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3 जून वो तारीख जिस दिन देश में खींच गई थी लकीर, लॉर्ड माउंटबेटन ने किया था बंटवारे का ऐलान*
#3_june_1947_mountbatten_plan_decided_the_fate_of_india_pakistan
करीब 300 साल तक अंग्रेजों की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी का सपना साकार हुआ था। हालांकि भारत को ये आजादी अपना एक हिस्सा गंवाने की शर्त पर मिली थी। उस शर्त ने भारत का इतिहास और भूगोल दोनों बदल दिया। वर्ष 1947 में आज ही के दिन ब्रिटिश राज में भारत के अंतिम वायसरॉय लॉर्ड माउंटबेटन ने देश के बंटवारे का ऐलान किया था। भारत के बंटवारे की इस घटना को ‘तीन जून योजना’ या ‘माउंटबेटन योजना’ के तौर पर जाना जाता है।देश में दंगे हो रहे थे और केंद्र में कांग्रेस की अंतरिम सरकार हालात को काबू में नहीं कर पा रही थी, क्योंकि कानून एवं व्यवस्था का मामला प्रांतों के पास था। लिहाजा, राजनीतिक और सांप्रदायिक गतिरोध को खत्म करने के लिए ‘तीन जून योजना’ आई जिसमें भारत के विभाजन और भारत तथा पाकिस्तान को सत्ता के हस्तांतरण का विवरण था। 3 जून 1947 भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन था। इस दिन ब्रिटिश भारत के विभाजन और आजादी की घोषणा की गई। यह योजना भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन द्वारा तैयार की गई थी। इस दिन ही लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत की आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 तय की थी।इस दिन फैसला लिया गया कि भारत को दो आजाद देश भारत और पाकिस्तान में विभाजित किया जाएगा। सिख बहुल क्षेत्रों का भविष्य जनमत संग्रह द्वारा तय किया जाएगा। पूर्वी बंगाल और पश्चिमी बंगाल का विभाजन धार्मिक आधार पर होगा। सिंध को पाकिस्तान में शामिल किया जाएगा। 3 जून की योजना में कहा गया कि भारत को देशों के बंटवारे को ब्रिटेन की संसद मानेगी और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता भी देगी। दोनों देशों की सरकारों को डोमिनियन दर्जे के साथ ब्रिटिश राष्ट्रमंडल का सदस्य बनने के फैसला का अधिकार भी दिया जाएगा। प्लान में तय किया गया कि हिंदु बहुल इलाके भारत को और मुस्लिम बहुत इलाके पाकिस्तान को दे दिए जाएगे। जबकि देशके 565 रियासतों को यह आजादी दी गई कि वे भारत या पाकिस्तान में से किसी में भी शामिल हो सकते हैं। इसी प्लान का एक सबसे अहम हिस्सा सेना का बंटवारा था। साथ ही विभाजन के इलाकों को भी मोटे तौर पर तय किया गया। इसके साथ ही दोनों देशों के विधायी अधिकार, गवर्नर जनरल की शक्तियों को भी परिभाषित किया गया था।ऐलान के बाद जुलाई के शुरू में भारतीय सेना के हर अधिकारी को एक फार्म दिया गया। उसमें हर अधिकारी से यह बताने को कहा गया था कि वह भारतीय सेना में काम करेगा या पाकिस्तानी सेना में जाना चाहेगा। इसी तरह बंटवारे के वक्त तय हुआ कि भारत की चल संपत्ति का 80 प्रतिशत भारत को मिलेगा और 20 प्रतिशत पाकिस्तान के हिस्से में जाएगा। माउंटबेटन की इस घोषणा के बाद लाखों लोगों का विस्थापन और सांप्रदायिक हिंसा हुई। पूरा देश साम्प्रदायिक दंगों में उलझ गया। पहले से जारी राजनैतिक और तेज हो गईं। झगड़ा इसको मानने को लेकर था। बंटवारे में करीब सवा करोड़ लोग इधर से उधर हुए। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक बंटवारे के बाद जो हिंसा हुई, उसमें करीब 10 लाख लोग मारे गए। हजारों महिलाओं को अगवा कर लिया गया। उनके साथ रेप और जोर जबरदस्ती हुई।
नतीजों से एक दिन पहले चुनाव आयुक्त बोले- वोटिंग का विश्व रिकॉर्ड बना, 10 हजार करोड़ रुपये पकड़े, हर राउंड का रिजल्ट डिस्प्ले होगा, जानिए बड़ी बात

