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अब नहीं टपकता बारिश का पानी, विद्यार्थियों की दूर हुई परेशानी, जीर्णाेद्धार से संवर गए पांच सौ से अधिक विद्यालय

रायपुर-  कुछ समय पहले की बात है, वनांचल के इस विद्यालय में कक्षा पांच में पढ़ाई करने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार की पहाड़ी कोरबा कुमारी रत्नी बाई और कक्षा चार में पढ़ने वाले सुनील को भलीभांति याद है कि जब भी बारिश होती थी, उनके स्कूल की छतों से अकस्मात कहीं पर से भी पानी टपकने लग जाता था। बारिश के साथ शुरू हुई इस परेशानी से बचने उन्हें ही नहीं, स्कूल के सभी विद्यार्थियों को इधर-उधर भाग कर अपनी कॉपी-किताबे और खुद को भीगने से बचाने जद्दोजेहद करनी पड़ती थी। कमोवेश अब यह स्थिति नहीं है। बारिश चाहे जितनी भी जोर से और जितनी भी देर से ही क्यों न हो ? छत से न तो पानी टपकता है और न ही उन्हें अपनी कॉपी-किताबों को भीगने से बचाने के लिए इधर-उधर भागना पड़ता है। स्कूल भवन का जीर्णाेद्धार हो जाने से कक्षाएं भी बेरोकटोक संचालित होती है। कोरबा जिले में पांच सौ से अधिक ऐसे विद्यालय है, जिनकी मरम्मत हाल ही में की गई है और बारिश के दिनों में परेशानी झेलने वाले विद्यार्थियों को राहत पहुचाई गई है।

कोरबा जिले के अंतर्गत ग्राम छातासरई पहाड़ी कोरवाओं का एक मुहल्ला है। मुख्यमार्ग से दूर वनांचल व ऊंचाई पर स्थित इस गांव में पहाड़ी कोरवाओं को शिक्षा से जोड़कर उन्हें विकास की राह में आगे बढ़ाने विद्यालय संचालित किया जा रहा है। यहां अध्ययन करने वाले सभी विद्यार्थी पहाड़ी कोरवा जनजाति से ही है। दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में स्थित इस स्कूल भवन की स्थिति पहले जर्जर होने के साथ ही विद्यार्थियों के लिए भी मुसीबत भरी थी। विद्यालय के शिक्षक परदेशी राम का कहना है कि स्कूल भवन की मरम्मत होने के बाद अब छत से पानी नहीं टपकता। कक्षा पांचवी में पढ़ाई करने वाल पहाड़ी कोरवा बालिका रत्नी बाई ने बताया कि पहले पानी गिरते ही फर्श गीला हो जाता था। रात्रि में पानी गिरने के बाद सुबह फर्श पर पानी भरा रहता था। जिससे उन्हें बैठने में भी परेशानी होती थी। कक्षा चौथी के छात्र सुनील ने बताया कि जब से स्कूल के भवन को मरम्मत कराया गया है, उन्हें कक्षा में बैठने में कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ती। विद्यालय में पढ़ने वाली अनिता, ओम कुमार का भी कुछ यहीं कहना है। यहां पढ़ने वाले सभी छात्रों ने बताया कि उन्हें स्कूल में कॉपी-किताबें भी मिल गई है। ड्रेस भी दिया गया है। दोपहर को भोजन भी मिलता है। उन्हें अपना स्कूल अच्छा लगता है। प्राथमिक शाला चुईया, कोरई, सोनगुढ़ा के विद्यार्थियों ने भी बताया कि उन्हें कॉपी-किताब, स्कूल ड्रेस मिलने की बहुत खुशी है।

उल्लेखनीय है कि कोरबा जिले में कुल 536 स्कूलों का जीर्णाेद्धार पूर्ण कर लिया गया है, जबकि 64 विद्यालयों में जीर्णाेद्धार का कार्य प्रगतिरत है। यह बताना भी लाजिमी होगा कि कोरबा जिले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा शिक्षा के माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में जिले के स्कूलों में विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के 129 बेरोजगार युवाओं को उनकी योग्यता के आधार पर कलेक्टर अजीत वसंत द्वारा सहायक शिक्षक, भृत्य के पदों पर आसपास के विद्यालयों में मानदेय के आधार पर नियुक्ति दी गई है। साथ ही जिले के हायर सेकण्डरी, हाई स्कूलों में रिक्त 118 विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों के पदों पर भी मानदेय आधार पर नियुक्ति की कार्यवाही की जा रही है।

