भारत छोड़ो आंदोलन के 82वीं वर्षगांठ के अवसर पर कांग्रेस पार्टी के सेवा दल ने निकाला तिरंगा मार्च
* पटना : भारत छोड़ो आंदोलन के 82वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज कांग्रेस पार्टी सेवा दल के द्वारा तिरंगा मार्च का आयोजन किया गया। पार्टी कार्यालय सदाकत आश्रम से शहीद स्मारक तक मार्च किया गया। जिसमें सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता मार्च करते हुए शहीद स्मारक पहुंचे और शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शपथ ली। वहीं अवसर पर कांग्रेस नेता शकील अहमद खान ने कहा जिस तरह से भारत छोड़ो आंदोलन मे देश के सपुतो ने बलिदान दिया था और देश को आजाद कराया था वैसे ही देश भक्तों की आज जरूरत है। वही जदयू सांसद व केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के द्वारा वक्फ बोर्ड के उपर आये फैसले का समर्थन करने और यह कहने की कहीं से भी मुसलमान का हक नहीं मारा जा रहा है कांग्रेस नेता शकील अहमद खा ने कहा कि इंडिया गठबंधन ने अपना स्टैंड ले लिया है। स्टैंड न्याय उचित है यह जो दान की जमीन है दान की प्रॉपर्टी है इसलिए समाज के काम में लगाया जा सकता है। कहा कि बिहार में वक्फ की प्रॉपर्टी पर सरकारी स्कूल भी चल रहे हैं तो लोगों की सुविधा के लिए स्कूल में कॉलेज में जगह-जगह दान दिया इसका ऑलरेडी संविधान में इसकी जगह दे दी गई है। इसको माइनॉरिटी के लोग इसका जो देखने का काम करते हैं उनकी पोजिशनिंग संविधान के अंदर आर्टिकल के द्वारा दिया है। यह सब बात हो चुकी है भारतीय जनता पार्टी जो बरका झूठा पार्टी ने एक बिल लाया है बहुत सारे झूठ है। दान के हजारों एकड़ संचालन वहां के संचालन करने करते हैं कमेटी बना कर दिया भारतीय जनता पार्टी को चारों तरफ निगाह देने की जरूरत है । कहा कि जनता दल यू बरका झूठा पार्टी के साथ अंडा गठबंधन में है। ललन जी क्या बोलेंगे। मंत्रालय भी उनको संभालना और उनकी जो आदत और जो चाल है गिरगिट वाली वह रहेगी ही कैसे बदल सकती है। जहां से राजनीति की शुरुआत होती है विचार शून्यता से जिस आदमी की शुरुआत होती है। अभी कुछ दिन पहले मैं उनका पिछला भाषण सुन रहा था भाजपा के खिलाफ काफी कुछ बोल रहे थे। यही वह व्यक्ति है जो कुछ लोग एक्टर होते हैं बड़े एक्टर होते हैं यह बड़े एक्टिंग कर रहे हैं। शकील अहमद खा ने ललन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि ललन बाबू ललन बाबू है उनको जब मौका मिलता है कभी इस पार कभी उस पार कभी इस गली कभी उस गली। उनको आजकल मजा आ रहा है वह एक टेक्निकल नेता है। वहीं आरक्षण मामले पर एनडीए में चिराग पासवान और मांझी के द्वारा अलग-अलग बयान देने पर कहा कि यह लोग अंडा गठबंधन में है। यह विरोधाभास का गठबंधन है। हमारे माननीय मांझी जी को कैसा कैसा बात बोला गया था। विधानसभा में एक समाज के लोगों ने जीभ् काटने तक की बात की थी फिर भी वह बर्दाश्त कर लिए। वह बड़े बुजुर्ग है कितना संयम है। दूसरी तरफ चिराग पासवान को लगता है कि हमारा जो वोट है वोट बैंक में कहीं छेड़ छाड़ न हो जाए इसलिए यह छह लोगों का जो अंडा गठबंधन है यह विभक्त हो जाएगा। पटना से मनीष प्रसाद
Aug 09 2024, 14:33