लोकसभा चुनाव के सात चरणों के मतदान के बाद चार जून यानी कल मतगणना होगी। लोकसभा चुनाव की काउंटिंग से एक दिन पहले इलेक्शन कमीशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ‘सोशल मीडिया में हमारे उपर मीम्स बनाए गए हैं, लापता जेंटलमैन टाइप बहुत से टैग्स हैं। हम सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे, जो सात चरणों के दौरान हुआ। इस बार हमने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। 64.2 करोड़ लोगों ने मतदान किया, जिसमें 31.2 करोड़ महिलाओं ने वोट डाला है। 

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, कल मल्टीपार्टी मीटिंग में हमसे कुछ मांगें की गई थीं। हम सबको मानेंगे। जैसे सीसीटीवी, दिन तारीख को दिखाया जाए, हर राउंड का रिजल्ट डिस्प्ले होना चाहिए। ये सब होगा। लोग हवा चला देते हैं। फिर हमें ऐसे गुब्बारों की हवा निकालनी पड़ती है। एआरओ की टेबल पर एजेंट अलाउड हैं। यह हमें बताना पड़ा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- जिस तरह वोटिंग प्लानिंग से कराई, उसी तरह काउंटिंग भी मुस्तैदी से होगी। 10.50 लाख बूथ, एक हॉल में 14 टेबल। 8000 से ज्यादा उम्मीदवार हैं। 30 से 35 लाख लोग बाहर हैं। वहां माइक्रो ऑब्जर्वर होंगे। कम से कम 70 -80 लाख लोगों के बीच काम होगा। गलती हो ही नहीं सकती।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- सभी मतदाताओं को सलाम है, वोटिंग का विश्व रिकॉर्ड बना। आयोग ने चुनाव कार्यक्रम में सेवाएं देने वालों की तारीफ की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ‘हमने पूरे चुनाव में पूरी कोशिश रही कि किसी महिला के खिलाफ कुछ गलतबयानी ना हो। ऐसा हुआ तो हमने कड़े निर्देश जारी किया। इस बार जम्मू-कश्मीर में खूब वोट पड़े। घाटी में 51.05 फीसदी मतदान हुआ। अब हम जम्मू कश्मीर में चुनाव कराएंगे, जब सर्वे करने गए थे, तब पूछा था आज जवाब दे रहा हूं। 

 कहा कि हम भारत के मतदाताओं को स्टैंडिंग ओवेशन देते हैं। हमने बुजुर्गों के घर जाकर उनका वोट लिया है। 85 वर्ष से ऊपर के उम्र वाले मतदाताओं ने घर बैठे वोट दिया। 1.5 करोड़ मतदान और सुरक्षा कर्मियों की आवाजाही के लिए 135 विशेष ट्रेनों, 4 लाख वाहनों और 1692 फ्लाट्स का इस्तेमाल किया गया। 68763 मॉनिटरिंग टीमें चुनाव की निगरानी में लगी थीं। 

सोशल मीडिया ट्रोलिंग पर कहा- हमें लापता जेंटलमेन कहा गया, लेकिन इसी दौरान देश में वोटिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया। यह हमारे लोकतंत्र की ताकत है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, ऐसा पहली बार हुआ है, जब EC लोकसभा चुनाव वोटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा है। चुनाव आयुक्त राजीव कुमार मतगणना और एग्जिट पोल पर उठाए जा रहे सवालों पर बात की।

निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 में भाग लेने वाले सभी मतदाताओं का खड़े होकर अभिनंदन किया। राजीव कुमार ने कहा कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। चुनाव अधिकारियों को हमारी तरफ से संदेश था कि अपना काम करना है, किसी से डरना नहीं है। इसका नतीजा है कि 10 हजार करोड़ का अमाउंट पकड़ा गया, जो 2019 में जब्त किए गए मूल्य का लगभग 3 गुना अधिक है।

चारधाम यात्रा में कम नहीं हो रही श्रद्वालुओं की भीड़, जाम हटाने में जूझता रहा प्रशासनिक अमला, 24 दिन की यात्रा में ही दिखा ऐसा हाल

चारधाम यात्रा को 24 दिन का समय पूरा हो गया है। लेकिन धामों में दर्शन के लिए श्रद्वालुओं की भीड़ कम नहीं हुई है। चारधाम यात्रा प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 15.67 लाख श्रद्वालु चारधामों व हेमकुंड साहिब में दर्शन कर चुके हैं। यात्रा के शुरूआती 10 दिन में जहां दर्शन करने वालों की संख्या 5.69 लाख से अधिक थी।

