भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत बलिया में पुलिस कर्मियों पर भ्रष्टाचार व वसूली के विरूद्ध की गयी बड़ी कार्रवाई, जानिये पूरा मामल
लखनऊ । यूपी शासन की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति एवं पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशान्त कुमार पुलिस महानिदेशक द्वारा दिये गये निदेर्शों के क्रम में विगत 24/25 जुलाई की रात्रि में जनपद बलिया में पीयूष मोर्डिया, अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी एवं वैभव कृष्ण, पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ की संयुक्त टीम द्वारा पुलिस कर्मियों के भ्रष्टाचार व वसूली के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई की गयी है।
काफी दिनों से ट्रकों से की जा रही थी अवैध वसूली
विगत कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि यूपी-बिहार सीमा पर बक्सर, बिहार से जनपद बलिया यूपी में आने वाली ट्रकों से थाना नरही के भरौली तिराहा पर पुलिस कर्मियों द्वारा कुछ दलालों के माध्यम से अवैध वसूली करायी जा रही है। इस सूचना पर पुलिस महानिदेशक, यूपी द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ को निर्देश दिये गये कि इस सूचना को सत्यापित करें एवं यदि सत्यता पायी जाय तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाय।
डीजीपी के निर्देश पर एडीजी व डीआईजी ने मारा छापा
पुलिस महानिदेशक यूपी के उक्त निर्देश के क्रम में विगत रात्रि 24/25 जुलाई को अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ की संयुक्त टीमें रात्रि करीब 1.30 बजे पर वाराणसी एवं आजमगढ़ से कुल पांच टीमें भरौली तिराहे पर पहुंची एवं क्षेत्र से गुजरने वाले ट्रकों के सम्बन्ध में बक्सर से यूपी सीमा में प्रवेश करके पुलिस कर्मियों द्वारा की जा रही वसूली को सत्य पाया गया एवं भरौली तिराहा क्षेत्र में अवैध वसूली के इस संगठित गिरोह की ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां की गयी। मौके से एक आरक्षी हरदयाल सिंह गिरफ्तार हुआ एवं एक मुख्य आरक्षी विष्णु यादव एवं दो आरक्षी दीपक मिश्रा एवं बलराम सिंह कुल तीन पुलिस कर्मी भाग गये। पुलिस कर्मियों द्वारा प्राइवेट व्यक्तियों को दलाल के रूप में प्रयुक्त कर वसूली की जा रही थी।
16 दलाल व्यक्तियों को मौके से गिरफ्तार
इस मौके पर 16 दलाल व्यक्तियों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार व्यक्तियों के नाम रविशंकर यादव पुत्र कमला प्रसाद यादव, विवेक शर्मा पुत्र स्व. शिवशंकर शर्मा, जितेश चौधरी पुत्र श्रीराम चौधरी, वीरेन्द्र राय पुत्र दयाशंकर राय, सोनू सिंह पुत्र परशुराम सिंह, अजय कुमार पाण्डेय पुत्र राजेन्द्र पाण्डेय, वीरेन्द्र सिंह यादव पुत्र स्व. रामनगीना यादव, अरविन्द्र यादव पुत्र श्रीराम यादव, उमाशंकर चौधरी पुत्र स्व. दीनानाथ चौधरी, जवाहिर यादव पुत्र त्रिवेणी यादव,धर्मेन्द्र यादव पुत्र मुंशी यादव,विकास राय पुत्र संतोष राय,हरेन्द्र यादव पुत्र पारस यादव,सलाम अंसारी पुत्र वकील अंसारी,आनन्द कुमार ठाकुर पुत्र शिवबहादुर ठाकुर, दिलीप कुमार यादव पुत्र स्व0 दीपचन्द यादव है। इसमें एक बिहार से बाकी सभी गाजीपुर के रहने वाले है।
प्रत्येक ट्रक से करीब 500 रुपये वसूला जाता था
