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बांधवगढ़ में अचानक सड़क पर पहुंच गया टाइगर DM, लगा ट्रैफिक जाम, मदमस्त चाल में पार होते वनराज का वीडियो जमकर हो रहा वायरल

विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को लेकर पूरे विश्व के पर्यटक यूं ही आकर्षित नहीं होते हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या इतनी ज्यादा है कि कहीं ना कहीं वनराज के दर्शन हो ही जाते हैं। इसलिए जब लोग उमरिया से ताला की ओर बांधवगढ़ के जंगल के रास्ते गुजरते हैं। तो सड़क के अगल-बगल बाघ आहट लेते हुए ही चलते हैं। पता नहीं सड़क में कहां वनराज के दर्शन हो जाएं।

टाइगर DM आ गया सड़क पर

आज बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधीर कोर ज़ोन गेट के पास से गुजर रहे पर्यटकों को अचानक जंगल से अलार्म कॉल सुनाई दी। बस क्या था बाघ की आहट सुनकर के ही सड़क के दोनों और वाहन खड़े हो गए। और कुछ ही समय के अंतराल में बांधवगढ़ का डोमिनेन्ट टाइगर धमोखर मेल जिसे DM के नाम से जाना जाता है,अपनी मदमस्त चाल में चलता हुआ सड़क पार कर गया। बाघ को सड़क पर करता देख पर्यटक तो रोमांचित हो उठे लेकिन सड़क के किनारे खड़े राहगीरों के रोंगटे खड़े हो गए।

कौन है धमोखर मेल उर्फ़ DM

बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व में धमोखर मेल एक अप राइजिंग स्टार की भांति अपनी टेरिटरी बनाता हुआ दिखाई दे रहा है। वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि धमोखर मेल ने खितौली और मगधी कोर एरिया को मिलाकर के लगभग तीन से पांच स्क्वायर किलोमीटर का अपना टेरिटोरियल एरिया बनाया हुआ है। धमोखर मेल,धमोकर बफर एरिया में पाई जाने वाली धमोखर बफर फीमेल और बाघ डी1 की संतान है। लगभग 3.50 वर्ष का यह बाघ अक्सर खतौली से मगधी कोर ज़ोन के बीच में आने जाने के दौरान सड़क पर करता हुआ पर्यटकों के मोबाइल कैमरे में कैद हो जाता है।

बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में बम ही फटा था,कर्नाटक के CM सिद्दारमैया ने किया कन्फर्म

एक मार्च 2024) को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में जो विस्फोट हुआ था, उसके बम विस्फोट होने की पुष्टि सीएम सिद्दारमैया ने की है। इस विस्फोट का CCTV फुटेज भी सामने आ गया है, जिसमें विस्फोट के तुरंत पश्चात् की तबाही दिखाई दे रही है। जिस वक़्त ये विस्फोट हुआ, उस वक़्त कैफे में बहुत लोग थे। इस विस्फोट में 9 लोग गंभीर रूप से चोटिल हो गए, जिसमें महिला और कैफे के कर्मचारी भी सम्मिलित हैं।

कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया ने इस बात को स्वीकार किया कि रामेश्वरम कैफे में हुआ विस्फोट एक बम ब्लास्ट ही था। सिद्दारमैया ने ये भी कहा है कि इस घटना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम इस विस्फोट को अंजाम देने वालों को पकड़ेंगे तथा उन्हें सजा दिलाएँगे। सिद्धारमैया ने कहा कि जिस शख्स ने कैफे के अंदर बैग रखा, उसे CCTV फुटेज में कैश काउंटर से एक टोकन लेते हुए देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बारे में कैशियर से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस धमाके से पहले के घटनाक्रमों का पता लगाने के लिए आसपास के CCTV फुटेज की तहकीकात कर रही है।

बता दें कि शुक्रवार (1 मार्च 2024) को दोपहर के वक़्त बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड क्षेत्र में स्थित लोकप्रिय रामेश्वरम कैफे में धमाका हो गया। जिस वक़्त ये विस्फोट हुआ, उस वक़्त कैफे में लोगों की भीड़ लगी थी। इस विस्फोट के साथ ही हर तरफ दहशत फैल गई। कैफे में चीख-पुकार तथा अफरा-तफरी मच गई। इस धमाके का CCTV फुटेज भी सामने आया है।

गौतम गंभीर के बाद जयंत सिन्हा भी नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, जेपी नड्डा को चिट्ठी लिख की ये अपील

