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भारत और ईरान के बीच चाबहार समझौते पर अमेरिका को मिर्ची, दे डाली प्रत‍िबंधों की धमकी*
#us_irritated_by_chabahar_agreement_between_india_and_iran भारत ने सोमवार को ईरान के साथ चाबहार पोर्ट को लेकर बड़ी डील की है। दोनों देशों के बीच 10 साल के लिए हुई इस डील के तहत भारत ईरान के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित चाबहार बंदरगाह के शाहिद बेहिश्ती टर्मिनल का विकास और फिर संचालन करेगा। भारत के लिए यह सौदा बेहद अहम है और इसे पाकिस्तान में चीन द्वारा विकसित ग्वादर पोर्ट की काट के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिका को यह करार पसंद नहीं आ रहा है। चाबहार बंदरगाह को लेकर डील होने के बाद बौखलाए अमेरिका ने भारत पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है। बीच सोमवार को चाबहार बंदरगाह को लेकर डील होने के बाद अमेरिका बौखला गया है। अमेरिका के व‍िदेश मंत्रालय ने भारत का नाम लिए बिना धमकी दी है और कहा 'कोई भी' जो ईरान के साथ बिजनस करने पर व‍िचार कर रहा है। अमेरिका ने कहा कि जो देश ईरान के साथ बिजनस कर रहे हैं, उन्‍हें 'प्रत‍िबंधों के संभाव‍ित खतरे' के प्रत‍ि जागरुक रहना चाहिए। भारतीय मूल के अमेरिकी प्रवक्‍ता वेदांत पटेल ने यह भी दावा किया कि चाबहार पोर्ट को लेकर भारत को कोई भी छूट नहीं दी गई है। उन्‍होंने कहा कि ईरान के खिलाफ अमेरिकी प्रत‍िबंध अभी भी बरकरार हैं और हम इसे आगे भी लागू करेंगे। अमेरिकी प्रवक्‍ता यह दावा तब कर रहे हैं जब खुद अमेरिकी प्रशासन ने साल 2018 में भारत को चाबहार बंदरगाह को लेकर छूट दी थी। बता दें भारत और ईरान ने चाबहार में स्थित शाहिद बेहश्ती बंदरगाह के टर्मिनल के परिचालन के लिए सोमवार को एक दीर्घकालिक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। पीटीआई के मुताबिक ईरान स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर की गई पोस्ट में यह जानकारी दी। बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की उपस्थिति में इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड और ईरान के पोर्ट्स एंड मेरिटाइम ऑर्गनाइजेशन ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। यह पहला मौका है जब भारत विदेश में स्थित किसी बंदरगाह का प्रबंधन अपने हाथ में लेगा। चाबहार बंदरगाह ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित है। इस बंदरगाह को भारत और ईरान मिलकर विकसित कर रहे हैं।
*पीएम मोदी आज करेंगे नामांकन, पर्चा भरने से पहले एक्स पर किया पोस्ट, बोले-अपनी काशी से मेरा रिश्ता अद्भुत है*
#pm_narendra_modi_nomination_from_varanasi प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन करने वाले हैं।नामांकन से पहले पीएम मोदी गंगा स्नान करेंगे। वह दशाश्वमेध घाट पर पूजा-अर्चना करने के बाद काल भैरव से आशीर्वाद लेंगे। पीएम करीब 11 बजकर 40 मिनट पर नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्र और यूपी सरकार के मंत्री मौजूद रहेंगे। इसके अलावा 12 बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी पीएम की नामांकन प्रक्रिया के दौरान शामिल रहेंगे। *काशी से मेरा अद्भुत रिश्ता- पीएम मोदी* पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन के पूर्व सोशल मीडिया के एक्स साइट पर एक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा कि 'अपनी काशी से मेरा रिश्ता अद्भुत है, अभिन्न है और अप्रतिम है… बस यही कह सकता हूं कि इसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता!' *नामांकन से पहले हुए पीएम मोदी का रोड शो* वहीं, नामांकन से पहले पीएम मोदी ने सोमवार (13 मई) को पांच किलोमीटर लंबा भव्य रोड शो किया। पीएम मोदी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह भी मौजूद थे। रोड शो के दौरान पूरा इलाका 'हर हर महादेव' और 'जय श्री राम' के नारों से गूंज रहा था। सड़क के दोनों तरफ समर्थकों और लोगों की भारी भीड़ प्रधानमंत्री की जय-जयकार करने के लिए जमा हुई थी। रोड शो काशी विश्वानाथ धाम में जाकर खत्म हुआ। *पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं कांग्रेस के अजय राय* वाराणसी भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी का गढ़ है। उन्होंने यहां से दो बार 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव जीता। कांग्रेस ने वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को खड़ा किया है। यह तीसरी बार है जब अजय राय लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी का सामना करेंगे। वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को मतदान होगा। 2019 में पीएम मोदी ने 6,74,664 से अधिक वोटों के साथ सीट जीती थी।
पीएम मोदी का नामांकन कल, कई राज्यों के CM सहित ये बड़ी हस्तियां भी होंगी शामिल; जानें पूरे दिन का कार्यक्रम

