सीएम नीतीश कुमार का बड़ा बयान, पूरे देश मे लागू होना चाहिए कर्पूरी ठाकुर का आरक्षण फार्मूला
डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पूरे देश में कर्पूरी फॉर्मूले पर पिछड़ों-अति पिछड़ों के लिए आरक्षण लागू किया जाना चाहिए। कर्पूरी ठाकुर ने ही पहली बार पिछड़ों-अति पिछड़ों को जोड़कर आरक्षण दिया था। उन्होंने पहली बार 1978 में पिछड़ा वर्ग के लिए 8 फीसदी व अति पिछड़ा के लिए 12 आरक्षण दिया। आज भी अति पिछड़ों में अधिक गरीबी है। उन्हें अवसर मिलना चाहिए।
सीएम नीतीश कुमार बीते बुधवार को वेटनरी कॉलेज मैदान में जननायक कर्पूरी ठाकुर जन्म शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने कभी परिवार को आगे नहीं बढ़ाया। उन्हीं से प्रेरणा लेकर मैंने भी अपने परिवार के किसी व्यक्ति को आगे नहीं बढ़ाया। कर्पूरी ठाकुर के देहावसान के बाद ही उनके पुत्र रामनाथ ठाकुर को आगे बढ़ाया। लेकिन आज तो लोग परिवारवाद को आगे बढ़ाते हैं। हम तो कर्पूरी ठाकुर जी के कार्यों को ही आगे बढ़ा रहे हैं। चाहते हैं कि सब लोग भाईचारे के साथ रहेें।
सीएम ने कहा कि मेरा विश्वास काम करने में है। राज्य के हित में काम करता रहता हूं। राज्य के हित के लिए जो भी करना होगा, करेंगे।
कहा कि मैं 2005 से ही काम कर रहा हूं। हर क्षेत्र में काम किया। चाहे सात निश्चय हो या फिर जल-जीवन-हरियाली का काम हो, बिहार में काफी काम हो रहा है। हर घर बिजली पहुंचायी गयी है। हर घर तक नल का जल पहुंच रहा है। हर घर तक पक्की नाली तो टोलों तक सड़क बनायी गयी है।
नीतीश कुमार ने कहा कि हमने जाति आधारित गणना करवायी। इस आधार पर आरक्षण का दायरा 50 से बढ़ाकर 65 किया। एससी का आरक्षण 20 फीसदी, एसटी का दो फीसदी, अति पिछड़ी जाति का 25 व पिछड़ा वर्ग के लिए 18 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया है। इसी आधार पर 94 लाख गरीब परिवारों को उद्यम के लिए दो-दो लाख देने की योजना भी बनायी गयी। जीविका समूह के माध्यम से चलाई जा रही सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत दी जाने वाली एक लाख की राशि को बढ़ा दो लाख किया गया।
हमारी इच्छा थी कि पूरे देश में जाति आधारित जनगणना होती। फिर इस आधार पर योजना बनती।
Jan 25 2024, 10:07