सीएम नीतीश कुमार द्वारा कई विभागों के जांच के एलान पर भड़के राजद विधायक व पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह, कही यह बात
डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कई विभागों के जांच के एलान के बाद हड़कंप मचा हुआ है। राजद की ओर से इस पर आपत्ति भी जाहिर की गई है। राजद विधायक और बिहार के पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने सीएम के इस एलान पर पलटवार करते हुए एक अलग जांच की मांग कर दी है।
दरअसल बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी कोटे के कई विभागों की जांच कराने की घोषणा की है। इसमें पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के भी विभाग शामिल हैं। सीएम के इस एलान पर राजद के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने भी एक जांच की मांग की है। सुधाकर सिंह ने कहा है कि- बिहार में वर्ष 2008 से अभी तक चार कृषि रोड मैप लागू किए गए हैं। कृषि रोड मैप के तहत जो कुछ भी सरकार की योजनाएं थीं, वह पूरी तरह से फेल रही है।
राजद के विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में अभी तक तीन कृषि रोडमैप तैयार किया गया है। पहला कृषि रोडमैप 2008 से 2012 एवं दूसरा 2012-2017 का कार्यान्वयन पूर्ण हो चुका है तथा तीसरे कृषि रोडमैप 2017-2022 का कार्यान्वयन अभी किया जा रहा है। वर्तमान में बिहार में चतुर्थ कृषि रोडमैप तैयार करने की प्रक्रिया पर कार्य किया जा रहा है। ऐसे में यह आवश्यक है कि पूर्व में कार्यान्वित तीनों कृषि रोडमैप का परिणामी मूल्यांकन कराया जाय।
यह देखा जाना आवश्यक है कि पूर्व में कार्यान्वित कृषि रोडमैपों का बिहार में कृषि के विकास में क्या प्रभाव हुआ है? किसानों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में कितना बदलाव आया है? साथ हीं यह भी देखा जाना आवश्यक है कि तीनों कृषि रोडमैप अपने निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति करने में किस हद तक सफल हो पाया है? पूर्व में कार्यान्वित कृषि रोडमैप की योजनाओं के परिणामी मूल्यांकन के उपरांत ही चतुर्थ कृषि रोडमैप का निर्माण करना तर्कसंगत होगा ताकि आगामी कृषि रोडमैप में पूर्व के कृषि रोडमैपों के अनुभवों / परिणामों / चुनौतियों / आवश्यकताओं को समाहित किया जा सके।
Feb 19 2024, 09:39