डेस्क: पीएम मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से मंगलवार को नामांकन दाखिल करेंगे। इससे पहले मंगलवार की सुबह को वह काशी के कोतवाल काल भैरव से अनुमति लेंगे। बता दें कि मंगलवार को गंगा सप्तमी के साथ ही पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। प्रधानमंत्री के नामांकन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा शासित और गठबंधन वाले 12 राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। इसके अलावा अन्य केंद्रीय मंत्री और भाजपा के पदाधिकारियों की भी मौजूदगी रहेगी। 

नामांकन के पहले सुबह करीब 9 बजे पीएम मोदी दशास्वमेध घाट पर मां गंगा को नमन कर सकते हैं। उनका क्रूज से नमो घाट तक जाना भी प्रस्तावित है। यहां से प्रधानमंत्री काल भैरव मंदिर जाएंगे और फिर वहां से नामांकन करने कलेक्ट्रेट जाएंगे। नामांकन के बाद रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में पीएम मोदी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी करेंगे।

पुष्य नक्षत्र में करेंगे नामांकन

इससे पहले सोमवार को पीएम मोदी का वाराणसी में रोड शो चल रहा है। रोड शो समाप्त होने के बाद पीएम मोदी बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद लेंगे और फिर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी के कोतवाल से अनुमति लेकर नामांकन करेंगे। प्रधानमंत्री मंगलवार को पड़ने वाली गंगा सप्तमी के दिन स्नान कर मां गंगा को नमन भी कर सकते हैं।

 ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी की मानें तो शास्त्र के अनुसार गंगा सप्तमी और नक्षत्र राज पुष्य नक्षत्र का संयोग और साथ ही रवि योग ग्रहों की अच्छी स्थितियों का निर्माण कर रहा है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन कोई भी कार्य करने से अभिष्ट की सिद्धि होती है। पुष्य नक्षत्र में यदि किसी काम को किया जाए तो उसमें कार्य सिद्धि तय मानी जाती है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस विशेष संयोग में ही अपना नामांकन करेंगे।

नामांकन में ये लोग होंगे शामिल

पीएम मोदी के नामांकन में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत देश के करीब 12 मुख्यमंत्रियों के शामिल हो सकते हैं। इसमें भाजपा शासित और गठबंधन वाले राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। भाजपा नेताओं के मुताबिक नामांकन में उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा, हरियाणा के नायब सिंह सैनी, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा शामिल होंगे। 

इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी नामांकन में शामिल होंगे। वहीं एनडीए के प्रमुख घटक लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी, लोजपा प्रमुख चिराग पासवान, अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर आदि भी नामांकन के दौरान मौजूद रहेंगे।

बीजेपी ने स्वीकार की राहुल गांधी की चुनौती, तेजस्वी सूर्या ने चिट्ठी लिखकर बताया कौन करेगा बहस

