5 जवानों की शहादत के बाद डोडा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच फिर मुठभेड़, दो जवान जख्मी
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जम्मू संभाग लगातार आतंकियों के निशाने पर है। पिछले कुछ महीनों से यहां आतंकी गतिविधि बड़ी है। जिसके बाद आतंक के खिलाफ सुरक्षाबलों ने मुहिम छेड़ दी है। 16 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के साथ सेना की मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद डोडा में आतंक पर लगाम कसने के लिए ऑपरेशन चला रहे हैं। आज सुबह तड़के जवानों ने डोडा के कास्तीगढ़ के घने जंगलों में आतंकियों को घेरा। जिसके बाद आतंकी और सुरक्षाबलों के बीच कास्तीगढ़ में मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में दो जवान जख्मी हो गए हैं। पूरे इलाके में जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है।
अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार तड़के जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक वन गांव में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो सैनिक घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ कास्तीगढ़ इलाके के जद्दन बाटा गांव में देर रात करीब दो बजे हुई. दरअसल आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के स्थापित अस्थायी सुरक्षा शिविर पर गोलीबारी की। जिसके बाद आतंवादियों और सुरक्षाबलों के बीच भारी मुठभेड़ हुई दोनों तरफ से हमले और जवाबी हमले किए गए।
अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और दोनों पक्षों के बीच एक घंटे से अधिक समय तक गोलीबारी जारी रही। अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों की गोलीबारी में दो सैनिक मामूली रूप से घायल हो गए। अब तक इस ऑपरेशन में के नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इससे पहले सोमवार शाम को हुई मुठभेड़ में एक अधिकारी सहित 5 जवानों की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई थी। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि मुठभेड़ तब हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) के जवानों ने सोमवार देर शाम डोडा शहर से लगभग 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षेत्र में धारी गोटे उरारबागी में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली थी। इसके बाद से ही डोडा में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी है।
बता दें कि, दशकों पुराने आतंकवाद का सफाया करने के बाद 2005 से 2021 के बीच अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रहे जम्मू क्षेत्र में पिछले एक महीने में आतंकी हमलों में तेजी देखी जा रही है। डोडा जिला करीब 15 साल पहले सामूहिक रूप से विशेष समुदाय के लोगों को बंधक बनाकर कई नरसंहार और कान व नाक काटने जैसी नृशंस आतंकी वारदातों का गवाह रहा है। इस जिले में पिछले दो माह में पांच से अधिक आतंकी वारदातें हो चुकी हैं।
Jul 18 2024, 10:41