/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz वादियों में उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ़्ती राशिद से पीछे, कौन हैं इंजीनियर राशिद? India
वादियों में उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ़्ती राशिद से पीछे, कौन हैं इंजीनियर राशिद?


भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, मंगलवार को मतगणना के शुरुआती 2.30 घंटों में, पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती क्रमशः बारामुल्ला और अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्रों में पीछे चल रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और निर्दलीय उम्मीदवार शेख अब्दुल राशिद (इंजीनियर राशिद) से 41,220 से अधिक मतों से पीछे चल रहे हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता बारामुल्ला लोकसभा सीट पर अलगाववादी से मुख्यधारा के राजनेता बने सज्जाद गनी लोन और पूर्व विधायक शेख अब्दुल राशिद, जो वर्तमान में यूएपीए मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं, के साथ लगभग त्रिकोणीय मुकाबले में हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, जो अनंतनाग-राजौरी सीट पर प्रमुख गुज्जर और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता मियां अल्ताफ अहमद के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं, 88,198 से अधिक मतों से पीछे चल रही हैं।

शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद कौन हैं?

अब्दुल रशीद उर्फ इंजीनियर रशीद वर्तमान में आतंकी फंडिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद है। इंजीनियर रशीद, दो बार विधायक रह चुके हैं और आवामी इत्तेहाद पार्टी के प्रमुख हैं। वे बारामुल्ला से 22 उम्मीदवारों में से एक थे। रशीद को 2019 में आतंकी फंडिंग गतिविधियों के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया था। वे गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत हिरासत में लिए जाने वाले पहले मुख्यधारा के नेता बन गए। उनके दो बेटे अबरार रशीद और असरार रशीद, जिन्होंने अपने पिता के लिए चुनाव अभियान का नेतृत्व किया था, ने विश्वास व्यक्त किया कि रैलियों में देखी गई भारी भीड़ रशीद के लिए वोटों में बदल जाएगी, जिससे उन्हें जेल से रिहा किया जाएगा। रशीद ने 2008 और 2014 में लंगेट विधानसभा क्षेत्र जीता और 2019 के संसदीय चुनावों में भी असफल रहे। जबकि वे आवामी इत्तेहाद पार्टी का नेतृत्व करते हैं, उन्होंने इन चुनावों में निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा।
Live Lok Sabha Election Results 2024 12:00 / लाइव लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 12:00

Live Lok Sabha Election Results 2024 11:45 am / लाइव लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 11:45 am पूर्वी भारत

Source : Election Commission of India

दिल्ली की 6 सीट पर बीजेपी आगे, चांदनी चौक सीट पर कांग्रेस आगे निकली
#delhi_lok_sabha_chunav_results_2024

दिल्ली की सभी 7 सीटों पर मतगणना जारी है। इंडिया गठबंधन की ओर से आम आदमी पार्टी के महाबल मिश्रा, सोमनाथ भारती, कांग्रेस की तरफ से कन्हैया कुमार, उदित राज की प्रतिष्ठा दांव पर है। वहीं मनोज तिवारी, बांसुरी स्वराज भाजपा के लिए दिल्ली में क्लीन स्वीप की लड़ाई लड़ रहे हैं।

दिल्ली की 6 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों की बढ़त बरकरार है। ताजा आंकड़ों के अनुसार ईस्ट दिल्ली से हर्ष मल्होत्रा, नई दिल्ली से बांसुरी स्वराज,नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से मनोज तिवारी, नॉर्थ वेस्ट से योगेंद्र चंदोलिया, साउथ दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूड़ी,वेस्ट दिल्ली से कमलजीत सहरावत आगे चल रहे हैं। जबकि चांदनी चौक सीट पर कांग्रेस के जेपी अग्रवाल बीजेपी के प्रवीण खंडेलवाल आगे चल रहे हैं।
Live Lok Sabha Election Results 2024 11:30 am / लाइव लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 11:30 am

Source : Election Commission of India

महाराष्ट्र में बीजेपी को बड़ा नुकसान, 48 में से 25 सीटों पर “इंडिया” गठबंधन आगे

#maharashtra_lok_sabha_chunav_results_2024

महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों के चुनाव परिणाम आज घोषित होंगे। सुबह आठ बजे से मतगणना जारी है। राज्य में मुंबई की छह सीटों पर जहां सभी की नजरें लगी हुई हैं तो वहीं दूसरी ओर राज्य की बारामती और अमरावती लोकसभा सीट पर पूरे देश की नजर है। बारामती में पहली बार पवार परिवार के बीच चुनावी मुकाबला हुआ था, तो वहीं अमरावती में बीजेपी से लड़ी फायरब्रांड नेता नवनीत राणा के ऊपर कमल खिलाने की जिम्मेदारी है। 

