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मौका: मात्र 8500 रूपये में खरीदे 16 GB RAM, 50MP कैमरा स्मार्टफोन देख लोगों की लगी भीड़
वैशाली: धांसू स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं लेकिन ज्यादा नहीं खर्च करना चाहते तो Flipkart पर बंपर छूट के साथ इस देशी ब्रैंड का फोन खरीद सकते हैं. इस फोन को काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा हैं. इस फोन को काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा हैं. इस फोन में 16 GB रैम, 5000 mAh बैटरी के साथ ही फोटोग्राफी के लिए 50MP का कैमरा मिलता हैं. इस फोन को काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा हैं. यहां हम बात कर रहे हैं Infinix HoT 30i फोन की, आइए डिटेल में आपको बताते हैं इस फोन पर मिलने वाले अॉफर्स के बारे में.     
    
     Infinix HoT 30i फोन का 8GB रोम+ 128 GB रैम वाले इस फोन को 8,999 रूपये में लआन्च किया गया था. लेकिन फ्लिपकार्ट अभी इसे 8,499 रूपये में बेच रहा हैं. इसके साथ ही कई बैंक Card से फोन खरीदने पर 1000 तक का अतिरिक्त डिस्काउंट मिल जाएगा. बैंक अॉफर्स के बाद फोन की कीमत 7,499 रूपये रह जाती हैं. ऐसे में इतनी कम कीमत में इतने सारे फीचर्स के साथ फोन मिलना एक अच्छा ऑफर हैं. वहीं पुराने फोन  को बदलने पर 6000 रूपये तक का एक्सचेंज डिस्काउंट दिया जा रहा हैं. एक्सचेंज अॉफर पुराने फोन की कंडीशन पर निर्भर करती हैं. यानी आपके पुराने फोन की कंडीशन जितना अच्छा होगा, उतना ही ज्यादा एक्सचेंज अॉफर का लाभ मिलेगा.      
           स्मार्टफोन में 90 Hz रिफ्रेश रेट,  HD+(1612*720पिक्सेल) रिजॉल्यूशन और 500 nits पीक ब्राइटनेस के साथ 6.6 इंच Ips LCD डिस्प्ले हैं. डिस्प्ले पैनल में 180 Hz टच सैंपलिंग रेट हैं और इसमें पांडा ग्लास प्रोटेक्शन हैं. नए हॉट सीरीज स्मार्टफोन एक अॉक्टा- कोर मीडियाटेक हीलियों जी 37 प्रोसेसर को सपोर्ट करता हैं. 
     स्मार्टफोन में  Mali G57 Gpu हैं. स्मार्टफोन में 8GB मेमोरी और 128 GB इंटरनल स्टोरेज दिया गया हैं. एक्सटेडेड रैम के साथ मेमोरी को और 8GB तक बढ़ाया जा सकता हैं. स्मार्टफोनXos i2 के साथ प्रीलोडेड आता हैं, जो Android 12पर आधारित हैं.     
      Infinix HoT 30i एक डुअल- रियर कैमरा सेट अप को सपोर्ट करता हैं जिसके 50 MP का प्राइमरी कैमरा हैं. मेन कैमरा एआई लेंस और एक एलईडी फ्लैश के साथ आता हैं. सेल्फी के लिए फोन में 5MP का फ्रंट कैमरा दिया गया हैं. फ्रंट कैमरा में डुअल फ्लैश दिया गया हैं. स्मार्टफोन 5000mAh बैटरी और 10 W चार्जिंग सपोर्ट से लैस हैं.
सीएम नीतीश कुमार के पास कितना कैश हैं? जानकर हो जाएंगें हैरान
बिहार: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास महज 22052 रूपये ही नगद हैं. मंगलवार को विज्ञान परिषद के मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी हैं. हालांकि, उनकी कुल चल संपत्ति 16.82 लाख जबकि अंचल संपत्ति के रूप में दिल्ली के द्वारका में एक फ्लैट हैं जिसका बाजार मूल्य करीब 1.148 करोड़ हैं. इस फ्लैट का खरीद मूल्य 13.78 लाख था.

