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वनडे क्रिकेट में अफगानिस्तान की नई उपलब्धि: साउथ अफ्रीका को पहली बार हराया

अफगानिस्तान क्रिकेट टीम टी20 फॉर्मेट के बाद अब वनडे में भी बड़ी-बड़ी टीमों पर भारी पड़ रही है. इस बार उसका शिकार साउथ अफ्रीका की टीम बनी. अफगानिस्तान ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज का आगाज जीत के साथ किया है. इसी के साथ अफगानिस्तान ने वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार अफ्रीकी टीम को हरा दिया है. इस मुकाबले में अफगानिस्तान की ओर से कमाल की गेंदबाजी देखने को मिली, जिसके चलते साउथ अफ्रीका को बड़ी हार का सामना करना पड़ा.

अफगानिस्तान ने पहली बार साउथ अफ्रीका को हराया

दोनों टीमों के बीच खेले जा रहे इस मुकाबले में साउथ अफ्रीका की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जो पूरी तरह गलत साबित हुआ. साउथ अफ्रीका की टीम इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 33.3 ओवर में 106 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. इसके बाद अफगानिस्तान ने इस टारगेट को 4 विकेट के नुकसान पर 26 ओवर में ही हासिल कर लिया. इसी के साथ अफगानिस्तान की टीम को पहली बार किसी भी इंटरनेशनल मैच में हराने में कामयाब रही.

गेंदबाजों के दम पर जीता मैच

अफगानिस्तान के लिए फजलहक फारूकी और अल्लाह गजनफर ने पावरप्ले में काफी घातक गेंदबाजी की. फजलहक फारूकी ने 4 बल्लेबाजों का शिकार किया. वहीं, युवा गेंदबाज अल्लाह गजनफर ने 10 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट हासिल किए. टीम के स्टार गेंदबाज राशिद खान ने भी कमाल की गेंदबाजी की और 8.3 ओवर में 30 रन देकर 2 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा. दूसरी ओर टारगेट को चेज करते हुए गुलबदीन नायब ने सबसे ज्यादा नाबाद 34 रन बनाए और अजमतुल्लाह उमरजई 25 रन बनाकर नाबाद रहे.

अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए काफी खास दिन

इस मुकाबले से पहले दोनों टीमों के बीच कुल 5 इंटरनेशनल मैच खेले गए थे. इन सभी मैचों में साउथ अफ्रीका की टीम ने बाजी मारी थी. लेकिन इस बार अफगानिस्तान ने इतिहास को बदलकर रख दिया. वहीं, पहले ये दोनों टीमें वनडे फॉर्मेट में सिर्फ वर्ल्ड कप के दौरान ही आमने सामने आई थीं. 2019 वर्ल्ड कप और 2023 वर्ल्ड कप में दोनों टीमों के बीच 1-1 मैच हुआ था. लेकिन दोनों मौकों पर साउथ अफ्रीका ने जीत दर्ज की थी. वहीं, दोनों टीमों के बीच टी20 में तीन बार आमना-सामना हुआ है, जहां हर बार अफगानिस्तान को हार मिली है.

विराट कोहली के जीवन में भगवान शिव का महत्व: गौतम गंभीर ने किया बड़ा खुलासा,जाने

टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के बीच जबरदस्त बातचीत का वीडियो बीसीसीआई ने पोस्ट किया है. इस बातचीत के दौरान गौतम गंभीर ने एक ऐसी बात का खुलासा किया जो शायद विराट के फैंस को भी नहीं पता होगी. उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट कोहली भगवान शिव का मंत्रोच्चारण कर रहे थे. गौतम गंभीर ने बीसीसीआई टीवी पर बातचीत के दौरान कहा कि विराट कोहली ने 2014-15 में हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हर गेंद से पहले भगवान शिव का नाम लिया. गंभीर ने बताया कि विराट ने कंगारू गेंदबाजों की हर गेंद से पहले ॐ नमः शिवाय का उच्चारण किया.विराट कोहली ने उस टेस्ट सीरीज में कुल 1093 गेंद खेली थी और इसका मतलब ये है कि उन्होंने इतनी ही बार भगवान शिव का मंत्रोच्चारण किया.

विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर क्या किया था?

साल 2014-15 में हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया को भले ही हार मिली थी लेकिन वो सीरीज विराट कोहली के लिए बेहद खास थी. उसी सीरीज में विराट कोहली टेस्ट कप्तान बने. धोनी ने अचानक कप्तानी छोड़ी और जिम्मेदारी विराट के कंधों पर आई और उसी सीरीज में इस बल्लेबाज के बल्ले से रनों का अंबार निकला. विराट ने उस सीरीज में 86 से ज्यादा की औसत से 692 रन बनाए थे. उन्होंने कुल 4 शतक और एक अर्धशतक निकला. गौतम गंभीर ने बताया कि उन्हें लगता है कि उस दौरे पर जिस तरह की बल्लेबाजी विराट कोहली ने की थी वैसी ये बल्लेबाज अबतक नहीं कर पाया है. विराट कोहली का वो जोन अलग ही था. गौतम गंभीर ने बताया कि वैसे ही जोन में वो खुद साल 2009 में हुए नेपियर टेस्ट में थे, जिसमें उन्होंने 436 गेंदों तक बल्लेबाजी की थी और इस दौरान उनके बल्ले से 137 रन निकले थे.लक्ष्मण ने उस मैच में नाबाद 124 रन बनाए थे. गंभीर ने बताया कि वो उस मैच के दौरान हनुमान चालीसा का जाप कर रहे थे.

विराट की कप्तानी के मुरीद गंभीर

गौतम गंभीर ने बीसीसीआई टीवी पर बातचीत के दौरान विराट की कप्तानी की भी तारीफ की. उन्होंने विराट से कहा कि वो इसलिए अच्छे कप्तान बन पाए क्योंकि उन्होंने एक अच्छी बॉलिंग यूनिट तैयार की. खासतौर पर जिस तरह से उन्होंने पेस बॉलिंग अटैक को बनाया जिसमें बुमराह, शमी, उमेश यादव, मोहम्मद सिराज जैसे नाम शामिल हैं. विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं और उन्होंने कुल 40 टेस्ट मैच जीते हैं.

पाकिस्तान की हॉकी टीम की शर्मिंदगी भरी यात्रा: चीन से हारने के बाद उसी का झंडा लेकर पहुंचे स्टेडियम

पाकिस्तान की टीम अपना मजाक बनाने पर खुद ही तुली हुई रहती है. अक्सर वह कुछ ना कुछ ऐसी हरकत कर देती है, जिससे पूरी दुनिया के सामने उसे शर्मिंदा होना पड़ता है. एक बार फिर से ऐसा ही कुछ हुआ है. दरअसल, पाकिस्तानी खिलाड़ी हाल ही में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में चीन को सपोर्ट करते हुए दिखे थे. सेमीफाइनल में चीन से हारने के बावजूद पाकिस्तानी की पूरी टीम दर्शक दीर्घा में उसी का झंडा लेकर बैठी थी. भारतीय हॉकी टीम ने जैसे ही चीन को 1-0 से हराकर लगातार दूसरी बार इस ट्रॉफी पर कब्जा किया, फैंस ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों का जमकर मजाक उड़ाया.

फैंस ने पाकिस्तान के लिए क्या कहा?

भारतीय हॉकी टीम का एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया. पूरे टूर्नामेंट में टीम का दबदबा बना रहा है. टीम इंडिया ने बिना एक भी मैच हारे ट्रॉफी को अपने नाम किया. दूसरी ओर पाकिस्तान की हॉकी टीम को ग्रुप स्टेज में भारत के हाथों 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था. वहीं सेमीफाइनल में चीन के साथ 1-1 की बराबरी पर मुकाबला खत्म हुआ. लेकिन पेनल्टी शूटआउट में टीम हारकर बाहर हो गई. इसके बावजूद जब पाकिस्तानी टीम ने चीन को सपोर्ट किया तो फैंस ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया. कुछ फैंस का कहना था कि इसमें बुराई ही क्या है. आखिर चीन सिर्फ पाकिस्तान की टीम ही नहीं बल्कि पूरे देश का स्पॉन्सर है.

