सद्भावना मंच ने प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा

ब्रिह्म प्रकाश शर्मा ,मुजफ्फरनगर/ जानसठ। सद्भावना मंच ने उत्तरप्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग को 60 प्रतिशत आरक्षण देने व आरक्षण में वर्गीकरण करने की मांग कों लेकर देश के प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।बृहस्पतिवार को तहसील प्रांगण में सद्भावना मंच के बैनर तले मजदूर किसान यूनियन पार्टी,आॅल इंडिया आवाम ए हिन्द पार्टी, भारतीय हरित पार्टी, राष्ट्रीय असली पार्टी आदि पाटीर्यों ने धरना एवं प्रदर्शन किया इस दौरान वक्ताओं ने इंकलाब जिंदाबाद के जमकर नारे की बाजी की तथा उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग को 60% आरक्षण देने व आरक्षण में वर्गीकरण करने की मांग कर रहे थे ।
इस दौरान जानसठ तहसील में चारों पार्टी की अगुवाई वाले गठबंधन सद्भावना मंच के बैनर तले एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। धरने का नेतृत्व आॅल इंडिया अवाम ए हिन्द पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राव नदीम एडवोकेट, मजदूर किसान यूनियन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुक्रम पाल कश्यप, भारतीय हरित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजबीर सिंह, असली पार्टी के अध्यक्ष मौ0 अली अंसारी ने किया। निर्धारित समय अनुसार चल रहे तहसील प्रमाण में धरने प्रदर्शन में मीरापुर विधानसभा के अलग अलग गांवों से सैकड़ो की संख्या में लोग शामिल हुए। धरना प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन जानसठ एसडीएम सुबोध कुमार को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में बताया गया कि बिहार सरकार के द्वारा बिहार राज्य की जनगणना की गई, जिसमे अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 63 प्रतिशत आयी है। उत्तर प्रदेश में भी लगभग इसी के बराबर आबादी है। प्राकृतिक न्याय के आधार पर हम लोग मांग करते है कि संख्या के अनुपात में उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग को 60 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाए तथा आरक्षण में वर्गीकरण किया जाए। इस दौरान आॅल इंडिया अवाम ए हिन्द पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मौ अली जैदी व राष्ट्रीय सचिव शकील सैफी, प्रदीप कुमार, उस्मान त्यागी, प्रदीप कुमार, रामधन कश्यप एडवोकेट, अंकित कश्यप, कारी गय्यूर, कारी अब्दुस्सलाम, डॉ अरमान, रवि कश्यप, चांद मौ अफसर आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहे।



 
						




 
 ब्रह्म प्रकाश शर्मा , जानसठ,मुजफ्फरनगर । सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के मामले में देश की पहली रोबोट असिस्टेड सर्जरी की गई है. ये सर्जरी 44 वर्षीय महिला की हुई जो पूरी तरह सफल रही. सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी की डायरेक्टर डॉक्टर अरुणा कालरा के नेतृत्व वाली टीम में रोबोट की मदद से ये सर्जरी की जिसके परिणामस्वरूप महिला एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे पाई। एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के मामले जटिल होते हैं और इनमें मृत्यु दर 5-10 फीसदी होती है. अगर समय पर देखभाल न की जाए तो हेमोरैगिक शॉक सिंड्रोम के कारण मौत हो सकती है. इसके अलावा पूरी बॉडी में ब्लड वेसल्स में खून के थक्के जम जाने से मल्टी ऑर्गन फेल होने का खतरा रहता है।
ब्रह्म प्रकाश शर्मा , जानसठ,मुजफ्फरनगर । सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के मामले में देश की पहली रोबोट असिस्टेड सर्जरी की गई है. ये सर्जरी 44 वर्षीय महिला की हुई जो पूरी तरह सफल रही. सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गाइनेकोलॉजी की डायरेक्टर डॉक्टर अरुणा कालरा के नेतृत्व वाली टीम में रोबोट की मदद से ये सर्जरी की जिसके परिणामस्वरूप महिला एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे पाई। एक्टोपिक प्रेग्नेंसी के मामले जटिल होते हैं और इनमें मृत्यु दर 5-10 फीसदी होती है. अगर समय पर देखभाल न की जाए तो हेमोरैगिक शॉक सिंड्रोम के कारण मौत हो सकती है. इसके अलावा पूरी बॉडी में ब्लड वेसल्स में खून के थक्के जम जाने से मल्टी ऑर्गन फेल होने का खतरा रहता है।
  


 

 
 
Aug 30 2024, 16:42
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