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भारत में मोदी सरकार के लगातार तीसरे टर्म की संभावनाओं पर चीन की नजर, जानें ग्लोबल टाइम्स ने क्या कहा
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मंगलवार को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने वाले है। जिसके बाद ये पता चल जाएगा कि भारत में किस पार्टी की सरकार बन रही है। हालांकि, नतीजों से पहले अधिकांश एग्जिट पोल ने ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ की भविष्यवाणी कर दी है। एग्जिट पोल की मानें तो भारत में तीसरी बार मोदी सरकार आ रही है।तीसरी बार मोदी सरकार बनने की संभावनाओं पर चीन भी नजर बनाए हुए है। इस बीच चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार बनने की संभावनाओं पर बयान दिया है। चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने नरेंद्र मोदी के एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने पर भारत-चीन की दोस्ती की संभावना जताई है। ग्लोबल टाइम्स को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का मुखपत्र माना जाता है। कम्युनिस्ट पार्टी के रणनीतिकार जो बातें सार्वजनिक रूप से नहीं कह पातें, अक्सर उन्हें सरकारी मीडिया के जरिए बोलते हैं। ऐसे में ग्लोबल टाइम्स के विचारों को भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से जोड़कर देखा जाता है। ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख में लिखा, 19 अप्रैल को शुरू हुए आम चुनाव शनिवार को समाप्त हो गए। भारतीय मीडिया ने रविवार को बताया कि भारत की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की 12 एग्जिट पोल में बड़ी जीत की भविष्यवाणी की गई है। एग्जिट पोल से पता चलता है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता में आ सकते हैं। ऐसे में चीनी विशेषज्ञों ने कहा कि मोदी की समग्र घरेलू और विदेश नीतियां निरंतरता जारी रहेंगी, क्योंकि भारत की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को जारी रखने की उम्मीद है। सिंघुआ यूनिवर्सिटी में रणनीति संस्थान के निदेशक कियान फेंग ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि नरेंद्र मोदी भारत के लिए पहले से तय घरेलू और विदेश नीति के उद्देश्यों को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। भारत आने वाले समय में अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा तेजी से काम करेगा।कियान ने कहा, तीसरी बार सत्ता में आने के बाद नरेंद्र मोदी कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से भारत के वैश्विक प्रभाव को बढ़ाने का प्रयास जारी रखेंगे। भारत को अग्रणी शक्ति बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के लिए मोदी सरकार और तेजी से काम करेगी। चीन-भारत संबंधों को लेकर चीनी विशेषज्ञों ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के बीच टकराव बढ़ने की उम्मीद कम है। ग्लोबल टाइम्स में पीएम मोदी की तरफ से हाल ही में दिए गए बयान की भी चर्चा हुई, जब मोदी ने कहा था कि भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सहारा रेगिस्तान से तप रही धरती, पिछले 120 वर्षों में सबसे भीषण गर्मी झेल रहा उत्तर भारत

डेस्क: उत्तर भारत इन दिनों भीषण गर्मी की मार झेल रहा है। यहां कई जगह तापमान 50 डिग्री के आसपास पहुंच गया है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों में लू के चलते कई लोगों को जान गंवानी पड़ी हैं वहीं दूसरे ओर पूर्वोत्तर में बाढ़ व भूस्खलन ने लाखों लोगों को प्रभावित किया। जलवायु वैज्ञानिकों का मानना है कि इस साल गर्मी के मौसम में तापमान ‘‘चिंताजनक है, हालांकि आश्चर्यजनक नहीं है।’’ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गांधीनगर में सिविल इंजीनियरिंग और पृथ्वी विज्ञान विभाग के विक्रम साराभाई चेयर के प्रोफेसर विमल मिश्रा ने बताया, ‘‘यह पिछले 120 वर्षों में उत्तर भारत के लिए सबसे भीषण गर्मी हो सकती है। इतने बड़े क्षेत्र में जो घनी आबादी वाला भी है, तापमान कभी इतना अधिक, 45-47 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नहीं रहा है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।’’ मिश्रा के अनुसार, ‘‘अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान के समान तापमान कम से कम तीन या चार डिग्री तक अधिक है।’’ 