#jayant_sinha_announces_not_contest_lok_elections 

शनिवार सुबह एक चौंकाने वाली खबर आई। बीजेपी सांसद और क्रिकेटर गौतम गंभीर ने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। अब गौतम गंभीर के बाद झारखंड के हजारीबाग से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने भी लोकसभा का चुनाव न लड़ने की इच्छा जाहिर की है। इसकी जानकारी उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को दी है। बीजेपी के सांसद ने ट्वीट कर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील की है कि वे उन्हें प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि वह भारत और दुनिया भर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे चुनावी दायित्व से मुक्त करने अपील की है ताकि मैं भारत और दुनिया में जलवायु परिवर्तन से निपटने पर फोकस कर सकूं। हालांकि मैं पार्टी की आर्थिक और प्रशासनिक मुद्दों पर काम करता रहूंगा।' जयंत सिन्हा ने लिखा 'मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे बीते 10 वर्षों तक भारत और हजारीबाग के लोगों की सेवा का मौका मिला। मुझे भाजपा नेतृत्व, पीएम मोदी और अमित शाह ने कई अवसर दिए, जिसके लिए मैं उनका आभारी हूं, जय हिंद।'

इससे पहले भाजपा के पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने भी कहा कि उन्होंने पार्टी से उन्हें राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने के लिए कहा है ताकि वह अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें। ये घोषणाएं तब हुईं जब कहा जा रहा है कि बीजेपी कई नए नेताओं को टिकट देने पर विचार कर रही है। जिसके कारण कई सिटिंग सांसदों के टिकट कट सकते हैं।

बता दें कि जयंत सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा के बेटे हैं। जयंत सिन्हा ने 2014 में पहली बार लोकसभा से सांसद बने थे। पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में उन्हें मंत्री भी बनाया गया था। जयंत सिन्हा साल 2016 से लेकर 2019 तक उड्डयन राज्य मंत्री रहे थे। इसके अतिरिक्त साल 2014 से साल 2016 के बीच वह वित्त राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। जयंत सिन्हा को साल 2019 में फिर हजारीबाग सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की, लेकिन पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए तपस्या कर रही है MP की मुस्लिम लड़की, निकली 12 ज्योतिर्लिंगों पर जल चढ़ाने

देशभर में आने वाले कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव होने को हैं। ऐसे में सियासी पार्टियों ने इसको लेकर अपनी अपनी तैयारियां भी आरम्भ कर दी हैं। वहीं, अपने पसंदीदा नेताओं को जितवाने के लिए उनके समर्थक भी अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की ऐसी एक प्रशंसक हजारों किलोमीटर के एक कठिन सफर पर निकल चुकी है। पीएम नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने जाएं, यह प्रार्थना लेकर एक मुस्लिम लड़की 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन के लिए निकली है। साइकल पर बैठकर मुंबई से निकली लड़की बृहस्पतिवार देर शाम मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में पहुंचीं।

उन्होंने मीडिया से चर्चा के चलते पीएम की जमकर तारीफें भी कीं। प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के वक़्त भी उसने मुंबई से अयोध्या तक का पैदल सफर किया था। बड़वानी जिले के सेंधवा के नेशनल हाईवे पर बृहस्पतिवार को एक मुस्लिम लड़की शबनम शेख अपने एक दोस्त के साथ पहुंची। सिर पर हिजाब एवं साइकल पर भगवा झंडे लागे शबनम ने बताया कि वह देश के पीएम नरेंद्र मोदी की बड़ी प्रशंसक हैं। उन्हें बहुत पसंद करती हैं। वह उन्हें तीसरी बार पीएम बनते देखना चाहती हैं। वह देशभर के 12 ज्योतिर्लिंगों पर महादेव को जल चढ़ाकर प्रार्थना करेंगी। फिलहाल महाराष्ट्र के दो ज्योतिर्लिंग के दर्शन करके अब मध्य प्रदेश में ओंकारेश्वर जा रही हैं। फिर उज्जैन महाकाल जाने का प्लान है। प्रतिदिन 80 से 90 किलोमीटर तक साइकिल पर सफर करके शबनम 7-8 महीनों में यात्रा पूरी करेंगी। 