           
      जदयू के दूसरे उम्मीदवार मो. खालिद अनवर के पास 28600 रूपये नगद हैं. उनकी चल संपत्ति 3.01 करोड़ और अचल संपत्ति 3.17 करोड़ हैं. वे हथियार के शौकीन हैं. उनके पास पिस्टल और राइफल भी हैं. यहीं नहीं हम के नेता और राज्य  के मंत्री संतोष सुमन के पास 49500 रूपये नगद हैं. उनकी कुल चल संपत्ति 82.62 लाख और अचल संपत्ति 1.72 करोड़. उन्हें  भी हथियार का शौक हैं. उनके पास भी पिस्टल और राइफल हैं.

        
      बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधान परिषद में निर्वाचन के लिए जदयू उम्मीदवार के रूप में विधानसभा के सचिव के कक्ष में नामांकन किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौथी बार  विधान परिषद के सदस्य बनेंगें. उनके अलावा जदयू के खालिद अनवर और हम के संतोष सुमन ने भी नामांकण किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुख्य प्रस्तावक उर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव थे.
गया के रामसागर तालाब में तैरते दिखें पत्थरों की क्या हैं सच्चाई? जय श्री राम के नारे लगे
बिहार: तालाब में पत्थर तैर रहा हैं. रामसागर तालाब चार पत्थर तैर रहे हैं. देखने के लिए भारी भीड़ लगी. जय श्री राम का नारा लग रहा हैं. कहां से पत्थर आया कोई नहीं जानता' यह बात मंगलवार की सुबह 10 बजे के बाद गया शहर के दक्षिणी इलाके में जंगल की आग की तरह फ़ैल गई. विष्णुपद थाना क्षेत्र के रामसागर तालाब में पत्थर के तैरने की खबर पर मंगलवार की सुबह से शाम तक भीड़ लगी रही. भीड़ में 80 फीसदी महिलाएं थीं. भीड़ में कोई पत्थर को दूर से नमन कर रहा हैं तो कोई कह रहा पत्थर नकली हैं. घंटों खड़ा होकर पानी में तैर रहे कथित पत्थर को लोग निहारते नजर आए.

        मंगलवार की सुबह 10 बजे के बाद रामसागर तालाब में कथित पत्थर के तैरने की खबर मिली. आश्चर्य वाली घटना को देखने के लिए भीड़ जुटने लगी. दक्षिणी इलाका चांदचौरा व बाईपास से लेकर कोयरीबारी व जीबी रोड सहित अन्य इलाकों से लोग जुटने लगे. दखते देखते तालाब का पश्चिम परिसर भीड़ से पट गया. कुछ महिलाएं तो पूजा की डाली लेकर पहुंच गई. हालांकि कुछ महिलाएं पत्थर तैरने की बात को ग़लत भी मान रही थी.

      दोपहर दो बजे महिलाओं के बीच बच्चे और युवाओं की भीड़ जुट गई. तालाब में चार से अधिक कथित पत्थर तैरते दिखें. कुछ देर बाद जब एक दो पश्चिमी किनारे पर आए तो एक युवा उसे बाहर पानी से निकाल लिया. इसके बाद युवा फिर पत्थर को वापस पानी में फेंकने की घटना होती रही.

             रामसागर तालाब में मौजूद विजय कुमार सिंह उर्फ ने बताया कि पहली बार यहां चार पत्थर तैरते देखें हैं. एक पत्थर करीब दो किलो का हैं. पता नहीं कहां से और कैसे आए. चांदचौरा के जितेंद्र कुमार ने बताया कि हर दिन सुबह तालाब में टहलने आते हैं. लेकिन कभी पत्थर तैरते नहीं देखा हैं. यह करिश्मा हैं. श्री राम व उनके तीन भाई के रूप में चार पत्थर तैर रहे हैं. यहां तालाब के बीच में राम मंदिर बनना चाहिए. इधर, पत्थर छूने वाली युवा संदीप ने बताया कि पत्थर बहुत भारी नहीं था. सीमेंट जैसा छूट रहा था. रामसागर के निवासी संदीप और दीपू सिन्हा बताते हैं कि यह तैरने वाला ही पत्थर हैं. भवन बनाने के काम में आता हैं. पास में बन रहे अपार्टमेंट से लाकर कोई तालाब में फेंक दिया हैं.

