क्या पवन सिंह थामेंगे BSP का दामन? 'कुशवाहा लैंड में में बात को लेकर गरमाई राजनीति
औरंगाबाद : काराकाट लोकसभा क्षेत्र से भोजपुरी गायक पवन सिंह ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है। किस दल से लड़ेंगे या निर्दलीय, यह स्पष्ट नहीं है। खबर आते ही काराकाट के मतदाताओं की जिज्ञासा यह जानने को बढ़ गई है कि वह किस दल से लड़ेंगे और उनके लड़ने से किस गठबंधन पर कितना असर पड़ेगा।
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मतदाताओं में यह जानने की उत्कंठा जागृत हो गई है कि यहां के मतदाता किस हद तक प्रभावित होंगे। किस गठबंधन को पवन कितना नुकसान पहुंचाएंगे। कितना मत वे जुटा पाएंगे। महत्वपूर्ण है कि यहां राजग गठबंधन ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा को यह सीट दी है और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा घोषित प्रत्याशी हैं।
पवन की एंट्री से मची खलबली!
दूसरी तरफ, इंडी गठबंधन से भाकपा माले को या सीट मिली है। जिसके घोषित प्रत्याशी राजाराम सिंह हैं। दोनों निरंतर क्षेत्र में चुनाव प्रचार में लगे हैं। ऐसे में पवन की एंट्री से मुकाबले को तीसरा आयाम मिल सकता है। लोगों में चर्चा इस बात की है कि पवन के जाति का मत प्रभावी भूमिका में है।
क्या BSP की टिकट पर लड़ेंगे पवन सिंह?
काराकाट लोकसभा क्षेत्र में यह दूसरी बड़ी मतदाता संख्या वाला जाती है। चर्चा इस बात की है कि अगर पवन बसपा के टिकट पर आ जाते हैं तो पवन के साथ बसपा का आधार वोट जुड़ता है तो मुकाबले को तीसरा कोण दे सकते हैं। लोगों की नजर अब इस बात पर है कि वह किस दल से आते हैं।
महत्वपूर्ण है कि पवन भोजपुरी गायक हैं और उनके इंटरनेट मीडिया पर कोई गीत आते ही पांच मिलियन तक व्यूज पहुंच जाते हैं। उनके फॉलोअर्स भोजपुरी भाषी और मगध के क्षेत्र में हैं। मगही भाषी क्षेत्र में वे या भोजपुरी गीते सुने जाते हैं। ऐसे में पवन सिंह को कमतर आंकना दोनों गठबंधन के लिए बड़ी भूल हो सकती है।
बन जाएंगे पहले सेलिब्रिटी
वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद काराकाट लोकसभा क्षेत्र वजूद में आया। तब से लेकर अब तक तीन लोकसभा चुनाव वर्ष 2009, 2014 व 2019 में हो चुका है। यह चौथा चुनाव है। अभी तक जितने प्रत्याशी यहां से चुनाव मैदान में उतरे हैं उसमें सेलिब्रिटी नहीं है। अगर पवन सिंह वास्तव में चुनाव मैदान में आते हैं तो यह पहला अवसर होगा जब कोई कला क्षेत्र का सेलिब्रिटी चुनावी जंग में किस्मत आजमा रहा होगा।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र






औरंगाबाद :- आगामी लोकसभा आम निर्वाचन के आलोक में स्वीप कार्यक्रम के तहत जमीनी स्तर पर घर-घर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

औरंगाबाद : बीते बुधवार केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जिले के गुरारु में एनडीए प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। जहां कुछ युवाओं द्वारा उनका विरोध किया गया। युवाओं ने इस दौरान अमित शाह मुर्दाबाद के नारे लगाए। आपको बता दू की कल औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र के गुरारू में देश के गृह मंत्री अमित शाह एक जन सभा का संबोधन करने पहुंचे। जैसे ही अमित शाह का हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर लैंड किया वैसे ही कुछ युवाओं की टोली ने बीजेपी मुर्दा बाद अमित शाह मुर्दाबाद और लालू यादव जिन्दाबादष तेजस्वी यादव जिंदाबाद का नारा लगाने लगे। विरोध कर रहे युवाओं ने यह साफ कहा है की बिहार में गोवार की धरती पे स्वागत नही विरोध होगा। वायरल वीडियो में ,युवाओं के द्वारा यह कहा जा रहा कि जब बिहार के लोग गुजरात जाता है तो उसके साथ मारपीट किया जाता इतनाही नही बल्कि गुजरात में कई बिहारियो की हत्या भी कर दी गई है। हालांकि विरोध कर रहे युवाओं को पुलिस ने समझाने की भी कोशिस किया लेकिन युवा मानने को तैयार नही थे। युवाओं ने अमित शाह वापस जाव का नारा लगाते रहे। लेकिन वायरल वीडियो देखने से यह साफ तौर से जाहिर होता है की की यह विरोध किसी खास लोगो के द्वारा परियोजित किया गया था। औरंगाबाद से धीरेन्द्र



Apr 13 2024, 17:34
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