वही अपनी इस यात्रा के बारे में बताते हुए शबनम शेख ने बताया कि वह एक भारतीय सनातनी मुसलमान लड़की हैं तथा वह मुंबई से 12 ज्योतिर्लिंग की यात्रा करने निकली हैं। उनका लक्ष्य महादेव के दर्शन करना है तथा साथ ही उनकी मनोकामना है कि आने वाले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बनें, जिसके लिए ही वे महादेव के पास दर्शन करने जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए वह बोलती हैं कि उनकी विशेषता के बारे में बता की जाए तो पूरी सीरीज ही बन जाएगी। 

शबनम ने कहा कि यात्रा में हिंदू-मुस्लिम सभी उनकी मदद कर रहे हैं। शबनम ने कहा, 'कुछ दिनों पहले ही जब मैं मुंबई से अयोध्या राम जी के दर्शन की यात्रा कर रही थी तब पुलिस-प्रशासन था उसने बहुत अच्छा बर्ताव किया था। चाहे वह महाराष्ट्र पुलिस हो या मध्य प्रदेश या उत्तर प्रदेश। तीनों स्थान ही उनकी सरकार है तथा उन्होंने मेरा सपोर्ट किया है, इसलिए मैं चाहती हूं कि वे दोबारा सरकार में आएं तथा पीएम बनें। यात्रा के चलते हिंदू-मुस्लिम सभी मिल रहे हैं तथा सभी साथ दे रहे हैं। कई मुस्लिम भी स्वागत कर खाने-पानी की व्यवस्था कर देते हैं। हिफाजत के साथ जाने का कह कर विदा करते हैं।'

करीब डेढ़ साल बाद एक मंच पर दिखेंगे पीएम मोदी और नीतीश कुमार, 51 परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे

#pm_narendra_modi_and_cm_nitish_kumar_share_stage

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार दौरे पर जा रहे हैं। पीएम औरंगाबाद और बेगूसराय में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इस दौरान उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों स्थानों पर मौजूद रहेंगे। साढ़े 18 महीने बाद पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश बिहार में मंच साझा करेंगे। इससे पहले आखिरी बार 12 जुलाई 2022 को दोनों एक साथ बिहार में मंच साझा करते नजर आए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिशन 2024 में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में पीएम मोदी आज बिहार पर सौगातों की बौठार करने वाले हें। पीएम मोदी आज बिहार दौरे पर औरंगाबाद और बेगूसराय में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे।पीएम मोदी इस दौरान 1.64 लाख रुपये से अधिक की राष्ट्रव्यापी परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, जिनमें से करीब 29,000 करोड़ रुपये राज्य पर केंद्रित हैं। बेगुसराय में लॉन्च की जाने वाली परियोजनाएं तेल, गैस, उर्वरक और रेलवे समेत कई क्षेत्रों से संबंधित हैं। इनमें से 39 परियोजनाएं, जिनका या तो उद्घाटन किया जाएगा या शिलान्यास समारोह के साथ शुरुआत की जाएगी, तेल और गैस क्षेत्र में हैं, और 10 रेलवे में हैं. छह नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी।

सबसे बड़ी बात की इस दौरान उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों स्थानों पर मौजूद रहेंगे।बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर हैं।करीब डेढ़ साल बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करेंगे। आखिरी बार 12 जुलाई 2022 को दोनों एक साथ बिहार में मंच साझा करते नजर आए थे।तब बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में साथ-साथ नजर आए थे। बता दें कि अगस्त 2022 में नीतीश एनडीए छोड़कर महागठबंधन के साथ चले गए थे। इसी साल जनवरी में एनडीए के अंदर वापसी के बाद दोनों एक साथ मंच पर नजर आएंगे।

सीएम नीतीश कुमार गया एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। गया से औरंगाबाद के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ सीएम नीतीश भी हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे और औरंगाबाद के कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद औरंगाबाद से बेगूसराय के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे। बेगूसराय के कार्यक्रम में पीएम के साथ नीतीश भी मौजूद रहेंगे। जानकारी के अनुसार, आरएलजेडी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा यहां मंच पर पीएम मोदी के साथ मौजूद रहेंगे। बेगूसराय से पीएम मोदी और नीतीश कुमार एक साथ पटना लौटेंगे और पटना एयरपोर्ट से पीएम नरेंद्र मोदी को नीतीश कुमार विदा करेंगे।

गौतम गंभीर ने राजनीति से संन्यास का किया ऐलान, लोकसभा चुनाव की लिस्ट आने से पहले बड़ा फैसला

#gautam_gambhir_announces_retirement_from_politics

बीजेपी नेता और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा को इसकी सूचना एक्स पर एक पोस्ट करके दी। गौतम ने कहा है कि मैं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील करता हूं कि वह मुझे मेरे राजनीतिक दायित्वों से मुक्त करें। बता दें कि गौतम गंभीर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हैं। वह 2019 के लोकसभा चुनाव में जीतकर पहली बार संसद पहुंचे थे।

गंभीर ने एक्स पर अपनो पोस्ट में लिखा, 'मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जी हृदय से धन्यवाद देता हूं। जय हिन्द!'

