*बजट 2024: निर्मला सीतारमण की घोषणाओं से किसे हो सकता है फायदा और किसकी जेब पर होगा वार ?*
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई 2023 को केंद्रीय बजट 2024 पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इस बजट में सरकार से राजकोषीय घाटे के प्रबंधन, विकास के लिए पूंजीगत व्यय और सामाजिक व्यय में संतुलन बनाए रखने की उम्मीद है। चूंकि बजट के प्रमुख विषयों का इंतज़ार किया जा रहा है, इसलिए निवेशक अलग-अलग सेक्टरों पर नज़र रख रहे हैं, जिन्हें निर्मला सीतारमण की घोषणाओं से फ़ायदा मिल सकता है।
जेएम फाइनेंशियल ने कई ऐसे स्टॉक पर प्रकाश डाला है, जिनके बजट से पहले फ़ोकस में रहने की उम्मीद है, जिनमें महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड, हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड, आईटीसी लिमिटेड, सुमितोमो केमिकल इंडिया लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, पावर ग्रिड और एनटीपीसी लिमिटेड शामिल हैं। सूची में अन्य स्टॉक में संघवी मूवर्स लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, भारत फोर्ज, वीए टेक वबाग लिमिटेड, लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड, डीएलएफ लिमिटेड, अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड, एपीएल अपोलो, पीएफसी और इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड शामिल हैं।
कौन से सेक्टरों को केंद्रीय बजट से फ़ायदा मिलने की संभावना है?
FMCG क्षेत्र: डाबर इंडिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL), गोदरेज कंज्यूमर और नेस्ले इंडिया जैसी FMCG कंपनियों को संभावित कर कटौती, कर स्लैब में विस्तार या धारा 80C के तहत कर-बचत निवेश की सीमा में वृद्धि से लाभ हो सकता है। सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि से ITC और गॉडफ्रे फिलिप्स जैसे सिगरेट निर्माताओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
रक्षा, रेलवे और बुनियादी ढांचा: रक्षा पूंजीगत व्यय के लिए बढ़ा हुआ आवंटन भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL) और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) जैसे शेयरों के लिए सकारात्मक होगा, जबकि रेलवे बुनियादी ढांचे पर अधिक पूंजीगत खर्च से RVNL, टीटागढ़ रेल सिस्टम, IRCON और BEML जैसे शेयरों को लाभ होगा।
पिछले कुछ बजटों में सरकार ने रेलवे और इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी पूंजी अलॉट किया है जिससे की देश में काफी प्रगति देखने रही है, पुल, रोड,कॉलेज , हॉस्पिटल और सरकार की आई हुई अन्य योजनाओं के अंतर्गत देश में विकास का स्तर बढ़ा है। लोकसभा चुनावों के कारण पेश हुए अंतरिम बजट की काफी सरहाना और काफी आलोचना भी हुई थी, जिसके वजह से मोदी सरकार की चुनाव में तीसरी जीत के बाद पहले बजट पर सबकी निगाहें हैं, आम आदमी की यही चाह है की बढ़ती महंगाई में उनके जेबों को थोड़ी राहत मिले।
Jul 19 2024, 11:59