मुख्यमंत्री की संवेदनशील पहल: जनदर्शन में आवेदन देने के दूसरे दिन खाते में पहुंचा एक साल से रूका वेतन

रायपुर-   धान संग्रहण केन्द्रों में कार्यरत् 28 कर्मचारियों के उस समय चेहरे खिल गए, जब उन्हें एक साल से रूका वेतन मिला। दरअसल ये कर्मचारी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के जनदर्शन कार्यक्रम में बड़ी आस लेकर गए थे, मुख्यमंत्री ने उनके आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया और इन कर्मचारियों को वेतन दिलाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में रायपुर के 6 धान संग्रहण केन्द्रों के कार्यरत् कर्मचारी इस महीने की 4 तारीख को आवेदन लेकर मुख्यमंत्री निवास कार्यालय पहुंचे थे। इन कर्मचारियों में मुख्यमंत्री को विस्तार से अपनी बात बतायी थी। कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें काफी लंबे समय से वेतन नहीं मिला है, इससे वे कर्मचारी परेशान है। विभागीय अधिकारियों से उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने इन कर्मचारियों के बातों को ध्यानपूर्वक सुना और कलेक्टर रायपुर को इन कर्मचारियों को वेतन दिलाने को कहा।

मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने जनदर्शन के अगले ही दिन विभागीय अधिकारियों को वेतन दिलाने की पहल की। उन्होंने इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। इसके बाद धान संग्रहण केन्द्रों के 28 कर्मचारियों को उनके बैंक खातों में वेतन ट्रांसर्फर कर दिया गया।

बैंक खाते में राशि आने पर धान संग्रहण केंद्र बकतरा के कर्मचारी कुंजलाल चंद्राकर, ग्राम कुरूदभाठा के नोखेलाल साहू, ग्राम जौंदा के हीरदेश साहू व अन्य कर्मचारी काफी प्रसन्न हुए और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा त्वरित कार्रवाई कराते हुए उनका वेतन दिलाने के लिए उनके प्रति अभार जताया है।

महिलाओं को कानूनी मदद देगा हेल्प लाइन नंबर-181

रायपुर-  संकटग्रस्त महिलाओं की सहायता हेतु शासन द्वारा चलाई जा रही आपातकालीन सेवा हेल्पलाइन नंबर 181 है जो 24 घंटे सातों दिन कार्यरत है। जिस पर कोई भी महिला, जो किसी प्रकार की शारीरिक,मानसिक, या यौन प्रताड़ना का शिकार है, कॉल कर सकती है। महिला हेल्पलाईन पीड़ित महिला की शिकायत को सुनकर प्रकरण के तर्कसंगत समाधान हेतु प्रयास करती है। इस हेतु वह राज्य के सभी जिलो के सखी वन स्टाप सेंटर, संबंधित थाना एवं आपातकालीन स्थिति में 112 से समन्वय स्थापित करती है। महिला हेल्पलाईन किसी भी संकटग्रस्त महिला की सहायता हेतु टोल फ्री नंबर है। इस नंबर पर कॉल कर महिला 24 घंटे सातों दिन मदद ले सकती है। कोई भी महिला जो किसी भी प्रकार की शारीरिक मानसिक प्रताड़ना से ग्रस्त है, वह इस नंबर पर कॉल कर सकती है।