अब तक मिले रूझानों में महाराष्ट्र में एनडीए 21 और महाविकास अघाड़ी 25 सीटों पर आगे है। दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी बढ़त बना रखी है।एनडीए में भाजपा 15 और शिंदे गुट 6 सीटों पर आगे है। वहीं, महाविकास अघाड़ी शामिल कांग्रेस 7, शिवसेना उद्धव गुट 10 सीट और एनसीपी (शरद पवार गुट) 8 सीटों पर आगे है

नागपुर से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और एनसीपी (शरद पवार गुट) की प्रत्याशी सुप्रिया सुले अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में आगे हैं। सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे कल्याण लोकसभा सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं

बीड लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी पंकजा मुंडे पीछे चल रही हैं। बजरंग सोनवणे आगे हैं। मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट पर भाजपा के उज्जवल निकम करीब 11 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता गायकवाड़ वर्षा एकनाथ पीछे चल रही हैं। मुंबई दक्षिण सीट से शिवसेना यूबीटी के अरविंद गणपत सावंत करीब चार हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। वहीं शिवसेना की यामिनी यशवंत जाधव पीछे हैं।

खडूर साहिब लोकसभा सीट: जेल में बंद खालिस्तानी अलगाववादी अमृतपाल सिंह आगे चल रहे हैं

जेल में बंद खालिस्तानी अलगाववादी अमृतपाल सिंह लोकसभा चुनाव 2024 में पंजाब की खडूर साहिब सीट से 21,000 से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं, यह जानकारी भारत के चुनाव आयोग की वेबसाइट से मिली है। लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह खडूर साहिब से चुनाव लड़ रहे हैं। अमृतपाल सिंह 45,180 मतों से आगे चल रहे हैं। भारत के चुनाव आयोग (ECI) ने वारिस पंजाब डे (WPD) प्रमुख के नामांकन पत्र स्वीकार कर लिए हैं, जिससे उनके समर्थकों की सभी आशंकाएँ समाप्त हो गई हैं कि उनका नामांकन पत्र खारिज हो सकता है। शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर), जिसने वारिस पंजाब डे प्रमुख को समर्थन देने का वादा किया था, ने भी अपने उम्मीदवार को "अमृतपाल की उम्मीदवारी खारिज होने की स्थिति में बैक-अप के रूप में" मैदान में उतारा। अमृतपाल सिंह को 2023 में गिरफ्तार किया गया था, जब उन्होंने और उनके सैकड़ों समर्थकों ने तलवारों और आग्नेयास्त्रों के साथ एक पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था, जिसमें उन्होंने अपने एक सहयोगी की रिहाई की मांग की थी। संसद के चुनाव में उनकी जीत अमृतपाल सिंह को कुछ वैधता प्रदान कर सकती है और 1970 और 1980 के दशक में दसियों हज़ार लोगों की जान लेने वाले उग्रवाद के पुनरुत्थान की चिंताएँ पैदा कर सकती है। हालाँकि, पिछले साल अमृतपाल सिख अलगाववाद ने वैश्विक सुर्खियाँ बटोरीं, क्योंकि कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत पर उन देशों में सिखों के खिलाफ हत्या की साजिशों में शामिल होने का आरोप लगाया है, आरोपों से नई दिल्ली ने इनकार किया है। सिंह ने 2023 के एक साक्षात्कार में कहा कि वह सिखों और पंजाब के लोगों के लिए एक अलग मातृभूमि की मांग कर रहे थे, जहाँ धर्म की स्थापना 500 साल से भी पहले हुई थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि अमृतपाल सिंह का अभियान पंजाब की नशीली दवाओं की समस्या से लड़ने, पूर्व सिख आतंकवादियों को जेल से छुड़ाने और भारत में सिख पहचान की रक्षा करने पर केंद्रित था। शुरुआती रुझानों के अनुसार, पंजाब में कांग्रेस छह लोकसभा सीटों पर आगे चल रही है, जबकि आप चार निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है। रुझानों के अनुसार, कांग्रेस अमृतसर, जालंधर, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, गुरदासपुर और पटियाला सीटों पर आगे चल रही है और आम आदमी पार्टी (आप) होशियारपुर, आनंदपुर साहिब, संगरूर और बठिंडा सीटों पर आगे चल रही है।
2019 के लोकसभा चुनाव किस पार्टी को कितनी सीटें और कितने प्रतिशत वोट मिले, जानें
#parties_vote_percentage_in_2019_lok_sabha_elections
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतों की गिनती जारी है। रूझानों में बीजेपी नीत एनडीए ने बहुमत के आंकड़े को हासिल कर लिया है। हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से बीजेपी को प्रचंड जीत मिली थी और ‘मोदी मैजिक’ वोटरों के सिर चढ़कर बोला था वैसा इस बार नहहीं दिख रहा है। 2019 में बीजेपी ने अपने दम पर 2014 से भी ज़्यादा सीटों पर जीत दर्ज की। 2014 में बीजेपी को 282 सीटें मिली थीं। 2019 में उसने 303 सीटों पर जीत दर्ज की है और एनडीए को कुल 348 सीटों पर जीत मिली है। चुनाव में मोदी के जादू के आगे सब ढेर हो गए। सहां, तक की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी भी अमेठी में चुनाव हार गए थे।

