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कटघोरा हादसे पर सीएम साय ने व्यक्त की शोक संवेदना, मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए देने की घोषणा

रायपुर-   कोरबा जिले के कटघोरा थाना अंतर्गत ग्राम जुराली के डिपरा पारा में कुएं में गिरे ग्रामीण को बचाने की जद्दोजहद में एक ही परिवार के 4 लोगों की मृत्यु पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संवेदना व्यक्त की है। श्री साय ने कोरबा कलेक्टर को मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए देने के निर्देश दिए हैं।

सीएम साय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है कि - कटघोरा के ग्राम जुराली में कुएं में गिरे ग्रामीण को बचाने की जद्दोजहद में एक ही परिवार के 4 लोगों की मृत्यु की खबर अत्यंत दुःखद है।

मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश कोरबा कलेक्टर को दिए हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।

गौरतलब है कि कटघोरा थानांतर्गत ग्राम जुराली के डिपरा पारा में चार लोगों की कुएं में डूबने से मृत्यु हो गयी। बताया जा रहा है कि कुएं में जहरू नामक ग्रामीण के गिरने के बाद उसे बचाने के लिए उसकी बेटी भी कुएं में कूद गयी। इसके बाद परिवार के ही दो अन्य लोग कुएं में नीचे उतरे। लेकिन एक के बाद एक सभी की कुएं में उतरने के बाद मृत्यु हो गयी। जिस पर मुख्यमंत्री ने दुःख व्यक्त किया है।

राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव - नवमी में प्रवेशित 30 छात्राओं को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने वितरित की साइकिल

रायपुर-   जशपुर जिले के ग्राम बगिया में आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर आज यहां छात्र छात्राओं के लिए खुशियों भरा दिन रहा। जहां एक ओर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के मुखिया और जशपुर के माटी पुत्र मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कार्यक्रम में शामिल हुए। वही दूसरी तरफ शाला प्रवेशोत्सव में नव प्रवेशी बच्चों के अभिनंदन के साथ उन्हें उपहार देने के साथ ही मुख्यमंत्री श्री साय ने 9 वीं कक्षा में प्रवेशित छात्राओं को निःशुल्क साइकिल का वितरण किया। छात्राओं ने साइकिल मिलने की खुशी सामूहिक रूप से साइकिल की घंटी बजाकर जाहिर की और मुख्यमंत्री श्री साय का आभार जताया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी छात्राओं को अच्छे से पढ़ाई कर बेहतर परिणाम के साथ अपने माता-पिता और बगिया सहित प्रदेश का नाम रोशन करने की बात कहते हुए उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी, रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राधेश्याम राठिया, विधायक जशपुर रायमुनी भगत, विधायक पत्थलगांव गोमती साय, विधायक आरंग गुरु खुशवंत साहेब, जिला पंचायत अध्यक्ष जशपुर शांति भगत, उपाध्यक्ष उपेन्द्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

9 वीं की छात्राओं को निःशुल्क साईकिल वितरण

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निःशुल्क साइकिल वितरण योजना से छात्राओं को मुफ्त साइकिल प्रदान की जाती हैं। इस योजना के तहत शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाली कक्षा 9 वीं की छात्राओं को निशुल्क साइकिल प्रदान की जा रही है, ताकि संसाधनों के अभाव में और दूरी के कारण छात्राएं अपनी पढ़ाई बीच में ना छोड़े।

साइकिल मिलने से उत्साहित छात्राओं ने कहा स्कूल आने जाने में होगी सहूलियत

साइकिल मिलने पर छात्राओं के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। छात्राओं का कहना है कि निःशुल्क साइकिल मिलने की उन्हें काफी खुशी है और अब उन्हें अपने स्कूल तक आने-जाने में सहूलियत होगी। वे जल्दी स्कूल पहुंच सकेंगी, जिससे उनके समय की बचत होगी, साथ ही पढ़ाई पर उनका फोकस और मजबूत होगा।

