*रायबरेली महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम,हास्य कवि सर्वेश अस्थाना व अन्नू अवस्थी ने खूब हंसाया*
रायबरेली। अवध पधारों अवध पती अब रघुबिर राम हमारे, राम राज का शंख बजा है अब फिर सरयू किनारे। हो आज जष्न मनाओं सारी दुनियां में मेरे राम प्रभु जी घर आये।
जनपद की सांस्कृतिक, साहित्यिक, धार्मिक व अध्यात्मिक विरासत को संवारने की पहल करने वाले राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह द्वारा आयोजित रायबरेली महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही।
लोक गीतों, फूलों की होली, आल्हा गायन, सुगम संगीत, भोजपुरी लोकगायन सहित सूफी बैंड की प्रस्तुतियों ने सबका मन मोह लिया। साथ ही साथ रायबरेली की विभूतियों को राज्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। महोत्सव के दूसरे दिन कार्यक्रम का शुभारम्भ स्कूली बच्चों द्वारा नृत्य, गायन, प्ले, मार्षल आर्ट की सुन्दर प्रस्तुतियों द्वारा हुआ।
जिसके बाद सुश्री गीतांजल शर्मा मथुरा द्वारा फूलों की होली की प्रस्तुती ने वातारण कृष्णमय कर दिया। भोजपुरी लोक गायन अमित अंजान महराजगंज द्वारा गाये गये भोजपुरी लोक गीतों ने समां बांधी। इसी कड़ी में राधेष्याम लखनऊ द्वारा सूफी बैंड प्रस्तुती ने उड़ जायेगी फुर्र-फुर्र मैना पड़ी रहेगी काया रे, गाकर माहौल भक्ति मय कर दिया।
श्री फौजदार सिंह एण्ड मंडली द्वारा वीर रस से ओत-प्रोत आल्हा गायन से लोगों में जोश भरा। नोयडा से आये संजय सिंह द्वारा सुगम संगीत कार्यक्रम में लोगों की वाह-वाही लूटी। जनपद के ख्याति प्राप्त कवियों द्वारा कविता पाठ किया गया। वहीं कवियत्री साक्षी त्रिवेदी द्वारा पाठ किया गया।
कार्यक्रम में हास्य कवि सर्वेष अस्थाना व अन्नू अवस्थी द्वारा सुन्दर प्रस्तुतियां दी गयी। साथ ही काव्य संध्या में राम भदावर द्वारा वीर रस की कविताओं ने हर किसी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि रायबरेली जनपद की सांस्कृतिक, साहित्यिक, धार्मिक व अध्यात्मिक विरासत को संवारने की पहल जो हुयी है यह परम्परा अनवरत जारी रहे। जिससे आने वाले पीड़ियां अपनी सांस्कृतिक विरासत को समझे और उसे सजोंकर रखें। उन्होंने जनपद से आये हुये सभी गणमान्यों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में जनपद की विभूतियों को सम्मानित किया गया। जिसमें चिकित्सा के क्षेत्र में डा. एसएम सिंह सहित शिक्षा व अन्य क्षेत्र की विभूतियों को सम्मानित किया गया।
Jan 13 2024, 19:27