इंडिया गठबंधन के लिए चमरा लिंडा बने मुसीबत, आदिवासियों का मिल रहा समर्थन,आदिवासी महासभा ने भी कर दिया इसका एलान
झारखंड डेस्क
बिशुनपुर से झामुमो विधायक चमरा लिंडा ने JMM पार्टी से बगावत कर पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी करती जा रही है। उन्होंने लोहरदगा में पार्टी नेतृत्व की इच्छा के विरुद्ध नामांकन कर दिया। वह यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। उनके इस फैसले से पार्टी नाराज है। पार्टी ने यह भी कह दिया कि अगर उन्होंने नामांकन वापस नहीं लिया तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है।
इधर इस बीच आदिवासियो का समर्थन भी इन्हे मिल रहा है जिसके कारण इंडिया गठबंधन के लिए ये मुसीबत बनते जा रहे हैं।ताज़ा सूचना के अनुसार सात पाड़हा दरहा मर्चा चनगनी बेड़ो मे पूर्व मंत्री सह आदिवासी महासभा के संयोजक देवकुमार धान की अध्यक्षता मे आदिवासी महासभा का बैठक हुइ जिसमे आगामी लोक सभा चुनाव को लेकर गहन विचार विमर्श के बाद लोहरदगा लोकसभा के निर्दलीय प्रत्याशी चमरा लिंडा को समर्थन देकर भारी मतो से विजयी दिलाने की बात कही गयी।
आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी आदिवासियो की अस्मिता और अस्तित्व को मिटाने पर तुली हुई है। जिसमे काग्रेस का भी हाथ है जिसने हमेशा आदिवासियो की उपेक्षा की है 2024 के लोकसभा चुनाव मे बीजेपी और काग्रेस ने अपने चुनाव मेनोफेस्टो मे आदिवासियो के पहचान धर्म कोड के बारे मे कोई भी बात नही कही गई है।
आदिवासियो के जल ,जंगल और जमीन के संरक्षण मे दोनो पार्टी विफल रही है। बैठक मे पूर्व प्रमुख बुधवा उरांव माण्डर,पूर्व प्रमुख महतो भगत बेड़ो, नारायण उरांव आदिवासी महासभा अध्यक्ष, जतरू उरांव, सात पाड़हा राजा जीतू उरांव, बारह पाड़हा राजा सोहराई उरांव समेत सैकड़ो लोग मौजूद थे।
May 02 2024, 14:07