#tejasvi_surya_fires_salvo_as_rahul_gandhi_accepts_debate

लोकसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर हमलावर हैं। रैलियों में जमकर तीखे वार किए जा रहे है।सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के दो पूर्व जजों और एक संपादक ने राहुल गांधी और पीएम मोदी को डिबेट के लिए एक मंच पर बुलाने का न्योता दिया था। कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने दो पूर्व जजों की ओर से पेश चुनावी बहस के निमंत्रण को स्‍वीकार करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहस के लिए तैयार हैं। जिस पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चुनौती को स्वीकार कर लिया है।उन्होंने एक पत्र लिखकर राहुल गांधी की ओर से पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ खुली बहस के न्योते पर बीजेपी की ओर से एक शख्स का नाम आगे किया है।

बीजेपी फायरब्रांड नेता और सांसद तेजस्वी सूर्या ने राहुल गांधी की बहस करने की चुनौती को स्वीकार करते हुए उन्हें एक पत्र लिखा है। साथ ही बहस करने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिनव प्रकाश को नामित किया है। अपने पत्र में तेजस्वी ने राहुल का हाल चाल पूछा।सांसद तेजस्वी सूर्या ने पत्र में लिखा कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान के व्यस्त कार्यक्रम के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और बहस में शामिल होने की आपकी इच्छा की सराहना करते हैं। उन्होंने लिखा कि दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी की युवा शाखा के रूप में हम अपनी पार्टी के दृष्टिकोण और नीतियों, खासकर हमारे देश के भविष्य को आकार देने वाली नीतियों के बारे में खुली और सक्रिय बातचीत की महत्वपूर्ण आवश्यकता को समझते हैं।

तेजस्वी ने आगे लिखा कि इस संबंध में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिनव प्रकाश को आगामी बहस के लिए नामित करते हुए मुझे खुशी हो रही है। उन्होंने पत्र में बताया कि अभिनव प्रकाश उत्तर प्रदेश से हैं, जिस राज्य का आप पहले संसद में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके अलावा वह दलित जाति, पासी से हैं, जो रायबरेली में अनुसूचित जाति की आबादी का 30% से अधिक का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह वही निर्वाचन क्षेत्र है जिसका आपके परिवार ने लंबे समय से प्रतिनिधित्व किया है और जहां आप वर्तमान समय में चुनावी दावेदार हैं।

तेजस्वी सूर्या द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ बहस करने के लिए अभिनव प्रकाश को नामित करने पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजयुमो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिनव प्रकाश ने कहा है कि मैं तेजस्वी सूर्या को राहुल के साथ बहस करने के लिए नियुक्त करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं इस बहस का इंतजार कर रहा हूं। मैं उत्तर प्रदेश से हूं। राहुल गांधी और उनके परिवार ने इतने लंबे समय तक राज्य का प्रतिनिधित्व किया है। मुझे उम्मीद है कि वह बहस से उस तरह नहीं भागेंगे जैसे वह अमेठी से भागे थे।

दरअसल सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मदन बी. लोकुर, जस्टिस रिटायर्ड अजीत पी. शाह और वरिष्ठ पत्रकार एन. राम ने लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं को सार्वजनिक बहस में हिस्सा लेते हुए अपने एजेंडे से जनता को अवगत कराने का विचार दिया था।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस निमंत्रण को स्वीकार किया और उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं। उन्होंने एक सोश्ल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते गहुए कहा था कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए प्रमुख दलों का एक मंच से अपना विजन देश के समक्ष रखना एक सकारात्मक पहल होगी। राहुल ने पोस्ट में आगे कहा कि कांग्रेस इस पहल का स्वागत करती है और चर्चा का निमंत्रण स्वीकार करती है। उन्होंने कहा कि देश प्रधानमंत्री जी से भी इस संवाद में हिस्सा लेने की अपेक्षा करता है।

AAP ने जारी की स्टार प्रचारकों की लिस्ट, जेल में बंद मनीष सिसोदिया समेत 40 नाम, सुनीता केजरीवाल भी उतरेंगी मैदान में