इन मामलों में घरेलू हिंसा, यौन प्रताड़ना, छेड़छाड़ टोनही प्रताड़ना कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न, साइबर काईम दहेज प्रताड़ना एवं अन्य सभी अपराध शामिल है, जिसमें महिला शारीरिक अथवा मानसिक रूप से प्रताडित हो। सर्वप्रथम पीड़िता का कॉल आने पर उनकी समस्या को सुनकर समस्या को समझा जाता है। पीड़िता की समस्या को समझने के बाद उन्हें समस्या समाधान संबंधी उपयुक्त विकल्पों से अवगत कराया जाता है। पीड़िता की सहमति से श्रेष्ठ विकल्प का चयन कर मामला अग्रिम कार्यवाही हेतु सखी वन स्टाप सेंटर में भेजा जाता है। आपातकालीन स्थिति में 112/संबंधित थाने के माध्यम से पीड़िता को पुलिस सहायता उपलब्ध कराते हुए मामला सखी वन स्टाप सेंटर में भेजा जाता है, जहाँ से पीड़िता की समस्या का यथासंभव समाधान सुनिश्चित किया जाता है। रेस्क्यू के मामलों में 112/संबंधित थाने के माध्यम से पीड़िता का रेस्क्यू तय किया जाता है, एवं सखी वन स्टाप सेंटर से समन्वय स्थापित कर पीड़िता की मेडिकल जॉच, आश्रय एवं उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाती है।

चाईल्ड हेल्पलाइन के लिए 1098 नंबर पर कॉल करें

रायपुर-  शासन द्वारा चाईल्ड लाईन 1098 संकटग्रस्त बालकों की सहायता हेतु आपातकालीन सेवा उपलब्ध कराई गई है जो 24 घंटे सातों दिन कार्यरत है। जिस पर कोई भी बालक के संबंध कोई भी व्यक्ति बालक के शारीरिक, मानसिक, या यौन प्रताड़ना का शिकार है, कॉल कर सकता है। चाईल्ड लाईन कंट्रोल रूम पीड़ित बालक के संबंध में शिकायत को सुनकर समस्या के तर्कसंगत समाधान हेतु प्रयास करती है। इस हेतु वह राज्य के सभी जिलो के चाईल्ड लाईन, बाल कल्याण समिति एवं आपातकालीन स्थिति में 112 से समन्वय स्थापित करती है। चाईल्ड लाईन बालकों की सहायता हेतु टोल फ्री नंबर है। इस नंबर पर कॉल कर बालक 24 घंटे सातों दिन मदद ले सकते है। 1098 चाईल्ड लाईन मुख्यतः बाल विवाह, आश्रय सहायता, बालश्रम निरोध, परामर्श, गुमशुदा बालक नशे के आदी बालकों के अलावा अन्य सभी बालकों की सहायता हेतु तत्पर रहता है। चाईल्ड लाईन स्वंय सेवी संस्थाओं से समन्वय स्थापित करते हुए समस्या के समुचित निराकरण का प्रयास करती है।

कोरबा और सक्ती जिले में हुई दुर्घटनाओं में 9 लोगों की मृत्युः मुख्यमंत्री ने जताई गहरी संवेदना, प्रत्येक मृतक के परिजन को 9-9 लाख रुपए की सहायता

रायपुर-  प्रदेश में कोरबा जिले में कुएं में जहरीली गैस से 4 लोगों की और सक्ती जिले में 5 लोगों की मृत्यु पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गहरा दुख व्यक्त किया है तथा पीड़ित परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवारजनों को 9-9 लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये हैं। इसमें से 4-4 लाख रुपए आरबीसी छह-चार के अंतर्गत तथा मुख्यमंत्री की ओर से 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि शामिल है। उल्लेखनीय है कि सक्ती जिले में कुएं में हुए रिसाव में पिता और दो पुत्रों सहित पांच लोगों की मौत हुई जबकि कोरबा में पिता और बेटी समेत चार लोगों की मृत्यु हुई।

गीली मिट्टी की तरह होते हैं बच्चे, जैसा आप बनाना चाहते हैं बना सकते हैं...., चाक पर हाथ चला और दीया बनाकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिया

रायपुर-  बच्चे तो मन के सच्चे होते हैं और यह बिल्कुल ही गीली मिट्टी की तरह होते हैं.. आप इन्हें जिस रूप में आकार देना चाहते हैं, दे सकते हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कुम्हार की चाक पर हाथ चलाते हुए राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में शायद यहीं संदेश दे रहे थे। जशपुर जिले में अपने गृहग्राम बगिया में मुख्यमंत्री श्री साय ने अपनी पत्नी कौशल्या देवी साय के साथ कार्यक्रम स्थल पर चाक पर न सिर्फ हाथ आजमाए...उन्होंने गीली मिट्टी से दीया बनाकर मौके पर उपस्थित बच्चों और अभिभावकों को अलग-अलग संदेश दिया कि गीली मिट्टी की तरह बच्चे भी कोमल होते हैं और उन्हें किसी भी रुप में ढाला जा सकता है। वहीं दीया बनाकर उन्होंने अँधेरे को दूर करने में दीये की उपयोगिता को बताने की भी कोशिश की। इस दौरान बगिया में कार्यक्रम स्थल पर लगायें एक- एक स्टाल का मुख्यमंत्री श्री साय ने अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों द्वारा तैयार मॉडल,सामग्रियों को देखकर उनकी सराहना की और उन्हें प्रेरित भी किया।

राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम स्थल पर अलग अलग विभागों की स्टाल लगाई गई थी। जिसमें स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों में वैज्ञानिक नवाचार को बढ़ावा देने मॉडल, स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया के रोकथाम, आदिवासी विकास विभाग द्वारा एकलव्य आवासीय विद्यालय में अध्यापन और आदिवासी बच्चों को दी जाने वाली सुविधाएं, लाइवलीहुड कॉलेज नवगुरूकुल द्वारा आजीविका पाठ्यक्रम की जानकारी दी गई। स्टाल में पीएमश्री प्राथमिक शाला लवाकेरा के विद्यार्थियों ने बैंड से देशभक्ति धुनों की प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने बच्चों की प्रस्तुति की सराहना की। शासकीय कन्या आश्रम बगीचा, पीएमश्री विद्यालय कांसाबेल, पीएमश्री विद्यालय कडरेगा के बच्चों ने स्कूल में तैयार की गई मॉडल, वैज्ञानिक सोच और तार्किकता को बढ़ावा देने वाले मॉडल से मुख्यमंत्री का ध्यान अपनी ओर खींचा। छात्रा कु.अनामिका ,समिस्ता टोप्पो, दीपिका सिंह,दृष्टि साय, अनुष्का टोप्पो ने जादुई पिटारे सहित अन्य प्रस्तुत सामग्रियों के विषय में बताया। शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला पत्थलगांव के विद्यार्थियों ने हुनर के पेटी,खेल सामग्री ,जादुई पिटारा,बायो गैस मॉडल के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

शासकीय विद्यालय दोकड़ा द्वारा हेल्थकेयर सेजेस जशपुर के विद्यार्थियों द्वारा रोबोट के माध्यम से यातायात के दौरान दुर्घटना से बचाव,शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई विद्यालय जशपुर की श्रुति डहरे, सरस्वती और भूमिका डहरे ने थ्री डी प्रिंटर के माध्यम से कलात्मक प्रिंट तैयार करने, हाइट फाइंडर के माध्यम से ऊंचाई नापने की जानकारी दी।

शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल चराई डाँड़ के विद्यार्थियों ने ड्रिप सिंचाई, शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय गम्हरिया द्वारा मशरूम उत्पादन की जानकारी दी गई। स्टाल में बाँस कला, माटी कला अंतर्गत सामग्री की जानकारी भी दी गई। मुख्यमंत्री ने स्टाल में मिली जानकारी को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि बच्चों की यह प्रतिभा जीवन में आगे बढ़ने के काम आएगी।

केन्द्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने आकांक्षीय विकासखंण्ड गौरेला में संपूर्णता अभियान का किया शुभांरभ

रायपुर-   आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री भारत सरकार तोखन साहू ने केन्द्र तथा राज्य शासन की प्राथमिकता वाली आकांक्षी विकासखण्ड के तहत आज गौरेला विकाखण्ड के ग्राम पंचायत सारबहरा में संपूर्णता अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने संपूर्णता अभियान के तहत नीति आयोग द्वारा निर्देशित 6 इंडिकेटरों पर शत प्रतिशत उपलब्धि लाने कहा। श्री साहू ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संपूर्णता अभियान के सभी इंडिकेटरों को संतृप्त करने के लिए योगदान देकर स्वास्थ्य, समर्थ और समृद्ध ब्लाक-जिला बनाने की दिशा में कार्य करने के लिए प्रतिज्ञा दिलाई।