बिहार में यहां जलती हैं राजकीय होलिका, भगवान नरसिंह ने लिया था अवतार
बिहार: बिहार के पूर्णिया में राजकीय दीनाभद्री महोत्सव के समापन के साथ ही होलिका महोत्सव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई हैं. हालांकि होली एवं होलिका दहन में अभी काफी समय शेष हैं, परन्तु लोग अभी से राजकीय होलिका महोत्सव के विहंगम दृश्य का गवाह बनने को उत्सुक हैं. समारोह को लेकर प्राद स्तंभ विकास ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं सदस्यों में भी उत्साह परवान चढ़ने लगा हैं. ट्रस्ट के सचिव अधिवक्ता राकेश कुमार सिंह ने बताया कि महाशिवरात्रि के बाद होलिका महोत्सव को लेकर ट्रस्ट की वृहत बैठक आयोजित की जायगी. फिलहाल नरसिंह अवतार मंदिर परिसर की साफ-सफाई शुरू कर दी गई हैं.  मान्यता हैं कि भगवान विष्णु का नरसिंह अवतार नहीं हुआ था.            अभी राजकीय होलिका महोत्सव के लिए आवंटन प्राप्त नहीं प्राप्त हुआ हैं, परन्तु महोत्सव को यादगार बनाने के लिए कमेटी के लोग खांसें उत्साहित नजर आ रहे हैं. कमेटी के सदस्य अमितेश सिंह ने कहा कि  चुनावी साल के कारण मंचीय कार्यक्रम में तब्दीली की संभावना हैं. परन्तु गीत संगीत से लेकर होलिका दहन के विहंगम नजारे का आनंद लोग पूर्व की भांति उठाएंगें. इस साल साज- सज्जा में खास करने की योजना हैं. सब कुछ ठीक हो रहा हैं तो लाईटिंग की चकाचौंध के साथ सजाने के लिए बेहतरीन कलाकारी की पेशकश की जाएगी. जिससे स्थल की छटा को जीवंत स्वरूप प्रदान किया जा सके.     पिछले सत्रह सालों से आयोजित हो रहे होलिका दहन कार्यक्रम में बरमनखी के पहचान सूबें में राष्ट्रीय फलक तक बनी हैं. वर्ष 2017 में यहां होलिका दहन कार्यक्रम पर राजकीय रंग चढ़ने के साथ इसके ख्याति में चार चांद लगे हैं. यही कारण है कि साल-दर-साल होलिका महोत्सव के अवसर पर श्रद्धा के सैलाब में वृद्धि होने के साथ यहां बाहर से सैलानियों के जात्रा पहुंचने का सिलसिला भी चल पड़ा हैं. इस बार भी याद कर होलिका दहन कार्यक्रम होगा.  
सीट बंटवारे पर बड़ा अपडेट, मांझी ने सबकुछ कर दिया क्लियर; नीतीश को लेकर फिर से दे दिया बवाल मचाने वाला बयान
बिहार: लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर रविवार को ज्ञान भारती वर्ल्ड स्कूल के सभागार में हम का जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. सम्मेलन में पार्टी  संरक्षक सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राजेश कुमार पांडेय, बाराचट्टी विधायक ज्योति मांझी शामिल हुए. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उन्हें माला पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया .

       पार्टी संरक्षक सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से  दलितों और वंचित समाज के लोगों को वोट के प्रति जागरूक किया जायगा.

      जीतन राम मांझी ने कहा कि 13 मार्च तक बिहार में राजग के के घटक दलों के बीच सीट बंटवारा हो जायगा. अभी यह तय नहीं हैं कि कौन-सी पार्टी कितनी सीट पर चुनाव लड़ेंगी.

     वहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर कहा कि हमें मुख्यमंत्री को देखकर दया आती हैं. नीतीश कुमार हमेशा से हमें यह बोलते थे कि हम उनकी कृपा से मुख्यमंत्री बने हैं, तो आज हम यह कहेंगे कि वह अब हमारे कृपा से  मुख्यमंत्री बने हुए हैं. हमने उन्हें सूद समेत वापस कर दिया.

      इसके बाद उन्होंने कहा कि गठबंधन को लोकसभा में एक भी सीट नहीं मिलने वाली हैं. हमलोग 400 सीट जीत कर नरेंद्र मोदी की झोली में डालेंगें.

     सम्मेलन में पार्टी के वरीय नेता राष्ट्रीय प्रवक्ता रोमित कुमार , राधेश्याम प्रसाद यादव, जिलाध्यक्ष नारायण मांझी, ई. नंदलाल मांझी, लक्ष्मण मांझी, मुकेश चौधरी, टूटू खां, दिवाकर सिंह, तूफान यादव, आयुष कुमार के अलावे सभी प्रखंडों के प्रतिनिधि शामिल हुए.


लागल लागल झुलनिया में धक्का बलम कलकत्ता चलों... महागठबंधन की रैली में नीतीश कुमार पर बरसे लालू यादव
बिहार: बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में रविवार को महागठबंधन की जन विश्वासरैली में आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. लालू ने भोजपूरी गाने ' लागल लागल झुलनिया में धक्का बलम कलकत्ता चलो के जरिए नीतीश कुमार पर तंज कसा. नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर आरजेडी प्रमुख ने कहा कि अब दुबारा यहां आने की हिम्मत करेंगें तो बढ़िया धक्का मिलेगा. लालू ने कहा कि 2017 में जब नीतीश महागठबंधन से एनडीए में गए थे तो हम गाली नहीं दिए. हम कहें थे पलटूराम हैं. इसके बाद हम उनको फिर महागठबंधन में दोबारा लिए. हम लोगों से गलती हो हुई.

         अपने संबोधन के दौरान लालू यादव ने अपने छोटे बेटे और तेजस्वी की जमकर तारीफ की. लालू ने कहा कि तेजस्वी यादव जब जनविश्वास यात्रा पर थे व पूरे बिहार का दौरा कर रहे थे तब आप लोगों से कह रहे थे रैली में आइएगा, पापा ने बुलाया हैं. लाखों की संख्या में आप लोग आए हैं, सभी को धन्यवाद. लालू ने कहा कि मेरा किडनी ट्रांसप्लांट हुआ, मेरी बेटी यहां रोहिणी आई हैं. अपनी किडनी हमको दी, जीवन दान दी.

      प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए आरजेडी प्रमुख ने कहा कि मोदी क्या हैं, क्या चीज़ हैं. मोदी परिवारवाद पर बोलते हैं, यह बताओ मोदी जी आपको संतान क्यों नहीं हुआ? तुम्हारे पास परिवार नहीं हैं. लालू ने यहां तक कह दिया कि नरेंद्र मोदी हिंदु नहीं हैं. लालू ने कहा कि किसी कि मां मरती हैं तो बेटा बाल अपना छिलवाता हैं, लेकिन जब तुम्हारी( नरेंद्र मोदी) मां का निधन हुआ, तो तुम बाल क्यों नही छिलवाए?