कटघोरा में सफाई के दौरान कुएं में गिरा पिता, बचाने के चक्कर में बेटी समेत चार की मौत

कोरबा/जांजगीर-   छत्तीसगढ़ में एक ही दिन में कुएं में डूबने से 9 लोगों की मौत हुई है. जांजगीर-चांपा में 5 और कोरबा जिले में चार लोगों की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है. पुलिस के मुताबिक, दोनों घटना में कुएं से जहरीला गैस निकलने से लोगों की मौत हुई है।

मिली जानकारी के मुताबिक, जांजगीर के किकिरदा गांव में कुएं में गिरी लकड़ी को निकालने के फेर में शख्स कुएं में उतरा था, जो बाहर नहीं निकला, जिसे निकालने के फेर में कुएं में एक-एक कर उतरे चार लोग भी मौत के गाल में समा गए. वहीं कटघोरा थाना क्षेत्र के ग्राम जुराली के डिपरापारा में कुएं की सफाई करते समय पिता कुएं में जा गिरा. नजर पड़ने पर बेटी बचाने उतरी वो भी बाहर नहीं निकला. दोनों को मरा हुआ देख अन्य दो लोग नीचे उतरे, चारों कुएं से बाहर नहीं निकल पाए. पुलिस के मुताबिक, कुएं से जहरीला गैस निकलने से 4 लोगों की मौत हुई है.

कुएं में चार लोगों की मौत से गांव में हड़कंप मच गया है. घटना की सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची. गांव में चार लोगों की मौत से कुएं के पास लोगों की भीड़ जुट गई है. कोरबा कलेक्टर, एसपी और कटघोरा विधायक भी मौके पर पहुंचे हैं. मरने वालों में शिवचरण पटेल, सपीना पटेल, मनबोध पटेल, जरूर पटेल शामिल हैं. बिलासपुर से एचडीएफसी टीम मौके पर पहुंची है. शव को कुएं से बाहर निकालने का काम जारी है.

*श्री सदगुरू प्राकट्य महोत्सव और श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव

रायपुर-   उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज रायपुर के धनेली स्थित श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में श्री सदगुरू प्राकट्य महोत्सव और स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और इंडो-नेपाल यूथ गेम्स में पदक जीतने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय ने छत्तीसगढ़ और भारत में पिछले सात वर्षों में अपनी अलग पहचान बनाई है। यह विश्वविद्यालय शिक्षा और रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों के साथ ही संस्कार और आध्यात्म से भी जुड़ा है। यहां विदेशों से भी विद्यार्थी अध्ययन के लिए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राचीन समय से ही भारत पूरी दुनिया को देते आया है। चिकित्सा, विज्ञान, वेद, आध्यात्म जैसी चीजें भारत ने दुनिया को दी हैं। हमारी संस्कृति और कल्पना इतनी व्यापक है कि 'वसुधैव कुटुंबकम' को अपनाते हुए हम पूरी दुनिया को अपना परिवार मानते हैं।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश बीते दस वर्षों में विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ा है। मजबूत भारत के निर्माण की नींव इन दस वर्षों में रखी गई है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन के लिए कोई लक्ष्य निर्धारित कर अपने लिए सीमा मत बांधिए। आप अपने विषय और अपने क्षेत्र में समर्पण और निष्ठा से काम करें। एक दिन आप शिखर पर होंगे। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया कि अपने क्षेत्र में कड़ी मेहनत और लगन से आप भी शीर्ष पर पहुंच सकते हैं।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया। प्रति-कुलाधिपति हर्ष वर्धन ने समारोह में स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। कुल सचिव डॉ. सौरभ कुमार शर्मा ने विश्वविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन पढ़ा। विश्वविद्यालय के डीन (एकेडमिक्स) सहित सभी प्राध्यापक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

एक पेड़ मां के नाम - माँ के सम्मान में रुद्राक्ष का पौधा रोपा मुख्यमंत्री श्री साय ने, सभी से इस मुहिम में जुड़ने की अपील की