अंतिम 10 मिनट में हुआ कमाल

टीम इंडिया को शुरू से ही एशियन चैंपियंस ट्रॉफी की सबसे बड़ी दावेदार थी. वहीं ग्रुप स्टेज और सेमीफाइनल के प्रदर्शन को देखते हुए फाइनल में एक आसान जीत की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन चीन की टीम ने कड़ी टक्कर दी. फाइनल में उसने भारतीय टीम को 50 मिनट तक कोई गोल नहीं करने दिया.

मुकाबला पेनल्टी शूट आउट की ओर जा रहा था और आखिरी के 10 मिनट बचे थे. तभी जुगराज सिंह ने कमाल कर दिखाया. उन्होंने 51वें मिनट में चीन की दीवार को ध्वस्त करते हुए एक तगड़ा शॉट लगाया और टीम इंडिया को 1-0 की बढ़त दिला दी. इस तरह भारत ने पांचवीं बार ये खिताब अपने नाम कर लिया.

टीम इंडिया ने पूरे टूर्नामेंट में फाइनल समेत सभी 7 मैच जीतकर एशियन चैंपियंस का ताज अपने नाम किया. बता दें भारतीय टीम ने सबसे पहले 2011 में ये खिताब जीता था. इसके बाद 2016 और 2023 में भी टीम इंडिया ही चैंपियन रही थी. वहीं 2018 में भारत और पाकिस्तान संयुक्त रूप से विजेता थे और अब 5वीं बार इस ट्रॉफी को जीता है.

चेन्नई में टीम इंडिया की सबसे बड़ी चुनौती, रोहित शर्मा के पास इतिहास रचने का मौका

19 सितंबर से चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में एक बार फिर टीम इंडिया सफेद जर्सी में मैदान पर कदम रखेगी. पूरे 6 महीने बाद भारतीय खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट खेलने उतरेंगे और लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के अपने अभियान को आगे बढ़ाएंगे. इस बार टीम इंडिया के सामने बांग्लादेश है, जिसे आम तौर पर ज्यादा मुश्किल चुनौती नहीं समझा जाता लेकिन पाकिस्तान जाकर 2-0 से टेस्ट सीरीज जीतने वाली बांग्ला टीम को इस बार कम करके नहीं आंका जा सकता. उस पर भी एक बड़ी चुनौती सितंबर के महीने की है, जो चेन्नई में खेले गए टेस्ट मुकाबलों में भारत के लिए कभी भी सफलता लेकर नहीं आया. अब कप्तान रोहित शर्मा के पास कुछ ऐतिहासिक काम करने का मौका है.

सितंबर में चेन्नई ने नहीं दिया साथ

भारत और बांग्लादेश के बीच 2 टेस्ट मैच खेले जाने हैं, जिसका पहला मैच चेन्नई में है. वैसे तो टीम इंडिया इस सीरीज में क्लीन स्वीप की दावेदार है लेकिन इस बार बांग्लादेश से चुनौती मिलने की उम्मीद की जा रही है. अब बांग्लादेश टीम इंडिया को कितनी चुनौती देता है ये तो 19 तारीख से ही पता चलेगा लेकिन टीम इंडिया को सितंबर के महीने में चेन्नई के चुनौतीपूर्ण इतिहास से जरूर निपटना पड़ेगा. जी हां, चेन्नई में आज तक सितंबर के महीने में जितने भी टेस्ट मैच खेले गए हैं, उसमें टीम इंडिया को कभी भी जीत नहीं मिली है.