वहीं 14 दिन में 9.97 लाख से ज्यादा ने दर्शन किए हैं। इस बार चारधाम यात्रा 10 मई और हेमकुंड साहिब की यात्रा 25 मई से शुरू हुई। चारधाम यात्रा के शुरूआती 10 दिन में केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 5.69 लाख अधिक श्रद्वालुओं ने दर्शन किए।

धामों में दर्शन के लिए भीड़ बढ़ने और यात्रा मार्गों पर घंटों जाम लगने से सरकार व प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी। भीड़ नियंत्रित करने के लिए सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण पर भी रोक लगाई थी। एक जून से फिर से आफलाइन पंजीकरण खोल दिए गए। यात्रा मार्गों में अब जाम की पहली जैसी स्थिति नहीं है। लेकिन धामों में दर्शन के लिए काफी भीड़ है।

अब तक का हाल

धाम            पंजीकरण             दर्शन कर चुके

केदारनाथ        11.81 लाख              6,27,213

बदरीनाथ         11.06 लाख               3,79,042

गंगोत्री            6.48 लाख               2,75,210

यमुनोत्री           5.68 लाख              2,85,631

हेमकुंड साहिब        1.30 लाख              23,425

चौंकाने वाले नतीजों के लिए तैयार रहें”, एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद बोली सोनिया गांधी

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लोकसभा चुनाव के परिणाम कल यानी चार जून को जारी किए जाएंगे। इससे पहले आए एग्जिट पोल्स में मोदी सरकार की सत्ता में वापसी हो रही है। एग्जिट पोल्स के आंकड़ों पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का बयान आया है। सोनिया ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के असल परिणाम एग्जिट पोल के अनुमान से बिल्कुल विपरीत होंगे। हमें बस इंतजार करना होगा। बता दें कि विपक्षी गठंबधन इंडिया ने सभी एग्जिट पोल्स को झूठा बताते हुए खुद की जीत का दावा किया है। विपक्ष का कहना है कि कल हमें 295 से ज्यादा सीट मिलेंगी। सोनिया के पहले राहुल गांधी भी 295 सीटें जीतने की भविष्यवाणी कर चुके हैं।

चुनाव पूरा होने के बाद आए एग्जिट पोल में मोदी सरकार की तीसरे बार सत्ता में वापसी होने जा रही है।कांग्रेस संसदीय समिति की अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस संबंध मे जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमें इंतजार करना होगा। बस इंतजार करें और देखें। हमें पूरी उम्मीद है कि नतीजे एग्जिट पोल के नतीजों से बिल्कुल उलट होंगे।सोनिया गांधी डीएमके कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची थीं। यहां से निकलते वक्त उन्होंने यह टिप्पणी की। इससे पहले सोनिया गांधी ने डीएमके के दिग्गज नेता एम. करुणानिधि को उनकी 100वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। 

बता दें कि 1 जून को लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की वोटिंग के बाद अग्जिट पोल्स के नतीजे जारी किए गए। ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने अनुमान जताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहेंगे और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को लोकसभा चुनावों में भारी बहुमत मिल सकता है। अधिकांश ने अनुमान जताया है कि भाजपा नीत गठबंधन 350 से अधिक सीटें जीतेगा। यह आंकड़ा सरकार बनाने के लिए जरूरी 272 सीटों के बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक है। इन्हीं पोल्स में कांग्रेस और अन्य इंडिया ब्लॉक पार्टियों को 150 के आसपास सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।

