झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा संचालित कंट्री क्रिकेट क्लब पर लगे अनियमितता की होगी जांच,केंद्र सरकार ने दिया आदेश
झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा संचालित कंट्री क्रिकेट क्लब पर लगे अनियमितता की होगी जांच,केंद्र सरकार ने दिया आदेश।
कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय (एमसीए) ने सात मार्च को निर्देश जारी किया है। प्रारंभिक जांच के बाद कोलकाता के क्षेत्रीय निदेशक के पास मामले को भेजा गया।
इधर कंट्री क्लब की जांच के लिए एक इंस्पेक्टर नियुक्त कर दिया गया है। जांच इंडियन कंपनीज एक्ट की धारा 206(5) के तहत की जाएगी।
जेएससीए के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत अमिताभ चौधरी की पत्नी निर्मल कौर ने भ्रष्टाचार, धन कुप्रबंधन व फर्जी चुनावों का भी आरोप लगाया था। इसके अलावा सुनील सिन्हा नामक व्यक्ति ने भी शिकायत की थी।
निर्मल की शिकायत में पटना के वकील और कंट्री क्रिकेट क्लब के पूर्व निदेशक राजीव कुमार सिंह का नाम शामिल है। क्लब के संचालन पर सार्वजनिक हित के लिए हानिकारक होने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि मुख्य रूप से बीसीसीआई से मिल रहे अनुदान को क्रिकेट के विकास में लगाए जाने के बजाय विशिष्ट व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
शिकायत में नवंबर 2023 में हुई चुनाव प्रक्रिया में फर्जी टेंडरिंग और अनियमितताओं का हवाला दिया गया है। दिसंबर 2023 में भी निर्मला कौर ने झारखंड पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके आधार पर धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। शिकायत में आरोप लगाया गया कि जेएससीए के कुछ पदाधिकारियों ने राजीव कुमार सिंह के साथ मिलकर अमिताभ चौधरी के निधन के तुरंत बाद उनके लिए निर्धारित कक्षों में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश किया और सामान हटा दिया गया।
क्या है आरोप..?
शिकायत में कहा गया है कि क्लब के खातों को ठीक से बनाए नहीं रखा जाता है। बिजली बिल और क्लब के बिल का भुगतान बीसीसीआई अनुदान से किया जा रहा है। शिकायत में राजीव सिंह पर पटना में अपना प्राथमिक निवास होने के बावजूद स्टेडियम के भीतर स्थायी क्वार्टर रखने का आरोप लगाया गया है।
इस मामले की ईडी भी कर रही है जांच
इधर जेएससीए स्टेडियम के निर्माण में वित्तीय अनियमितता की जांच ईडी भी कर रही है। जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना में 196.23 करोड़ की अनियमितता की शिकायत पूर्व रणजी खिलाड़ी उज्ज्वल कुमार दास ने की थी।
इस मामले में ईडी ने दास के अलावे केस के गवाह रहे सुनील कुमार सिंह का बयान दिसंबर 2022 में दर्ज किया था। इसी केस के आधार पर ईडी ने ईसीआईआर दर्ज किया था।
ईडी ने जांच के क्रम में जेएससीए से साल 2009- 16 तक के तमाम वित्तीय लेन देन, बीसीसीआई से मिले फंड, स्टेडियम के निर्माण में हुए खर्च का विवरण मांगा था।
जेएससीए के अध्यक्ष संजय सहाय ने बताया, हमें ऐसी कोई जानकारी ऑफिशियल नहीं मिली है न ही कोई पत्र मिला है। क्लब के संचालन पर ज्यादा हस्तक्षेप जेएससीए प्रबंधन नहीं करता। जांच एजेंसी को जो भी सहयोग चाहिए वह हम उपलब्ध कराएंगे।
कंट्री क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष राजेश वर्मा 'बॉबी' ने बताया, क्लब के लिए काम करना सम्मान का कार्य है। इसके लिए किसी को सैलरी नहीं मिलती। इससे होनेवाली आय से स्टेडियम मेंटेनेंस भी होता है। ऐसे में ये आरोप सही नहीं है। फिर भी जो जांच होगी, हम सहयोग करेंगे।
Apr 16 2024, 14:38