नागालैंड निकाय चुनाव में एनडीपीपी की प्रचंड जीत, कोहिमा, मोकोकचुंग और दीमापुर में बड़ी जीत हासिल की
डेस्क: एनडीपीपी ने कोहिमा नगर परिषद में 19 में से पांच सीटें पहले ही निर्विरोध जीत ली थीं। उसने अंतिम परिणाम की घोषणा के बाद आठ और सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। मोकोकचुंग नगर परिषद में एनडीपीपी ने कुल 18 सीटों में से 15 सीटें जीतीं। इन 15 में से छह सीटें ऐसी हैं, जिन पर उसने निर्विरोध जीत हासिल की। दीमापुर नगर परिषद में एनडीपीपी ने 23 में से 13 सीटें जीतीं। भाजपा ने छह सीटें जीतीं, एनपीपी ने दो और दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की।
विज्ञापन
26 जून को हुए थे चुनाव
26 जून को हुए निकाय चुनावों में 2.23 लाख से अधिक मतदाताओं में से लगभग 82 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। नगालैंड राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि पहली बार महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण के साथ शहरी स्थानीय निकाय चुनाव कराए गए। पूर्वोत्तर के इस राज्य में यह एक ऐतिहासिक चुनाव है क्योंकि तीन नगरपालिकाओं और 22 नगर परिषद के लिए चुनाव 20 वर्ष के अंतराल के बाद कराया गया। इससे पहले, नगर निकाय चुनाव 2004 में हुआ था।
523 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला
सरकार ने पहले भी कई बार शहरी स्थानीय निकायों के लिए चुनाव की घोषणा की थी, लेकिन महिलाओं के लिए आरक्षण, भूमि तथा संपत्तियों पर कर के खिलाफ जनजातीय संगठनों और नागरिक संस्थाओं की आपत्तियों के कारण चुनाव नहीं कराया जा सका। इस चुनाव में 11 राजनीतिक दलों के 523 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हुआ। अन्य 64 उम्मीदवार नगर निकायों में निर्विरोध चुने गए।
ये दल मैदान में
चुनाव लड़ रहे दलों में एनडीपीपी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ), राइजिंग पीपुल्स पार्टी, आरपीआई (आठवले), जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) शामिल थीं।
छह जिलों में नहीं हुआ था चुनाव
नागालैंड में कुल 39 नगर परिषदें हैं, लेकिन राज्य के पूर्वी हिस्से के छह जिलों में 14 शहरी स्थानीय निकायों में कोई चुनाव नहीं हुआ क्योंकि ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गेनाइजेशन (ईएनपीओ) ने क्षेत्र के छह जिले में चुनावों में भाग नहीं लेने का फैसला किया था। छह पूर्वी जिलों में निवास करने वाली सात नगा जनजातियों की सर्वोच्च संस्था ईएनपीओ ‘फ्रंटियर नगालैंड क्षेत्र’ की मांग करती रही है। उसका दावा है कि इस क्षेत्र को वर्षों से नजरअंदाज किया गया है।
ईएनपीओ इलाके में 14 नगर परिषद हैं। इस इलाके से 59 नामांकन पत्र स्वीकार किए गए थे, लेकिन आदिवासी संगठनों ने उम्मीदवारों को अपना नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया। ईएनपीओ ने राज्य की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए 19 अप्रैल को हुए चुनाव में भी भाग नहीं लिया था।





शो दक्षिणपंथी समूहों के विरोध के बाद रद्द कर दिया गया था। वहीं अब बिग बॉग में नजर आ चुके मुनव्वर फारुकी के बाद धर्म का मजाक उड़ाने पर स्टैंड अप कॉमेडियन डेनियल फर्नांडिस मुसीबत में फंस गए हैं, जिसके चलते हैदराबाद में उनके शोज को कैंसिल कर दिया गया है। इतना ही नहीं कॉमेडियन डेनियल फर्नांडिस को धमकी भी दी जा रही है। सोशल मीडिया पर खुद उन्होंने इस बात की जानकारी शेयर की है।
* डेस्क: उत्तर प्रदेश सरकार ने सीनियर आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह को राज्य का नए मुख्य सचिव नियुक्त किया है। मनोज कुमार 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। बता दें कि यूपी के मौजूदा मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। दुर्गा शंकर मिश्रा को तीन बार सेवा विस्तार मिल चुका है। अब उन्हें सेवा विस्तार नहीं मिला है और आज वह रिटायर हो रहे हैं। उनकी जगह मनोज कुमार सिंह मुख्य सचिव का कार्य संभालेंगे। सीएम योगी के भरोसेमंद अधिकारी बता दें कि मनोज कुमार सिंह सीएम योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं। वे पिछले काफी समय से कृषि उत्पादन आयुक्त और अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त जैसी अहम जिम्मेदारियां निभा रहे थे। मनोज कुमार सिंह पूर्व में ललितपुर, गौतमबुद्धनगर, पीलीभीत और मुरादाबाद के जिलाधिकारी रह चुके हैं। ग्राम विकास आयुक्त की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी उन्होंने निभाई है। तीन बार मिल चुका है सेवा विस्तार गौरतलब है कि दिसंबर 2021 में दुर्गा शंकर मिश्रा को रिटायर होने से ठीक पहले सेवा विस्तार दिया गया था। इसके बाद 2022 और दिसंबर 2023 में तीसरी बार उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। दिसंबर 2023 में उनका कार्यकाल खत्म हो रहा था लेकिन चुनावों के चलते उन्हें 6 महीने का सेवा विस्तार मिला था। अब चौथी बार उन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया गया है। मूल रूप से बिहार के रहनेवाले हैं मनोज कुमार सिंह 1988 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह मूल रूप से बिहार के रहनेवाले हैं। मौजूदा समय में कई अहम विभागों की जिम्मेदारियां उनके पास हैं। राज्य की कई योजनाओं को जमीन पर उतारने में उनकी अहम भूमिका रही है। ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अच्छे कामों के चलते इन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है।
Jun 30 2024, 17:25
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
3.3k