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत अपनी जन्मभूमि बगिया में अपनी माताजी के सम्मान में पौधरोपण किया। उन्होंने शासकीय हाईस्कूल बगिया परिसर में रुद्राक्ष का पौधा रोपा। उन्होंने कहा कि इस अभियान अंतर्गत लगे पौधे जननी और जन्मभूमि के रिश्ते को एक नई पहचान देंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में शामिल होने यहां पहुंचे थे। इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय ने भी रुद्राक्ष का पौधा लगाया। वहीं प्रदेश के वित्त मंत्री और जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री ओ पी चौधरी ने आंवले का पौधा लगाया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मां के साथ रिश्ता अनमोल होता है। जिस प्रकार मां हमे जीवन देती है, हमारा पालन पोषण करती है, वैसे ही प्रकृति भी हमारे लिए जीवनदायिनी है। इसकी सुरक्षा और संवर्धन हमारी जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस मुहिम से हम सभी को जुड़ते हुए पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान जरूर देना चाहिए। इस दौरान उन्होंने सभी से "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत पेड़ लगाने आग्रह किया। साथ ही सभी से पौधों का संरक्षण हेतु संकल्प लेने कहा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इस मानसून में ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करें। अपने घर, आसपास के परिवेश, गांव और शहरों और जंगलों को खूब हरा-भरा बनाएं। इस अवसर पर रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राधेश्याम राठिया, विधायक जशपुर रायमुनी भगत, विधायक पत्थलगांव गोमती साय, विधायक आरंग गुरु खुशवंत साहेब सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

स्थानीय देवी-देवताओं के नाम पर होगा पौधरोपण क्षेत्रों का नाम: वन मंत्री केदार कश्यप

रायपुर-   प्रदेश में व्यापक पौधरोपण की मुख्यमंत्री श्री साय की मंशानुरूप वन मंत्री केदार कश्यप ने वन महोत्सव के दौरान विविध वृ़क्षारोपण क्षेत्रों के नाम स्थानीय देवी-देवताओं के अनुरूप रखने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन एवं वन मंत्री केदार कश्यप द्वारा दिए गए निर्देशानुसार राज्य में वन एवं पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 3 करोड़ 93 लाख से अधिक पौधों के रोपण किया जा रहा है, जिसमें से 2 करोड़ 82 लाख 35 हजार पौधों का रोपण किसान वृक्ष मित्र योजना के अंतर्गत हो रहा है। राज्य में अब तक सवा करोड़ से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है। जुलाई माह के अंत तक शत-प्रतिशत पौधों का रोपण पूरा करने का लक्ष्य है।

वन मंत्री केदार कश्यप ने निर्देश दिए हैं कि समस्त वृक्षारोपण क्षेत्रों का ग्रामीणों की सहमति के उपरांत स्थानीय देवी-देवताओं के नाम से नामकरण किया जाए, जिससे ग्रामीणों की वृक्षारोपण के प्रति श्रद्धा और आस्था बनी रहे। इसके साथ ही उन्होंने गैर शासकीय संस्थाओं, पंचायती राज संस्थाएं, स्थानीय निकायों एवं स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ पर्यावरण से जुड़े नागरिकों को वृहद पौधरोपण के कार्य में उनको भी सहभागी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। वन मंत्री द्वारा प्रतिदिन पौधरोपण की प्रगति की समीक्षा की जाएगी और पौधरोपण की सफलता पर विशेष ध्यान देते हुए समयावधि में पर्याप्त मात्रा में खाद, उर्वरक एवं कीटनाशक का उपयोग कर पौधरोपण किया जाएगा। इसके साथ ही वन क्षेत्रों में लघु वनोपज आधारित फलदार वृक्षों के रोपण पर विशेष जोर दिया जाएगा।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ लगाए जाने की अपील देशवासियों से की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील का छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ में 11 जुलाई को वन महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन होगा, जिसके अंतर्गत 70 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने ग्राम बगिया और बंदरचुआ के स्कूल को आदर्श विद्यालय बनाने की घोषणा की

