दरभंगा में मैडम ने गले पर पैर रखा,दुपट्टे से फांसी लगा दी
दरभंगा के बहेड़ी कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में रविवार की शाम 7वीं की स्टूडेंट का फांसी लगाकर सुसाइड करने का मामला सामने आया था। हालांकि, छात्रा के परिवारवाले स्कूल की वॉर्डन रेखा सिन्हा पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
छात्रा के शव का पोस्टमॉर्टम सोमवार को कराया गया है। पीड़ित परिवार ने थाने में वॉर्डन के खिलाफ लिखित शिकायत की है। परिवार के अनुसार, वॉर्डन ने 1000 रुपए की चोरी का आरोप लगाकर उसकी हत्या कर दी है।
इस मामले की पड़ताल के लिए दरभंगा स्ट्रीट बज की संवाददाता ग्राउंड पर पहुंची। हमने छात्रा के घर पहुंचकर परिवारवालों से बात की। इसके बाद स्कूल जाकर वॉर्डन रेखा सिन्हा से भी आरोपों पर जवाब लिए। साथ में उस जगह को भी देखा, जहां से छात्रा के लटककर सुसाइड करने की बात कही गई।
मृतक छात्रा संध्या कुमारी की उम्र 13 साल थी। 2 भाई और 2 बहनों में वह सबसे बड़ी थी। 2 साल से कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में रहकर पढ़ाई कर रही थी। उसका घर स्कूल से 20 किलोमीटर दूर बहादुरपुर थाना इलाके के श्रीरामपुर पीपरा में है।
घर पर सबसे पहले हमारी मुलाकात छात्रा की छोटी बहन साक्षी से हुई। साक्षी भी अपनी बड़ी बहन संध्या के साथ कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल में क्लास-6 में पढ़ती है। साक्षी ने बताया कि 'रेखा मैडम ने 1000 रुपए चोरी का आरोप लगाकर पहले मेरी बहन के गले पर पैर से मारा। उसके बाद गला दबाकर मार डाला। मम्मी ने कॉल किया तो मैडम ने बात भी नहीं करने दी।
साक्षी ने बताया कि 'स्कूल की सभी लड़कियों को बैग और इंस्ट्रूमेंट बॉक्स खरीदने के लिए 1000 रुपए मिले थे, लेकिन उस वक्त संध्या घर आई हुई थी। उसकी तबीयत खराब थी। जब वह स्कूल गई, तब मैडम उसे बैग खरीदवाने के लिए बाजार ले गई थी।
मैंने इतना ही देखा कि मेरी बहन रॉड से लटक रही थी। पैर झूल रहा था। इसके बाद हमें वहां से हटा दिया गया।
संध्या की मां समता कुमारी कहती हैं कि 'मैडम ने मुझे पहले फोन किया और पूछा कि आपने अपनी बेटी को ₹1000 दिया है? मैंने कहा कि कोई पैसा नहीं दिया है। मैंने अपनी बेटी से बात करवाने के लिए कहा। मैं हेलो-हेलो करती रही, लेकिन मैडम ने फोन काट दिया। जब दोबारा फोन किया तो मैडम ने नहीं उठाया।
तीसरी बार फोन किया तो मैडम ने कहा कि मैं बाजार में हूं। कुछ देर बाद मैडम ने कॉल किया और बताया संध्या बेहोश हो गई है। आप लोग जल्दी अस्पताल आ जाइए।'
संध्या के दादा राम सेवक राम ने बताया कि 'रेखा मैडम ने मेरी पोती को मारा है। उनके साथ इस घटना में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। हम लोगों को यह कहकर बुलाया गया कि आपके बच्चे की हालत खराब है। जल्दी से आइए। मेरा बेटा वहां गया।
मेरे बेटे ने मुझे बताया कि उसकी मौत हो गई है। मैडम ने मारने के बाद फोन किया था। जिस ऊंचाई पर फांसी लगाने की बात बताई जा रही है। उतनी ऊंचाई पर फांसी नहीं लगाई जा सकती है।'
संध्या के घर के बाद हम बहेड़ी कस्तूरबा गांधी स्कूल पहुंचे। हमने यहां की वॉर्डन रेखा सिन्हा से बात की। रेखा सिन्हा ने बताया कि 'क्या मामला है, यह मुझे भी नहीं पता है। लेकिन, वह लड़की वैसी नहीं थी। संध्या की मां का कॉल आया था। मैंने उसकी छोटी बहन को बुलाने के लिए भेजा, लेकिन वह नहीं आई। इसके बाद प्रार्थना का समय शुरू हो गया। अचानक से बच्चियां हल्ला करने लग गईं। मैं ऊपर गई तो संध्या को खिड़की की रॉड से लटका देखा।
पुलिस को नहीं बुलाने की बात पर वॉर्डन बताती हैं कि 'हम लोग घबरा गए थे। इसीलिए पुलिस को तुरंत सूचना नहीं कर सके। मैंने खुद से फांसी का फंदा खोलकर उसे नीचे उतारा। फिर उसे अस्पताल पहुंचाए।
इस स्कूल में मेरे अलावा तीन शिक्षिका और हैं। सभी कल छुट्टी पर थीं। मैं ही अकेले स्कूल में थी। घटना के बाद अधिकारियों ने सभी परिजनों को बुलाकर बच्चों को उनके साथ भेज दिया है। स्कूल में छुट्टी कर दी गई है।'
सोमवार को शिक्षा विभाग के डीपीओ रवि कुमार और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कृष्ण कुमार यादव भी स्कूल पहुंचे। उन्होंने स्कूल के अटेंडेंस रजिस्टर की जांच की। जानकारी के अनुसार स्कूल के कई कर्मचारी बिना सूचना गायब मिले। हालांकि, अधिकारियों ने इस मामले में किसी तरह का आधिकारिक बयान देने से इनकार कर दिया।
बहेरी थानाध्यक्ष वरुण कुमार गोस्वामी ने बताया कि 'मामले में आवेदन मिला है। एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।'
दरभंगा से आरफा प्रवीण की रिपोर्ट
Sep 17 2024, 19:29