चेन्नई के मैदान में 1934 में पहली बार टेस्ट मैच खेला गया था और तब से ही अब तक कुल 34 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं. इसमें भारतीय टीम ने 15 टेस्ट जीते हैं, 11 ड्रॉ रहे हैं और 7 बार उसे हार का सामना करना पड़ा है. सितंबर के महीने में इस मैदान पर सिर्फ 3 टेस्ट मैच खेले गए हैं लेकिन एक बार भी भारतीय टीम को जीत नहीं मिली. इनमें से 2 मैच ड्रॉ रहे हैं, जबकि 1 मैच टाई रहा था. सितंबर 1979 में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच ड्रॉ रहा था. फिर 1982 के सितंबर में श्रीलंका के साथ मैच भी ड्रॉ रहा था. वहीं 1986 में टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया का मैच रोमांचक टाई पर खत्म हुआ था.

रोहित बदल सकेंगे इतिहास?

1986 के बाद से आज तक सितंबर के महीने में चेन्नई में कोई टेस्ट नहीं खेला गया. यानि टीम इंडिया को सितंबर में आज तक कोई जीत नहीं मिली लेकिन कोई हार भी नहीं मिली. फिर भी चेन्नई के मैदान पर टीम इंडिया के दमदार रिकॉर्ड को देखते हुए सितंबर के महीने में ऐसा प्रदर्शन थोड़ा चौंकाने वाला है. अब कप्तान रोहित शर्मा के पास ये इतिहास बदलने का मौका है. रोहित पहले भारतीय कप्तान बन सकते हैं जो सितंबर के इस अजीबोगरीब सिलसिले को खत्म कर सकते हैं.

रोहित शर्मा के पास सहवाग का रिकॉर्ड तोड़ने का मौका

करीब 6 महीनों के लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर भारतीय क्रिकेट टीम टेस्ट क्रिकेट खेलती हुई दिखेगी. गुरुवार 19 सितंबर से टीम इंडिया और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी, जिसका पहला मैच चेन्नई में खेला जाएगा. चेन्नई का ये वही मैदान है, जो टीम इंडिया के कई ऐतिहासिक टेस्ट मैच का गवाह बना है. इसी मैदान पर करीब 15 साल पहले वीरेंद्र सहवाग ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 319 रन की यादगार पारी खेलकर इतिहास रचा था. अब इसी मैदान पर उनका एक शानदार रिकॉर्ड टूटने की कगार पर है और ये काम करने वाले हैं टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा. बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में ही रोहित टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्कों के सहवाग के भारतीय रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं.

चेपॉक स्टेडियम में 19 सितंबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में कई रिकॉर्ड्स दांव पर रहेंगे. विराट कोहली हों या रवींद्र जडेजा या फिर यशस्वी जायसवाल, कई भारतीय खिलाड़ियों के पास रिकॉर्ड बुक में अपना नाम लिखवाने का मौका होगा. जहां विराट और यशस्वी के पास बल्लेबाजी में इतिहास रचने का मौका होगा तो वहीं रवींद्र जडेजा गेंदबाजी से अपने नाम खास रिकॉर्ड कर सकते हैं. वहीं टीम इंडिया के पास भी 92 साल में पहली बार हार से ज्याजा जीत दर्ज करने का मौका है.

रोहित तोड़ पाएंगे सहवाग का रिकॉर्ड?

बाकी खिलाड़ियों की तरह कप्तान रोहित शर्मा भी इस सीरीज में टेस्ट क्रिकेट में छक्के जड़ने का रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं. भारतीय कप्तान के नाम अभी तक 59 टेस्ट मैच में की 101 पारियों में 84 छक्के जमाए हैं और भारतीय खिलाड़ियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. रोहित ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पूर्व कप्तान एमएस धोनी (78) को पीछे छोड़ा था और अब उनकी नजरें सहवाग पर हैं. पूर्व दिग्गज ओपनर सहवाग ने 104 टेस्ट में कुल 91 छक्के जमाए हैं, जिसमें से 90 भारत के लिए आए थे, जबकि एक एशिया इलेवन की तरफ से लगाया था. यानि रोहित को सिर्फ 7 छक्कों की जरूरत है और वो चेन्नई टेस्ट में ही ऐसा कर सकते हैं. ये 7 छक्के जमाते ही वो टेस्ट में भी सबसे ज्यादा छ्क्के जमाने वाले भारतीय बन जाएंगे.

