नालंदा के इस गांव में पानी का हाहाकार, सुबह उठते ही पानी के जुगाड़ में दौड़ लगाते है लोग
नालंदा : जिले के परवलपुर प्रखंड की अलावां गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा है। आलम यह है कि ग्रामीण सुबह उठते ही पानी की जुगाड़ करने के लिए दौड़ लगाने में जुट जाते है।
इस गांव की 1500 आबादी है। पुरुष तो कामकाज के सिलसिले में निकल जाते हैं। महिलाएं और बच्चे दूसरे गांव में एक किलोमीटर दूर से सिर पर रखकर पानी लाती है।
ग्रामीण कपिलदेव रविदास बताते हैं कि गांव में जलमीनार भी बना है। मगर मोटर से पनी मीनार तक चढ़ता ही नही है। गांव में आधा दर्जन से अधिक चापाकल भी हैं। जो सभी के सभी खराब हैं। कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों चापाकल मरम्मत की शिकायत भी किए मगर कोई फायदा नहीं हुआ। भीषण गर्मी में पानी की किल्लत से लोग परेशान हैं।
मुखिया बाल्मिकी ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत पीएचईडी और अन्य अधिकारियों से किए मगर किसी ने इसपर ध्यान नहीं दिया । जलमीनार का भी निर्माण किया गया मगर वह भी हाथी के दांत साबित हो रहे हैं । यदि चपकल की मरम्मत और जल मीनार के को दुरुस्त कर दिया जाए तो बहुत हद तक ग्रामीणों को पेयजल की संकट से निदान मिल सकेगा।
नालंदा से राज
May 08 2024, 16:00