रायपुर-   राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ग्राम बगिया के उसी स्कूल कैंपस में पहुंचे जहां कई बरस पहले उन्होंने अपनी पांचवी कक्षा की पढ़ाई की थी। उन्होंने बताया कि स्कूल को साफसुथरा रखने हम लोग घर से गोबर लाकर लिपाई करते थे। स्कूल के रखरखाव की पूरा गांव चिंता करता था और छत की मरम्मत गांव वाले मिलकर करते थे। टाटपट्टी भी नहीं थी, घर से बोरी लेकर आते थे, सीसी रोड भी नहीं था। पांचवी बोर्ड का सेंटर भी नहीं था और सेरामोंगरा जाना पड़ता था। अब शिक्षा के लिए इतनी सुविधाएं उपलब्ध हुई हैं तो अच्छा लगता है। चूंकि शिक्षा हमारे विकास का मूलमंत्र है अतएव इसकी बेहतरी के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जशपुर में दिव्यांग आदर्श आवासीय विद्यालय की घोषणा के साथ ही ग्राम बगिया और बंदरचुआ के स्कूल को आदर्श विद्यालय बनाने की घोषणा भी की। साथ ही उन्होंने फरसाबहार में हायरसेकेंडरी स्कूल की घोषणा भी की। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन मेरे और बगिया वासियों के लिए ऐतिहासिक दिन है। मैंने बगिया में पांचवीं तक की पढ़ाई की है। शिक्षा मात्र डिग्री या नौकरी हासिल करने के लिए नहीं है। यह जीवन बदलता है। आप शिक्षित और अशिक्षित व्यक्ति के जीवन स्तर को देखकर स्वयं भी अंदाजा लगा सकते हैं कि शिक्षा का जीवन में कितना महत्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन काल से ही हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में विश्वगुरु रहा है। नालंदा और तक्षशिला से शिक्षा प्राप्त कर बहुत से लोग आगे बढ़े।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा के विकास को आगे बढ़ाया है। इससे अब साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित होगी। इससे विद्यार्थियों को अपनी दक्षता सुधारने का बेहतर अवसर मिलेगा। विद्यार्थियों की समझ और ज्ञान को विकसित करने किताबों में उनकी स्थानीय भाषाओं का समावेश किया गया है। शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने राज्य में 211 पीएमश्री विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। समर कैंप का आयोजन कर विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने और आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने मंच से सभी को बताया कि 6 अगस्त को सभी स्कूलों में पीटीएम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बच्चों के अभिभावकों को शिक्षक बताएंगे कि उनके बच्चे कैसे पढ़ाई करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में न्योता भोज का आयोजन भी किया जा रहा है। कोई भी अपने जन्मदिन और अन्य विशेष दिन में स्कूली विद्यार्थियों को न्यौता भोज दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले के पदमश्री जागेश्वर यादव को मंच पर अपने पास बुलाकर कहा कि इन्होंने हॉफ पेंट पहनकर और बिना चप्पल पहने विशेष पिछड़ी जनजाति के पहाड़ी कोरवा, बिरहोर जनजाति समाज की निरंतर सेवा की। उनकी सेवा के बदौलत उन्हें राष्ट्रपति ने पद्मश्री से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक व्यक्ति चाहे तो दूसरों की भलाई करके भी बहुत आगे बढ़ सकता है। आप भी इनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं। शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने भी अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि अभिभावक बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर ही ध्यान दें, अन्य बच्चों से तुलना न करें। हर बच्चे की अपनी क्षमता और विशिष्टता होती है। इसे ध्यान देकर बच्चों की पढ़ाई पर फोकस करें।

