बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक, ड्रोन में हुए कैद, 2 माह में 7 को बनाया निवाला, ग्रामीणों में दहशत
महेश चंद्र गुप्ता ,बहराइच। सदर रेंज के विभिन्न गांव में भेड़ियों का आतंक है। भेड़ियों ने अब तक सात लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। भेड़ियों को पकड़ने के लिए पांच जिलों की वन विभाग की टीम के साथ जिले के 16 अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। ऐसे में उनके इंसानी खून के आदी होने की आशंका जताई जा रही है।
बहराइच वन प्रभाग के सदर रेंज में बीते दो माह से भेड़िए आतंक मचाए हुए है। हरदी थाना क्षेत्र के लगभग 30 गांवों में भेड़ियों का हमला जारी है। किसी न किसी गांव में भेड़िए हमला कर बच्चों को निवाला बना रह है। भेड़ियों को पकड़ने के लिए जिले के वन विभाग की टीम विफल रही तो पड़ोस के गोंडा, श्रावस्ती जिले के वन कर्मियों की भी मदद ली, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। सप्ताह में एक या दो हमले भेड़िए के हो रहे हैं।
भेड़िए के हमले में जहां बड़े और छोटे लोग घायल हो रहे हैं तो वहीं बच्चों की जान जा रही है। निरंतर हो रहे भेड़िए के हमलों से उसके मानव खून के आदी होने की संभावना बन गई है। इसको देखते हुए बाराबंकी, लखनऊ की वन विभाग की टीम को भी निगरानी और भेड़िया को पकड़ने के लिए लगा दिया गया है।
पूर्व में जिले के कतर्नियाघाट में डीएफओ रहे आकाशदीप बधावन को भी बाराबंकी से बुलाया है। वहीं जिलाधिकारी मोनिका रानी ने डीडीओ, डीपीआरओ, एसडीएम, दो बीडीओ समेत 16 अधिकारियों की टीम को अलग से निगरानी में लगाया है। यह सभी सिफ्ट के साथ ड्यूटी करेंगे।
महसी तहसील क्षेत्र में 10 मार्च से भेड़िए का हमला शुरू हुआ। पहला शिकार मिश्रण पुरवा गांव निवासी बालिका बनी। उसके बाद से 23 मार्च, 17 जुलाई, 27 जुलाई, तीन अगस्त, 17 अगस्त और 22 अगस्त को भेड़िया ने हमला कर बच्चों को निवाला बना लिया। इसके अलावा हमलों में 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
ड्रोन में कैद हुआ झुंड, विधायक भी लगा रहे चौपाल
वन विभाग की ओर से लगाए गए ड्रोन में एकसाथ चार से पांच भेड़िया जाते दिख रहे हैं। लेकिन पकड़ में नहीं आए। वहीं भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह रात भर ग्रामीणों के साथ बैठक कर लोगों को सतर्क रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
निरंतर चल रही कंबिग, सफलता भी मिली
भेड़िया प्रभावित गांव में वन विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। अब तक तीन भेड़िया पकड़े भी जा चुके हैं। अन्य को पकड़ने और ग्रामीणों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए निरंतर ड्यूटी जारी है। जल्द ही सफलता मिलेगी। ग्रामीण भी सहयोग करते रहें। खुले में निवास न करें.., अजीत कुमार सिंह डीएफओ।
Aug 30 2024, 19:40