नहीं थम रहा है ट्रास्कर हाथी का आतंक,हर दिन भोजन के तलाश में पहुंचा रहा है लोगों का नुकशान
सरायकेला : चांडिल वन क्षेत्र में झुंड से अलग घूम रहा ट्रास्कर हाथी की आतंक रोकने की नाम ही नहीं ले रहा है । प्रत्येक दिन रात हाथी किसी ना किसी क्षेत्र में भोजन की तलाश में मकान तोड़ कर और फसलों को नुकसान पहुंचा कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है ।
चांडिल बन क्षेत्र में तोड़फोड़ करने के बाद सोमवार को हाथी नीमडीह प्रखंड क्षेत्र में प्रवेश कर गया । सोमवार की रात्रि नीमडीह प्रखंड के रामनगर टोला मुदीडीह निवासी रवींद्रनाथ महतो के घर की चहारदीवारी तोड़कर आम के लगे पौधे और मकई की फसल को निवाला बनाया गया।
हाथी ने काशीनाथ महतो के घर का दरवाजा भी तोड़ दिया। वही गांव में जंगली हाथी ने भगवान महतो के घर का दरवाजा तोड़कर अंदर रखे चावल को अपना निवाला बनाया । पीड़ितों ने बताया कि हाथी करीब एक क्विंटल चावल खा गया और जमीन पर गिराकर नष्ट कर दिया। इसके साथ ही ट्रास्कर हाथी ने नीमडीह प्रखंड क्षेत्र की सीमा गांव में बादल प्रमाणिक के मकान का दो लोहे का दरवाजा तोड़ दिया ।
इस क्षेत्र के लिए बन गई हाथी बड़ी समस्या।
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली ट्रास्कर हाथी बड़ी समस्या बन गया है । जंगली हाथियों झुंड की उत्पात रोकने के लिए अब तक किए गए सभी उपाय विफल हो गए हैं और हाथियों का आबादी वाले क्षेत्रों में उत्पात मचाना जारी है । गजराजों के आतंक से समूचा इलाका थर्राया हुआ है। ग्रामीण की जानकारों का कहना है कि अमूमन हाथी अपनी राह चलते हैं. वे तभी किसी को नुकसान पहुंचाते हैं, जब उनके रास्ते कोई रूकावट पैदा करता है या हाथी के लिए जब कोई खतरा बनता है।
कुछ बर्ष पहले तक हाथी ना उत्पात मचाते थे और ना हिंसक थे, जबकि दलमा वन्य जीव आश्रयणी क्षेत्र में कई गांव अवस्थित हैं, जहां लोग हाथियों के बीच रहकर जीवन यापन करते हे ।अब सवाल यह उठता है कि हाथियों के रास्ते में रूकावट किसने डाला, उसके लिए खतरा कौन बना। पहले इसका पता लगाया जाना चाहिए कि किसकी गलती के कारण ग्रामीण हाथियों का आतंक झेल रहे हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथी की समस्या का स्थायी समाधान निकालने का आग्रह किया है ।प्रत्येक बर्ष गजराजों की संरक्षण के लिए वन एब पर्यावरण विभाग को केंद्र सरकार एब राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपया मुहैया करते हे। फिर भी गजराज की झुंड सेंचुरी से पलायन क्यू करते हे। आम नागरिक जानना चाहते है ।गज परियोजना सेंचुरी से गज पलायन करने के पीछे राज्य क्या हे।












Aug 13 2024, 20:13
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