इस अवसर पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि सच्चे संकल्प के साथ किये गये प्रयत्न से मुख्यमंत्री जी ने निश्चित ही सफलता मिलती है। आज जिस स्कूल में खड़े हैं इसी स्कूल से अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी की है और प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे समय भी संसाधन कम थे लेकिन मेरी मां ने मुझे हमेशा पढ़ने के लिए प्रेरित किया। समाज को बदलने का एकमात्र माध्यम शिक्षा है। इस मौके पर सांसद राधेश्याम राठिया ने कहा कि सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए सभी सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। आप खूब पढ़े और आगे बढ़ें। विधायक जशपुर रायमुनी भगत ने कहा कि शिक्षकों के साथ अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई के लिए मेहनत करें, इससे निश्चित रूप से शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। विधायक पत्थलगांव गोमती साय ने कहा कि सबसे बड़ा धन विद्या धन है। हमें शिक्षा को बेहतर करने के लिए लगातार काम करना है। इस मौके पर विधायक आरंग गुरु खुशवंत साहेब, जिला पंचायत अध्यक्ष जशपुर शांति भगत, उपाध्यक्ष उपेन्द्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। साथ ही स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेसी, संचालक समग्र शिक्षा संजीव झा, संचालक डीपीआई दिव्या उमेश मिश्रा, संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर रवि मित्तल एसपी शशिमोहन सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

छात्राओं को मुख्यमंत्री ने दी साइकिल

इस मौके पर हाईस्कूल छात्राओं को मुख्यमंत्री श्री साय ने साइकिल वितरित की। छात्राओं ने घंटी बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया। साथ ही उन्होंने मेधावी बच्चों को सम्मानित भी किया। यही नहीं होनहार छात्र-छात्राओं के अभिभावकों का भी सम्मान किया। साथ ही विनोबा एप के माध्यम से बेहतर शिक्षण कर रहे शिक्षकों का भी सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों से मुलाकात कर उनकी बनाई सामग्री देखी।

एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत माँ के सम्मान में रूद्राक्ष का पौधा रोपा

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत मां के सम्मान में रुद्राक्ष का पौधा रोपा। साथ ही उन्होंने लोगों से प्रधानमंत्री के आग्रह पर एक पेड़ मां के नाम लगाने का आग्रह भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कोई अपनी मां के सम्मान में पेड़ लगाएगा तो भारत की जनसंख्या के बराबर पेड़ लग जाएंगे, इससे हरियाली का दायरा बहुत बढ़ जाएगा।

आईआईटी भिलाई में आयोजित "हेल्थ इनोवेशन केयर इन छत्तीसगढ़" के दूसरे राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री

रायपुर-  छत्तीसगढ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज IIT भिलाई में आयोजित "हेल्थ इनोवेशन केयर इन छत्तीसगढ़" के दूसरे राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए। इस कॉन्फ्रेंस में IIT, IIM, AIIMS, NIT और मल्टी नेशनल कंपनी के पदाधिकारियों के साथ छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचल तक बेहतर मेडिकल सुविधा कैसे पहुंचे इस पर सकारात्मक चर्चा हुई। कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए सुझाव और तकनीक को लेकर चर्चा हुई जो आने वाले दिनों में राज्य के लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे।

कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य एक ऐसा विषय है जो इंसान के साथ ताउम्र जुड़ा रहता है , लिहाजा एक बीमारी को ठीक करना हे स्वास्थ्य नहीं है बल्कि व्यक्ति बीमार ही न हो यह ज्यादा आवश्यक है। ऐसी स्थिति लाने की लिए युवा पीढ़ी को शादी से पहले जन्म कुंडली ही नहीं बल्कि जेनेटिक कुंडली भी मिला लेनी चाहिए ताकि सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारी पूरी तरह से खत्म हो जाए।

श्री जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य के क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है और इसका लाभ भी दूरस्थ अंचल के लोगों को मिल रहा है। अंबिकापुर से उदयपुर तक ड्रोन चिकित्सा सेवा और रायपुर के मेकाहारा में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत नई तकनीक का ही उदाहरण है।