पश्चिम एशिया बहुत तेजी से गर्म हो रहा 

आईआईटी मुंबई में पृथ्वी प्रणाली के वैज्ञानिक रघु मुर्तुगुडे ने कहा कि यह जलवायु परिवर्तन, अल-नीनो और जनवरी 2022 में टोंगा के हुंगा टोंगा ज्वालामुखी विस्फोट से निकले जलवाष्प का मिलाजुला प्रभाव है। अल-नीनो की स्थिति में समुद्र के सतह का तापमान बढ़ता है जिससे विश्व का मौसम प्रभावित होता है। मुर्तुगुडे ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया बहुत तेजी से गर्म हो रहा है क्योंकि रेगिस्तान ‘ग्लोबल वार्मिंग’ के दौरान उष्मा को अवशोषित कर लेता है - गर्म वायुमंडल अधिक आर्द्र होता है और जल वाष्प एक ग्रीनहाउस गैस है।’’ उन्होंने कहा कि इस उष्मा के कारण अरब सागर के ऊपर की हवाएं गर्मियों में और मानसून के दौरान भी उत्तर की ओर मुड़ जाती हैं। ये हवाएं अरब सागर को बहुत तेजी से गर्म कर रही हैं और दिल्ली में अधिक आर्द्रता वाली हवाएं ला रही हैं, जिससे ‘हीट इंडेक्स’ बढ़ रहा है। 

दिल्ली में कंक्रीट के स्ट्रक्चर से हालात और बिगड़े

मुर्तुगुडे ने कहा, ‘‘हालांकि, दिल्ली में कंक्रीट के ढांचों ने स्थिति को और भयावह कर दिया है। शहरों में कंक्रीट और डामर से बनी सतह दिन में उष्मा को अवशोषित कर लेती है और शाम को तापमान गिरने पर इसे वायुमंडल में मुक्त कर देती है। यह उष्मा अंतरिक्ष में नहीं जाती, बल्कि इमारतों के बीच ही रहती है और रात के समय वातावरण को ठंडा होने से बाधित करती है।’’ 

मिश्रा ने कहा कि इस तरह की अत्यधिक उष्मा सार्वजनिक स्वास्थ्य, बिजली, पानी की आपूर्ति और अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव डालती है। विभिन्न अध्ययनों ने लंबे समय तक रहने वाली लू की स्थिति को अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने, समयपूर्व बच्चों का जन्म और गर्भवती महिलाओं में गर्भपात जैसे प्रतिकूल परिणामों से जोड़ा है। अध्ययन में जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में मुद्रास्फीति में वृद्धि और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट का भी अनुमान लगाया गया है। 

दिल्ली में 29 मई को मौसम विभाग के मुंगेशपुर केंद्र पर 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था और शहर में बिजली की मांग 8,302 मेगावाट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। हालांकि, मौसम विभाग ने शनिवार को कहा था कि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के मुंगेशपुर स्थित स्वचालित मौसम विज्ञान केंद्र (एडब्ल्यूएस) द्वारा 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान सेंसर में गड़बड़ी के कारण दर्ज किया गया था।

 आईएमडी ने कहा कि मौसम संबंधी अनुमान लगाने के लिए स्थापित ऐसे उपकरणों की जांच की जाएगी। वहीं, सफदरजंग मौसम केंद्र में दर्ज किया गया उस दिन का अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस था, जो 79 साल का उच्चतम तापमान है। इसने 17 जून 1945 को दर्ज किए गए 46.7 डिग्री सेल्सियस के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। 

