वंदे भारत में लैपटॉप चुराने वाला निकला लव जिहाद का मास्टर माइंड...दो दर्जन लड़कियों को टारगेट करने का हुआ बड़ा खुलासा
डेस्क: मैं सेना में मेजर हूं, नाम हर्षित चौधरी है मुझे आप पसंद हो, मुझसे शादी करोगी? तुम्हारी हर एक ख्वाहिश पूरी करूंगा, यह कहकर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रहने वाले मोहम्मद शहबाज एक दो नहीं करीब 24 लड़कियों को अपना शिकार बनाया। गुजरात के अहमदाबाद रेलवे स्टेशन की पुलिस ने लव जिहाद के इस बड़े मामले का खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी ने करीब तीन साल में उसने 24 लड़कियों को अपना शिकार बनाया। रेलवे पुलिस ने आरोपी को वंदे भारत ट्रेन में लैपटॉप चोरी के आरोप में पकड़ा था लेकिन लव जिहाद का मास्टर माइंड निकला। पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी दस्तावेज और आईडी कार्ड भी बरामद किए हैं।
रेलवे पुलिस के अनुसार लव जिहाद का मास्टरमाइंड मोहम्मद शहबाज अलीगढ़ के मौलाना आजाद नगर का रहने वाला है। पुलिस मामले की जांच के लिए आरोपी को अलीगढ़ ले गई। वहां उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासबुक के अलावा अन्य दस्तावेज बरामद हुए। इसके साथ ही कई लोगों के बयान लिए गए। मोहम्मद शहबाज के पीएनबी अकाउंट से करोड़ों के ट्रांजेक्शन सामने आए हैं। अहमदाबाद रेलवे पुलिस के अनुसार आरोपी ने हर्षित चौधरी नाम से अपना पहचान पत्र बनवा रखा था और खुद को आर्मी में मेजर बताता था। उसके पास से सेना का एक आई कार्ड एवं अन्य कागजात भी बरामद हुए हैं। फर्जी कागजातों से शहबाज़ ट्रेन और हवाई यात्राएं करता था।
रेलवे पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी के पिता सेना से रिटायर्ड हैं। ऐसे में उसने इस गोरखधंधे के लिए सेना की पहचान का इस्तेमाल किया। यह सामने आया है कि आरोपी का भाई एयरफोर्स में है। रेलवे पुलिस के अनुसार वंदे भारत में लगे सीसीटीवी फुटेज से पुलिस मोहम्मद शहबाज की सीट का नंबर निकाला। साथ ही रिजर्वेशन चार्ट खंगाला। इसके बाद पूरी डिटेल मिली, पता चला कि जिस सीट पर आरोपी बैठा था, वो हर्षित चौधरी के नाम से बुक थी। रिजर्वेशन चार्ट में पड़े मोबाइल नंबर से आरोपी की लोकेशन दिल्ली में मिली। इस पर गुजरात पुलिस दिल्ली पहुंची और आरोपी को दबोच लिया।
रेलवे पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ा तो उसने हर्षित चौधरी नाम बताया, कहने लगा कि राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है। उसने कहा कि वह सेना में अधिकारी है। उसने कोई कोई चोरी नहीं की। पुलिस के पहले यकीन हो गया लेकिन जब दावा झूठा निकला तो पुलिस ने फिर उस शिकंजा कस दिया। पुलिस को पूछताछ के दौरान ही आरोपी पर शक हो रहा था, इसके चलते उसका बायोमेट्रिक आधार कार्ड निकलवाया। तो उस पर आरोपी के पास से मौजूद आधार कार्ड से अलग फोटो लगा हुआ मिला।
इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने बताया कि यह आधार और पैन कार्ड उसने फर्जी तरीके से बनवाए हैं। यह आधार कार्ड और पैन कार्ड भरतपुर निवासी हर्षित चौधरी के हैं। जिस पर उसने अलीगढ़ के कंप्यूटर सेंटर पर एडिट करके अपना फोटो लगवा लिया था। पूछताछ में उसने अपना असली नाम मोहम्मद शहबाज निवासी जमालपुर थाना सिविल लाइन अलीगढ़ बताया।
अहमदाबाद रेलवे पुलिस ने जांच के दौरान जब आरोपी का मोबाइल तलाश तो हैरान रह गई। आरोपी के मोबाइल में 24 अलग-अलग लड़कियों के फोटो और वीडियो मिले। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह नाम बदलकर और खुद को सेना का अफसर बताता था। हिंदू लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था। इसके बाद शादी करके या फिर शादी का झांसा देकर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाता है। फिर उन्हीं लड़कियों से पैसे भी वसूलता। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अब तक करीब दो दर्जन लड़कियों को जाल में फंसा चुका है।
आरोपी मोहम्मद शहबाज सोशल मीडिया और मेट्रिमोनियल साइटों का इस्तेमाल कर नौकरीपेशा लड़कियों को फंसाता था। अहमदाबाद भी वह एक ऐसी ही लड़की के परिवार से मिलने आया था। यहां उस परिवार से मिलने के बाद वह दिल्ली जाने के लिए वंदे भारत ट्रेन में चढ़ गया। इसी दौरान उसने बैग चोरी की घटना को अंजाम दिया। अगर ट्रेन में सीसीटीवी न होता, तो जाहिर तौर पर वह उस लड़की को भी अपना शिकार बना लेता, जिसके परिवार से मिलकर वापस लौट रहा था।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि मोहम्मद शहबाज 2015 में कुछ समय के लिए सेना में भर्ती होने के बाद रहा है। बाद में उसे बर्खास्त कर दिया था। उसके खिलाफ अनुशात्मक कार्रवाई की गई थी। पश्चिम रेलवे के एसपी बलराम मीणा ने कहा कि छोटी सी चोरी की जांच करते हुए इस मामले का खुलासा हुआ। यह भी सामने आया है कि यह डेटिंग एप के जरिए लड़कियों को फंसाता था। सेना से जो जानकारी सामने आई है। उसमें शाहबाज को मेडिकल ग्राउंड के साथ दूसरे गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से निकाला गया था।
आगे गुजरात पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि लव जिहाद के आरोपी मोहम्मद शाहबाज ने मैट्रिमनी वेबसाइट शादी डॉट कॉम पर खुद को भारतीय सेना में मेजर बताया था। उसने मुंबई, गुरुग्राम, दिल्ली, कोलकाता, इंदौर और सिलीगुड़ी की हिंदू महिलाओं से संपर्क किया था। उनका यौन शोषण किया था।इसके अलावा यह भी पता चला है कि वह अक्टूबर 2019 में जाहिद मोहम्मद के नाम से जम्मू-कश्मीर से एक मोबाइल सिम कार्ड हासिल करने में कामयाब रहा था। आरोपी राजस्थान के भरतपुर गया था और वहां से फर्जी आधार कार्ड हासिल करने में कामयाब रहा था।
Sep 30 2024, 14:05