उपरोक्त दलालों का अपराध करने का तरीका यह था कि बक्सर से आने वाले ट्रकों से पूर्व से सुनियोजित ढंग से बात तय कर लेते थे कि कितने-कितने बजे से कितने-कितने बजे तक यह ट्रक उ0प्र0 के थाना नरही क्षेत्र में से गुजरेंगे एवं बलिया में इन ट्रकों के प्रवेश करते ही प्रत्येक ट्रक से करीब 500 रुपये वसूला जाता था एवं एक रात्रि में ही अनुमानित 1000 ट्रक बक्सर से बलिया में प्रवेश करते थे। इस प्रकार एक रात्रि में ही इन संगठित गैंग के द्वारा अनुमानित पांच लाख रुपए का अवैध धनोपार्जन किया जाता था, जिसे स्थानीय पुलिस एवं दलालों में बांटा जाता था। उपरोक्त दलालों से 37360 रुपये, 14 मोटरसाइकिल, 25 मोबाइल एवं दो नोट बुक बरामद हुए हैं। इन दो नोट बुक में विगत रात्रि एवं उससे पूर्व के कई दिन एवं रात्रियों में पास कराये गये ट्रकों का विवरण अंकित है। इस विवरण से सूचना विकसित कर इस संगठित गिरोह द्वारा किये जा रहे इस अवैध वसूली के नेटवर्क का पदार्फाश किया जायेगा। दलाल गाड़ियों की संख्या गिनकर उसके हिसाब से पैसा थानाध्यक्ष नरही को देते थे, यह भी तथ्य संज्ञान में आया है।
दलालों के माध्यम से संगठित रुप से अवैध वसूली की जाती थी
जनपद बलिया के नरही थाना क्षेत्र के भरौली तिराहे से कुछ ट्रक थाना नरही के ही कोरण्टाडीह चौकी होते हुए जनपद गाजीपुर में प्रवेश कर जाते हैं, कुछ ट्रक रसड़ा थाना क्षेत्र की तरफ चले जाते है एवं कुछ ट्रक नरही से फेफना होते हुए बलिया चले जाते हैं। गिरफ्तार आरक्षी हरिदयाल सिंह तैनाती नरही थाना जनपद बलिया की मौके पर की गयी पूछ-ताछ में यह बात भी प्रकाश में आयी कि जो ट्रक भरौली तिराहे से थाना नरही के कोरण्टाडीह चौकी होते हुए गाजीपुर जाते हैं, उनसे चौकी कोरण्टाडीह के सामने भी उन्हें स्थानीय पुलिस द्वारा कुछ दलालों के माध्यम से संगठित रुप से अवैध वसूली की जाती थी। इस सूचना की पुष्टि करने हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी एवं पुलिस उप महानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र द्वारा भरौली तिराहा से एक ट्रक में बैठकर चौकी कोरण्टाडीह जाया गया तो चौकी कोरण्टाडीह के सामने ही स्थानीय पुलिस द्वारा अवैध वसूली करते स्थानीय पुलिस के एक सिपाही सतीश गुप्ता को गिरफ्तार किया गया एवं एक प्राईवेट व्यक्ति अशोक मौके से फरार हो गया। यह प्राइवेट व्यक्ति चौकी इन्चार्ज कोरंटाडीह का निजी कार्यकर्ता था।
प्रकरण में कुल कार्रवाई
थानाध्यक्ष नरही उ.नि. पन्नेलाल, चौकी प्रभारी कोरण्टाडीह उ.नि. राजेश कुमार प्रभाकर सहित कुल-7 पुलिसकर्मी यथा-मुख्य आरक्षी हरिदयाल सिंह, मुख्य आरक्षी विष्णु यादव, आरक्षी सतीश गुप्ता, आरक्षी दीपक मिश्रा, आरक्षी बलराम सिंह एवं 16 दलालों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 थाना नरही पर पंजीकृत किया गया है, जिसकी विवेचना पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ द्वारा सहायक पुलिस अधीक्षक, जनपद आजमगढ़ को दी गयी है। यह मुकदमा पुलिस उपमहानरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र के पीआरओ निरीक्षक सुशील कुमार यादव की तरफ से लिखा गया है।
प्रथम दृष्टया पर्यवेक्षण में दोषी पाये जाने पर थानाध्यक्ष नरही पन्नेलाल को निलम्बित