नॉर्थ ईस्ट में छह लाख लोग प्रभावित

इस सप्ताह असम और मणिपुर में अचानक बाढ़ आई और मिजोरम और मेघालय में चक्रवात ‘रेमल’ के कारण भूस्खलन हुआ। इससे कम से कम छह लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मुर्तुगुडे ने कहा, ‘‘रेमल चक्रवात, (अल-नीनो प्रभाव के कारण) बंगाल की खाड़ी से आने वाली उष्मा के कारण स्थल पर लंबे समय तक बना रहा। चक्रवात के कारण बहुत अधिक वर्षा हुई।’’

 अमेरिका स्थित वैज्ञानिकों के स्वतंत्र समूह ‘क्लाइमेट सेंट्रल’ के विश्लेषण से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन के कारण भारत में वसंत ऋतु की अवधि कम हो रही है, और सर्दियां तेजी से गर्मियों जैसी स्थितियों में बदल रही हैं। शोधार्थियों के अनुसार, देश के कई उत्तरी क्षेत्रों में वसंत ऋतु अब देखने को नहीं मिल रही है।

चुनावी रिजल्ट से पहले भाजपा की बड़ी तैयारी? पीएम मोदी के आवास पर चल रही अहम बैठक

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 की वोटिंग 19 अप्रैल से शुरू हुई और एक जून को खत्म हुई। इस बार लोकसभा के चुनाव सात चरणों में संपन्न हुए हैं जिसमें आखिरी चरण का मतदान शनिवार को समाप्त हुआ है। वोटिंग खत्म होते ही एग्जिट पोल के नतीजे भी सामने आ गए हैं जिसमें भाजपा नीत एनडीए फिर से जीत हासिल कर सकती है और तीसरी बार नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बन सकते हैं। वोटिंग खत्म होते ही प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर से एक्शन मोड में आ गए हैं। एग्जिट पोल के अनुमान के बाद रविवार को पीएम आवास पर भाजपा की अहम बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ ही बीएल संतोष मौजूद हैं।

पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक

देश भर में हीटवेव की वजह से देश में बड़ी आबादी प्रभावित हुई है। हीटवेव की वजह से कई लोगों की जान भी चली गई है। मैदानों में ही नहीं, पहाड़ी इलाकों में भी भीषण गर्मी देखी जा रही है। दूसरी तरफ पानी की समस्या से भी लोग परेशान हैं। ऐसे में हीटवेव की स्थिति और मानसून की शुरुआत की तैयारियों को लेकर पीएम मोदी ने छुट्टी वाले दिन यानी की रविवार को भी एक समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने इसे लेकर कई दिशा निर्देश दिए।

प्रधानमंत्री ने अपने तीसरे कार्यकाल को लेकर पहले ही कह दिया था कि वे 100 दिन का एजेंडा तय कर चुके हैं।एग्जिट पोल के नतीजे से भाजपा उत्साहित है और पीएम मोदी भी अपने पहले से तय किए गए एजेंडे को पूरा करने के लिए आज से ही काम शुरू दिया है।

इब्राहिम रईसी की मौत के बाद ईरान में शुरू हुआ राष्ट्रपति चुनावों का दौर, जानें किन दावेदारों ने किया नामांकन

डेस्क: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का निधन हो जाने के बाद अब देश में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। ईरान के संविधान के मुताबिक किसी मौजूदा राष्ट्रपति की मौत हो जाने पर 50 दिनों के अंदर चुनाव कराना जरूरी होता है। ऐसे में अब ईरान में राष्ट्रपति चुनाव का दौर शुरू हो गया है। ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रविवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया है।

बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की एक हेलीकॉप्टर हादसे में गत माह मौत हो गई थी। इसके बाद वहां राष्ट्रपति चुनाव कराए जा रहे हैं। अहमदीनेजाद के नामांकन से सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई दबाव में आएंगे। वजह साफ है कि अहमदीनेजाद ने 85-वर्षीय सर्वोच्च नेता को खुली चुनौती दी थी और 2021 के राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने की उनकी कोशिशों को अधिकारियों ने विफल कर दिया था।

