*गांव में भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगने पहुंचे विधायक, लोगों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे, ग्रामीणों का वीडियो वायरल*
कन्नौज- जिले के एक गांव में विकास कार्य ना होने से आहत कुछ ग्रामीण बीजेपी विधायक के खिलाफ सड़क पार उतर आये। ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद की नारे भी लगाये। जिसके बाद यहां वोट के लिये जनसंपर्क को पहुंचे विधायक जी को उल्टे पांव वापस लौटना पड़ा। ग्रामीणों का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। हालांकि विधायक जी के खिलाफ इस प्रदर्शन की बात को एक जनप्रतिनिधि ने सिरे से नकार दिया। उनका कहना था कि गांव में एक परिवार विधायक का विरोधी है और केवल उसी ने सोंची समझी रणनीति के तहत विधायक पर मनगढंत आरोप लगाये हैं। वहीं गांव में भी कोई ग्रामीण ऐसा नहीं मिला जो मामले को लेकर कुछ भी कहने को तैयार हो।अब सच क्या है ये तो बीजेपी के लोग जाने और गांव की जनता।
बताते चलें कि कन्नौज जिले की कोतवाली तिर्वा के गांव बरुआहर में बीती रात एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ ग्रामीण तिर्वा से बीजेपी विधायक कैलाश राजपूत के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आ रहे हैं। बताया गया कि गांव में बिजली को लाइट लगवाने को लेकर समस्या से ग्रामीण परेशान थे। बीती सायं जब बीजेपी विधायक राजपूत गांव में कन्नौज लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी के लिये बोट के लिये जनसंपर्क करने पहुंचे तो गांव के ग्रामीणों ने नारेबाजी शुरू कर दी। वीडियो में ग्रामीण विधायक मुर्दाबाद के नारे लगाते हुये नजर आ रहे हैं।
इसके बाद यह भी पता चला है कि, ग्रामीणों के विरोध को देखते हुये विधायक जी को गांव से उल्टे पांव ही वापस लौटना पड़ा। विधायक के एक जनप्रतिनिधि एवम तिर्वा नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि सौरव गुप्ता से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि, राजनेता कोई भी हो, कुछ ना कुछ विरोध होना तो हर जगह का आलम है। उनका कहना था कि तिर्वा विधान सभा में हर जगह विधायक निधि से बिकास कार्य कराये गये हैं। कुछ छोटी छोटी समस्याएं हैं भी तो उनको जल्द दूर कराया जायेगा।
गांव के ग्रामीणों की ओर से की जा रही नारेबाजी के विषय में सौरव ने बताया कि, उपरोक्त गांव में एक परिवार विधायक जी का विरोध करता रहा है। उसके द्वारा ही जानबूझकर विधायक जी को बदनाम करने का प्रयास किया गया है।गांव में ग्रामीणों से मुलाकात के बाद सौरव ने बताया कि, गांव का कोई भी ग्रामीण विधायक जी से असंतुष्ट नहीं है, और ना ही किसी प्रकार से कोई विरोध किया जा रहा है।
बीजेपी के एक अन्य जनप्रतिनिधि बताते हैं, कि विधायक जी की कार्यशैली से तिर्वा विधान सभा की जनता अच्छी तरह वाकिफ है। अभी चंद रोज पहले तिर्वा के ही गांव मनीपुर्वा, उससे पहले इंदरगढ़ क्षेत्र के रामपुर मझिला में भी विधायक का ग्रामीणों ने जोरदार विरोध किया था।नगर पंचायत का हाल ही में चुनाव लड़ चुके जनप्रतिनिधि बताते हैं कि जब काम नहिं हुआ है तब ही ग्रामीण विरोध करते हैं।5 साल उम्मीदों से गई और शहर के लोग अपना जनप्रतिनिधि चुनते हैं। उनको यह उम्मीद होती है कि, हमारा चुना गया जनप्रतिनिधि या विधायक हमारे गांव शहर को बेहतर बनाएंगे और विकास कराएंगे। जब 5 सालों में लोगों को अपने उस जनप्रतिनिधि से निराशा हांथ लगती है तो वह विरोध करते हैं। विरोध करना भी चाहिए, क्यूं कि, यह जनता का अधिकार है।
उनका कहना था कि, इस समय अधिकतर गांवों में बीजेपी विधायक का विरोध हो रहा है, अगर कहीं का वीडियो वायरल हो जाता है, तो मामला खुल जाता है और अगर नहीं हो पाता तो लोगों की नजर में जनप्रतिनिधियों की हकीकत सामने नहीं आ पाती है। फिलहाल कुछ भी हो वायरल वीडियो जांच का विषय है। कि आखिर सच क्या है और झूठ क्या। फिलहाल गांव में ग्रामीण कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं।विधायक जी से संपर्क किया गया तो उनका फोन नॉट रिचेवल आ रहा था। इस कारण विधायक जी का स्पष्टीकरण नहीं मिल सका।
May 15 2024, 19:20