गौतम गंभीर की तरफ से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला ऐसे समय पर लिया गया है, जब बीजेपी की तरफ से लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की जाने वाली है।पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद बने पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर का टिकट कटने की भी संभावना जताई जा रही थी।इससे पहले ही गंभीर ने राजनीति छोड़ने का बड़ा फैसला लिया है।

बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के आरोपी की पहली तस्वीर आई सामने, मास्क और टोपी के साथ आया नजर

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कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को धमाका हुआ। धमाके में कम से कम 10 लोग घायल हुए हैं। कैफे में रखे गए विस्फोटकों से भरे बैग के जरिए धमाके को अंजाम दिया गया। बम स्क्वॉड, फोरेंसिक और एनआईए की टीम विस्फोट की जांच कर रही है। इस धमाके की जांच आतंकी एंगल से भी की जा रही हैय़ धमाके से जुड़े दो सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं।

ब्लास्ट के एक दिन बाद बैग रखने वाले संदिग्ध व्यक्ति की पहली तस्वीर सामने आई है। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि एक शख्स टोपी, मास्क और हाथ में आईईडी से भरा बैग लेकर कैफे में दाखिल होता है और फिर उसे वहां रखकर चला जाता है। वह रेस्टोरेंट में रवा इडली की एक प्लेट ऑर्डर करता है। उसे खाता है और फिर कैफे में ही विस्फोटकों से भरा बैग रखकर चुपचाप वहां से चला जाता है। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि संदिग्ध ने टोपी पहन रखी थी और साथ ही मास्क भी लगा रखा था। उसे उस जगह पर ही घूमते देखा गया, जहां विस्फोट हुआ था। बताया जाता है कि उसने बैग को राजाजीनगर इलाके में रामेश्वरम कैफे की व्हाइटफील्ड ब्रांच के परिसर में एक पेड़ के पास सिंक के नीचे रख दिया था।

संदिग्ध व्यक्ति के साथ देखे गए एक शख्स को भी हिरासत में लिया गया है और बेंगलुरु पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। ये व्यक्ति बेंगलुरु का ही रहने वाला है। सेंट्रल क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम फिलहाल उससे पूछताछ में जुटी हुई है।

बेंगलुरु पुलिस ने ब्लास्ट के सिलसिले में गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। नगर पुलिस आयुक्त कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि इस संबंध में, एचएएल पुलिस थाने में यूएपीए और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। बयान में कहा गया है कि फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स और बम निरोधक दस्ते ने घटनास्थल का दौरा किया है तथा मामले की जांच की जा रही है।

कैफे में हुए धमाके के बाद जांच एजेंसियां बेंगलुरू ब्लास्ट में तीन मॉड्यूल पर काम कर रही है। आईएसआईएस का बल्लारी मॉड्यूल, पीएफआई मॉड्यूल और लश्कर-ए-तय्यबा। इन मॉड्यूल के काम करने के तरीके से ब्लास्ट का पैटर्न मेल खाता है।सूत्रों के मुताबिक, ये तीनों मॉड्यूल काफी समय से बेंगलुरु को टारगेट करने की साजिश रच रहे थे। एजेंसियों को सीमा पार बैठे लश्कर के कमांडर जुनैद अहमद और सलमान खान पर भी शक है। बीते साल एनआईए-बेंगलुरु पुलिस ने खुलासा कर कहा था कि बल्लारी मॉड्यूल बेंगलुरु समेत कई शहरों में आईईडी ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था। वहीं, लश्कर मॉड्यूल भी बेंगलुरु में फिदायीन अटैक की प्लानिंग कर रहा था। इसके बाद लश्कर के 8 आतंकियों को धर दबोचा गया था। इसी साल जनवरी में इनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिसमें कई अहम खुलासे हुए थे।