श्री जायसवाल ने भारत की अग्रणी संस्थाओं से कहा कि वो स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए तकनीक की खोज करें जिसके लिए राज्य सरकार का हर संभव सहयोग रहेगा। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए कार्य कर रही है जिसमें रायपुर और बिलासपुर में 700 बेड के अस्पताल तथा बस्तर और सरगुजा में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण की घोषणा शामिल हैं।

कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ धीरेंद्र तिवारी, IIT भिलाई के निदेशक प्रो.डॉ. राजीव प्रकाश , AIIMS रायपुर के कार्यकारी निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल , NIT रायपुर के निदेशक प्रो. एन. वी. रमन्ना राव सहित IIM रायपुर और स्टैनफोर्ड बायर्स सेंटर फॉर बायोडिजाइन के पदाधिकारी और IIT भिलाई के रिसर्च स्कॉलर्स उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ में भीम आर्मी चीफ ने भरी हुंकार : चंद्रशेखर आजाद ने कहा – बलौदाबाजार हिंसा मामले में निर्दोषों को जेल से निशर्त छोड़ें नहीं तो होगा बड़ा

सारंगढ़-बिलाईगढ़-   नगीना लोकसभा के सांसद व भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद गुरुवार को बिलाईगढ़ जिले के भटगांव पहुंचे, जहां दशहरा मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया. सांसद चंद्रशेखर ने बलौदाबाजार की घटना पर प्रदेश सरकार और पुलिस पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा, कानून सबके लिए समान है. बेगुनाहों को दोषी न बनाएं. निर्दोषों को जेल से निशर्त छोड़ें नहीं तो प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

सांसद चंद्रशेखर ने कहा, आज राज्यपाल से मुलाकात कर निर्दोषों को छोड़ने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. बलौदाबाजार घटना में शासन-प्रशासन अपनी कमजोरी छिपाने निर्दोषों पर कार्रवाई कर रही. घटना में पुलिस ने निर्दोषों को जमकर पीटा है, इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस घटना में जो जख्म मिले हैं उन्हे कभी नहीं भुलाया जा सकता.

चंद्रशेखर आजाद ने कहा, जैसी व्यवस्था आज पुलिस ने किया है वैसी पहले करती तो बलौदाबाजार में घटना घटित नहीं होती. हम संविधान पर भरोसा रखने वाले हैं. हम लड़ाई नहीं करते. यदि करते तो इस पंडाल में कोई घुसने की हिम्मत नहीं करता. हमारी विनती है कि निर्दोषों को जेल से निशर्त छोड़ दिया जाए नहीं तो स्वयं चद्रशेखर आजाद, भीम आर्मी का एक-एक कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर आंदोलन का प्रचार कर छत्तीसगढ़ में वृहद आंदोलन करेगा.

राजस्व पखवाड़ा : फौती, नामांतरण, बंटवारा के प्रकरणों के निराकरण के लिए गांवों में लगेंगे शिविर

रायपुर-   अब किसानों और भू-स्वामियों को फौती, नामांतरण, बंटवारा जैसी समस्याओं को लेकर दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा. राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने 6 से 20 जुलाई तक राजस्व पखवाड़ा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाले शिविरों की जानकारी देने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराई जाएगी. 

राजस्व पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाले शिविरों में प्राप्त होने वाले आवेदनों जैसेः फौती, नामांतरण एवं बटवारा, अभिलेख त्रुटि सुधार के प्रकरणों का मौके पर ही आनलाइन अपलोड कर हल्का पटवारी द्वारा प्रतिवेदन, पंचनामा कर प्रविष्टि एवं मौके पर ही नोटिस ईश्तहार जारी कर पक्षकारों को तामिली कराकर निराकरण करने को कहा गया है. शिविर स्थल पर ही बी-1, खसरा एवं किसान किताब के प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जाएगा.