चौंकाने वाले नतीजों के लिए तैयार रहें”, एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद बोलीं सोनिया गांधी
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लोकसभा चुनाव के परिणाम कल यानी चार जून को जारी किए जाएंगे। इससे पहले आए एग्जिट पोल्स में मोदी सरकार की सत्ता में वापसी हो रही है। एग्जिट पोल्स के आंकड़ों पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का बयान आया है। सोनिया ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के असल परिणाम एग्जिट पोल के अनुमान से बिल्कुल विपरीत होंगे। हमें बस इंतजार करना होगा। बता दें कि विपक्षी गठंबधन इंडिया ने सभी एग्जिट पोल्स को झूठा बताते हुए खुद की जीत का दावा किया है। विपक्ष का कहना है कि कल हमें 295 से ज्यादा सीट मिलेंगी। सोनिया के पहले राहुल गांधी भी 295 सीटें जीतने की भविष्यवाणी कर चुके हैं। चुनाव पूरा होने के बाद आए एग्जिट पोल में मोदी सरकार की तीसरे बार सत्ता में वापसी होने जा रही है।कांग्रेस संसदीय समिति की अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस संबंध मे जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमें इंतजार करना होगा। बस इंतजार करें और देखें। हमें पूरी उम्मीद है कि नतीजे एग्जिट पोल के नतीजों से बिल्कुल उलट होंगे।सोनिया गांधी डीएमके कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची थीं। यहां से निकलते वक्त उन्होंने यह टिप्पणी की। इससे पहले सोनिया गांधी ने डीएमके के दिग्गज नेता एम. करुणानिधि को उनकी 100वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। बता दें कि 1 जून को लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण की वोटिंग के बाद अग्जिट पोल्स के नतीजे जारी किए गए। ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने अनुमान जताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहेंगे और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को लोकसभा चुनावों में भारी बहुमत मिल सकता है। अधिकांश ने अनुमान जताया है कि भाजपा नीत गठबंधन 350 से अधिक सीटें जीतेगा। यह आंकड़ा सरकार बनाने के लिए जरूरी 272 सीटों के बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक है। इन्हीं पोल्स में कांग्रेस और अन्य इंडिया ब्लॉक पार्टियों को 150 के आसपास सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
साधना से निकले नए संकल्प, मेरी आंखें नम हो रही थीं...चुनाव नतीजों से 24 घंटे पहले PM मोदी ने देशवासियों को लिखी चिट्ठी

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कन्याकुमारी दौरा सुर्खियों में रहा। लोकसभा चुनाव नतीजों से 24 घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कन्याकुमारी में साधना से जुड़े अनुभवों पर एक लेख लिखा है। जिसमें उन्होंने स्वामी विवेकानंद से मिली प्रेरणा और लोकसभा चुनाव के दौरान मिले अनुभवों का जिक्र किया है। 

 बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंचे और वहां विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे का ध्यान लगाया। वो एक जून की शाम वापस दिल्ली लौटे। कन्याकुमारी से दिल्ली लौटते वक्त पीएम मोदी ने ध्यान से जुड़े अनुभवों को लेकर ये लेख लिखा है, जिसे अब सार्वजनिक किया गया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। इस लेख में पीएम मोदी ने कन्याकुमारी में हुए अनुभवों को विस्तार से बताया है।

पीएम मोदी ने बताया है कि उनकी तीन दिन की कन्याकुमारी की आध्यात्मिक यात्रा के तमाम सारे अनुभव हैं। उन्होंने एक असीम ऊर्जा का प्रवाह स्वयं में महसूस किया है। पीएम मोदी ने कहा, ’24 के इस चुनाव में, कितने ही सुखद संयोग बने हैं। अमृतकाल के इस प्रथम लोकसभा चुनाव में मैंने प्रचार अभियान 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणास्थली मेरठ से शुरू किया। मां भारती की परिक्रमा करते हुए इस चुनाव की मेरी आखिरी सभा पंजाब के होशियारपुर में हुई। संत रविदास जी की तपोभूमि, हमारे गुरुओं की भूमि पंजाब में आखिरी सभा होने का सौभाग्य भी बहुत विशेष है। इसके बाद मुझे कन्याकुमारी में भारत माता के चरणों में बैठने का अवसर मिला। उन शुरुआती पलों में चुनाव का कोलाहल मन-मस्तिष्क में गूंज रहा था। रैलियों में, रोड शो में देखे हुए अनगिनत चेहरे मेरी आंखों के सामने आ रहे थे। माताओं-बहनों-बेटियों के असीम प्रेम का वो ज्वार, उनका आशीर्वाद…उनकी आंखों में मेरे लिए वो विश्वास, वो दुलार…मैं सब कुछ आत्मसात कर रहा था। मेरी आंखें नम हो रही थीं…मैं शून्यता में जा रहा था, साधना में प्रवेश कर रहा था।’

PM मोदी ने कहा, कुछ ही क्षणों में राजनीतिक वाद-विवाद, वार-पलटवार...आरोपों के स्वर और शब्द अपने आप शून्य में समाते चले गए। मेरे मन में विरक्ति का भाव और तीव्र हो गया...मेरा मन बाह्य जगत से पूरी तरह अलिप्त हो गया। इतने बड़े दायित्वों के बीच ऐसी साधना कठिन होती है, पर कन्याकुमारी की भूमि और स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा ने इसे सहज बना दिया। मैं सांसद के तौर पर अपना चुनाव भी काशी के मतदाताओं के चरणों में छोड़कर यहां आया था। इस विरक्ति के बीच, शांति और नीरवता के बीच, मेरे मन में भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए, भारत के लक्ष्यों के लिए निरंतर विचार उमड़ रहे थे। कन्याकुमारी के उगते हुए सूर्य ने मेरे विचारों को नई ऊंचाई दी, सागर की विशालता ने मेरे विचारों को विस्तार दिया और क्षितिज के विस्तार ने ब्रह्मांड की गहराई में समाई एकात्मकता का निरंतर एहसास कराया। ऐसा लग रहा था, जैसे दशकों पहले हिमालय की गोद में किए गए चिंतन और अनुभव पुनर्जीवित हो रहे हों। 