डेस्क: आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब लोकसभा चुनाव के लिए 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में सबसे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम है। वहीं, जैसी चर्चाएं थी इसमें दूसरे नंबर पर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल का भी नाम है। इन दोनों के अलावा पंजाब सीएम भगवंत मान, सत्येंद्र जैन, राघव चड्ढा, सौरभ भारद्वाज, संदीप पाठक, पंकज गुप्ता, संजय सिंह और आतिशी को भी स्टार कैंपेनर बनाया गया है। वहीं, जेल में बंद मनीष सिसोदिया का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।

देखें पूरी लिस्ट-

वहीं, आपको बता दें कि पंजाब में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की परनीत कौर और आम आदमी पार्टी के कुलदीप सिंह धालीवाल समेत कई उम्मीदवारों ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया। परनीत कौर और आप के उनके प्रतिद्वंद्वी बलबीर सिंह ने पटियाला से नामांकन पत्र दाखिल किया, जबकि आप के कुलदीप सिंह धालीवाल ने अमृतसर से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। 

भाजपा उम्मीदवार अरविंद खन्ना ने संगरूर संसदीय सीट से अपना पर्चा दाखिल किया, जबकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा ने तरनतारन जिले की खडूर साहिब सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र 14 मई तक दाखिल किए जा सकते हैं जबकि नामांकन पत्रों की जांच 15 मई को होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 17 मई है।

पंजाब में 1 जून को वोटिंग

पर्चा दाखिल करते समय चार बार की सांसद परनीत कौर के साथ उनके बेटे रनिंदर सिंह, बेटी जय इंदर कौर और भाजपा नेता भी मौजूद थे। नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले उन्होंने पटियाला के ऐतिहासिक बुर्ज बाबा आला सिंह पर मत्था टेका। मार्च में भाजपा में शामिल हुईं कौर ने 1999, 2004, 2009 और 2019 में कांग्रेस के टिकट पर पटियाला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 

उनके पति और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद कांग्रेस ने पिछले साल फरवरी में उन्हें निलंबित कर दिया था। अरविंद खन्ना ने संगरूर संसदीय क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया और उनके साथ पंजाब भाजपा प्रमुख सुनील जाखड़ थे। पंजाब की 13 लोकसभा सीट के लिए एक जून को मतदान होगा।

चौथे चरण में भी पिछले तीन फेज की तरह कम मतदान, शाम 5 बजे तक 62.31% मतदान

#lok_sabha_election

लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया का चौथा चरण आज पूरा हो गया। इसके साथ ही कुल 378 सीटों के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं।मतदान के राज्यवार आंकड़ों की बात करें तो, शाम 5 बजे तक सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल में 75.66 प्रतिशत मतदाता वोट कर चुके हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश में 68.04 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में 68.01 प्रतिशत मतदाता शाम 5 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। अन्य राज्यों के मतदान प्रतिशत की बात करें तो, शाम 5 बजे तक झारखंड में 63.14, ओडिशा में 62.96, तेलंगाना में 61.16, उत्तर प्रदेश में 56.35, बिहार में 54.14, महाराष्ट्र में 52.49 और जम्मू कश्मीर में 35.75 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण के लिए नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 96 सीटों पर आज वोट डाले गए।लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में कई दिग्गजों की साख दांव पर है। इसमें यूपी के कन्नोज से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, तेलंगाना के हैदराबाद से एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन औवैसी, पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख नेता महुआ मोइत्रा, बिहार के बेगूसराय से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और मुंगेर से जेडीयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की किस्मत का फैसला जनता कर चुकी है।

चीन को बड़ा झटका, भारत का हुआ चाबहार बंदरगाह, ईरान के साथ 10 साल के करार पर हस्ताक्षर

