बाबा जी भगवान हैं या इंसान यही देखने आए थे', बोले हाथरस हादसे में ज़िंदा बचे लोग
हाथरस की घटना के बाद कई प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी घटना के संबंध में बातें सामने आ रही हैं। यूपी के बहराइच से बस में सवार होकर कई लोग सत्संग में आए थे. सत्संग में भगदड़ की घटना के बाद कई लोग मौके पर उपस्थित हैं. इनका कहना है कि वे पहली बार आए हैं. उन्हें पता करना था कि बाबा इंसान हैं या भगवान. बस में एक मां और बेटी भी थीं, जो लापता हैं. ये इंतजार कर रहे हैं. कुछ लोग दुर्घटना के तुरंत पश्चात् बस से घर वापस लौट आए. एक शख्स ने कहा कि हमारे सामने दो व्यक्तियों की मौत हो गई, हम खुशकिस्मत हैं, जो बचकर आ गए. जिस हिसाब से भीड़ थी और कम पुलिसकर्मी तैनात थे.
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि सत्संग समाप्त होने के बाद बाबा से मिलने के लिए महिलाएं उनकी गाड़ी के पीछे दौड़ीं, फिर भगदड़ मच गई. भीड़ बहुत अधिक थी, गर्मी काफी थी. लोग जल्दी बाहर निकलने के चक्कर में भागने लगे. वहां मिट्टी भी गीली थी, कीचड़ हो गया था. इससे कई लोग फिसल गए. यदि प्रशासन मुस्तैद होता तो दुर्घटना टल सकती थी. इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उनका कार्यक्रम कोई पहली बार नहीं हुआ है. कार्यक्रम पहले भी हुए हैं. अगर इतनी भीड़ आ रही थी तो सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार की थी. लोगों को गाइड करने की जिम्मेदारी सरकार की थी. भीड़ इकट्ठा नहीं होने देने की जिम्मेदारी सरकार की थी.
सत्संग के आयोजक के तौर पर पंडाल के बाहर 78 लोगों के नाम और नंबर हैं. इनमें से एक चिकित्सक मुकेश कुमार से बात की. मुकेश का नाम नंबर 20 पर लिखा है. मुकेश कुमार ने बताया कि वो आयोजनकर्ता नहीं थे. 4 दिन पहले घर पर चंदा मांगने आए थे. उन्हें मना कर दिया था. मुझे नहीं पता, मेरा नाम क्यों लिखा. इस घटना में अब तक कुल 121 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है, वहीं कई लोग घायल हैं, जो चिकित्सालय में हैं. हाथरस चिकित्सालय में 32 डेड बॉडी आई हैं, 19 का आइडेंटिफिकेशन हो चुका है. पोस्टमार्टम के पश्चात् उन्हें परिजनों को सौंपा जा रहा है, उनके घर भिजवाया जा रहा है. 32 में से 11 का पोस्टमार्टम हो चुका है. एक महिला पुलिसकर्मी बेहोश हो गई थी, वह अब ठीक है, उसे घर भेज दिया गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घटना बेहद दुखद एवं दिल दहला देने वाली है. स्थानीय आयोजकों ने 'भोले बाबा' का कार्यक्रम आयोजित किया था. कार्यक्रम के पश्चात जब सत्संग के प्रचारक नीचे आ रहे थे, अचानक भक्तों की भीड़ उन्हें छूने के लिए बढ़ने लगी और जब सेवादारों ने रोका तो वहां दुर्घटना हो गई. मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस मामले की तहकीकात के लिए हमने एडिशनल डीजी आगरा की अध्यक्षता में टीम गठित कर दी है. उन्हें विस्तृत रिपोर्ट देनी है. घटना के मद्देनजर राज्य के मुख्य सचिव एवं DGP वहां कैंप कर रहे हैं. प्रदेश सरकार के तीन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह, असीम अरुण तीनों घटनास्थल पर हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ आज हाथरस पहुंचेंगे. वे यहां सत्संग में मची भगदड़ को लेकर अफसरों से जानकारी लेंगे.
Jul 03 2024, 14:52