साथियो, कन्याकुमारी का यह स्थान हमेशा से मेरे मन के अत्यंत करीब रहा है। कश्मीर से कन्याकुमारी...यह हर देशवासी के अंतर्मन में रची-बसी हमारी साझी पहचान है। कन्याकुमारी संगमों के संगम की धरती है। हमारे देश की पवित्र नदियां अलग-अलग समुद्रों में जाकर मिलती हैं और यहां उन समुद्रों का संगम होता है। और यहां एक और महान संगम दिखता है-भारत का वैचारिक संगम! यहां विवेकानंद शिला स्मारक के साथ ही संत तिरुवल्लूवर की विशाल प्रतिमा, गांधी मंडपम और कामराजर मणि मंडपम हैं। महान नायकों के विचारों की ये धाराएं यहां राष्ट्र चिंतन का संगम बनाती हैं। इससे राष्ट्र निर्माण की महान प्रेरणाओं का उदय होता है। जो लोग भारत के राष्ट्र होने और देश की एकता पर संदेह करते हैं, उन्हें कन्याकुमारी एकता का अमिट संदेश देती है।

साथियो, स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था-एवरी नेशन हैज अ मैसेज टू डिलीवर, अ मिशन टू फुलफिल, अ डेस्टिनी टू रीच। भारत हजारों वर्षों से इसी भाव के साथ सार्थक उद्देश्य को लेकर आगे बढ़ता आया है। भारत की स्वतंत्रता से अन्य देशों को भी प्रेरणा और बल मिला, उन्होंने आजादी प्राप्त की। अभी कोरोना के कठिन कालखंड का उदाहरण भी हमारे सामने है, जब गरीब और विकासशील देशों को लेकर आशंकाएं व्यक्त की जा रही थीं, लेकिन भारत के सफल प्रयासों से तमाम देशों को हौसला और सहयोग मिला। आज भारत का गवर्नेंस मॉडल दुनिया के कई देशों के लिए एक उदाहरण बना है। 

PM ने लिखा, सिर्फ 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों का गरीबी से बाहर निकलना अभूतपूर्व है। प्रो-पीपल गुड गवर्नेंस, आकांक्षी जिला, आकांक्षी प्रखंड जैसे अभिनव प्रयोगों की आज विश्व में चर्चा हो रही है। गरीब के सशक्तीकरण से लेकर लास्ट माइल डिलीवरी तक, समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को प्राथमिकता देने के हमारे प्रयासों ने विश्व को प्रेरित किया है। भारत का डिजिटल इंडिया अभियान आज पूरे विश्व के लिए एक उदाहरण है कि हम कैसे टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल गरीबों को सशक्त बनाने में, पारदर्शिता लाने में, उनके अधिकार दिलाने में कर सकते हैं। भारत में सस्ता डाटा आज सूचना और सेवाओं तक गरीब की पहुंच सुनिश्चित करके सामाजिक समानता का माध्यम बन रहा है। विश्व टेक्नोलॉजी के इस डेमोक्रेटाइजेशन को शोध दृष्टि से देख रहा है और बड़ी वैश्विक संस्थाएं कई देशों को हमारे मॉडल से सीखने की सलाह दे रही हैं।

जी-20 की सफलता के बाद से विश्व भारत की भूमिका को और अधिक मुखर होकर स्वीकार कर रहा है। आज भारत को ग्लोबल साउथ की एक सशक्त और महत्वपूर्ण आवाज के रूप में स्वीकार किया जा रहा है। भारत की ही पहल पर अफ्रीकन यूनियन जी-20 ग्रुप का हिस्सा बना। साथियो, नए भारत का यह स्वरूप हमें गर्व और गौरव से भर देता है, लेकिन यह 140 करोड़ देशवासियों को उनके कर्तव्यों का एहसास भी करवाता है। अब एक भी पल गंवाए बिना हमें बड़े दायित्वों और बड़े लक्ष्यों की दिशा में कदम उठाने होंगे। हमें नए स्वप्न देखने हैं। हमें भारत के विकास को वैश्विक परिप्रेक्ष्य में देखना होगा, और इसके लिए जरूरी है कि हम भारत के अंतर्भूत सामर्थ्य को समझें।