#chabahar_port_india_iran_sign_10_year_agreement_for_operations

ईरान और भारत के बीच बड़ा करार हुआ है। इसके साथ ही मिडिल ईस्ट में भारत के हाथों बड़ा कामयाबी हाथ लगी है। भारत और ईरान के बीच चाबहार बंदरगाह को लेकर 10 साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर हो गया है।केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की उपस्थिति में इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड और ईरान के बंदरगाह व समुद्री संगठन द्वारा अनुबंध पर हस्ताक्षर किया। पोर्ट के जरिए भारत को पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह और चीन के बेल्ट एंड रोड परियोजना को काउंटर करने में मदद मिलेगी। चाबहार पोर्ट के जरिए भारत अफगानिस्तान और मध्य एशिया में पहुंचने के लिए पाकिस्तान को बायपास करने में सक्षम हो जाएगा।

इस मौके पर सोनोवाल ने कहा, “इस अनुबंध पर हस्ताक्षर के साथ, हमने चाबहार में भारत की दीर्घकालिक भागीदारी की नींव रखी है.” उन्होंने कहा कि इस अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से चाबहार बंदरगाह की व्यवहार्यता और दृश्यता पर कई गुना प्रभाव पड़ेगा। उनके अनुसार, चाबहार न केवल भारत का निकटतम ईरानी बंदरगाह है, बल्कि समुद्री दृष्टि से भी यह एक उत्कृष्ट बंदरगाह है। सोनोवाल ने अपने ईरानी समकक्ष के साथ भी बैठक की। ऊर्जा संपन्न ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित, चाबहार बंदरगाह कनेक्टिविटी और व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए भारत और ईरान द्वारा विकसित किया जा रहा है।

इस बंदरगाह को अफगानिस्तान, मध्य एशिया और बड़े यूरेशियन क्षेत्र के लिए भारत की प्रमुख कनेक्टिविटी लिंक के रूप में देखा जाता है, जो पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह के साथ-साथ चीन की बेल्ट एंड रोड पर नजर बनाए रखने में मदद करेगा। चाबहार को अंतर्राष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारे (आईएनएसटीसी) से जोड़ने की योजना है जो भारत को ईरान के जरिए रूस से जोड़ता है।बता दें कि यह बंदरगाह भारत को अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक पहुंचने के लिए सक्षम बनाएगा। इसके लिए अब पाकिस्तान की जरूरत नहीं पड़ेगी।

विदेश मंत्रालय ने अप्रैल में बंगाल की खाड़ी में म्यांमार के सिटवे बंदरगाह पर परिचालन संभालने के लिए इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोनोवाल एक महत्वपूर्ण चुनाव अभियान के दौरान यात्रा कर रहे हैं, जो पिछले कुछ वर्षों से बन रहे समझौते के महत्व को दर्शाता है। यह समझौता भारत को उस बंदरगाह को चलाने में सक्षम बनाएगा, जिसके विस्तार के लिए उसने फंड का मैनेजमेंट किया है। ऐसे समय में यह डील हो रहा है, जब पश्चिम एशिया में संकट की स्थिति देखने को मिल रही है।

मुजफ्फराबाद में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच जयशंकर का बड़ा बयान, एक दिन हम पीओके पर अवैध कब्जा खत्म कर देंगे

#s_jaishankar_gave_a_strong_message_to_pakistan

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके में बढ़ती मंहगाई और बिजली की कीमतों को लेकर आज भी लगातार चौथे दिन प्रदर्शन जारी है। रविवार को जम्मू कश्मीर अवामी एक्शन कमेटी की पीओके सरकार के साथ बातचीत विफल रही थी। इसके चलते आज प्रदर्शनकारी जेएएसी के नेतृत्व में रावलकोट से पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद तक लॉन्ग मार्च किया। पीओके में चल रहे प्रदर्शनों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बड़ा बयान सामने आया है।एस जयशंकर ने सोमवार को अवैध रूप से कब्जे वाले क्षेत्र के विलय पर भारत के रुख को दोहराया और कहा कि एक दिन हम पीओके पर अवैध कब्जा खत्म कर देंगे और पीओके भारत में शामिल हो जाएगा। 

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फिर कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला जम्मू-कश्मीर (पीओके) पहले भी भारत का था, आज भी भारत का ही है और आगे भी भारत का ही रहेगा। उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान ने अवैध कब्जा कर रखा है जिसे छुड़ाने के लिए भारत प्रतिबद्ध है। जयशंकर ने कहा, 'पीओके भारत का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा।' उन्होंने मुंबई में नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में भारतीय पूंजी बाजार 'विकसित भारत के लिए रोडमैप' पर एक सेमिनार में मीडिया से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं।

उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि भारत की नीति स्पष्ट है- पीओके पर अवैध कब्जे को हटाना है और इसका भारत में विलय करना है। क्या विपक्षी दल भी पीओके पर ऐसी ही राय रखते हैं? इस सवाल पर जयशंकर ने कहा कि विपक्ष उल्टी दिशा में बढ़ रहा है। विदेश मंत्री बोले, 'हमारा इरादा पक्का है कि एक दिन पीओके पर अवैध कब्जा हटेगा और इसका भारत में विलय होगा।

बता दें कि पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों और बढ़े हुए बिलों के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शनों के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों के बाद पाकिस्तान सरकार ने स्थिति को शांत करने की कोशिश की। पीओके में बदहाली के खिलाफ हड़ताल का सोमवार को चौथा दिन है। प्रदर्शनकारियों ने वहां धरना शुरू कर दिया और मुजफ्फराबाद की ओर एक लंबा मार्च निकाला।

उत्तराखंड में आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा शुरू, ‘बम-बम भोले’ के जयकारों के साथ 49 यात्री रवाना

 विश्व प्रसिद्ध आदि कैलाश यात्रा 2024 का शुभारंभ हो गया है. उत्तराखंड में कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) की ओर से संचालित आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा आज से शुरू हो गई है. इसकी शुरुआत आज यानी सोमवार सुबह काठगोदाम स्थित कुमाऊं मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस से हुई.

आदि कैलाश यात्रा में जाने वाले पहले दल में देश के विभिन्न राज्यों के 49 यात्री शामिल हैं. इसमें 34 यात्री काठगोदाम से शामिल हुए. जबकि, 15 यात्री धारचूला से शामिल होंगे. यात्रा के लिए अभी तक 500 से ज्यादा यात्रियों ने पंजीकरण कराया है. पहले दल में उत्तर प्रदेश के 13, दिल्ली के 11, पश्चिम बंगाल के 6 और ओडिशा के 5 यात्री शामिल हैं. इसके अलावा चंडीगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के 2-2 यात्री शामिल हैं. इन यात्रियों में 32 पुरुष और 17 महिलाएं शामिल हैं.

कुमाऊंनी रीति रिवाज में हुआ यात्रियों का स्वागत

केएमवीएन के जीएम विजय नाथ शुक्ल ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए कैंप में कर्मचारियों की तैनाती की जा चुकी है. हर दल के लिए कर्मचारी गाइडों की तैनाती भी की है. केएमवीएन गेस्ट हाउस में पहुंचे सभी यात्रियों का पारंपरिक कुमाऊंनी रीति रिवाज के अनुसार उनका स्वागत किया गया. सुबह की भोजन के बाद उनको आगे के लिए रवाना किया गया.

कैंची धाम और चितई गोल्ज्यू देवता के भी करेंगे दर्शन

 काठगोदाम से सभी यात्री रवाना होकर कैंची धाम में नीम करौली बाबा के दर्शन करेंगे. इसके बाद यात्री चितई में गोल्ज्यू देवता के दर्शन कर जागेश्वर धाम पहुंचेंगे. यहां दोपहर का भोजन करने के बाद यात्री शाम को पिथौरागढ़ स्थित पर्यटक आवास गृह पहुंचेंगे. जहां रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार को यात्री धारचूला रवाना होंगे. अगले दिन सभी यात्री गुंजी पहुंचेंगे.

परोसे जाएंगे पहाड़ी भोजन

 केएमवीएन के अधिकारियों के मुताबिक भोजन में यात्रियों को मंडुए की रोटी, झिंगोरे की खीर आदि परोसे जाएंगे. कुमाऊं मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक संदीप तिवारी ने सभी कार्मिकों को आवास गृहों में यात्रियों के साथ अच्छा और सौम्य व्यवहार रखने के निर्देश दिए हैं. वहीं, आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शनों को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है.