केन्द्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि संपूर्णता अभियान का उद्देश्य आकांक्षी ब्लाक के सभी हितग्राहियों को योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ दिलाना सुनिश्चित करें।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत का संकल्प पूरा करने के लिए 6 इंडिकेटर पर फोकस किया है। उन्होने संपूर्णता अभियान के तहत नीति आयोग द्वारा निर्देशित 6 इंडिकेटरों पर शत प्रतिशत उपलब्धि लाने कहा। इनमें प्रथम तिमाही के दौरान प्रसवपूर्व देखभाल, लक्षित आबादी में मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप की जांच, आईसीडीएस कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं की नियमित रूप जांच और उनको पूरक पोषण वितरण, मृदा परीक्षण और स्व-सहायता समूहों को रिवाल्विंग फंड प्रदान करना शामिल है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जीवन में आये सुखद बदलाव पर आधारित संदेश का प्रसारण भी किया गया।

केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री साहू ने कहा कि जनकल्याण और राष्ट्र विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी प्रतिबद्ध है। उन्होने केबिनेट की पहली बैठक में ही 3 करोड लोगों को आवास देने का निर्णय लिया। इसके साथ ही किसान सम्मान निधि, महतारी वंदन योजना की राशि, उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन प्रदाय सहित जनकल्याणकारी की दिशा में लगातार काम कर रहे है। श्री साहू ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संपूर्णता अभियान के सभी इंडिकेटरों को पूरा करने के लिए योगदान देकर स्वास्थ्य, समर्थ और समृद्ध ब्लाक-जिला बनाने की दिशा में कार्य करने के लिए प्रतिज्ञा दिलाई। उन्होने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का अवलोकन किया और संपूर्णता अभियान के प्रदर्शन बोर्ड पर हस्ताक्षर भी किए।

संपूर्णता अभियान के शुभांरभ अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण चौहान, कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता, परियोजना निदेशक डीआरडीए कौशल प्रसाद तेंदुलकर, प्रबल प्रताप सिंह जुदेव, कन्हैया राठौर, राकेश चतुर्वेदी, मुकेश दुबे, बृजलाल राठौर, ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, गोपाल अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक एवं बडी संख्या में समूह की महिलाएं उपस्थित थी।

केन्द्रीय रेल मंत्री को मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने लिखा पत्र, कमलपुर में रेल्वे का स्टॉपेज पुनः शुरू करने का किया अनुरोध

रायपुर-  महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर अम्बिकापुर दुर्ग एक्सप्रेस का स्टॉपेज कमलपुर में पुनः शुरू करने का अनुरोध किया है।

महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े केन्द्रीय रेल मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि अम्बिकापुर दुर्ग एक्सप्रेस की अप और डाउन गाड़िया नियमित रूप से कमलपुर रेल्वे स्टेशन में रूका करती थीं। कोविड के दौरान रेल्वे द्वारा कमलपुर स्टेशन में इस ट्रेन का स्टॉपेज अस्थाई रूप से बंद किया गया था।

श्रीमती राजवाड़े ने कहा है कि उनके क्षेत्र में भ्रमण के दौरान लोगों ने कमलपुर में पुनः स्टॉपेज शुरू करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि कमलपुर के आस-पास लगभग 3500 लोगों की आबादी है, जो इस स्टॉपेज के माध्यम से रेल सुविधाओं का उपयोग करती हैं। इसके अलावा इस स्टेशन के पास ग्राम सिलफिली में बड़ी सब्जी मंडी भी है। कमलपुर स्टेशन से अम्बिकापुर की दूरी मात्र 15 किलोमीटर है।

श्रीमती राजवाड़े ने यह भी अवगत कराया कि रोजाना बड़ी संख्या में अम्बिकापुर से विश्रामपुर के लिए लोगों का आना-जाना लगा रहता है। अतः कमलपुर में स्टॉपेज पुनः शुरू करने से कमलपुर और आस-पास के गांव सहित अम्बिकापुर और विश्रामपुर से आने वाले लोगों को इसका लाभ मिलेगा।