    लालू यादव ने गांधी मैदान की रैली में आह्वान किया कि 2024 चुनाव में दिल्ली पर कब्जा करना हैं. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से कहा कि अभी से चुनाव की तैयारी में लग जाईए. हम सभी जगह पर आएंगें. उन्होंने कहा कि बिहार की हवा में बहुत ताकत हैं यहां जो होता हैं उसका अनुसरण देश भर में लोग करते हैं.
बिहार के 4.90 लाख किसानों को मिलेगा मुफ्त बिजली कनेक्शन, नीतीश ने किया योजना का शुभारंभ,
बिहार: बिहार के 4.90 लाख किसानों को मुफ्त में शनिवार को मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना-2 के अंतर्गत 2086 करोड़ की योजनाओं का शुभारंभ किया. इसके अलावा उर्जा विभाग की 1818 करोड़ रूपये की लागत से चार ग्रिड उपकेंन्द्रो़ पटना के मीठापुर एवं दीघा, गया के भोरे और अररिया के पलासी उपकेन्द्र एवं 242 सर्किट किलोमीटर संचरण लाईन का भी लोकार्पण किया.       मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक अणे मार्ग स्थित संकल्प से उर्जा, स्वास्थ्य, ग्रामीण कार्य व लघु जल संसाधन विभाग की 12268.66 करोड़ की 5471 योजनाओं का उद्धाटन एवं शिलान्यास किया. इसके तहत उर्जा विभाग की 3904.33 करोड़ के चार ग्रिड का उद्धाटन एवं मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना-2 का कार्यारंभ किया गया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की 603.68 करोड़ की लागत से सुपौल में बनने वाले लोहिया मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ. ग्रामीण कार्य विभाग की 6559.17 करोड़ की 3957 पंथों एवं पुलों का शिलान्यास किया गया. जबकि, लघु जल संसाधन विभाग की 1201.48 करोड़ की योजनाओं का उद्धाटन एवं शिलान्यास किया गया.          मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत 2866 करोड़ की लागत से 2444 किलोमीटर लंबे 2384 पथों 5 एवं 148 मीटर लंबे 5 पुलों के अलावा मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम के तहत 992 करोड़ की लागत से1638 किलोमीटर लंबे 937 पथों का शिलान्यास किया गया. मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना में 1242 करोड़ की लागत से 1171 किलोमीटर लंबे 350 पथों के अलावा राज्य योजना अंतर्गत 1458 करोड़ की लागत से 81 पथों एवं 339 पुलों का भी शिलान्यास किया गया. इसमें पथों की लंबाई 61 किलोमीटर पुलो की लंबाई 13995 मीटर हैं. इन कार्यों के पूरा होने पर राज्य के किसी भी कोने से अधिकतम पांच घंटे की अवधि में राजधानी पटना पहुंचने का लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी होगी.   
        
       सुपौल के पिपरा अंचल अंतर्गत लगभग 26 एकड़ में 603.68 करोड़ की लागत की लोहिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया. यहां प्रतिवर्ष 150 मेडिकल छात्र-छात्राओं का नामांकन हो सकेगा. यहां 630 बेड का अस्पताल भी होगा. यहां आधुनिक चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जायगी. इस परिसर में प्राचार्य, अधीक्षक, चिकित्सक, छात्र-छात्राओं एवं नर्सो तथा कर्मियों के लिए आवासीय भवन व धर्मशाला बनाएं जाएंगें.    
      विभाग की 479 करोड़ की लागत से 430 योजनाओं का लोकार्पण एवं 122 करोड़ की 671 योजनाओं का शिलान्यास किया गया. इनमें 20 चेकडैम, बीयर की 22, उद्धह सिंचाई की 22, तालाबों के जीर्णोद्धार की 153 एवं गारलैंड ट्रेंच की 2 योजनाओं का शिलान्यास किया गया.
   