2019 में कुछ ऐसे राज्य थे जहां भाजपा का मत प्रतिशत 50 से भी अधिक था। ये राज्य थे हिमाचल प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश। वहीं कांग्रेस को दक्षिण और हिंदी पट्टी के कुछ राज्यों में 30 या 30 से ज्यादा मत प्रतिशत मिले थे। इनमें से कुछ राज्य छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और कर्नाटक थे।

पिछले आम चुनाव में बीजेपी 303 सीटों पर 55.7% लाकर जीतने में कामयाब रही थी।बीजेपी ने कुल जीतनी सीटों पर जीत दर्ज की थी, उनमें से तीन चौथाई यानी 224 साटों पर उसे 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले थे। कांग्रेस के लिए ऐसी सीटों की संख्या मात्र 18 थी।

आइए जानते हैं 2019 में बीजेपी और कांग्रेस को किस राज्य में कितने प्रतिशत वोट मिले थेः-
राज्य               सीट     भाजपा का वोट %    कांग्रेस का वोट %
कर्नाटक        28            51.7                   32.1
हिमाचल प्रदेश 4          69.7                   27.5
छत्तीसगढ़         11          51.4                  41.5
मध्य प्रदेश        29         58.5                          34.8
उत्तराखंड          5         61.7                     31.7
गुजरात         26        63.1                        32.6
राजस्थान       25       59.1                         34.6
हरियाणा      10      58.2                         28.5
दिल्ली        7        56.9                          22.6
महाराष्ट्र        48         27.8                           16.4
झारखंड       14          51.6                    15.8
पश्चिम बंगाल 42         40.6                               5.7
पंजाब          13         9.7                             40.6
जम्मू-कश्मीर   6        46.7                            28.6
बिहार          40        24.1                             7.9
उत्तर प्रदेश         80        50                             6.4
तमिलनाडु         38        3.7                            12.9
आंध्र प्रदेश         25        1                             1.3
Live Lok Sabha Election Results 2024 11:15 am / लाइव लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 11:15 am उत्तर पूर्व भारत

Source : Election Commission of India

लोकसभा चुनाव 2024: आंध्र प्रदेश में बड़ी जीत की ओर TDP, ओडिशा में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी

डेस्क: लोकसभा चुनाव के साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आज घोषित किए जाएंगे। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में TDP ने 175 में से 117 सीटों पर बढ़त बना ली है और सूबे में बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। वहीं, उसकी साथी पार्टियों जनसेना को 15 और बीजेपी को 6 सीटों पर बढ़त हासिल है। सत्तारुढ़ YSRCP मात्र 23 सीटों पर बढ़त बना पाई है। वहीं, ओडिशा की 147 विधानसभा सीटों में रुझानों में बीजेपी सबसे आगे चल रही है। बीजेपी 58 सीटों पर बढ़त बनाए हुई है। वहीं, बीजद 42 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा ओडिशा में कांग्रेस 10 सीटों पर आगे है।
बता दें कि आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव 2024 से पहले तेलगू देशम पार्टी फिर से NDA का हिस्सा बनी। इस गठबंधन में जननायक जनता पार्टी के पवन कल्याण भी शामिल हैं। वहीं, मुकाबले में इंडिया गठबंधन भी है, जिसमें कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई-एम शामिल है, लेकिन ये रुझानों में कहीं नहीं हैं। 
आंध्र में सरकार बदलने का रिवाज 
अभी तक के चुनावी इतिहास में आंध्र प्रदेश में हर पांच साल बाद सरकार बदलती रही है। बंटवारे के बाद आंध्र प्रदेश में तेलगूदेशम पार्टी की सरकार बनी और चंद्राबाबू नायडू मुख्यमंत्री बने, लेकिन 2019 में वाईएसआर कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की। टीडीपी 23 सीटों पर सिमट गई। आंध्र प्रदेश में बहुमत का आंकड़ा 88 है और टीडीपी ने इस बार चुनाव में  शुरुआती रुझानों में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है।