28 जून को होना है चुनाव

अहमदीनेजाद ने ऐसे वक्त में अपना नामांकन दाखिल किया है जब ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तेहरान के परमाणु कार्यक्रम, रूस को हथियार देने और असंतुष्टों पर कार्रवाई को लेकर तनाव बढ़ रहा है। ‘एसोसिएटिड प्रेस’ के पत्रकारों ने तेहरान में देखा कि अहमदीनेजाद गृह मंत्रालय पहुंचे और चुनाव लड़ने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की। उनके आने से पहले उनके समर्थकों ने नारे लगाए और ईरानी झंडे लहराए। देश में 28 जून को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। अहमदीनेजाद 2005 से 2013 के बीच दो कार्यकाल के लिए देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं। 

खामेनेई ने अपने करीबी मोहम्मद मोखबर को बनाया है कार्यवाहक राष्ट्रपति

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो जाने के बाद ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रईसी के निधन की पुष्टि होने के बाद ही शोक संदेश जारी करते हुए यह घोषणा कर दी थी। जल्द ही मोखबर भी अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों नेताओं के बीच माना जा रहा है।

काउंटिंग से पहले चुनाव आयोग पहुंचे इंडिया गठबंधन के नेता, EC के सामने रखी ये मांग

डेस्क : एग्जिट पोल के बाद और काउंटिंग से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज चुनाव आयोग पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल की ओर से चुनाव आयोग से यह कहा गया कि वे मतगणना की प्रक्रिया के दौरान सख्त निगरानी रखें। काउंटिंग नियमों को तहत हो। नियमों को पर्यवेक्षक लागू कराए। साथ ही पोस्टल बैलेट की काउंटिंग को लेकर भी विपक्षी नेताओं ने अपनी बात आयोग के सामने रखी। इंडिया गठबंधन प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक मनु सिंघवी , डी राजा, राम गोपाल यादव, संजय यादव , नासिर हुसैन, सलमान खुर्शीद और सीताराम येचुरी शामिल थे।

नियमों के तहत काउंटिंग की मांग

चुनाव आयोग के सामने अपनी बात रखने के बाद सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने बताया, आयोग से हमने कहा कि नियमों के तहत काउंटिंग हो, पर्यवेक्षक इन नियमों को लागू कराएं। मतगणना की सीसीटीवी से मॉनिटरिंग हो और कंट्रोल यूनिट का वेरिफिकेशन हो। मशीन से जो डेटा आए उसे कंफर्म किया जाए। येचुरी ने कहा कि ईवीएम को जब सील किया जाता है तो उसे वेरिफाई करने के लिए काउंटिंग एजेंट होते हैं, काउंटिंग के दौरान उसे रीकंफर्म किया जाए। 

पोस्ट बैलेट की गिनती के बाद ईवीएम की गिनती

वहीं अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम गठबंधन के नेता तीसरी बार एक साथ चुनाव आयोग आए हैं। पोस्टल बैलेट चुनाव के परिणाम को बदल देती है, चुनाव आयोग का प्रावधान है की पोस्टल बैलेट की गिनती पहले की जाएगी। हमारा भी यह कहना है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले हो उसके बाद ईवीएम की गिनती हो उसके बाद ईवीएम की गिनती हो। लेकिन पोस्टल बैलेट का परिणाम पहले घोषित हो उसके बाद ईवीएम का रिजल्ट आना चाहिए।

काउंटिंग के दौरान सख्त निगरानी

वहीं कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, 'हमने मतगणना प्रक्रिया के दौरान बहुत सख्त निगरानी रखने का अनुरोध किया और उन्होंने हमें संतोषजनक उत्तर दिया। हमने किसी नियम पर सवाल नहीं उठाया, लेकिन सुनिश्चित किया कि उनका पालन किया जाए और ईमानदारी से पालन किया जाए। बैठक बहुत आशाजनक रही।'