         इसी तरह जन-जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत बिहारशरीफ के नेपुरा वेरौटी में सोयवा नदी पर 9.12 करोड़ की लागत से वीयर, दरभंगा के केवटी में 3.53 करोड़ की लागत से असराहा वीयर-सह- स्लूईस गेट और जहानाबाद के मखदुमपुर प्रखंड में 3.15 करोड़ की लागत से मोरहर नदी पर मंझोस वीयर का निर्माण एवं पईन का जीर्णोद्धार किया गया हैं. जबकि रोहतास के तिलैया में 4.56 करोड़ की लागत से हदहदवा गारलैंड ट्रेंच का निर्माण व भागलपुर जिले के सन्हौला में 5.44 करोड़ की लागत से नरगर पोखर का जीर्णोद्धार किया गया हैं.    वहीं हर खेत सिंचाई का पानी निश्चय के तहत गया के डुमरिया में 15.47 करोड़ की लागत से राजनाथ ओगी के लोरिया में 11.66 करोड़ की लागत से रामरेखा नदी पर सहुआटांड वीयर निर्माण एवं पईन का जीर्णोद्धार उद्धह सिंचाई योजना का जीर्णोद्धार शामिल हैं.
बिहारी चाय को मिली नई पहचान, रजिस्टर्ड हुआ ' बिहार टी ' का ट्रेडमार्क
बिहार: बिहार की चाय को नई पहचान मिली हैं. व्यापार चिन्ह रजिस्ट्री द्वारा ' बिहार टी ' के ट्रेडमार्क को मंजूरी दे दी हैं. उल्लेखनीय है कि बिहार राज्य अंतर्गत लगभग 5600 हेक्टेयर में चाय की खेती की जाती हैं जिसमें किशनगंज जिला प्रमुख हैं. किशनगंज जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बिहार टी का ट्रेडमार्क स्वीकृत हो जाने से बिहार की चाय को एक विशिष्ट पहचान मिली हैं और इसका लाभ किशनगंज जिले के साथ चाय उत्पादकों का मिलेगा.

        डीएम ने बताया कि कृषि क्षेत्र में किशनगंज जिला अंतर्गत अपार संभावनाएं हैं और वो कृषि एवं उद्दोग विभाग के साथ मिलकर उसको साकार करने हेतु प्रयासरत हैं. व्यापार चिह्न रजिस्ट्री अधिनियम 1999 के अंतर्गत ट्रेडमार्क भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता हैं. ट्रेडमार्क रजिस्टार का कार्यालय मुंबई महाराष्ट्र में स्थित हैं.

    यह एक ऐसा चिन्ह हैं जिसका उपयोग किसी व्यवसाय में प्रयुक्त शब्द, नाम, कारण, लेवल या संख्या, या किसी अन्य व्यवसाय या सेवा से उत्पन्न अन्य समान वस्तुओं को अलग करने के लिए किया जाता हैं. एक पंजीकृत व्यापार-चिह्न व्यवसाय के लिए एक संपत्ति या बौद्धिक संपदा हैं और इसका उपयोग किसी ब्रांड या प्रतीक में कंपनी के निवेश की रक्षा के लिए किया जाता हैं.

       बिहार की चाय को प्रोत्साहित करने हेतु सचिव, कृषि विभाग बिहार पटना द्वारा भी सभी कार्योलयों से बिहार राज्य अंतर्गत अवस्थित चाय उत्पादकों की चाय का प्रयोग करने हेतु अनुरोध किया गया हैं. बिहार राज्य अंतर्गत अवस्थित चाय उत्पादकों में रजवाड़ी टी किशनगंज, इमरान टी एंड एग्रो फैक्ट्री किशनगंज, डोंक टी किशनगंज एवं माला ग्रीन टी फैक्ट्री किशनगंज प्रमुख हैं.
केके पाठक पर सड़क से सदन तक हुआ संग्राम, 8 महीने में मंत्री हो या राज्यभवन, सबसे भिड़े
बिहार: आईएएस अधिकारी केके पाठक ने विवादों के बीच बिहार छोड़कर दिल्ली जाने का फैसला लिया हैं. उन्होंने केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए नीतीश सरकार को आवेदन दिया, जिसे मंजूर कर लिया गया हैं. वर्तमान में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का पद संभाल रहे केकेपाठक चर्चित आईएएस अधिकारी हैं. शिक्षा विभाग में, बीते 8 महीने में उनका काफी विवादों भरा रहा. इस दौरान वे मंत्री और राज्यपाल तक से भिड़ गए. शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए कई सख्त फैसले लिए. इसका शिक्षकों से लेकर पदाधिकारियों ने जमकर विरोध किया. उनके खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक संग्राम हुआ.

