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*कल से चार महीने योगनिद्रा में जाएंगे भगवान विष्णु, नहीं होंगे मांगलिक कार्य* *बुधवार को देवशयनी एकादशी,तुलसी लगाने से यमदूत का भव्य होगा खत्म*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।हिंदू धर्म शास्त्रों में व्रत - त्यौहार का बहुत बड़ा महत्व है। इन्हीं से एक है हरिशयनी या देवशयनी एकादशी इस साल देवशयनी एकादशी 17 जुलाई यानी कल मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा में चले जाते हैं। जिससे मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। इस दिन घर में तुलसी का पौधा लगाने से यमदूत का भव्य खत्म हो जाता है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार हर माह की एकादशी तिथि के लिए दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इसमें आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस तिथि को देवशयनी, हरिशयनी और एकादशी के रूप में मनाने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। देवशयनी एकादशी के बाद से समस्त मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है। भगवान अब कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर जागेंगे। इन चार महीनों में शादी,सगाई और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक काम नहीं होते हैं। सिर्फ पूजा - पाठ, उपासना और साधना ही की जाती है। देवयानी एकादशी के दिन विशेष व्रत उपवास रखकर भगवान विष्णु की प्रार्थना की जाती है। इस व्रत से विशेष फल की प्राप्त होता।



आचार्य शरद पांडेय ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 16 जुलाई यानी आज रात 8 बजकर 35 मिनट पर लगेंगी,जो 17 जुलाई यानी कल रात में 9 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। एकादशी को अनुराधा नक्षत्र यानी आज आधी रात के पश्चात 2 बजकर 14 मिनट से 17 जुलाई यानी कल आधी रात बाद तीन बजकर 13 मिनट तक रहेगा। एकादशी का व्रत कल रखा जाएगा। चातुर्मास की अवधि चार महीने होती है। इसी दिन चातुर्मास के यम नियम तथा संयम प्रारंभ होते हैं।
*न कूड़ा छांटा जा रहा न ही बन रही खाद* *एम‌आर‌एफ सेंटर सात में से पांच निकायों में बने हैं शोपीस,सभी निकायों को मिलाकर रोज निकल रहा 90 टन कूड़ा*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।अधिकारियों की अनभिज्ञता के चलते निकाय में बने मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर शोपीस बनकर रह गए हैं। जिले की सात निकायों में केवल एक निकाय में इसका इस्तेमाल हो पा रहा है। शेष किसी भी सेंटर पर न तो कूड़े अलग अलग किए जा रहे हैं और न ही खाद बनाने का काम हो रहा है। सातों निकायों में 90 टन कूड़ा योजना निकालता है। नगर से निकलने वाले कूड़ा योजना निकलता है।‌ नगर से निकलने वाले कूड़े निस्तारण के लिए निकायों में एम‌आर‌एफ सेंटर बनाए हैं। Street buzz News की टीम ने जिले की सातों निकायों में न‌ई बाजार को छोड़कर बनें एम‌आर‌एफ सेंटर की पड़ताल की। यहां की हकीकत अधिकारियों के दावों के वितरित है। सेंटरों पर कूड़े का ढेर जरूर लगा हुआ था, लेकिन कूड़ो को कितना अलग किया गया और कितनी खाद बनाई गई,यह बताने वाला कोई नहीं दिखा। एम‌आर‌एफ सेंटर पर सूखे व गीले कचरे एक ही स्थान पर डंप किए जा रहे हैं। गोपीगंज को छोड़ दिया जाए तो किसी भी सेंटर पर केयर टेकर तक नहीं दिखे। जिले की सात निकायों में भदोही और गोपीगंज नगर पालिका है। सुरियावां, ज्ञानपुर,घोसिया, खमरियां और न‌ई बाजार नगर पंचायत है। टीम 11.20 बजे गोपीगंज के गोपपुर में सेंटर पर पहुंची। मौके पर केयर टेकर अमित मिला। संचालन के बारे में पूछने पर बताया कि केवल कचरा अलग किया जाता है। घोसिया सेंटर पर 12 बजे तो खमरिया पर 2 बजे टीम पहुंची। एम‌आर‌एफ सेंटर पर अभी तक खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। यहां केवल गीला सूखा कचरा अलग किया जाता है। घोसिया के ईओ कुमार गौरव ने बताया कि जमीन विवाद के चलते खाद निकालने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई गई थीं। यहां हाल खमरिया का है। ज्ञानपुर के सेंटर पर टीम एक बजे पहुंची यहां प्लास्टिक अलग करके रखा गया था। ईओ राजेन्द्र दूबे ने बताया कि सेंटर चल रहा है। सफाई कर्मचारियों को नाली सफाई करने व अन्य काम को लेकर बुलाया गया है।




ईओ का दावा ,चल रहे सेंटर



एम‌आर‌एफ सेंटर को लेकर सभी ईओ का दावा है कि सेंटर चल रहे हैं, लेकिन पड़ताल में हकीकत इससे विपरीत दिखी। भदोही का एम‌आर‌एफ सेंटर संचालित है। यहां करीब 50 कूंतल सूखा कचरा अलग किया गया है। ईओ धर्मराज सिंह ने बताया कि कोटेशन तैयार किया गया है। जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया कर नीलामी की जाएगी। प्लास्टिक के बाॅटल, लोहा,कापर ,कापूस अलग-अलग रखे गए हैं। सुरियावां के ईओ शशिकांत तिवारी ने बताया कि एम‌आर एफ सेंटर चालू है। पांच सफाईकर्मी की ड्यूटी रोजाना लगाई गई है। पांच कुंतल कचर की छंटाई की जाती है। इसकी नीलामी की जाएगी। इसके अलावा खाद बनाने की प्रक्रिया अभी रुकी है। इसके लिए अभी गढ्ढे की खोदाई होनी है।
*पुरानी पेंशन बहाल को लेकर कलेक्ट्रेट पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बुलंद की आवाज, डीएम को सौपा ज्ञापन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ।पुरानी पेंशन बहाल को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारी व सदस्यों ने आज कलेक्ट्रेट पर अपनी मांग को लेकर आवाज बुलंद किया। कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिला अधिकारी को सौपा। पुरानी पेंशन बहाल को लेकर कर्मचारियों ने आज मुख्यालय पहुंचकर अपनी आवाज बुलंद किया और पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग किया। इस दौरान कर्मचारियों द्वारा प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिए गए। जिसमें बताया गया कि पुरानी पेंशन को लेकर समस्त राज्य का कर्मचारी लगातार आंदोलन रत है। जिसके तहत प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक विभिन्न कार्यक्रम के तहत कर्मचारियों ने विरोध जताया। किंतु आज तक कर्मचारियों के हित में सरकार द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया। जिससे कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं । जिला अध्यक्ष धर्मराज यादव ने कहा कि लगातार कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाल को लेकर आंदोलन रत हैं और आगे भी रहेंगे। इस अवसर पर जिले के समस्त राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं कर्मचारी गण मौजूद रहे।