सरेंडर से पहले केजरीवाल का बयान; 'मेरे खून का एक एक कतरा देश के लिए, भगत सिंह का चेला देश बचाने जा रहा'

डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के समन्वयक अरविंद केजरीवाल ने रविवार शाम तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें प्रचार के लिए 2 जून तक की जमानत दी थी। जमानत पूरी होने के साथ ही केजरीवाल ने सरेंडर किया। इससे पहले उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में अपनी बात कही। इस दौरान पार्टी के अन्य नेताओं ने भी भाषण दिया। यहां भाषण देने के बाद केजरीवाल तिहाड़ जेल के लिए रवाना हुए। 

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा "ये कठिन परीक्षा की घड़ी है। 4 जून को जो परिणाम आएंगे तो तानाशाही का अंत होगा। आज केजरीवाल को जेल जाना है, उससे पहले महात्मा गांधी और हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। सब ये बात जानते हैं कि जनता के लिए काम करने की वजह से केजरीवाल को जेल में डाल दिया। उन्होंने फ्री बिजली, पानी, शिक्षा, स्वाथ्य दिया। आज तक देश में नहीं यह सब कोई नहीं दे पाया। पीएम मोदी को सिर्फ केजरीवाल से ही डर है। लेकिन जेल भेजने से भी केजरीवाल डरने वाले नहीं हैं।"

आपका बेटा जेल जा रहा है

अरविंद केजरीवाल ने कहा "21 दिन की मोहल्लत दी थी। सुप्रीम कोर्ट का तहे दिल से शुक्रिया। 21 दिन का एक मिनट भी खराब नहीं किया, रात दिन देश बचाने के लिये प्रचार किया। दिल्ली के लोगों को कहना चाहता हूं कि आपका बेटा एक बार फिर से जेल जा रहा है, लेकिन किसी भ्रष्टाचार में नहीं, तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाने के लिए। मोदी जी ने मान लिया कि मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अनुभवी चोर हैं। ठीक है कि मैं चोर हूं लेकिन आपके पास सबूत तो नहीं हैं। बिना सबूत के जेल भेज दोगे। भगत सिंह के चेले हैं, देश बचाने के लिए जेल जा रहा हूं। मेरे खून का एक एक कतरा देश के लिए है।"

काउंटिंग सेंटर ना छोड़ें

आरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल एग्जिट पोल आये हैं, सारे एग्जिट पोल फर्जी हैं। गिनती से 3 दिन पहले इनको फर्जी एग्जिट पोल की क्या जरूरत है। कुछ लोग कहते हैं कि मशीन में गड़बड़ी कर रहे हैं, इसलिए सभी को कहता हूं कि काउंटिंग सेंटर छोड़कर जाएं नहीं, जबतक VVPT की पर्ची नहीं मिल जाती है। तब तक काउंटिंग सेंटर नहीं छोड़ना हैं। मेरा अपना मानना है कि इनकी( बीजेपी ) की सरकार नहीं बनने जा रही है।

चारधाम यात्रा में भीड़ बढ़ने के साथ ही यात्रियों की माैत का आंकड़ा भी बढ़ रहा, यमुनोत्री धाम में दो और यात्रियों की माैत

यमुनोत्री धाम में गोवा और राजस्थान के दो तीर्थयात्रियों की माैत हो गई। राज्य आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक यमुनोत्री धाम में अब तक 17 यात्रियों की माैत हो चुकी है। वहीं, चारधाम यात्रा के दाैरान अब तक 73 यात्रियों की जान जा चुकी है।

जानकारी के अनुसार, 31 मई की रात यशवंत सांवत(72) और बाबू लाल(60) की जानकीचट्टी और यमुनोत्री के बीच अलग-अलग स्थानों पर तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें अचेत अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एसएचओ संतोष सिंह कुंवर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पंचनामा की कार्रवाई कर शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है।