जायसवाल के पास भी अच्छा मौका

रोहित के नाम पहले से ही वनडे और टी20 में न सिर्फ टीम इंडिया के लिए बल्कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा छक्कों का रिकॉर्ड है. ऐसे में तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए सबसे सफल सिक्स हिटर का रिकॉर्ड अब पूरी तरह रोहित के नाम होने वाला है. वैसे सिर्फ रोहित ही नहीं, बल्कि छक्के जमाने के मामले में यशस्वी जायसवाल भी एक रिकॉर्ड के करीब हैं. यशस्वी ने इस साल टेस्ट मैचों में 26 छक्के जमाए हैं और सिर्फ 8 छक्के जमाते ही वो एक साल में सबसे ज्यादा सिक्स लगाने के ब्रैंडन मैक्कलम (33) के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं.

फाइनल में पहुंची भारतीय हॉकी टीम: एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन

पेरिस ओलंपिक 2024 की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट भारतीय हॉकी टीम ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन बरकरार रखते हुए एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली है. ओलंपिक के बाद पहला इवेंट खेल रही टीम इंडिया ने सोमवार 16 सितंबर को हुए सेमीफाइनल में साउथ कोरिया को 4-1 से हरा दिया और एक बार फिर फाइनल में अपनी जगह बनाई. इस तरह मौजूदा चैंपियन टीम इंडिया अपने पांचवें खिताब के और करीब पहुंच गई है. टीम इंडिया की जीत के स्टार एक बार फिर कप्तान हरमनप्रीत सिंह रहे जिन्होंने दो गोल दागे और टीम की जीत में अहम योगदान दिया. खिताब के लिए अब टीम इंडिया का सामना मेजबान चीन से होगा.

चीन के हुलुनबिर में आयोजित हो रहे इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया ने पहले दिन से ही जोरदार प्रदर्शन किया, जो सेमीफाइनल तक जारी रहा. लीग स्टेज के सभी 5 मैच जीतने के बाद कोच क्रेग फुल्टन की टीम ने छठे मैच में भी आसानी से जीत हासिल की. साउथ कोरिया के खिलाफ हुए इस मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले क्वार्टर से ही गोल दागने शुरू कर दिए और तीसरे क्वार्टर के अंत तक ही 4-1 की बढ़त हासिल कर ली थी.

कर ली थी.

भारतीय टीम का अटैकिंग खेल

टीम इंडिया के लिए पहला क्वार्टर खत्म होने से ठीक पहले 13वें मिनट में उत्तम सिंह ने पहला गोल दागा और 1-0 की बढ़त दिलाई. फिर दूसरे क्वार्टर में जल्द ही बढ़त 2-0 हो गई. इस बार मैच के 19वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत ने पेनल्टी कॉर्नर से जोरदार शॉट दागा और गोल कर दिया. तीसरे क्वार्टर में टीम इंडिया ने 2 गोल अपनी झोली में डाले. 32वें मिनट में ही जरमनप्रीत सिंह ने स्कोर को 3-0 कर दिया लेकिन एक मिनट बाद ही कोरिया को पहली बार सफलता मिली. उसके लिए 33वें मिनट में यैंग जिहुन ने पेनल्टी कॉर्नर में गोल किया. इस क्वार्टर के आखिरी मिनट में हरमनप्रीत ने फिर गोल करते हुए जीत पर मुहर लगा दी. आखिरी क्वार्टर में कोई गोल नहीं आया और भारतीय टीम 4-1 से जीत के साथ फाइनल में पहुंच गई.