21वीं सदी की दुनिया आज भारत की ओर बहुत आशाओं से देख रही है। वैश्विक परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए हमें कई बदलाव भी करने होंगे। हमारे रिफॉर्म 2047 के विकसित भारत के संकल्प के अनुरूप भी होने चाहिए। इसीलिए मैंने रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म का विजन सामने रखा। रिफॉर्म का दायित्व नेतृत्व का होता है। उसके आधार पर ब्यूरोक्रेसी परफॉर्म करती है और फिर जब जनता इससे जुड़ जाती है, तो हम ट्रांसफॉर्मेशन होते हुए देखते हैं। भारत को विकसित भारत बनाने के लिए हमें श्रेष्ठता को मूल भाव बनाना होगा। हमें स्पीड, स्केल, स्कोप और स्टैंडर्ड्स, चारों दिशाओं में तेजी से काम करना होगा। 

हमें मैन्युफैक्चरिंग के साथ-साथ क्वालिटी पर जोर देना होगा, हमें जीरो डिफेक्ट-जीरो इफेक्ट के मंत्र को आत्मसात करना होगा। साथियो, हमें गर्व होना चाहिए कि ईश्वर ने हमें भारत-भूमि में जन्म दिया है। हमें प्राचीन मूल्यों को आधुनिक स्वरूप में अपनाते हुए अपनी विरासत को आधुनिक ढंग से पुनर्परिभाषित करना होगा। हमें पुरानी पड़ चुकी सोच और मान्यताओं का परिमार्जन भी करना होगा। हमें हमारे समाज को पेशेवर निराशावादियों के दबाव से बाहर निकालना है। नकारात्मकता से मुक्ति सफलता की सिद्धि तक पहुंचने के लिए पहली जड़ी-बूटी है। सकारात्मकता की गोद में ही सफलता पलती है।

हम अगले 25 वर्ष केवल और केवल राष्ट्र के लिए समर्पित करें। हमारे ये प्रयास आने वाली पीढ़ियों और आने वाली शताब्दियों के लिए नए भारत की सुदृढ़ नींव बनकर अमर रहेंगे। मैं देश की ऊर्जा को देखकर कह सकता हूं कि लक्ष्य अब दूर नहीं है। आइए, तेज कदमों से चलें...मिलकर चलें, भारत को विकसित बनाएं।

मध्यप्रदेश में भीषण हादसा, ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से 13 बारातियों की मौत, राष्ट्रपति ने जताया शोक