धाम में लगातार बढ़ रही भीड़

गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बार यात्रा शुरू होने के 22 दिनों के अंदर ही दोनों धामों में पांच लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं, जबकि गत वर्ष दोनों धामों में यह आंकड़ा पहुंचने में 31 दिन का समय लग गया था। ऐसे में भीड़ बढ़ने के साथ ही यात्रियों की माैत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है

देश के कई राज्यों में भीषण लू, कब आएगा मानसून? पीएम मोदी ने लिया जायजा, दिए ये खास निर्देश

डेस्क: प्रधानमंत्री ने देश में चल रही गर्मी की स्थिति और मानसून की शुरुआत होने के बाद क्या तैयारियां की गई हैं इसकी समीक्षा की। पीएम ने आग की घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए नियमित आधार पर उचित अभ्यास जारी रखने का निर्देश दिया। पीएम ने अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों का फायर ऑडिट और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट नियमित रूप से कराने का निर्देश दिया। पीएम ने बताया कि देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून सामान्य और सामान्य से ऊपर और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।

पीएम ने लू और मानसून की स्थिति को लेकर की बैठक

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर देश में चल रही गर्मी की लहर की स्थिति और मानसून की शुरुआत की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। पीएम को बताया गया कि आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में गर्मी की लहर जारी रहने की संभावना है। इस वर्ष, देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून सामान्य और सामान्य से ऊपर और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम रहने की संभावना है।

पीएम ने दिए ये खास निर्देश

पीएम मोदी ने बैठक के बाद निर्देश दिया है कि आग की घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए उचित अभ्यास नियमित आधार पर किया जाना चाहिए। अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों का अग्नि ऑडिट और विद्युत सुरक्षा ऑडिट नियमित रूप से किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जंगलों में फायर-लाइन के रखरखाव और बायोमास के उत्पादक उपयोग के लिए नियमित अभ्यास की योजना बनाई जानी चाहिए।

प्रधानमंत्री को जंगल की आग की समय पर पहचान और उसके प्रबंधन में "वन अग्नि" पोर्टल की उपयोगिता के बारे में बताया गया। बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव, एनडीआरएफ के महानिदेशक और एनडीएमए के सदस्य सचिव के साथ-साथ पीएमओ और संबंधित मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

चुनाव खत्म होते ही सरकार ने आम जनता को दिया बड़ा झटका, बढ़ गए इस चीज के रेट, जानिए कितनी हुई बढ़ोतरी