      नीतीश कुमार उन्हें साल नवंबर 2021 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लेकर आई थी. उस समय उन्हें मद्द निषेध विभाग की जिम्मेदारी दी गई. करीब डेढ़ साल के बाद जून 2023 में पाठक का तबादला शिक्षा विभाग में कर दिया गया. इस विभाग में उन्होंने मुश्किल से 8 महीने का समय बिताया.

   शिक्षा विभाग के एसीएस रहते हुए केके पाठक की राजभवन और सरकार से की मुद्दों पर तनातनी हुई. शिक्षा के क्षेत्र में में सुधार लाने के लिए उन्होंने ने कई ऐसे फैसले लिए कि उनके ही विभाग के अधिकारीयों एवं कर्मचारियों को रास नहीं आए. स्कूल से लगातार अनुपस्थित रहने वाले बच्चों का नाम काटा गया. वहीं स्कूल से गायब पाए जाने वाले शिक्षकों पर भी कार्रवाई हुई. केके पाठक ने जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित रूप से स्कूलों के निरीक्षण के निर्देश दिए. खुद केके पाठक ने भी बीते 8 महीने में कई स्कूलों का दौरा किया और अव्यवस्था मिलने पर स्टाफ को लताड़ लगाई.

     शिक्षक एवं कर्मचारी के खिलाफ सख्ती दिखाने पर केके पाठक का शिक्षक संघों ने विरोध किया. उनके खिलाफ सड़क पर मार्च किया गया. विरोध होने पर केके पाठक में शिक्षक संघों पर ही प्रतिबंध लगा दिया. इस मुद्दे  पर भी सड़क से लेकर सदन तक खूब हंगामा हुआ.

        पिछली महागठबंधन सरकार में आरजेडी के चंद्रशेखर शिक्षा मंत्री थे.उस दौरान केकेपाठक का उनसे खूब टकराव हुआ. पाठक ने अपने स्तर पर कई 
कड़े फैसले लिए. शिक्षा मंत्री के आपत्ति जताने पर भी वे अपने फैसलों पर अडिग रहे. नौबत यहां तक आ गई कि चंद्रशेखर ने अपने दफ्तर जाना छोड़ दिया और घर से ही विभाग का कामकाज निपटाने लगे.

      केके पाठक के शिक्षा विभाग में 8 महीने के कार्यकाल में राजभवन से भी कई मुद्दों पर टकराव हुआ. विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार के मुद्दे पर राज्यपाल से भिड़ गए. विश्वविद्यालय में कुलपति की नयुक्ति के लिए केके पाठक के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने विज्ञापन जारी कर दिए थे, जबकि राजभवन पहले ही इस नियुक्ति का विज्ञापन जारी कर चुका था. इसके बाद अभ्यर्थी कन्फ्यूज हो गए कि किस विज्ञापन के आवेदन किये जाएं. बाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हस्तक्षेप किया और उनके कहने पर विभाग ने अपना विज्ञापन वापस लिया था.

       हाल ही में केकेपाठक ने कुलपतियों और विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई. राजभवन ने इसमें जाने से वीसी एवं अन्य अधिकारियों को अनुमति नहीं दी. 28 फरवरी को हुई इस बैठक में सभी वीसी ने दूरी बनाए रखी. इसके बाद पाठक एक्शन में आ गए और उन्होंने बैठक में शामिल नहीं होने वाले सभी वीसी एवं यूनिवर्सिटी पदाथिकारियों का वेतन रोक दिया.