इस दिन आदि कैलाश की यात्रा पर जाएगा दल

आदि कैलाश का दूसरा दल 16 मई को, तीसरा 19 मई को, चौथा 22 मई, पांचवां 28 मई को, सातवां 31 मई को, आठवां तीन जून, नौवां 6 जून को, दसवां 9 जून, 11 वां 12 जून, 13 वां 15 जून, 14 वां 21 जून, 15 वां 24 जून को रवाना होगा. बता दें कि बीते साल यानी 12 अक्टूबर 2023 को पीएम मोदी ने पिथौरागढ़ के गुंजी पहुंचकर आदि कैलाश और पार्वती कुंड के दर्शन किए थे. जिसके बाद से ही इस जगह के दर्शन के लिए लोग आगे आने लगे हैं.

था, है और रहेगा... पीओके पर विदेश मंत्री जयशंकर की दो टूक, कहा- उल्टी दिशा में है विपक्ष, दावा किया, एक दिन पीओके का भारत में विलय होकर रहेगा

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फिर कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला जम्मू-कश्मीर (पीओके) पहले भी भारत का था, आज भी भारत का ही है और आगे भी भारत का ही रहेगा। उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान ने अवैध कब्जा कर रखा है जिसे छुड़ाने के लिए भारत प्रतिबद्ध है। जयशंकर ने कहा, 'पीओके भारत का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा।' उन्होंने मुंबई में नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में भारतीय पूंजी बाजार 'विकसित भारत के लिए रोडमैप' पर एक सेमिनार में मीडिया से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं।

 कहा कि भारत की नीति स्पष्ट है- पीओके पर अवैध कब्जे को हटाना है और इसका भारत में विलय करना है। क्या विपक्षी दल भी पीओके पर ऐसी ही राय रखते हैं? इस सवाल पर जयशंकर ने कहा कि विपक्ष उल्टी दिशा में बढ़ रहा है। विदेश मंत्री बोले, 'हमारा इरादा पक्का है कि एक दिन पीओके पर अवैध कब्जा हटेगा और इसका भारत में विलय होगा। अब आप देखिए कि किस तरह विपक्ष उल्टी दिशा में चल रहा है।' जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने का जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'अगर मैं रिकॉर्ड की बात करूं तो पिछले पांच सालों में हमारी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक अनुच्छेद 370 को हटाना है।'

पाकिस्तान के परमाणु बम का डर दिखाने वालों को लगाई लताड़

जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के पाकिस्तान पर दिए बयानों पर भी पूछे गए सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत के पास भी परमाणु हथियार हैं और देश को इन पर गर्व है। उन्होंने उनकी आलोचना की जो पाकिस्तान के परमाणु बम का डर दिखाकर पीओके की बात करने से बचते हैं।

पीओके में जनता बदहाल

पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों और बढ़े हुए बिलों के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शनों के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों के बाद पाकिस्तान सरकार ने स्थिति को शांत करने की कोशिश की। पीओके में बदहाली के खिलाफ हड़ताल का सोमवार को चौथा दिन है। प्रदर्शनकारियों ने वहां धरना शुरू कर दिया और मुजफ्फराबाद की ओर एक लंबा मार्च निकाला।

प्रदर्शनकारियों ने कोहाला-मुजफ्फराबाद रोड को जाम कर दिया, जिससे कोहाला शहर और मुजफ्फराबाद के बीच यातायात बाधित हो गया। लगातार हो रहे विरोध-प्रदर्शन से साफ है कि पीओके को लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ काफी नाराजगी है। मीरपुर में पुलिस, सुरक्षाब बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव के बाद पीओके की सरकार ने रेंजर्स और पुलिस को तैनाती बढ़ा दी है। इन टकरावों के कारण एक पुलिस अधिकारी की जान चली गई और 70 से अधिक अन्य घायल हो गए। इस बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीओके में वर्तमान स्थिति पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। वहीं, प्रदर्शनकारियों और राज्य सरकार के बीच कोई बातचीत नहीं हो रही है।