंत कथाओं के अनुसार किसी न किसी रुप में धरती पर उस दिन बुजुर्ग आकार अपने परिजनों का भोजन कर आशीष देते हैं। इस साल दो अक्टूबर को पितृपक्ष है। तैयारियों अंतिम चरण में है। बता दें कि गत दिनों सूबे के कुछ जनपदों में बारिश होने के कारण इन दिनों रामपुर,बिजरोहपुर, सीतामढ़ी, समेत सभी घाटों पर कीचड़ का साम्राज्य क़ायम है। इतना ही नहीं घाटों को जोड़ने वाले मार्गों की हालत भी दयनीय है। अन्य वर्षों में पहले सफाई कर दी जाती थी। लेकिन इस साल ऐसा जिला प्रशासन की ओर नहीं कराया गया।
*टीबी मुक्त 51 ग्राम पंचायतों के प्रधान होंगे पुरस्कृत*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले की 51 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो चुकी हैं। इन गांव में टीबी के मरीज नहीं मिले हैं। यहां के ग्राम प्रधानों को अब पुरस्कृत किया जाएगा। दो अक्तूबर गांधी जयंती के दिन समारोह में डीएम विशाल सिंह सम्मानित करेंगे। उन्हें कांस्य की मूर्ति और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए सरकार गंभीर है। 2025 तक इस अभियान को सफल बनाने के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक लगा हुआ है। साल 2023 में जिले की 51 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो गईं। दूसरे गांव को भी मिशन में शामिल करने के लिए जांच और दवाएं दी जा रही हैं। सीएमओ डॉ. संतोष कुमार चक ने बताया कि पंचायतों को टीबी मुक्त की घोषणा से पहले कई मानकों की जांच की गई। डीटीओ डाॅ. विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि टीबी मुक्त हो चुके 51 गांव के ग्राम प्रधानों को दो अक्तूबर को सम्मानित किया जाएगा। इन्हें गांधी जी की कास्य प्रतिमा और प्रशस्ति पत्र देक्कर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही टीबी मुक्त होने की घोषणा की जाएगी। सरकार का ध्येय है कि देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाना है। बताया कि जिले में 546 ग्राम पंचायतें हैं, इनमें से 51 गांव टीबी मुक्त कर ली गई हैं। अन्य गांव को भी टीबी मुक्त किया जाएगा।

ये गांव हो चुके हैं टीबी मुक्त अलुआ, अमवा माफी, चकमसूद, दिवानपुर, ईटवा, झौवा, केयरमऊ, नटवां, चिंतामणिपुर, नवलपुर, रामचंदरपुर, परऊपुर, मऊ रामशाला, भिखमपुर, सरायरुद्धीय, वीरभ्रदपट्टी, हरीपुर, डुहिया, क्षत्रियपुर, बलभद्रपुर, कंचनुपर, ताल सुपौला, खरगपुर, कीर्तिपुर, सनाथपुर, सेरवा, सोनहार, टीकापुर, दारिबपुर, मांगापुट्टी, मदनपुर, बिछिया, बनकट खास, प्रयागदासपुर, आनापुर, धारा विशंबर पट्टी, खेमापुर, राजमाला, दरवासी, खुडी खुर्द, तुलसी पट्टी, भावापुर, ऊंज मुगरहा, सारीपुर उमरपुर, रमईपुर, रायपुर, पुरेभान, कंतिरापुर, जीयांपुर, चक सहाव, अईनाछ आदि गांव टीबी मुक्ति घोषित होंगे।
*भदोही में पुजारी की गला रेतकर हत्या:मंदिर के अंदर मिला खून से लथपथ शव, 20 साल से थे मंदिर के पुजारी*






रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। नगर से सटे बावन बीघा तालाब के हनुमान मंदिर के पुजारी की बदमाशो ने गला रेतकर हत्या कर दी। सुबह मंदिर गए लोगो ने देखा तो खलबली मच गई। सूचना के करीब एक घण्टे बाद पहुची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सुरियावां सुरियावां नगर में स्थित 52 बीघा तालाब पर प्राचीन हनुमान मंदिर है। करीब दो दशक पहले बिहार से सीताराम यहाँ आये थे। नगर के लोगो ने 10 साल पूर्व उन्हें मंदिर का पुजारी बना दिया। तभी से वह सुबह शाम मंदिर पर पूजा करते और वही रहते। सुबह जब स्थानीय लोग मंदिर पर पूजा करने पहुचे तो सीताराम पुजारी 65 वर्ष का शव मंदिर के एक किनारे पड़ा मिला। बदमाशों ने धारदार हथियार से गले पर हमला किए थे। मंदिर का घण्ट्स और दानपात्र भी गायब था। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुँच गई। स्थानियो लोगों में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी दिखी। नागरिकों ने कहा कि मंदिर के आसपास गजेडियो के साथ अराजकतत्वों का जमावड़ा शाम को लगता था। पूर्व में छह से सात बार पुलिस से शिकायत की गई लेकिन वह लापरवाह बनी रही।