बिहार में बाढ़ : वायुसेना ने संभाला राहत का मोर्चा, बाढ़ से घिरे लोगों के बीच हेलीकॉप्टर से गिराए गए सूखा खाद्य सामग्री और जरुरी सामान
डेस्क : नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार की नदियों में भारी उफान आ गया है। खासकर उत्तर बिहार और सीमांचल के गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में उफान से 16 जिलों में फैल गया है। तकरीबन 4 लाख से ज्यादा की आबादी पानी से घिर गयी है। बाढ़ से जो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित है उनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज , शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण और सहरसा शामिल हैं।
बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया और अधिकारियों को हर राहत पहुंचाने का निर्देश दिया। वहीं प्रदेश में बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए वायुसेना ने राहत का मोर्चा संभाल लिया है। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर से मंगलवार को बाढ़ से घिरे लोगों के बीच सूखे राशन के पैकेट गिराए गए। सीतामढ़ी के बेलसंड और दरभंगा के कीरतपुर, घनश्यामपुर, गौड़ाबराम, कुशेश्वर स्थान आदि इलाकों में हेलीकॉप्टर की मदद से राहत कार्य चलाया गया।
गौरतलब है कि बीते 24 घंटे में छह और तटबंध टूटने से नए क्षेत्रों में पानी फैल गया है। पश्चिम चंपारण में गंडक व करताहा, पूर्वी चंपारण में गंडक और दरभंगा में कमला बलान तथा मुजफ्फरपुर के औराई में लखनदेई नदी का तटबंध 11 जगहों पर टूट गया। इससे दर्जनों नए गांवों में पानी फैल गया है। अब तक नदियों पर 24 जगहों पर तटबंध टूटे हैं।
मंगलवार शाम तक बाढ़ से 16 जिलों की 11.84 लाख आबादी प्रभावित हुई है। सीएम के निर्देश के बाद आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने करीब दो लाख 26 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
Oct 02 2024, 09:41