मध्य प्रदेश में रविवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हो गया जिसमें, 13 लोगों की मौत हो गई और 15 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दरअसल मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पिपलोधीजाद में बारातियों से भरा ट्रैक्टर ट्राली पलट गया। इस दौरान मोके पर चीख पुकार मच गई और 13 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और राहत बचाव कार्य शुरू किया। लेकिन ट्रैक्टर ट्राली के नीचे दबने से 13 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 15 अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, ट्रैक्टर में राजस्थान के इकलेरा के समीप स्थित मोतीपुरा गांव से तातूडिय़ा परिवार की एक बरात राजगढ़ के पास देहरीनाथ पंचायत के गांव कमालपुर आ रही थी। बाराती ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर मस्ती करते हुए आ रहे थे। इस बीच जैसे ही वे मध्य प्रदेश के राजगढ़ में प्रवेश हुए वैसे ही उनका ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया। रात के अंधेरे में ट्रॉली पलट गई। ट्राली के नीचे दबने के कारण तीन बच्चों और तीन महिलाओं समेत 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं, घायलों का उपचार जिला अस्पताल में जारी है। घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मृतकों के परिवार वालों के प्रति संवेदना जाहिर की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु ने ट्वीट किया कि मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है। मैं उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।
मतगणना से पहले चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस, काउंटिंग में किसी भी तरह की गलती ना होने का किया दावा
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देश में लोकसभा चुनाव 2024 संपन्न हो चुका है। अब सबको इसके परिणाम का इंतजार है। लोकसभा चुनाव के सात चरणों के मतदान के बाद चार जून यानी कल मतगणना होगी। इससे पहले चुनाव आयोग ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वोटों की गिनती से एक दिन पहले चुनाव आयोग ने अपनी तैयारी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दावा किया है कि इस बार 64 करोड़ से अधिक लोगों ने वोट डाला है। राजीव कुमार ने कहा कि ये इतनी बड़े मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। वहीं, सीईसी राजीव कुमार ने सोशल मीडिया पर चुनाव आयुक्तों को 'लापता सज्जन' कहे जाने वाले मीम्स का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हम हमेशा से यहां थे, कभी गायब नहीं हुए। ईसी ने आगे कहा कि निगेटिव बातों से मतदान कर्मियोंको चोट पहुंचती है। *मतदाताओं का जताया आभार* आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि 642 मिलियन मतदाताओं ने उदासीनता के बजाय कार्रवाई को चुना, संदेह के बजाय विश्वास को चुना और कुछ मामलों में, गोली के बजाय मतपत्र को चुना। हम लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति का आभार व्यक्त करते हैं। *उन आम चुनावों में से एक, जिसमें हिंसा नहीं देखी-राजीव कुमार* सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक और सतर्कतापूर्वक किए गए काम की वजह से हमने कम पुनर्मतदान सुनिश्चित किए। हमने 2019 में 540 के मुकाबले 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे। इसमें भी 39 में से 25 पुनर्मतदान तो सिर्फ दो राज्यों में हुए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यह उन आम चुनावों में से एक है, जिसमें हमने हिंसा नहीं देखी। यह हमारी दो साल की तैयारी का परिणाम है। *आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतों का 90% निपटारा-राजीव कुमार* मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, हमने मनी पॉवर पर शिकंजा कसा। पैसे, फ्रीबीज, शराब समेत अन्य सामान बंटने की बड़ी घटना नहीं हुई। प्रशासन ने मजबूती दिखायी। 4391 करोड़ का ड्रग्स पकड़ा गया। कोई ऐसा नहीं जिसका हेलिकॉप्टर चेक ना हुआ हो। चाहे केंद्रीय मंत्री हो या फिर किसी पार्टी का अध्यक्ष। आचार संहिता उल्लंघन की 495 बड़ी शिकायतें का निपटारा किया गया, जो कुल शिकायतों का 90% है।
वायनाड या रायबरेली, कौन सी सीट जीत रहे राहुल गांधी, जानें क्या कहता है एग्जिट पोल*
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लोकसभा चुनाव 2024 की वोटिंग खत्म होने के बाद अब सबकी नजरें नतीजों पर टिक गई हैं। इस बीच तमाम एग्जिट पोल्स के आंकड़े सामने आ गए हैं। जिसके बाद तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं।सभी एग्जिट पोल्‍स में एनडीए गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलने का दावा किया जा रहा है। चुनावी नतीजों के साथ-साथ सबकी नजरें देश के तमाम हॉट सीटों पर भी टिकी हुई हैं, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सीटें भी हैं।कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस बार भी दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़े हैं। एक केरल की वायनाड तो दूसरा उत्‍तर प्रदेश की रायबरेली सीट। ये दोनों हॉट सीटों में शामिल हैं।अधिकांश पोल के नतीजें बता रहे हैं कि राहुल गांधी दोनों सीटें जीत रहे हैं। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, वायनाड सीट पर राहुल गांधी चुनाव जीत सकते हैं। एनी राजा और के. सुरेंद्रन पिछड़ते नजर आ रहे हैं। गौरतलब है कि 2019 के आम चुनाव में राहुल गांधी ने यहां से 4.31 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्‍होंने सीपीआई उम्‍मीदवार पीपी सुनीर को हराया था। इसी तरह, रायबरेली में भी राहुल गांधी को बढ़त हासिल नजर आ रही है। वह यहां बीजेपी प्रत्‍याशी दिनेश सिंह को पिछाड़ते दिख रहे हैं। रायबरेली सीट पर लंबे समय से कांग्रेस का कब्‍जा रहा है। सोनिया गांधी यहां से लगातार तीन बार सांसद चुनी जा चुकी हैं। इस बार उन्‍होंने यहां से दावेदारी छोड़ दी तो राहुल गांधी को नामांकन के अंतिम दिन प्रत्‍याशी घोषित किया गया। इस सीट के 72 साल के इतिहास में 66 साल कांग्रेस का ही कब्‍जा रहा है। इस सीट से फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी, अरुण नेहरू और सोनिया गांधी जीतकर संसद पहुंच चुकी हैं। न्यूज 18 के मेगा एग्जिट पोल के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली सीट से चुनाव जीत सकते हैं। एग्जिट पोल की मानें तो राहुल गांधी कांग्रेस की पारंपरिक सीट रायबरेली को न सिर्फ बचाने में कामयाब रहेंगे, बल्कि अच्छे-खासे मार्जिन से चुनाव जीतने में सफल होंगे। टीवी9 भारतवर्ष, POLSTRAT और PEOPLE’S INSIGHT के एग्जिट पोल में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वायनाड के बाद अपनी दूसरी सीट यानी रायबरेली से भी चुनाव जीतते हुए दिख रहे हैं। एग्जिट पोल के आंकड़ों की माने तो राहुल गांधी को रायबरेली सीट पर बढ़े अंतर से जीत मिल सकती है। राहुल गांधी को 56 फीसदी से अधिक वोट मिल सकता है। वहीं बीजेपी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह को 33 फीसदी से अधिक वोट मिल सकता है।टीवी9 भारतवर्ष, POLSTRAT और PEOPLE’S INSIGHT के एग्जिट पोल में कांग्रेस तीन सीटें जीतती हुई दिख रही है। यह सीटें हैं- रायबरेली, बाराबंकी और सहारनपुर। रायबरेली से राहुल गांधी, बाराबंकी से तनुज पूनिया और सहारनपुर से इमरान मसूद कांग्रेस प्रत्याशी हैं। एग्जिट पोल में बड़े अंतर से यह तीनों सीटें कांग्रेस जीत रही है, जबकि अमेठी में बीजेपी की स्मृति ईरानी को करीब 2.50 फीसदी की बढ़त है। यानि यहां पर बीजेपी और कांग्रेस में कड़ी टक्कर है।
एग्जिट पोल में पीएम मोदी की वापसी की संभवना से डरा पाकिस्तान, जानें क्या कहा
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भारत में आम चुनाव के लिए अंतिम चरण की वोटिंग शनिवार को हुई। वोटिंग के खत्म होते ही एग्जिट पोल आया।लगभग सभी एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन 350 सीटों से ज्यादा जीत सकती है।एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आने के बाद एक तरफ चीन ने भारत के साथ रिश्तों में सुधार होने की उम्मीद जताई है। वहीं, पाकिस्तान खौफ खा रहा है।पाकिस्तान ने आशंका जताई है कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के खिलाफ और आक्रामक नीति अपनाएंगे। भारत में एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आने के बाद से साफ है कि पाकिस्तान नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से खुश नहीं है। पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज चौधरी के अनुसार, नरेंद्र मोदी का ट्रैक रिकॉर्ड देखने से पता चलता है कि वे चुनावी घोषणा पत्र में कही बातों को लागू करते हैं। इसलिए, इस बार वह भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाने का प्रयास करेंगे और पाकिस्तान के प्रति आक्रामक नीति अपनाएंगे। वहीं, पाकिस्तानी अखबार डॉन ने अपनी रिपोर्ट की हेडलाइन रखी, 'टीवी एग्जिट पोल में आम चुनाव में भारतीय पीएम मोदीकी जीत की जात का अनुमान लगाया है' इसने एग्जिट पोल के आंकड़े लिखते हुए यह बताया कि एग्जिट पोल सही नहीं हो सकता। डॉन ने लिखा, 'भारत में एग्जिट पोल का रेकॉर्ड खराब है, क्योंकि उनके चुनाव नतीजे अक्सर गलत होते हैं। विश्लेषकों का कहना है कि बड़े और विविधता वाले देश में उनका सही होना एक चुनौती है।' इसने आगे लिखा, 'मंगलवार को नतीजे घोषित होने पर मोदी के तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद है, जिसका मुख्य कारण भारत के बहुसंख्यक विश्वास के आक्रामक चैंपियन वाली उनकी छवि है। वहीं, चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार बनने की संभावनाओं पर बयान दिया है। चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने नरेंद्र मोदी के एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने पर भारत-चीन की दोस्ती की संभावना जताई है।ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख में लिखा, 19 अप्रैल को शुरू हुए आम चुनाव शनिवार को समाप्त हो गए। भारतीय मीडिया ने रविवार को बताया कि भारत की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की 12 एग्जिट पोल में बड़ी जीत की भविष्यवाणी की गई है। एग्जिट पोल से पता चलता है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में आ सकते हैं। ऐसे में चीनी विशेषज्ञों ने कहा कि मोदी की समग्र घरेलू और विदेश नीतियां निरंतरता जारी रहेंगी, क्योंकि भारत की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को जारी रखने की उम्मीद है।