बेंगलुरू के कैफे में विस्फोट, नौ लोग घायल, सीएम सिद्धारमैया का खुलासा- एक कस्टमर ने बैग में रखा था बम

#rameshwaram_cafe_blast 

बेंगलुरु के रामेश्‍वरम कैफे में शुक्रवार दोपहर विस्‍फोट हो गया, जिसमें 9 लोग घायल हो गए। अब ब्रुकफील्ड इलाके में रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट का सीसीटीवी सामने आया है। सीसीटीवी वीडियो में विस्फोट होते हुए दिखाई दिया है।कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुष्टि की है कि कैफे में आईईडी ब्लास्ट किया गया है। मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा है कि एक ग्राहक ने कैफे में बैग रखा था। इसके बाद वहां धमाका हुआ। इसके बाद धमाके के पीछे बड़ी साजिश का शक जताया जा रहा है।

कुन्दनहल्ली इलाके में स्थित रामेश्वरम कैफे एक फेमस कैफे है। रोज की तरह कैफे में शुक्रवार को भी लोगों की भीड़ थी। साथ ही कैफे का स्टाफ भी मौजूद था। दोपहर करीब 1 बजे बम विस्फोट से कैफे धुआं-धुआं हो गया। विस्फोट के समय जोरदार आवाज सुनी गई और पड़ोसी दुकानों, फ्रंट ऑफिस और कार्यालयों से लोग मौके पर पहुंचे। विस्फोट के कारण आग लगने पर फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायलों को बचाने और भीड़ को तितर-बितर करने में जुट गई।

इस घटना से जुड़े सीसीटीवी वीडियो में दिख रहा है कि जैसे ही बम फटा, स्क्रीन हिल गई और उसके बाद कैफे के अंदर काला धुआं दिखाई दे रहा है। विस्फोट के बाद घटनास्थल पर धुएं का गुबार नजर आता है। घबराए हुए ग्राहक और स्टाफ सदस्य बाहर भागते दिखाई देते हैं।जब विस्फोट हुआ तो ग्राहकों को कैफे में खाना खाते या अपने ऑर्डर का इंतजार करते देखा गया। वीडियो में कैफे स्टाफ के साथ-साथ ग्राहक भी अपनी जान बचाने के लिए भागते नजर आ रहे हैं।

उधर, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुष्टि की है कि बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में बम धमाका हुआ है। भारी मात्रा में तात्कालिक सामग्रियों का उपयोग करके विस्फोट किया गया। एक आदमी बैग में विस्फोटक लेकर आया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस कमिश्नर को हर स्तर पर मुझे जानकारी देने के लिए कह दिया है। मैसूर में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक आधिकारिक तौर पर यह साफ नहीं है कि विस्फोटक कौन और क्या लाया था? मैंने गृह मंत्री को भी वहां जाने के निर्देश दिए हैं। घटना में 10 लोगों को गंभीर चोटें आईं हैं। उन्होंने कहा कि घटना के बारे में अभी सतही जानकारी ही उपलब्ध है।

क्या आपने देखा गृह मंत्री अमित शाह की गाड़ी का नंबर प्लेट ? बिना कुछ कहे दे दिया बड़ा संदेश

#amitshahcaacarnumberplatephoto

सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कार का नंबर प्लेट वायरल हो रहा है। अमित शाह एक बैठक के लिए बीजेपी मुख्यालय पहुंच थे, जहां उनकी कार की तस्वीर ली गई। कुछ लोगों की नजरें गाड़ी की नबर प्लेट पर पड़ी तो मामला वायरल हो गया।दरअसल, शाह को DL1C AA 4421 नंबर प्लेट वाली कार में बीजेपी मुख्यालय पहुंचे थे।ऐसा तब हुआ है जब गृह मंत्रालय की ओर से 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी CAA लागू होने की संभावना है। 

न्यूज एजेंसी एएनआई ने 29 फरवरी को एक वीडियो पोस्ट किया। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली के पार्टी हेड क्वाटर में बीजेपी सीईसी मीटिंग के लिए पहुंचे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने ये तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर डालीं, गाड़ी के नंबर प्लेट ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खिंच लिया। गाड़ी ने नंबर में 'CAA' होने के कारण लोग इस पर रियेक्ट करने लगे। देखते ही देखते ये पोस्ट वायरल हो गई।लोगों का कहना है कि अपनी कार के नंबर प्लेट के जरिए शाह ने बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। लोगों का कहना है कि-इसका मतलब है कि सीएए जरूर लागू होगा। 