उपरोक्त मुकदमें में दो पुलिसकर्मी आरक्षी हरिदयाल सिंह थाना नरही, आरक्षी सतीश गुप्ता चौकी कोरण्टाडीह एवं 16 दलाल गिरफ्तार किये गये।प्रथम दृष्टया पर्यवेक्षण में दोषी पाये जाने पर थानाध्यक्ष नरही पन्नेलाल को निलम्बित किया गया है। प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर चौकी प्रभारी कोरंटाडीह उ.नि. राजेश कुमार प्रभाकर को निलम्बित किया गया है एवं सम्पूर्ण कोरंटाडीह पुलिस चौकी के आठ पुलिस कर्मी, जिनमें चौकी प्रभारी के अतिरिक्त दो मुख्य आरक्षी-चन्द्रजीत यादव व औरंगजेब खां एवं पांच आरक्षी-परविन्द यादव, सतीश चन्द्र गुप्ता, पंकज कुमार यादव, ज्ञानचन्द्र व धर्मवीर पटेल सम्मिलित है, को भी निलम्बित किया गया है।
थाना नरही के थाना प्रभारी के अतिरिक्त एक उपनिरीक्षक (रात्रि दिवसाधिकारी उ.नि. मंगला प्रसाद) एक मुख्य आरक्षी विष्णु यादव, पांच आरक्षी-हरिदयाल सिंह, दीपक मिश्रा, बलराम सिंह, उदयवीर व प्रशान्त सिंह एवं एक आरक्षी चालक ओम प्रकाश को निलम्बित किया गया है। इस प्रकार थानाध्यक्ष नरही एवं चौकी प्रभारी कोरंटाडीह सहित 03 उपनिरीक्षक, 03 मुख्य आरक्षी, 10 आरक्षी एवं 01 आरक्षी चालक को निलम्बित किया गया है। थाना प्रभारी नरही, चौकी प्रभारी कोरण्टाडीह एवं संलिप्त आरक्षियों के आवासों को सील कर दिया गया है, ताकि विवेचना के क्रम में अहम सर्च एवं सीजर में वसूली के धन से सम्बन्धित कैश की भी जांच की जा सके।
कार्रवाई करने वाली टीम में ये रहे शामिल
पीयूष मोर्डिया, अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी, वैभव कृष्ण, पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़,उपनिरीक्षक भैरवनाथ यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, उपनिरीक्षक स0पु0 रविन्द्र नाथ कुशवाहा, जोनल कार्यालय, वाराणसी, उपनिरीक्षक स0पु0 रमाशंकर यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, मुख्य आरक्षी अभिषेक पाण्डेय, जोनल कार्यालय, वाराणसी, आरक्षी चालक रमाशंकर यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, आरक्षी चालक लालता यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, आरक्षी दीपक यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, आरक्षी राजेश कुमार, जोनल कार्यालय, वाराणसी, निरीक्षक सुशील कुमार, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़, निरीक्षक अब्दुल वाहीद, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़, निरीक्षक शिवमिलन परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़, उपनिरीक्षक अम्बिका प्रसाद, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी अनिल सिंह परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी रविकान्त साहू परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी राजेश यादव, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी राव वीरेन्द्र यादव परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी रजनीकान्त परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी चालक गोरखनाथ परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,आरक्षी रामसेवक यादव परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,आरक्षी मनीष यादव परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,आरक्षी शरद मिश्रा, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़ ,आरक्षी विवेक रंजन, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,आरक्षी अभिषेक कुमार यादव, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़ शामिल रहे।
Jul 28 2024, 14:48