देश में लोकसभा चुनाव खत्म होते ही आम जनता को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, आज से सड़कों पर सफर करना महंगा हो गया है। टोल टैक्स में 5 से 25% तक की वृद्धि की गई है। चुनाव एग्जिट पोल सामने आने के बाद ही आम जनता यह बड़ा झटका लगा है। फिलहाल 4 जून को रिजल्ट आना अभी बाकी है। NHAI भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिए हैं। आज रात 12:00 बजे के बाद से सफर करना अब आम जनता के लिए महंगा हो गया है पहले की अपेक्षा आप टोल टैक्स पर करते समय लोगों को ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। लोकसभा चुनाव की वजह से इस बार अप्रैल में नहीं जून में टोल टैक्स के रेट बढ़ाए गए हैं। कितना अधिक चुकाना होगा पैसा NHAI द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार टोल टैक्स के रेट में 5% की वृद्धि की गई है। इतना ही नहीं टोल टैक्स के 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले लोगों के लिए जो पास बनते हैं उस पर भी टैक्स बढाया गया है। जानकारी के अनुसार, मासिक फास्ट टैग पर 10 रुपए बढ़ाए गए हैं, जहां आप पहले 330 रुपए भुगतान करते थे। उसकी जगह आपको 340 रुपए भुगतान करना होगा। जानकारी के अनुसार, सबसे ज्यादा टोल रेट कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर बढ़ा है, मैं आदेश के बाद अब इस हाइवे पर सफर करने वाले लोगों को ₹5 से ₹55 तक अधिक पैसा देना होगा। जिसमें आपको कम से कम ₹5 और सबसे अधिकतम ₹55 चुकाना है। बताया जा रहा है कि इस मार्ग पर 5 साल से टोल रेट नहीं बढ़ाए गए थे। देखा जाए तो कानपुर हाइवे पर देहात के बाराजोरी पर सबसे कम 5 रुपए देने होंगे ज्यादा। इसके अलावा फतेहपुर के बडौरी टोल बैरियर पर ₹55 ज्यादा देना होंगे। कटोघन घर टोल पर ₹40 एक्स्ट्रा देना होंगे। जानकारी के अनुसार कानपुर सागर हाईवे के अलियापुर महोबा के खन्ना टोल प्लाजा पर एक तरफ का टोल नहीं बढ़ाया गया है, यानी की 24 घंटे में रिटर्न होने वाले लोगों को मात्र ₹5 एक्स्ट्रा देना रहेगा। शिवराजपुर के निवादा टोल बैरियर पर एक साइट का टोल टैक्स नहीं बढ़ा, लेकिन वापसी में 5 रुपये ज्यादा देने होंगे। कन्नौज के बशीरपुर टोल प्लाजा पर भी एक साइट का टोल नहीं बढ़ा है, लेकिन लौटते समय 5 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे। किस वाहन के लिए कितना देना होगा टोल? कार/जीप/हल्के वाहन- पुरानी दरें– 105, नई दरें– 110 हल्के कमर्शियल/लगेज वाहन/ मिनी बस- पुरानी दरें –170, नई दरें – 175 बस/ट्रक- पुरानी दरें –355, नई दरें- 365 थ्री एक्सल कमर्शियल व्हीकल- पुरानी दरें –385, नई दरें – 395 फोर से सिक्स एक्सल व्हीकल- पुरानी दरें –555, नई दरें – 570 7 एक्सल या ओवरसाइज व्हीकल- पुरानी दरें –680, नई दरें –695
एग्जिट पोल आते ही एक्शन में PM मोदी, बुलाई ताबड़तोड़ 7 बैठकें, नई सरकार के रोड मैप समेत इन विषयों पर हो रही बात

लोकसभा चुनाव के बाद सामने आए एग्जिट पोल में फिर NDA की सरकार बनती हुई नजर आ रही है। लोकसभा चुनाव का प्रचार और वोटिंग संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्शन मोड में नजर आने लगे हैं। 45 घंटे की साधना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आज बैक-टू-बैक 7 बैठकें बुलाई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, PM मोदी पहली बैठक में चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा करेंगे। इसके बाद वह हीटवेव की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक करेंगे। वहीं अगले 100 दिनों के कार्यक्रमों पर मंथन करेंगे। वह सबसे पहले पश्चिम बंगाल में आए चक्रवात रेमल के बाद की परिस्थितियों का जायजा लेंगे और इस दौरान पूर्वोत्तरी राज्यों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। पीएम मोदी रविवार को सात ताबड़तोड़ बैठकें करने जा रहे हैं, जहां कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। जानकारी के लिए आपको बरता दें कि, मोदी चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद सीधे तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंचे थे, जहां उन्होंने करीब 45 घंटे तक साधना की। रेमल चक्रवात की वजह से पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में व्‍यापक पैमाने पर जान और माल की हानि हुई है। वहीं, हीट वेव की वजह से दर्जनों लोगों को जान गंवानी पड़ी है। चुनाव नतीजों से पहले पीएम मोदी की बैठक कई माइनो में अहम है। पीएम मोदी नई सरकार के रोड मैप पर भी बात करेंगे। सूत्रों ने बताया है कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में जो 7 बैठकें होने वाली हैं। प्रधानमंत्री मोदी देश के विभिन्न भागों में बढ़ती गर्मी की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने वाली एक बैठक में भाग लेंगे। चुनाव अभियान की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने शीर्ष नौकरशाही से कहा था कि वे मोदी 3.0 कार्यकाल में किए जाने वाले कामों की लिस्ट तैयार रहें।