फाइलेरिया से बचाव के लिए जागरुकता जरूरी : डा. आरके कुशवाहा
विश्वनाथ प्रताप सिंह कोरांव, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशानुक्रम में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत 10 फरवरी से शुरु है। यह अभियान 28 फरवरी तक चलाया जाएगा। सुकृत अस्पताल द्वारा भी फाइलेरिया जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
जिसके अंतर्गत लोगों को जागरुक किया जा रहा है, साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान में सहयोग करने की भी अपील की जा रही है।
अभियान में अस्पताल के स्टॉफ को भी शामिल किया गया है, जो कि लोगों को प्रत्यक्ष एवं सोशल मीडिया द्वारा जागरुक करने का कार्य कर रहे हैं। डॉ आर. के. कुशवाहा ने बताया कि क्यूलेक्स मच्छर से होने वाली इस बीमारी से पैरों में सूजन आ जाती है।
जिसे हांथी पांव कहा जाता है । पूरी दुनिया में इस बीमारी के 40 प्रतिशत रोगी भारत में पाए जाते हैं। बुखार, कंपकंपी, सर्दी व त्वचा पर उभरे हुए पीड़ादायक चकते (विशेष रुप से बांहों और टांगों पर) इसके मुख्य लक्षण है। अधिकतर मामलों में प्रभावित हिस्से की त्वचा ज्यादा शुष्क और मोटी हो जाती है।
प्रभावित हिस्से पर कई बार फोड़े, धब्बे और त्वचा काली भी हो जाती है। डॉ. कुशवाहा ने फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों से मच्छरदानी का प्रयोग करने एवं अपने आस-पास साफ-सफाई रखने की अपील की है।
Feb 23 2024, 20:26