संजौली मस्जिद के विरोध में बेकाबू हुई भीड़, लाठीचार्ज, वॉटर कैनन का इस्तेमाल… तोड़ डाले पुलिस बैरिकेड
डेस्क: शिमला की संजौली मस्जिद को लेकर विवाद और ज्यादा गहरा गया है। प्रदर्शन कर रहे हिंदू संगठनों ने अब पुलिस बैरिकेड तोड़ डाले हैं, वे आगे की तरफ बढ़ चुके हैं। मस्जिद से कुछ दूर ही अब विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। असल में विरोध कर रही भीड़ मस्जिद के पास जाना चाहती है, वहां प्रदर्शन करना चाहती है, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। दावा तो हुआ था कि कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन इस समय भीड़ पुलिस पर ही भारी पड़ती दिख रही है।
अभी तक भीड़ ने कई पुलिस बैरिकेड तोड़ डाले हैं, उनकी तरफ से पुलिस को ही पीछे धकेलने का काम हुआ है। बेकाबू हुई भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को भी बल प्रयोग करना पड़ा है। एक तरफ लाठीचार्ज के जरिए पलटवार हुआ है, दूसरी तरफ वॉटर कैनन के जरिए भी भीड़ को तितर-बितर करने की कवायद दिखी है।
अब इस विवाद को बढ़ता देख हिमाचल सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने दो टूक कहा कि अगर जगह अवैध पाई गई तो उस पर उचित कार्रवाई होगी, कानून के दायरे में रहकर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने यहां तक कहा है कि संघ और हिंदू लोगों की भावनाओं की कद्र है, लेकिन कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जा सकता। उनके मुताबिक यह मामला अभी कोर्ट में है और अगर कुछ भी अवैध पाया गया तो एक्शन होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि इस मस्जिद को लेकर कहा जा रहा है कि यह 1947 से भी पुरानी है, पहले यहां पर एक टेलर की दुकान थी, फिर लोगों ने ही चंदा देकर मस्जिद का निर्माण करवाया। अब शिमला का नियम है जिसमें साफ कहा गया है कि आप ढाई मंजिल से ज्यादा बड़ी कोई भी इमारत खड़ी नहीं कर सकते। लेकिन जिस संजौली मस्जिद की बात हो रही है, वो वर्तमान में पांच मंजिल की बन चुकी है।
एक कागज तो ये भी बताता है कि जिस जमीन पर मस्जिद बनी है, 1967 से वो हिमाचल सरकार के पास है। इसके ऊपर किसी भी सरकारी जमीन पर अगर धार्मिक स्थल का निर्माण होना भी है, तो उसके कुछ नियम होते हैं। अगर उन नियमों का पालन होगा तो कोई विवाद नहीं, लेकिन अगर नियमों को ही ताक पर रखा जाएगा तो बवाल की स्थिति बन सकती है।
Sep 24 2024, 15:21