फाइनल में चीन से टक्कर

फाइनल में टीम इंडिया की टक्कर चीन से होगी, जिसने पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान को पेनल्टी शूटआउट में हरा दिया. इस सेमीफाइनल में 60 मिननट तक स्कोर 1-1 की बराबरी पर रहा, जिसके बाद फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ. यहां पाकिस्तानी खिलाड़ी कोई भी गोल नहीं कर सके, जबकि चीन ने 2 गोल दाग दिए और 2-0 से मैच जीतते हुए फाइनल में जगह बना ली. ये फाइनल मंगलवार 17 सितंबर को खेला जाएगा. दोनों टीमों की लीग स्टेज के अपने पहले ही मैच में टक्कर हुई थी, जिसमें भारत ने 3-0 से जीत दर्ज की थी.

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टीम इंडिया के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा सिर्फ इंडिया ही नहीं विदेश में भी काफी पॉपुलर हैं. उनकी पॉपुलेरिटी का ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. रोहित शर्मा की एक विदेशी फैन ने उनपर

रोहित शर्मा की विदेशी फैन ने की उनकी नकल, वीडियो हुआ वायरल
टीम इंडिया के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा सिर्फ इंडिया ही नहीं विदेश में भी काफी पॉपुलर हैं. उनकी पॉपुलेरिटी का ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. रोहित शर्मा की एक विदेशी फैन ने उनपर एक वीडियो बनाया है जिसमें वो उनकी नकल करती दिखाई दे रही हैं. इस विदेशी फैन ने पूरा वीडियो हिंदी में बनाया है और उन्होंने रोहित शर्मा के फेमस डायलॉग्स को भी जबरदस्त अंदाज में डिलिवर किया है. इस विदेशी फैन का नाम क्या है ये तो अबतक पता नहीं चल पाया है लेकिन 54 सेकेंड के इस वीडियो को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं. विदेशी फैन ने बनाया रोहित का वीडियो रोहित शर्मा की ये फैन उनके क्रिकेट फील्ड के फेमस डायलॉग्स को कॉपी कर रही है. वो ठीक वैसे ही बोल रही है जैसे रोहित बोलते हैं. एक सीन में तो इस विदेशी लड़की ने यहां तक कह दिया-तू मिल मुझे गार्डन में…ये वही डायलॉग है जो इसी साल रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान बोला था. ये डायलॉग रोहित ने अपने युवा खिलाड़ियों के लिए कहा था. इसके अलावा इस फैन ने रोहित शर्मा के टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाने के अंदाज को भी कॉपी किया. रोहित शर्मा ने लियोनल मेसी की तरह टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाई थी. रोहित शर्मा पर फिर नजरें रोहित शर्मा की बात करें तो उन्होंने टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप तो जिता दिया है लेकिन अब उनके सामने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और चैंपियंस ट्रॉफी की चुनौतियां हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए फिलहाल उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. इसके बाद वो न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज खेलेगी और फिर साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा होगा जहां वो पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी. इन तीन टेस्ट सीरीज के नतीजों से ही साफ होगा कि टीम इंडिया टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगी या नहीं.
भारत-बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से पहले सरफराज खान ने रोहित शर्मा को लेकर दिया बयान,जाने क्या कहां

भारत-बांग्लादेश सीरीज की उलटी गिनती शुरू है. बांग्लादेश की टीम भी भारत पहुंच चुकी है. वहीं इंधर चेन्नई में टीम इंडिया कोई कोताही बरतती नहीं दिख रही. भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा भी पूरे जोर-शोर से तैयारियों को अमलीजामा पहनाने में जुटे हैं. भारत-बांग्लादेश टेस्ट सीरीज का आगाज 19 सितंबर से हो रहा है. 2 टेस्ट मैचों की इस सीरीज से पहले हालांकि एक बयान चर्चा में हैं, जिसमें रोहित शर्मा की तुलना फिल्म लगान के आमिर खान से की गई है. रोहित शर्मा को लेकर ऐसा बयान सरफराज खान ने दिया है.

बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए सरफराज खान का भी चयन किया गया है. लेकिन, केएल राहुल की मौजूदगी के चलते उनका पहले टेस्ट में खेलना मुश्किल है. यही वजह है कि ना तो उन्हें दलीप ट्रॉफी से रिलीज किया गया और ना ही चेन्नई में लगे कैंप का हिस्सा भी नहीं बनाया गया है.

फिल्म ‘लगान’ के आमिर खान जैसे रोहित शर्मा- सरफराज खान

आईए अब जरा विस्तार से जानते हैं कि सरफराज खान ने रोहित शर्मा को लेकर कहा क्या है? आखिर उन्हें क्यों ऐसा लगता है कि रोहित शर्मा फिल्म लगान के आमिर खान जैसे हैं? सरफराज खान ने अपनी बात जियो सिनेमा से कही है. उसे दिए इंटरव्यू में सरफराज खान ने कहा है कि रोहित, बड़े भाई जैसे हैं.

सरफराज खान को क्यों लगता है ऐसा?

सरफराज खान के मुताबिक रोहित शर्मा आपको कंफर्ट फील कराते हैं. वो हमारे लिए बड़े भाई जैसे हैं. वो कभी हमें जूनियर की तरह ट्रिट नहीं करते. सरफराज ने आगे कहा कि लगान उनकी फेवरेट फिल्म है. और, उनके लिए रोहित शर्मा फिल्म लगान के आमिर खान जैसे हैं. वो ऐसा महसूस कराते हैं जैसे वो आपके परिवार का हिस्सा हैं.

अश्विन को भी रोहित में दिखता है बड़ा भाई

वैसे सरफराज खान इकलौते भारतीय क्रिकेटर नहीं जिन्हें रोहित शर्मा में बड़े भाई का चेहरा नजर आता है. उनकी तरह अश्विन ने भी उन्हें बतौर कप्तान बड़ा भाई कहा है. साफ है कि कप्तान रोहित में कुछ तो बड़े भाई वाली बात होगी ही, तभी इन क्रिकेटरों को ऐसा लग रहा है. अश्विन भी बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया का हिस्सा हैं.

नीरज चोपड़ा ने किया बड़ा खुलासा,चोट के बावजूद भी डायमंड लीग फाइनल में किया दूसरा स्थान हासिल


भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने इस साल का अपना आखिरी टूर्नामेंट डाइमंड लीग के तौर पर खेला. ब्रसेल्स में हुए डाइमंड लीग के फाइनल में नीरज ने 87.86 मीटर का थ्रो किया और वह दूसरे नंबर पर रहे. वह खिताब जीतने से सिर्फ 1 सेंटीमीटर दूर रहे गए. ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 87.87 मीटर के थ्रो के साथ बाजी मारी. इस टूर्नामेंट के बाद अब नीरज चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए एक बहुत बड़ा खुलासा किया है.

नीरज चोपड़ा ने जोखिम उठाकर खेला डाइमंड लीग

नीरज चोपड़ा ने खुलासा किया है कि उन्होंने ट्रेनिंग सेशन के दौरान हाथ में लगी चोट के बावजूद डायमंड लीग के फाइनल में हिस्सा लिया. नीरज चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, ‘2024 सीजन समाप्त हो गया है तो मैं साल भर में सीखी गई सभी चीजों को देखता हूं जिसमें सुधार, असफलताएं, मानसिकता और बहुत कुछ शामिल है. सोमवार को प्रैक्टिस के दौरान मैं चोटिल हो गया था और एक्स-रे से पता चला कि मेरे बाएं हाथ की (चौथी मेटाकार्पल) हड्डी में फ्रैक्चर है. यह मेरे लिए एक और दर्दनाक चुनौती थी. लेकिन अपनी टीम की मदद से मैं ब्रसेल्स में भाग लेने में सफल रहा.’

उन्होंने आगे लिखा, ‘यह साल का आखिरी टूर्नामेंट था. मैं अपनी ही उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. लेकिन मुझे लगता है कि यह एक ऐसा सीजन था जिसमें मैंने बहुत कुछ सीखा. अब मैं पूरी तरह से फिट होकर वापसी कर खेलने के लिए तैयार हूं. मैं आप सभी को आपके प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. 2024 ने मुझे एक बेहतर एथलीट और इंसान बनाया है. 2025 में मिलते हैं.’