भाजपा ने ज़ारी किया कार्टून, कसा तंज़ “हारने का रिकॉर्ड बनाएगी कांग्रेस”

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी ने बार-बार लॉन्च किए जाने के बाद भी लगातार तीसरी बार राहुल गांधी और कांग्रेस की विफलता पर एक कार्टून जारी करके कांग्रेस के राजनीतिक भविष्य पर तीखा व्यंग्य किया है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में हुई चर्चा के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेता प्रतिपक्ष समेत इंडी गठबंधन के सांसदों के आचरण को लेकर कटाक्ष किया था और कांग्रेस के परजीवी होने की बात कहकर विफलता का जश्न मनाने वाले कांग्रेस सांसदों व नेताओं को आड़े हाथों लिया था। मोदी ने इशारों-इशारों में ‘बालक बुद्धि’ कहकर नेता प्रतिपक्ष का नाम लिए बिना तंज भी कसा।

भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने इस कार्टून को लेकर कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल यह कार्टून कांग्रेस की मौजूदा दयनीय स्थिति और अंधकारमय राजनीतिक भविष्य का आईना है। कांग्रेस को अब एक परिवार की चाटुकारिता से उबरकर अपने राजनीतिक सच का सामना करने की आदत डालने की जरूरत है। 543 में से महज 99 सीटों पर जीतकर कांग्रेस के नेता लगातार तीसरी बार शर्मनाक पराजय के बाद भी फूलकर इतने कुप्पा क्यों हुए जा रहे हैं, यह समझ से परे है।

श्रीवास्तव ने कहा कि कुल जमा 99 सीट हासिल करने वाले राहुल गांधी कम-से-कम यह तो मानें कि 240 का आँकड़ा 99 से लगभग ढाई गुना ज्यादा बड़ा होता है। विधानसभा चुनाव में अपने नेतृत्व में तीन राज्यों में कांग्रेस का बेड़ा गर्क कर दिया और अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को रसातल में पहुँचाने के बाद बजाय अपनी जिम्मेदारी स्वीकारने के हिन्दुओं को हिंसक बता रहे हैं, देश की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं को लेकर संसद में झूठ बोल रहे हैं।

श्रीवास्तव ने कहा कि दरअसल कांग्रेस अब वैचारिक तौर पर कंगाल हो चुकी है और इसलिए चीख-चिल्लाकर संसद से लेकर सड़क तक झूठ बोलकर देश के गुमराह करने तथा अराजकता का प्रदर्शन करने लगी है। संसद में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के दौरान विपक्षियों द्वारा की जाती रही नारेबाजी इस बात का प्रमाण है कि विपक्ष पूरी तरह मुद्दाविहीन है और मिथ्या प्रलाप करने के बाद सच सुनने का साहस घमंडिया गठबंधन में किसी में है।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव ने कहा कि विपक्ष के पास न कोई तथ्य होता है, न उनके कथन में कोई सत्प होता है और इसलिए जब सत्य सामने आता है, तब चीखना चिल्लाना मचाकर घर्मडिया गठबंधन सत्य की आवाज दबाने की नाकाम कोशिशें करता है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को नारेबाजी करने और आसंदी तक जाने के लिए उकसाने पर नेता प्रतिपक्ष को जोरदार फटकार भी लगाई।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का यह शर्मनाक राजनीतिक आचरण अभी कांग्रेस की और दुर्गति ही करेगा, इसमें कोई संदेह नहीं रह गया है। श्रीवास्तव ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 2014, 2019 और 2024 में 3 लोकसभा चुनाव लड़े हैं और तीनों चुनाव की सीटों को मिलाकर भी कांग्रेस ने कुल 195 सीटें मात्र जीती है जबकि भाजपा ने केवल 2024 के लोकसभा चुनाव में 240 सीटें जीती है और इसकी तुलना में कांग्रेस की सीटें काफी कम है।