इसी तरह आय, जाति, निवास प्रमाण-पत्र संबंधी समस्त आवेदनों का शिविर स्थल पर ही लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से आनलाइन प्रविष्टि एवं समय-सीमा में शत-प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं. शिविर में प्राप्त होने वाले आवेदनों एवं उन पर की गई कार्यवाही की जानकारी प्रत्येक दिवस निर्धारित प्रपत्र में कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

समय-सीमा के भीतर होगी कार्रवाई

सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग अविनाश चंपावत से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत राजस्व न्यायालय से संबंधित लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत लोक सेवाओं की अदायगी हेतु समय-सीमा में कार्यवाही की जाएगी. इसी तरह अविवादित नामांतरण और खाता विभाजन, सीमांकन, व्यपवर्तन, वृक्ष कटाई का समय-सीमा के बाहर प्रकरणों तथा सभी राजस्व न्यायालय में शून्य आदेश पत्र वाले प्रकरणों का 15 जुलाई तक शत-प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं.

इसके साथ ही नगरीय क्षेत्रों के सीमांकन प्रकरणों का भी पूर्ण निराकरण किया जाना है. विवादित नामांतरण, विवादित खाता विभाजन और धारा 115 अंतर्गत अभिलेख त्रुटि हेतु आवेदन प्राप्त कर तथा इसके लिए जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाए. निराकरण नहीं करने वाले राजस्व अमले पर अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जाएगा.

आवेदनों का होगा त्वरित निराकरण

राजस्व विभाग के सचिव ने बताया कि इसी तरह सभी राजस्व न्यायालय में दर्ज ऐसे प्रकरण जिनकी सुनवाई तिथि अद्यतन नहीं है, उनका शत-प्रतिशत सुनवाई तिथि अद्यतन किया जाना सुनिश्चित करने कहा गया है. इसके साथ जनहानि-पशुहानि, फसल क्षति से संबंधी आर.बी.सी.6-4 के तहत प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण करने कहा गया है. राजस्व अधिकारी अधीनस्थ टेबल का निरीक्षण कर निरीक्षण प्रतिवेदन 15 जुलाई तक कलेक्टर को उपलब्ध कराएंगे. राजस्व पखवाड़ा में भू-अर्जन संबंधी प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण तथा भू-अर्जन के प्रकरणों में लिये गये सेवा शुल्क की जानकारी अद्यतन करने सुनिश्चित करेंगे.

कोटवारी और सेवाभूमि पर होगी कार्रवाई

राजस्व पखवाड़ा में भू-अभिलेख संबंधी कार्यों के अंतर्गत स्वामित्व योजनांतर्गत भारतीय सर्वेक्षण विभाग से प्राप्त मैप-02 का 31 जुलाई 2024 तक प्रारंभिक प्रकाशन किया जाना है. इसी तरह कोटवारो द्वारा विक्रय की गई कोटवारी और सेवाभूमि के विरूद्ध 31 जुलाई 2024 तक समुचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं. वार्षिकी कृषि सांख्यिकी सारणी तथा ऋतु एवं फसल प्रतिवेदन (जिंसवार) वर्ष 2023-24 का 15 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत जानकारी उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करेंगे.

अभिलेख शुद्धता के अंतर्गत संकलन हेतु शेष खसरा, विलोपन योग्य संदिग्ध खसरा, शून्य रकबा वाले खसरा, भूमिस्वामी विहीन खसरा, भूमिस्वामी के विवरण में स्पेशल कैरेक्टर युक्त खसरा, संयुक्त खातेदार का नाम पृथक-पृथक दर्ज न होकर एक साथ दर्ज होने, त्रुटिपूर्ण खसरा, भूमिस्वामी क्रमांक निर्धारण हेतु शेष खसरा की संख्या अंतर्गत 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत निराकरण किया जाना सुनिश्चित करेंगे.

नक्शा बटांकन अंतर्गत जुलाई माह में प्रत्येक तहसील में 05 प्रतिशत की प्रगति करना अनिवार्य है, तथा भूमिस्वामी के खातों में आधार, मोबाईल नं. किसान किताब एवं जेण्डर की प्रविष्टि 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत करना सुनिश्चित करेंगे.