पेरिस ओलंपिक में भी चोट के साथ लिया हिस्सा

नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 में सिल्वर मेडल जीता था. उन्होंने चोट के साथ ही पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लिया था. इवेंट के बाद उन्होंने बताया था कि वह ग्रोइन इंजरी से जूझ रहे हैं. इसके बाद वह मेडिकल एडवाइस के लिए जर्मनी गए थे. तब खबर आई थी कि अगर जरूरत पड़ी तो नीरज सर्जरी भी करवाएंगे. लेकिन उन्होंने मेडिकल टीम से मिलने के बाद डाइमंड लीग में खेलने का फैसला किया था.

रविचंद्रन अश्विन का बड़ा बयान, संन्यास के बारे में कही ये बात!

टीम इंडिया एक लंबे ब्रैक के बाद एक बार फिर एक्शन में लौटने वाली है. 19 सितंबर से उसे बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. ये सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के हिसाब से टीम इंडिया के लिए काफी अहम रहने वाली है. इस सीरीज की शुरुआत से पहले टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने रिटायरमेंट के प्लान पर खुलकर बात की है. रविचंद्रन अश्विन ने बताया है कि वह फिलहाल संन्यास के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे हैं, लेकिन वह इंटरनेशनल क्रिकेट को कब छोड़नें उन्होंने ये भी बता दिया है.

रिटायरमेंट के प्लान पर अश्विन का बड़ा बयान

रविचंद्रन अश्विन ने विमल कुमार के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान अपने रिटायरमेंट के प्लान पर खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि जब उनमें अपने खेल को सुधारने की इच्छा नहीं रहेगी तब वह संन्यास के बारे में सोचेंगे. आर अश्विन ने कहा, ‘मेरे दिमाग में ऐसा कुछ नहीं है. मैं एक बार में केवल एक दिन के बारे में सोचता हूं. क्योंकि जब आप बूढ़े होते हैं, तो आपको हर दिन ज्यादा मेहनत करनी होती है. ये पहले जैसा नहीं रहता. मैंने पिछले 3-4 सालों में काफी मेहनत की है. मैंने अभी संन्यास का फैसला नहीं किया है, लेकिन जिस दिन मुझे लगेगा कि मैं सुधार नहीं करना चाहता, मैं संन्यास ले लूंगा.’

आर अश्विन 17 सितंबर को 38 साल के हो जाएंगे. उन्होंने 40 साल की उम्र तक क्रिकेट खेलने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘मुझे पता है कि उस कठिन दौर (2018-20) के बाद मेरी जिंदगी कैसे बदल गई. मैं सिर्फ क्रिकेट के प्रति अपनी खुशी को बनाए रख रहा हूं और जिस पल मुझे लगेगा कि मैं इसे खो रहा हूं, मैं इससे दूर हो जाऊंगा. हम सभी खेलते हैं और हमें सभी को छोड़ना होगा. कोई और आएगा और अच्छा करेगा. यह भारतीय क्रिकेट है.’

अनिल कुंबले को पीछे छोड़ने का मौका

रविचंद्रन अश्विन टीम इंडिया के लिए अभी तक 100 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. इन मैचों में अश्विन ने 516 विकेट लिए हैं. वह भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले हैं, जिन्होंने 619 विकेट लिए हैं. अनिल कुंबले के रिकॉर्ड को तोड़ने के बारे में बात करते हुए अश्विन ने कहा, ‘मैंने अपने लिए कोई टारगेट सेट नहीं किया है. अनिल भाई चाहते हैं कि मैं उनका रिकॉर्ड तोड़ दूं, लेकिन मैं हर दिन को जीकर खुश हूं. मैं लक्ष्य तय करके खेल के प्रति अपना प्यार नहीं खोना चाहता