घमंडिया गठबंधन के कांग्रेस समेत सारे दल मिलकर भी 2024 के लोकसभा चुनाव में अकेली भाजपा की 240 सदस्य संख्या से पीछे ही है। श्रीवास्तव ने कहा कि एक परिवार और एक व्यक्ति की चापलूसी का कीर्तिमान रचने में लगे तमाम कांग्रेस नेता लोकसभा के समग्र देश के नतीजों के परिप्रेक्ष्य में विचार करने के बजाय जनादेश का मनमाना विश्लेषण करके जनता जनार्दन का अपमान कर रहे हैं। तीन-तीन लोकसभा चुनाव में अपने नेतृत्व में कांग्रेस के लगातार दयनीय प्रदर्शन के बाद भी राहुल गांधी अहंकार और अराजकता का प्रदर्शन कर संसद में नेता प्रतिपक्ष के संवैधानिक पद के सम्मान की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं।

जब मुख्यमंत्री बने शिक्षक और बच्चों को बताया आदर्श विद्यार्थी में होने चाहिए कौन से पांच गुण

रायपुर-   बगिया में राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज शिक्षक की भूमिका में दिखे। वे बगिया मिडिल स्कूल के बच्चों के बीच क्लास में पहुंचे। पढ़ाई लिखाई की बातों के बीच उन्होंने संस्कृत के श्लोक- ‘‘काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च। अल्पहारी गृह त्यागी, विद्यार्थी पंचलक्षणं‘‘ के माध्यम से बताया कि एक आदर्श विद्यार्थी में पांच गुण जरूर होना चाहिए। एक छात्र को कौवे की तरह कभी हार न मानना और लक्ष्यों को पाने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। सारस की तरह अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्रचित्त होकर काम करना चाहिए। श्वान की तरह जरूरत की नींद लें और सतर्क रहें। संतुलित आहार लें और अपने आराम को छोड़कर और कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर चुनौतियों का सामना करने की क्षमता होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बच्चों को बताया कि वे भी बगिया के इसी स्कूल से पढ़े हैं। तब यहां प्राइमरी तक की कक्षाएं लगती थीं। छत खपरैल की थी और हम जमीन में बैठ कर पढ़ते थे। हफ्ते में एक दिन सभी बच्चे अपने अपने घरों से गोबर लाकर यहां की लिपाई करते थे। अब तो स्कूल पक्के बन गए हैं। यहां कुर्सी टेबल भी लग गए हैं। शिक्षक भी पर्याप्त हैं। आप सभी मन लगाकर पढ़ें। खूब मेहनत करें, अपने समय का सदुपयोग करें और ऊंचा मुकाम हासिल करें।

सपने जरूर देखें कि बड़े होकर क्या बनना है

मुख्यमंत्री श्री साय ने बच्चों से पूछा कि वे क्या बनना चाहते हैं। सातवीं की छात्रा पूर्णिमा ने बताया कि वह शिक्षिका बन कर दूसरों को पढ़ाना चाहती हूं। मुख्यमंत्री श्री साय ने नन्ही बच्ची की सोच के लिए उसे शाबाशी दी और कहा शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं। इसी तरह छात्र राजेंद्र राम ने कहा कि वे सेना में जाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने शुभकामनाएं देते हुए बच्चों से कहा कि सभी को बड़े होकर क्या बनेंगे यह सपना देखना चाहिए। सपने देखेंगे तभी आप उसे पूरा करने के लिए प्रयास करेंगे। शिक्षा आपके सभी सपनों को साकार करने का सबसे अच्छा माध्यम है।

बच्चों को सुनाया अपने स्कूली दिनों का किस्सा

मुख्यमंत्री श्री साय बच्चों से बात करते हुए अपने स्कूली दिनों को याद किया और उससे जुड़ा एक किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि जब वे यहां पढ़ते थे उस दौरान बड़े लोगों में हल्ला था कि गले में सुई लगा रहे हैं। एक बार हमारे स्कूल के बाहर एक गाड़ी आकर रूकी तो हम सबको लगा सुई लगाने कोई आया है और हम सब स्कूल की खिड़की से कूद कर भाग गए। तब यहां ग्रिल नहीं लगा होता था और सिर्फ चौखट होती थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा अपने सहपाठियों के साथ बिताए पल ताउम्र मीठी याद बनकर रह जाते हैं।