श्री सीताराम रथ यात्रा को राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने जयश्री राम के नाम का झंडा दिखाकर किया रवाना
मुजफ्फरपुर : नील सेना द्वारा श्री रामकथा के साथ विश्वकल्याणार्थ श्री मिथिला दुल्हा-दुल्हीन श्री सीताराम रथ यात्रा को राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने जयश्री राम के नाम का झंडा दिखाकर रवाना किया।
बिहार के मुजफ्फरपुर से यह रथ रामायण सर्किट के रास्ते से होते हुए बसंतपंचमी को अयोध्या पहुचेंगी पूरे यात्रा के दौरान एक चुटकी सिंदूर दान करें माँ सीता का सम्मान करें कार्यक्रम चलता रहेगा
दान में मिला यह सिंदूर मां सीता को अर्पित करने के बाद फिर प्रसाद स्वरूप आशीर्वाद में महिलाओं को वितरण कर दिया जाएगा।
30 जनवरी के दिन ही भारत में शालिग्राम शिला प्रवेश किया था इसलिये आज के दिन ही वार्षिकोत्सव के रूप में इस कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल महोदय ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस दौरान पूर्व DGP कथावाचक गुप्तेश्वर पांडेय , पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, पूर्व मेयर सुरेश कुमार, बीजेपी नेता हरिमोहन चौधरी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
नील सेना द्वारा श्री रामकथा के साथ विश्वकल्याणार्थ श्री मिथिला दुल्हा-दुल्हीन श्री सीताराम रथ यात्रा में 496 लोग शामिल हैं।
बताते चले कि 496 लोग इस लिये इस यात्रा में शामिल हुए हैं कि चार सौ छेयांबे साल बाद राम मंदिर का निर्माण हुआ है। जिसके वजह से 496 लोग ही इस यात्रा में शामिल हुए है।
इस कार्यक्रम के दौरान यह बातें सामने आई कि मुजफ्फरपुर का नाम पहले वैदेह नगर हुआ करता था। जिसके वजह से पूरे कार्यक्रम के दौरान मुजफ्फरपुर के जगह वैदेह नगर बोला गया।
मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी
Jan 30 2024, 14:42