हरियाणा चुनाव से पहले सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने मांगी 20 दिन की पैरोल,जेल प्रशासन ने आयोग से मांगी अनुमति
सिरसा डेरा प्रमुख राम रहीम ने हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 20 दिन की पैरोल मांगी है. हरियाणा की राजनीति के जानकारों के मुताबिक, राम रहीम भले ही पिछले लंबे समय से जेल में हैं, लेकिन 4 जिलों की लगभग 30 से ज्यादा सीटों पर उनका प्रभाव है. ऐसे में चुनाव आयोग ने हरियाणा सरकार से पूछा है कि आखिर ऐसी क्या इमरजेंसी आ गई कि राम रहीम को इस वक्त 20 दिनों के लिए पैरोल की जरूरत है?
हरियाणा CEO ने राज्य सरकार से पूछा है कि डेरा प्रमुख को पैरोल पर रिहा करने के लिए क्या कोई आपातकालीन परिस्थिति है? बता दें कानून के मुतबिक, चुनावों के दौरान अगर किसी कैदी को आपातकालीन परिस्थिति में पैरोल पर रिहा करना जरूरी है, तो इसके लिए CEO की इजाजत ली जाए.
रेप मामले में मिली है 20 साल की सजा
वहीं डेरा प्रवक्ता ने कहा, चूंकि गुरमीत राम रहीम सिंह एक कैलेंडर साल में 91 दिनों की अस्थायी रिहाई का हकदार है, इसलिए 20 दिन की पैरोल का उसका अनुरोध कानून के अनुरूप है. रोहतक की सुनारिया जेल में दुष्कर्म व हत्या के आरोप में आजीवन कारावास काट रहा डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को सबसे पहले 30 दिन की फरलो 17 जून 2022 को मिली थी।
कई बार जेल से बाहर आया राम रहीम
उस दौरान भी वह बरनावा आश्रम में रहा था. 18 जुलाई 2022 को वह सुनारिया जेल चला गया. उसके बाद 15 अक्टूबर को दूसरी बार, 21 जनवरी 2023 को तीसरी बार, तीन मार्च को चौथी बार, 20 अगस्त को पांचवीं बार और 13 दिसंबर को छठी बार और बीते 13 अगस्त को 21 दिन की फरलो पर गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर आया था.
बता दें गुरमीत राम रहीम सिंह पर अक्सर यह आरोप लगाया जाता रहा है कि वह अपने अनुयायियों, जिनमें से अधिकतर हरियाणा में रहते हैं उनको चुनावों में एक विशेष तरीके से मतदान करने के लिए प्रभावित करने की कोशिश करता है।
Sep 30 2024, 17:08