    केके पाठक ने पिछले दिनों स्कूलों का समय बदलकर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक कर दिया. शिक्षकों के साथ ही अभिभावकों ने इसका विरोध किया. हाल ही में विधानसभा के बजट सत्र में यह मुद्दा विपक्ष ने उठाया और जमकर हंगामा किया. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ही रहेगा. सिर्फ शिक्षक 15 मिनट पहले स्कूल आयेंगें और 15 मिनट बाद स्कूल से जायेंगें. मगर केके पाठक अपने फैसले पर अड़े रहे. सीएम के कहने के बावजूद शिक्षा विभाग ने अब तक स्कूलों की टाईमिंग का आदेश जारी नहीं किया. ऐसे में शिक्षक कंफ्यूज में हैं कि वे सुबह 9 बजे स्कूल पहुंचे या फिर 9.45 बजे.

   स्कूलों में छुट्टियों को लेकर केके पाठक विवादों में रहें. महागठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान शिक्षा विभाग ने स्कूलों में रक्षाबंधन समेत कुछ हिंदु पर्व त्योंहारों की छुट्टियां घटा दी थी. इस मुद्दे पर बीजेपी ने जमकर हंगामा किया था. बीते जनवरी महीने में शीतलहर के चलते स्कूल बंद किए जाने के फैसले का भी केके पाठक ने विरोध किया. उन्होंने पटना समेत अन्य जिलों की डीएम द्वारा भीषण ठंड से स्कूल बंद करने के फैसले पर सवाल उठाए थे.
जमीन की जमाबंदी को तुरंत करवा लें आधार से लिंक, बहुत सारी टेंशन हो जाएगी दूर
बिहार: जमीन की जमाबंदी को आधार नंबर से जोड़ने की प्रक्रिया चार-पांच महीने से चल रही हैं. इसमें आधार के साथ मोबाइल नंबर भी जुड़वाना हैं, लेकिन राजधानी इसमें काफी पीछे चल रहा हैं.

    
          पटना जिला में करीब 17 लाख 50 हजार जमाबंदी को आधार और मोबाइल नंबर से जोड़ा जाना हैं, लेकिन करीब सवा लाख जमाबंदी को ही अब तक जोड़ा जा सका हैं. ग्रामीण अंचलों में लोग कुछ सजगता दिखा रहे हैं लेकिन शहरी क्षेत्र में इसकी रफ्तार काफी धीमी हैं. बड़ी संख्या में लोगों को पता नहीं हैं कि आखिर कैसे और कहां जमाबंदी की आधार लिंकिंग होगी.

      
              दूसरी समस्या यह भी हैं कि बड़ी संख्या में ऐसी जमाबंदी हैं जिसके रैयत की मृत्यु हो चुकी हैं, लेकिन अभी भी उनके नाम से ही रसीद कट रही हैं. ऐसे में आधार लिंक कराने के लिए भूस्वामी को वंशावली समेत कई प्रक्रिया से गुजरना होता हैं.


     
      बिहार में जमीन विवाद के काफी मामले आते हैं. जमाबंदी में धोखाधड़ी कर किसी की जमीन बेच देना, अपने नाम करा लेना जैसी घटनाएं होती रहती हैं. ऐसे में जमाबंदी के आधार से लिंक रहने पर जमीन के कागजातों में कोई हेर-फेर किया जाएगा तो भूस्वामी के मोबाईल पर एसएमएस अलर्ट आ जाएगा. ऐसे में समय रहते भू-स्वामी एहतियाती कदम उठा सकेंगें. इस तरह से उनकी जमीन सुरक्षित रहेगी.साथ ही गरीबों को जमीन के हिसाब से सरकार की योजनाएं मिलनें में भी सहूलियत होगी. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमाबंदी अनिवार्य कर दी हैं. आधार नंबर लिंक नहीं कराने पर आगे की प्रक्रिया मुश्किल हो जाएगी.

     
      आधार लिंक प्रक्रिया बेहद सरल हैं. भूस्वामी अपने राजस्व कर्मचारी को जमीन की लगान रसीद, आधार कार्ड की फोटो कॉपी और उससे जुड़ा मोबाईल नंबर देंगें. राजस्व कर्मचारी उसे लिंक कर जानकारी आनलाईन कर देंगें. लिंक होने की जानकारी कर देंगें. लिंक होने की जानकारी मोबाईल पर मिल जाएगी.