चुनाव से पहले सीएए लागू होने की बात कह चुके हैं शाह

हाल ही में केंद्रीय गृह मत्री अमित शाह ने ऐलान किया था कि आम चुनाव से पहले सीएए लागू होगा। अमित शाह ने कहा था, ''लोकसभा चुनाव से पहले सीएए को लागू करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। मैं ऐसे मैं साफ कर देना चाहता हूं कि सीएए से किसी भी शख्स की नागरिकता नहीं ली जाएगी।

अधिनियम संसद में पांच साल पहले पास हो चुका है

भारतीय नागरिकता (संशोधन) अधिनियम संसद में पांच साल पहले पास हो चुका है, लेकिन बाद में देश भर में विरोध प्रदर्शन के चलते इसे लागू नहीं किया गया था। हालांकि अब चर्चा है कि केन्द्र सरकार जल्द ही सीएए देश में जल्द ही लागू कर सकती है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लगने से पहले इसकी अधिसूचना जारी हो सकती है। आदर्श आचार संहिता जारी होने से पहले गृह मंत्रालय किसी भी समय सीएए नियमों को अधिसूचित कर सकता है।

क्या है सीएए ?

सीएए यानी नागरिकता (संशोधन) अधिनियम को 2019 में संसद से पारित किया गया है। इसका उद्देश्य 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देना है। इसका फायदा उन हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी समुदाय के लोगों को मिलेगा जो इन तीनों पड़ोसी देशों में प्रताड़ना का शिकार होकर भारत आए हैं। खास बात ये है कि इन्हें भारतीय नागरिकता लेने के लिए किसी दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी। कानून के तहत नागरिकता मिलते ही ऐसे व्यक्तियों को देश के मौलिक अधिकार भी मिल जाएंगे। मुस्लिमों को इस कानून से बाहर रखा गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की सांसदों-विधायकों की डिजिटल मॉनिटरिंग की मांग वाली याचिका, कहा- हम चिप नहीं लगा सकते

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सुप्रीम कोर्ट ने सांसदों और विधायकों की चौबीसों घंटे डिजिटल निगरानी करने के लिए केंद्र को निर्देश देने का अनुरोध करने वाली जनहित याचिका को शुक्रवार को खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा, कि वो अपनी ओर से सांसदों/ विधायकों पर चिप लगाने का आदेश नहीं दे सकते। निजता का अधिकार नाम की भी कोई चीज होती है। 

बेहतर पारदर्शिता के लिए सभी निर्वाचित सांसदों और विधायकों की गतिविधियों की डिजिटल निगरानी की मांग संबंधी जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी। याचिका में कहा गया है, कि सभी विधायकों/सांसदो पर इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए नजर रखी जाए। याचिकाकर्ता का कहना था, कि डिजिटल मॉनिटरिंग के जरिये जनप्रतिनिधियों के करप्शन और दल बदल पर रोक लग सकेगी।हालांकि, सर्वोच्च अदालत ने शुक्रवार को इस पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने इसे खारिज कर दिया। कोर्ट ने सभी विधायकों की चौबीस घंटे सीसीटीवी निगरानी के लिए दायर की गई याचिका पर आश्चर्य व्यक्त किया।

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ से पूछा गया कि क्या कोर्ट सांसदों की गतिविधियों पर चौबीसों घंटे नजर रखने के लिए उनके शरीर में कोई चिप लगा सकती है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि देश के सभी सांसदों और विधायकों की हम निगरानी नहीं कर सकते। निजता का अधिकार नाम की भी कोई चीज है। वे जो करते हैं उसकी निगरानी के लिए हम उनके पैरों या हाथों पर इलेक्ट्रॉनिक चिप्स नहीं लगा सकते। 

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने दिल्ली निवासी याचिकाकर्ता सुरिंदर नाथ कुंद्रा को आगाह किया कि उन्हें ऐसे मामले पर न्यायिक समय का दुरुपयोग करने के लिए पांच लाख रुपए का जुर्माना भरना पड़ सकता है। पीठ ने कहा, यदि आप बहस करते हैं और हम आपसे सहमत नहीं होते हैं तो आपसे पांच लाख रुपये भू-राजस्व के रूप में वसूल किए जाएंगे। यह जनता का समय की बात है।