एक दिन पहले जदयू में हुई शामिल इस महिला नेत्री को पार्टी ने बनाया लोकसभा प्रत्याशी, सीवान की वर्तमान सांसद कविता सिंह की जगह लड़ेगी चुनाव, जानिए
डेस्क ; लोकसभा चुनाव के लिए जदयू ने आज रविवार को अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति से वरिष्ठ नेता वशिष्ट नारायण सिंह ने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। इसमें जदयू ने अपने खाते में आई सभी 16 प्रत्याशियों के नाम का एलान किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि जदयू ने वर्तमान दो सांसदों का नाम काट नये चेहरे को टिकट दिया है। जिसमें सीवान की सांसद कविता सिंह भी शामिल है।
बाहुबली अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह वर्तमान में सीवान से सांसद है। कविता सिंह की राजनीतिक सफर की कहानी भी बड़ी विचित्र है। दरअसल 2011 से पहले तक कविता सिंह का नाम तक किसी को नहीं पता था। उस वक्त सिवान के दरौंधा विधान सभा सीट से विधायक जगमातों देवी के निधन से खाली हुए सीट पर उपचुनाव होना था।
जगमातो देवी के बेटे अजय सिंह ने इस सीट से दावेदारी पेश की। लेकिन उनकी बाहुबली वाली छवि के कारण जदयू ने उन्हें प्रत्याशी बनाने से मना कर दिया। जिसके पितृपक्ष में अजय सिंह कविता सिंह से शादी कर टिकट हासिल किया और दरौंदा विधानसभा सीट से जदयू की टिकट पर कविता सिंह चुनाव जीत विधान सभा पहुंची। कविता सिंह इस सीट से दो बार विधायक रही। वहीं 2019 में जदयू ने लोकसभा का प्रत्याशी बनाया और कविता सिंह ने राजद प्रत्याशी दिवंगत पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को पराजित कर लोकसभा पहुंची। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में इनका पत्ता साफ हो गया है। कविता सिंह की जगह जदयू ने विजय लक्ष्मी को सीवान से अपना प्रत्याशी बनाया है।
कौन हैं विजयलक्ष्मी कुशवाहा?
आइए अब आपको बताते है कि यह विजय लक्ष्मी कुशवाहा कौन हैं। जिनके पार्टी में शामिल होने के अगले ही दिन पार्टी ने इनपर भरोसा जताते हुए वर्तमान सांसद का टिकट काट इनपर भरोसा जताते हुए लोकसभा का टिकट दिया है।
दरअसल विजय लक्ष्मी सीवान के जीरादेई विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी हैं। रमेश कुशवाहा पहले जदयू में थे। वह 2015 में जेडीयू की टिकट पर ही जीरादेई सीट से विधायक चुने गए थे। 2020 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी और वे उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में चले गए थे और प्रदेश अध्यक्ष थे। बीते शनिवार (23 मार्च) को ही अपनी पत्नी विजय लक्ष्मी के साथ जेडीयू में वापसी की थी।
रमेश कुशवाहा की सीवान में अच्छी पकड़ है और जदयू के ऐसा लगता है कि इसका फायदा उसे हो सकता है।
Mar 25 2024, 09:36